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पन्ना की कांग्रेस अध्यक्ष शारदा पाठक के जेष्ठ पुत्र का निधन,

पन्ना जिले की कांग्रेस अध्यक्ष शारदा पाठक के जेष्ठ पुत्र का निधन

मिलनसार और प्रतिभावान था अनुराग

अनुराग दीप के जीवित अवस्था का चित्र

(शिवकुमार त्रिपाठी) कांग्रेश पार्टी की नवनियुक्त जिलाध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक के जेष्ठ पुत्र अनुराग दीप पाठक का सड़क दुर्घटना में निधन हो गया है 35 वर्षीय अनुराग दीप न्देवेंद्रनगर तहसील की देवरीगढ़ी हल्के में पटवारी पद पर पदस्थ थे उनका एक्सीडेंट देर रात मोहन निवास चौराहे में हुआ उन्हें घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय ले जाया गया प्राथमिक उपचार चल ही रहा था कि हृदय गति रुक गई शारदा पाठक के परिवार में पड़े इस वज्रपात से पूरा परिवार टूट गया है

अनुराग

इस हृदय विदारक घटना से चाहने वालों मैं शोक व्याप्त हो गया जैसे ही इस घटना की जानकारी लगते ही  बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए अनुराग दीप की अंत्येष्टि सुबह स्थानीय मुक्तिधाम में की जाएगी नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष शारदा पाठक के 2 बेटे थे  होनहार अनुराग दीप उर्फ अन्नू ने अभी हाल में psc का प्री एक्जाम अच्छे नंबरों से पास की है मेंस की तैयारी कर रहा था,,वह मिलनसार और प्रतिभावान थे

पन्ना शहर के चारों मरीज

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में 1 माह से अधिक समय बाद फिर कोरोना के नए पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं जिससे स्वास्थ्य महकमे में फिर हड़कंप मच गया जहां अगस्त के महीने में कोरोना तीसरी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही थी वही इन 4 मरीजों के मिलने से इस संभावना को और मजबूत कर दिया है अनलॉक होने के बाद जहां लोग बेहद लापरवाह हो गए हैं वहीं कोरोनावायरस धीरे धीरे फिर पैर पसारने लगा है आज पन्ना शहर में चार नए मरीज पाए गए हैं जो बाहर किसी काम से गए थे और पन्ना लौट कर आए हैं इनका कोरोला टेस्ट कराया गया और सभी चारों मरीज पॉजिटिव पाए गए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आर एस पांडे ने 4 मरीजों के पॉजिटिव पाये जाने की पुष्टि की है वहीं सिविल सर्जन डॉक्टर  एलके तिवारी ने बताया कि सभी चारों मरीज से पन्ना शहर के रहने वाले हैं उन्हें जिला चिकित्सालय में भर्ती करा दिया गया है LK तिवारी अपनी टीम के साथ कुपोषित क्षेत्र चांदमारी में बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे थे उन्होंने कहा की निश्चित ही पन्ना में मरीजों की संख्या बढ़ने के आसान है लिहाजा लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए यदि कोरोनावायरस से बचना है तो सभी लोगों को कोरोला एप्रोप्रियेट बिहेवियर अपनाना होगा यानी मास्क सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है तभी लोग कोरोनावायरस से बच सकते हैं

 

सावधानी जरूरी

अनलॉक के बाद होटल दुकान बजाज ऑफिस और यहां तक कि उन सभी स्थानों में लोगों ने मास्क लगाना बंद कर दिया है जहां खूब भीड़ होती है इसी कारण शहर में कोरोना पहले की ज्यादा संभावना रहती है इसलिए कोरोना से बचने के लिए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत जरूरी है और मास्क लगाएंगे तभी इस खतरनाक महामारी से बच जाए पाएंगे क्योंकि पूरा देश तीसरी लहर की संभावना व्यक्ति कर रहा है पन्ना ने दूसरी लहर में खतरनाक परिणाम देखे हैं जिसमें कई परिवारों ने अपने परिजनों गार्जियंस को खोया है

सड़क पर लाश रखकर हंगामा और जाम

मंटोला के पास एक्सीडेंट,हुआ था, ,,,

दुबहिया निवासी उमेश मिश्रा की मौत 

 

