✎ शिव कुमार त्रिपाठी
प्रशासन की बड़ी कार्यवाही
हीरे माफियाओं पर कसी जा रही नकेल
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में हीरे का अवैध उत्खनन और व्यापार कोई नई बात नहीं है यह व्यापार बीते कुछ दिनों से खूब फल फूल रहा था और माफिया सरकारी जमीनों पर पहले खखरी यानी पत्थर की वाल बना कर कब्जा करते थे और 25 बाई 25 का प्लॉट 1लाख में बेच देते थे सफेद हीरे के इस काले कारोबार में नीचे से ऊपर तक लोग शामिल रहे हैं अब जिला प्रशासन जागा है उत्तर बन मंडल के वनमंडल अधिकारी गौरव शर्मा एवं पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया अपने अमले को सख्त आदेश दिए इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया और दोपहर से ताबड़तोड़ कार्यवाही की गई पुलिस,खनिज, राजस्व और वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की 150 से अधिक लोगों की टीम ने धरपकड़ अभियान शुरू किया और इसके बाद मशीन के माध्यम से अतिक्रमण हटाना शुरू किया जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई माफियाओं में हड़कंप मच गया और भगदड़ की स्थिति निर्मित हो गई और अधिकारी कर्मचारी अवैध उत्खनन की जांच पंचनामा कर जब्ती के काम में लगे रहे इस व्यापार से जुड़े लोगों में दहशत का माहौल है और जिन लोगों ने बेशकीमती हीरो से लाखों करोड़ों कमाए हैं वह मुंह छुपा कर भागने लगे हैं प्रशासन ने सख्त संदेश दिया है कि जो भी अवैध काम करेगा उसे अब छोड़ा नहीं जाएगा इस कार्यवाही के दौरान DFO गौरव शर्मा ,बअनुविभागीय अधिकारी सत्यनारायण दर्रो, तहसीलदार सुधीर कुशवाहा थाना प्रभारी अरुण सोनी वनविभाग के एसडीओ रेंजर सहित बड़ी संख्या में अधिकारी कर्मचारी इस कार्यवाही में शामिल रहे पन्ना एसडीएम सत्यनारायण रोड ने बताया कि राजस्व और वन दोनों की जमीन में कब्जा कर लिया गया था इसकी शिकायत मिली थी जिस पर हमनेेेे वन विभाग और पुलिस के साथ मिलकर कार्यवाही की है
मजदूर के उजड़े आशियाने
हीरा माफिया अवैध उत्खनन में सबसे पहले मजदूरों को आगे करते हैं और मिट्टी में इन्हीं के माध्यम से खुदाई कराते हैं लिहाजा दूर-दूर से लाकर इन मजदूरों को इसी इलाके में अवैध अस्थाई आवास बनाकर रखा जाता है जब कार्यवाही शुरू हुई तो यह आशियाने भी उजड़ गए और मजदूरों को अपना सामान समेटकर भागना पड़ा हालांकि जिला प्रशासन ने मजदूरों को परेशान नहीं किया उन्हें अपना सामान निकाल कर ले जाने का आदेश दिया और मजदूर अपना खाने-पीने का राशन उत्खनन में प्रयुक्त होने वाले औजार लेकर सरकोहां अपने अपने घरों की ओर रवाना होने लगे पर उनके आनेे जाने का कोई प्रबंध नहीं था जो लो उन्हें लेकर आए थे ना उन्हें व्यवस्था की ना प्रशासनिक अधिकारियों ने श्री मजदूर अपने बच्चों को लेकर परेशान होते रहे
यह है पूरा मामला
बेशकीमती सफेद हीरे का काला कारोबार
हीरा माफिया सरकोहा में खोद रहे सरकारी ओर जंगल की जमीन
चोरी से बेच डालते करोड़ों के हीरे
सरकारी अमला बना मूकदर्शक