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना नेशनल हाईवे 39 में 3 घंटे से युवक की लाश रखकर ग्रामीणों ने जाम लगा दिया है और हंगामा कर रहे हैं देवेंद्रनगर के पास मंटोला के नजदीक जाम लगा हुआ है भारी हंगामे को देखकर पुलिस बल तैनात किया गया है ग्रामीण इस बात से आक्रोशित हैं कि बीते 2 दिन पूर्व हुए एक एक्सीडेंट में युवक को मारा गया था और इसके बाद गाड़ी में आग लगा दी और जल्दी गाड़ी पर उस युवक को फेंक दिया जिसकी इलाज के दौरान सतना में मौत हो गई है

घटनास्थल में बयान दर्ज कर ग्रामीणों को मनाने में जुटे पुलिस अधिकारी

उसी की लाश को रखकर ग्रामीण हंगामा कर रहे हैं मृतक दुबहिया निवासी उमेश मिश्रा है  जबकि जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया वह दोनोंं युवक राजनीतिक प्रभाव के बतलााए जा रहे हैं लाश रखकर सड़क पर जाम लगाकर हंगामा कर रहे परिजन और ग्रामीण हत्या का मामला दर्ज दर्ज करने मांग कर रहे हैं प्रशासन नेे परिजनों आश्वासन दिया है कि वैधानिक कार्यवाहीी की परिजनों के बयान दर्ज करना शुरू कर दिया गया है पर अभी भी जाम जारी रहा

मौके पर जानकारी देते हुए देवेंद्रनगर तहसीलदार राजेंद्र कुमार मिश्रा

देवेन्द्रनगर तहसीलदार राजेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि परिजन कार्यवाही से संतुष्ट नहीं है इसलिए उनको मनाने का प्रयास किया जा रहा है मौके पर परिजनों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं इस शर्त पर परिजन अंत्येष्टि करने को तैयार हो गए हैं जब सभी के बयान दर्ज कर लिए जाएंगे तो ग्रामीण मृतक का अंतिम संस्कार करेंगे

 

 

 

3 आरोपियों को डबल उम्र कैद 2 को उम्रकैद

शिवकुमार त्रिपाठी

फाइल फोटो श्रेयांश और प्रियांश

चित्रकूट के बहुचर्चित मासूम अपहरण और हत्याकांड में अदालत ने  फैसला सुनाया है जिसमे सभी पांचों आरोपी पद्मकांत शुक्ला, रजीव तोमर, लकी तोमर, पिंटा यादव विक्रमजीत को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई है, सतना के जिला अपर सत्र न्यायाधीश (ADJ) प्रदीप कुशवाह की अदालत ने सज़ा सजा सुनाते समय  रेयरेस्ट टू रेयर केस माना है, हत्यारों  ने 12 फरवरी 2019 को चित्रकूट में मासूम श्रेयांश व प्रियांश को अपहरण कर मौत के घाट उतारा था ।

चित्रकूट के सबसे बड़े और बहुचर्चित श्रेयांश  प्रियांश अपहरण कांड में सभी हत्यारों ने एक बद्ध होकर चलती हुई स्कूल बस से अपहरण कर लिया था और एक मोटरसाइकिल से दोनों बच्चों को लेकर भाग गए फिर नशा देकर बेहोशी की हालत में एक कमरे में बंद कर दिया था और कई दिन तक रखें रहे इसके बाद 20 लाख फिरौती वसूलने के बावजूद इन दोनों बच्चों की हत्या कर दी दिल दहला देने वाली घटना का तब खुलासा हुआ जब जंजीरों में बंधी हुई दोनों बच्चों की लाश बांदा के पास केन नदी की में पाई गई यूपी और एमपी पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी चित्रकूट में इस घटना से हलचल पैदा हो गई थी और हालात बिगड़ने लगे जब लोगों का आक्रोश फूट कर सामने आने लगा लिहाजा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस ने इस बहुचर्चित मासूम अपहरण और हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया तब कहीं मामला खुल सका पिता बृजेश रावत चित्रकूट के चर्चित तेल व्यापारी है अपनी कठिन मेहनत से 20 साल में अच्छा रोजगार जमाया था, यही पैसा देखकर मुजरिमों ने इस हत्याकांड से पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया था सभी को इस फैसले का इंतजार था आज फैसला आने के बाद पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली है

पार्टी अध्यक्ष के साथ चांदमारी बस्ती पहुंचे कांग्रेसी, बच्चो की मौत पर जताया शोक
मृत बच्चो के परिवारों को एक एक लाख रूपये की सहायता राशि मिले : श्रीमती पाठक
गरीब आदिवासियों को इंसाफ दिलाने के लिये संघर्ष करेगी कांग्रेस


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शिवकुमार त्रिपाठी

तीन मासूमों की एक हफ्ते के भीतर हुई मौत के बाद सुर्खियों में आये जिला पंचायत मुख्यालय से लगी ग्राम पंचायत पुरूषोत्तमपुर से लगी चांदमारी बस्ती में निवासरत एक सवा दो साल के बच्चे की बीते दिवस मौत हो गयी, जिसके बाद इस बस्ती में फिर से मातम छाया हुआ है। जिस चौथे मासूम बच्चे की मौत हुई है वह कुपोषित तथा टीबी की बीमारी से पीडि़त था। छोटी सी आदिवासी बस्ती में निवासरत ७० से अधिक आदिवासी खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित पाये गये है आदिवासी बस्ती में सड़क, नालियां तथा सफाई के प्रबंध नही होने से गंदगी की वजह से गरीब आदिवासियों एवं उनके बच्चों को बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। जिन ४ मासूम बच्चों की मौत हुई है उनमें से दो मासूम बच्चों को टीबी जैसी बीमारी का होना भी पाया गया है। आदिवासी बस्ती में अब तक ४ मासूमों की मौत के बाद जिला कांग्रेस कमेटी की नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक आज पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ चांदमारी बस्ती पहुंची जहां पर उन्होने गत दिवस मृत हुये बच्चे सत्यम आदिवासी के माता पिता से मुलाकात की तथा पूर्व में मृत तीन अन्य बच्चों के घर तक पहुंचकर दुख जताया गया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा ग्रामीण आदिवासियों से बातचीत की गई तथा कहा गया कि जिन बच्चो की मौत हुई है उसका कारण भूख और कुपोषण है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जो अपने आप को मामा बताते है उनके राज्य में पन्ना शहर से लगी छोटी सी आदिवासी बस्ती के हालात सरकार की व्यवस्थाओं की कलई खोलने वाले है। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार द्वारा आदिवासी तथा गरीब भूखे न रहे इसके लिये खाद्य सुरक्षा कानून बनाया गया था किंतु दुर्भाग्य की बात यह है कि इस छोटी सी बस्ती में ७० से अधिक ऐसे आदिवासी है जिन्हें आज तक खाद्यान्न नही मिला है उनके पास जरूरी कागजात तक नही बनाये गये है वृद्ध एवं वेवा महिलाएं कागजो के आभाव में सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से वंचित हो रही है। चांदमारी बस्ती के साथ पूरे जिले में आदिवासियों एवं गरीबों के साथ इसी तरह से अन्याय हो रहा है। श्रीमती शारदा पाठक ने कहा कि हमारी सरकार एवं जिला प्रशासन से मांग है कि चांदमारी बस्ती में निवासरत जिन बच्चों की असमय मौत हुई है उसकी उच्चस्तरिय जांच हो,दोषियों की जिम्मेदारी तय करते हुये उन पर कार्यवाही की जाये साथ ही साथ मृत बच्चो के परिवारों को एक एक लाख रूपये की कम से कम सहायता राशि दी जाये। साथ ही साथ यह सुनिश्चित किया जाये कि यहां पर रहने वाले लोगो एवं गरीब आदिवासियों के आधार कार्ड, समग्र आईडी, वोटर आईडी, बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र, जिन बेवा महिलाओं के पतियों के मृत्यु प्रमाणपत्र बनाये जाये तथा बस्ती में बुनियादी सड़क पानी की व्यवस्थाएं की जाये तथा गरीब आदिवासियों के रोजगार के प्रबंध हों। उन्होने कहा कि सोमवार को इस पूरे मामलें को लेकर बस्ती के आदिवासियों के साथ कांग्रेस पार्टी जिला कलेक्टर से मुलाकात करेगी। इस मौके पर उपस्थित कांग्रेस पार्टी के जनपद अध्यक्ष अजयगढ़ भरत मिलन पाण्डेय, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शिवजीत सिंह भैयाराजा, डीके दुबे, पवन जैन, मनीष मिश्रा, दीपक तिवारी, वैभव थापक, सुनील अवस्थी, इल्यास राईन(मिस्टर राईन), नृपेन्द्र सिंह, मृगेन्द्र सिंह, अक्षय तिवारी, रेहान खान, मनोज गुप्ता, मनोज त्रिपाठी, दारा आदिवासी, जयराम यादव, मनोस सेन, राजू यादव, सोलू पाण्डेय, देबू आदिवासी, राजाबाबू पटेल, सुनील रजक, सत्यम पाण्डेय, इजाज मोहम्मद, फैज मोहम्मद, फैयाज मोहम्मद सहित कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