पन्ना में हीरा का अवैध उत्खनन कोई नई चीज नहीं है स्वभाविक है बगैर सरकारी महकमे के मिलीभगत से यह हो पाना संभव भी नहीं है सांठगांठ का आलम यह है की पन्ना शहर से 15 किलोमीटर दूर सरकोहा में तो इस समय अंधेर गर्दी मची हुई है सभी जानकारियां होने के बावजूद धड़ल्ले से हीरा की खदान संचालित कराई जाती है माफिया इतने बेखौफ है कि अब तो उन्होंने जंगल की जमीन पर ही कब जा कर दूसरों को 50 हजार प्रति खदान के हिसाब से बेचना शुरू कर दिया है यह दबंग लोग सरेआम जंगल की जमीन में खखरी बनाकर पहले कब्जा करते हैं फिर इसी जमीन पर हीरो की खदान ए संचालित कर रहे और जो खूबसूरत बेशकीमती हीरे मिलते हैं इसमें सरकारी कार्यालय में जमा करने के बजाए काले बाजार में बेच देते हैं जिससे राजस्व का भारी नुकसान होता है वही जंगल की जमीन में अवैध उत्खनन होने से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है
खाखरी बनाकर किया कब्जा रास्ता बंद
स्थानीय देवेंद्र यादव ने बताया कि सरकोहा गांव के ही सुरेंद्र यादव , मंजा यादव और अन्य ने करीब 35 एकड़ जंगल और राजस्व की जमीन में कब्जा कर लिया है और रास्ता भी बंद कर दिया अवैध हीरा खदान संचालित कराई जा रहे हैं है जबकि इस जमीन का संयुक्त सीमांकन हो चुका है उसके पास मात्र 5 एकड़ का कब्जा पट्टा है है और 40 से अधिक एकड़ में कब्जा कर हीरा खदाने संचालित कराई जा रही है इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन वन विभाग एवं अन्य लोगों से की गई पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है शिकायत के बाद भी कार्यवाही ना होना चिंता का विषय है
6 लाख में दी किराए से खदान
सरकारी और जंगल की जमीन में पहले कब्जा कर यही जमीन अवैध उत्खनन के लिए किराए पर दे दी जाती है हाल ही में बृजपुर के एक व्यापारी को 6लाख में 25 बाई 25 के 6 प्लाट हीरा निकलने के लिए किराए से दिए हैं जिसमें काम संचालित कर दिया गया
खखरी के लिए पहाड़ से खोदे पत्थर
खखरी यानी पत्थर की बाल बना कर जंगल की जमीन में कब्जा करने के लिए पास की पहाड़ी से पत्थर खोदे जा रही है जिससे कई पेड़ भी काट डाले जंगल में सरेआम हो रहे खनन और पर्यावरण के नुकसान पर विश्रामगंज रेंज के कर्मचारी जानकारी होने के बावजूद इसे नजरअंदाज कर रहे हैं और मामले को छुपा रहे
बेरहमी से किये जा रहे हीरे का अवैध उत्खनन गंभीर चिंता का विषय है और तब जब शिकायतों के बावजूद प्रशासन कार्यवाही नहीं करता तो जिम्मेदार लोगों की नियत पर प्रश्न उठना लाजमी है वन विभाग एक और किसानों को खेती करने पर उनके ट्रैक्टर जप्त कर लेता है और इस मामले में कार्यवाही न करना उनकी नियत पर खोट दर्शाता है उम्मीद है अब बड़े जिम्मेदार अधिकारी ऐसे मामलों पर कार्यवाही कराएंगे
इनका कहना है,,,
मैंने रेंजर बिश्रमगंज और एसडीओ को मौके पर जांच कर कार्यवाही करने को कहा है जरूरत पड़ेगी तो मैं स्वयं जाऊंगा कुछ लोग इसे राजस्व जमीन बता रहे हैं और पत्थर हीरा खदानों से लाए जाने की जानकारी है मैं कलेक्टर को इस जमीन के संयुक्त सीमांकन का पत्र भी लिख रहा हूं
गौरव शर्मा
वनमंडल अधिकारी उत्तर वन मंडल पन्ना