गुरु के द्वार शिष्यों की भीड़

फेसबुक और व्हाट्सएप में गुरु पूर्णिमा की दृश्य

गुरु के चरणों में नतमस्तक

(शिवकुमार त्रिपाठी) गुरू पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरूजनों को समर्पित परम्परा है जिन्होंने कर्म योग आधारित व्यक्तित्व विकास और प्रबुद्ध करने, बहुत कम अथवा बिना किसी मौद्रिक खर्चे के अपनी बुद्धिमता को साझा करने के लिए तैयार हों। इसको भारत, नेपाल और भूटान में हिन्दू, जैन और बोद्ध धर्म के अनुयायी उत्सव के रूप में मनाते हैं। यह पर्व हिन्दूबोद्ध और जैनअपने आध्यात्मिक शिक्षकों / अधिनायकों के सम्मान और उन्हें अपनी कृतज्ञता दिखाने के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू पंचांग के हिन्दू माह आषाढ़ की पूर्णिमा (जून-जुलाई) मनाया जाता है।ऐसा भी माना जाता है कि व्यास पूर्णिमा वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। 

आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरु पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरम्भ में आती है। इस दिन से चार महीने तक परिव्राजक साधु-सन्त एक ही स्थान पर रहकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं। ये चार महीने मौसम की दृष्टि से भी सर्वश्रेष्ठ होते हैं। न अधिक गर्मी और न अधिक सर्दी। इसलिए अध्ययन के लिए उपयुक्त माने गए हैं। जैसे सूर्य के ताप से तप्त भूमि को वर्षा से शीतलता एवं फसल पैदा करने की शक्ति मिलती है, वैसे ही गुरु-चरणों में उपस्थित साधकों को ज्ञान, शान्ति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है।

यह दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्मदिन भी है। वे संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे। उनका एक नाम वेद व्यास भी है। उन्हें आदिगुरु कहा जाता है और उनके सम्मान में गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है। भक्तिकाल के संत घीसादास का भी जन्म इसी दिन हुआ था वे कबीरदास के शिष्य थे।

शास्त्रों में गु का अर्थ बताया गया है- अंधकार या मूल अज्ञान और रु का का अर्थ किया गया है- उसका निरोधक। गुरु को गुरु इसलिए कहा जाता है कि वह अज्ञान तिमिर का ज्ञानांजन-शलाका से निवारण कर देता है।अर्थात अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाले को ‘गुरु’ कहा जाता है।

RSS ध्वज को मानता है गुरु

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में गुरु पूर्णिमा बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है देश के लिए समर्पित भाव से काम करने वाले इस संगठन अपना गुरु भगवा ध्वज को माना है सभी स्वयंसेवक दिन ध्वज पूजन करते हैं और अपनी श्रद्धा शक्ति के हिसाब से दक्षिणा देकर संगठन को मजबूत करते हैं

चित्रकूट में शिष्य पहुंचे गुरु के द्वार

भगवान राम चित्रकूट में रहे 12 वर्ष तक कठिन साधना की और शक्ति अर्जित कर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े वैदिक काल से ही इस स्थान का धार्मिक महत्व है मंदाकिनी स्नान और कामतानाथ की परिक्रमा कर आज शिष्यों ने अपने गुरुओं की पूजा की और सुखद जीवन का आशीर्वाद प्राप्त किया

बागेश्वर धाम में 3 दिन का गुरु पूर्णिमा महोत्सव

बुंदेलखंड के बीते कुछ दिनों से सबसे बड़े आस्था का केंद्र बागेश्वर धाम गढ़ा गंज में आचार्य श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज के आयोजन में 3 दिन का गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जा रहा है जिसमें पूरे देश से भक्तगण पहुंचा रहे हैं आज सामूहिक गुरु दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने गुरु दीक्षा ग्रहण की और यह कार्यक्रम 3 दिन तक चलेगा जिसमें विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है

बागेश्वर धाम में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें दूर-दूर से प्रसिद्ध एवं सिद्धि प्राप्त संत महात्मा पहुंचे

फेसबुक से गुरु पूर्णिमा महोत्सव

सभी लोग आज अपने गुरु की आस्था के साथ पूजा कर फेसबुक में फोटो डाल रहे जो लोग प्रत्यक्ष रूप से अपने गुरु के पास नहीं पहुंच पाए उन्होंने पुरानी फोटो ही फेसबुक में पोस्ट की और अपने गुरुजनों को स्मरण किया

गृहस्थी संत पंडित देव प्रभाकर शास्त्री अब इस दुनिया में नहीं है पर उनके अनुयायियों ने फेसबुक में फोटो डालकर दद्दा को स्मरण किया

फेसबुक के माध्यम से गुरु पूर्णिमा की बधाई

शिष्यों ने अपने गुरु की पादुका पूजन किया

 

माँ ही पूर्ण गुरु 

व्यक्ति को जीवन में प्रथम शिक्षा मां से ही मिलती है यानी प्रथम गुरु मां ही है माता का महत्व पुराणों में भी बताया गया है “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी” यानी मां का महत्व दुनिया में सबसे बढ़कर है मां ही व्यक्ति के जीवन में पूर्ण गुरु का दर्जा रखती है इसलिए अपनी माता का सम्मान सबसे पहले हर व्यक्ति को करना चाहिए जिसने ऐसा नहीं किया उन्हें वह सब नहीं मिला जिसके वेे हकदार है

 

महारानी जीतेश्वरी को नही मिली जमानत, जेल पहुची

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना के ऐतिहासिक श्री जुगल किशोर जी मंदिर के गर्भग्रह में घुसकर आरती बुझाने और व्यवधान डालने की मामले में कैमरे में सरेआम कैद हुई जीतेश्वरी कुमारी को जेल की हवा खानी पड़ी है है मंदिर के सबसे बड़े पर्व जन्माष्टमी के अवसर पर पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी अचानक चौर डुलाने के दौरान गर्भगृह में घुस गई और उन्होंने अमर्यादित आचरण किया जिससे लोगों में भारी आक्रोश है, देर रात घटित इस घटना से पन्ना में हर जगह राजपरिवार की थू-थू हो रही है और इस प्रतिष्ठित परिवार की इज्जत को धक्का लगा है क्योंकि जन्माष्टमी के दौरान यह घटना घटी जब भारी संख्या में मंदिर परिसर में श्रद्धालु मौजूद थे वह अचानक चौर हिलाकर पुजारी से अभद्रता करने लगी और बदसलू की

इस दौरान मौजूद श्रद्धालुओं और पुलिस ने किसी तरह से जीतेश्वरी कुमारी को बाहर निकाला जिस पर मुसद्दी और श्रद्धालुओं ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है धारा 295A तथा 353 यानी शासकीय कार्य में बाधा और धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया गया है

 

ऐतिहासिक श्री जुगल किशोर जी मंदिर के गर्भ ग्रह में घुसकर उपद्रव करने के मामले में गिरफ्तार पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को जेल भेज दिया गया है पुलिस ने आज शासकीय कार्य में बाधा एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में गिरफ्तार कर  सीजेएम की अदालत में पेश किया  और उनके अपराध की हिस्ट्री भी लगाई गई जिस पर विचरण करने के बाद मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट की अदालत ने जमानत खारिज करते हुए जेल भेज दिया अब कम से कम तीन दिन  जेल में ही बिताने पड़ेंगे
कभी डायमंड किंग के नाम से मशहूर इस राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी आए दिन अभद्र आचरण करती रहती हैं इसी का परिणाम है कि इन्हें दूसरी बार अब जेल जाना पड़ा है उनके वकीलों ने खूब अरगुमेंट की पर न्यायालय ने उनके व्यवहार और प्रवृत्ति को देखते हुए जमानत निरस्त कर जेल भेज दिया इस बीच जीतेश्वरी कुमारी ने कहा कि मुझे षड्यंत्र के तहत फसाया गया है

उनके वकील मुन्नालाल अवस्थी ने बताया  कि हमने प्रयास किया पर हमारे क्लाइंट की जमानत निरस्त कर दी गई है अब पुनः अग्रिम अदालत में जमानत पेस करेंगे हमें उम्मीद है कि अगली अदालत से जमानत मिल जाएगी

ज्ञात हो की सबसे प्रसिद्ध मंदिर में जीतेश्वरी कुमारी द्वारा किया गया आचरण की हर जगह निंदा हो रही है लोगों में भारी आक्रोश है अभद्र आचरण की आदि जीतेश्वरी कुमारी को ऊपरी अदालत से जमानत नहीं मिल जाती तब तक पन्ना अप जेल में ही रहना पड़ेगा

 

•जीतेश्वरी को नहीं है पछतावा जेल जाते समय कहा षड्यंत्र के तहत फसाया

महाराज स्वर्गीय राघवेंद्र सिंह जूदेव की मृत्यु के बाद इस परिवार के विवाद थमने की उम्मीद जगी थी उन्होंने जीते जी माँ राजमाता दिलहर कुमारी एवं पत्नी जीतेश्वरी कुमारी के बीच सुलह कराने की खूब प्रयास किए पर वह एकता नहीं करा पाए यह परिवार राजमाता दिलहर कुमारी ,जीतेश्वरी कुमारी ,राजकुमारी कृष्णा कुमारी एवं स्वर्गीय महाराज लोकेंद्र सिंह जूदेव के बीच हमेशा विवादों में बना रहा लेकिन अब इस विवाद के थमने की उम्मीद थी उनके पुरुष उत्तराधिकारी छत्रसाल हैं जो सभी को साथ में लेकर चलने का प्रयास करते हैं पर जीतेश्वरी कुमारी अपने परिवार में लड़ते-लड़ते अचानक मंदिर में अभद्र आचरण कर बैठी जिससे श्रद्धालु और आम लोगों में भारी आक्रोश है इस परिवार में हमेशा विवाद तो होते रहे हैं मां- बेटा, पिता -पुत्र, भाई -बहन ,चाचा -भतीजे , सास बहू के रिश्ते तो तार तार होते रहे हैं लेकिन अब भगवान की आस्था को भी इन्होंने तार तार कर दिया जिससे श्रद्धालु दुखी है हर जगह जीतेश्वरी कुमारी के इस कृति की निंदा हो रही

 

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राजमाता दिलहर कुमारी ने किया था जमानत का विरोध

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को 5 दिन बाद जमानत मिल गई है जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत से आज फैसला आया है शाम को अदालत ने जमानत देने का जैसे ही आदेश पारित किया जिसके बाद महारानी जीतेश्वरी कुमारी के परिजनों खुशी की लहर दौड़ गई महारानी के वकील एम एल अवस्थी एवं बृजभान यादव ने बताया कि आज शाम डीजे कोट से जमानत पर रिहा करने आदेश पारित किया गया है आज शाम को ही महारानी पन्ना जेल से 27 जुला2021  को जेल से बाहर आ गई 

अभिरक्षा में जीतेश्वरी कुमारी

 

 

क्या था मामला,, पूरा घटनाक्रम

 

राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को जमानत नहीं मिली है इस कारण उन्हें अब 26 जुलाई तक जेल में ही रहना होगा उनके वकीलों ने जमानत कराने की खूब कोशिश की पर भी सफल नहीं हुए क्योंकि जिला एवं सत्र न्यायाधीश छुट्टी पर है इस कारण उनकी जमानत पर सुनवाई ही नहीं हो सकी अब 26 जुलाई 2021 को ही जमानत पर सुनवाई होगी महारानी के वकील एम एल अवस्थी ने बताया कि जिला सत्र न्यायाधीश की छुट्टी में होने के कारण हमने एडीजे न्यायालय में बेल एप्लीकेशन लगाई थी पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने जमानत अर्जी पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया इस कारण जमानत आवेदन पर विचार ही नहीं हुआ हमारे मुवक्किल को आगे जेल में ही रहना पड़ेगा वकील एमएल अवस्थी ने कहा की बहुत छोटा मामला है पुराना पारिवारिक विवाद है हमारी मुवक्किल की प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए परिवारी जनों ने षड्यंत्र रचा है और मेरी मुवक्किल को प्रताड़ित किया जा रहा है उन्होंने उम्मीद जताई कि सोमवार को जमानत अवश्य मिल जाएगी

पन्ना राजपरिवार का विवाद फिर सामने

महाराजा यादवेद्र सिंह की प्रतिष्ठा धूमिल कर रहे हैं वंशज

 

महारानी जीतेश्वरी कुमारी गिरफ्तार, जमानत न मिलने से पहुंची जेल

गिरफ्तारी के बाद पुलिस अभिरक्षा में जीतेस्वरी

 करोड़ों के हीरो केे मालिक पन्ना राजपरिवार का संपत्ति विवाद कोई नई बात नहीं है बीते दो दशक से वरिष्ठ सदस्य आमने-सामने हैं लेकिन महाराजा की मौत के बाद कुछ दिनों की शांति के बाद यह विवाद फिर सामने आया है जिसमें पन्ना राजपरिवार की सबसे वरिष्ठ सदस्य राजमाता दिलहर कुमारी की शिकायत पर पुलिस ने महारानी जीतेेश्वरी कुमारी , उनके पति महाराज राघवेंद्र सिंह, पुुत्र , बेटियों और अन्य लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, मारपीट ,गाली-गलौज ,धमकी घर में अवैध प्रवेश सहित विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया है जिसमें जीतेश्वरी कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया  और पुलिस नेे इन्हें न्यायालय में पेश किया  है जहांंं सीजेएम की अदालत नेेेेेेे जमानत खारिज करते न्यायिक अभिरक्षा में भेेज दिया

फाइल फोटो – राघवेंद्र सिंह एवं जीतेश्वरी कुमारी

क्या हुई FIR

राजमाता दिलहर कुमारी ने एक माह पूर्व कोतवाली पन्ना में FIR दर्ज कराई है कि शराब के नशे में एक राय होकर छह आरोपी आए और उनके घर में प्रवेश कर दरवाजे, पाइपलाइन में तोड़फोड़ की तथा जान से मारने की धमकी देकर चले गए हाथ में अवैध कट्टा लिए हुए थे जिससे उनको जान का खतरा है यह रिपोर्ट एक मां दिलहर कुमारी ने अपने पुत्र राघवेंद्र सिंह, पुत्रवधू जितेशवरी कुमारी, एकमात्र नाती एवं 2 नातिनो के खिलाफ लिखाई है जिसमें एक अन्य आरोपी सलीम खान भी हैं जो जितेशवरी कुमारी का खास है जिसे पहले गिरफ्तार कर लिया गया था अब जमानत पर रिहा है

अभिरक्षा में जीतेश्वरी कुमारी

वही गिरफ्तारी के बाद जीतेस्वरी कुमारी ने  मामले को झूठी  कार्यवाही बताया है कहा साजिश के तहत कार्यवाही की जा रही जमानत खारिज होने और  जेल भेजे जाने के बाद उनके वकील एम एल अवस्थी एवं बृजभान यादव ने बताया कि

विवाद की एक और किरदार कृष्णा कुमारी

फाइल फोटो कृष्णा कुमारी

पन्ना राजपरिवार का विवादों से चोली-दामन का साथ हो गया है झगड़ा-फसाद आम बात है कई बार मामले थानों से से होते हुए न्यायालयों तक पहुंची जिसकी कई किरदार है जिसमें एक अहम किरदार पन्ना राजपरिवार की राजकुमारी कृष्णा कुमारी भी है जो महाराजा राघवेंद्र की बहन एवं महाराज राजमाता तिलहर कुमारी की पुत्री है जो अपने मां के साथ ही रह रही हैं और संपत्ति में अधिक अपना अधिकार जताती है राजकुमारी कृष्णा कुमारी की शादी 1995 में कोटी हिमाचल प्रदेश में हुआ था शादी के कुछ समय बाद से ही पारिवारिक कलह शुरू हो गई और 10 बर्ष मैं ही उनकी शादी टूट कर तलाक हो गया वे आकर पन्ना में रहने लगी मां उन्हें संपत्ति का हिस्सा देखना चाहती है पर भाई और भाभी को रास नहीं आ रहा इस कारण और भी विवाद होते रहते हैं इसलिए राज महल की विवादों में कृष्णा कुमारी का अहम किरदार होना भाभी बताती रही है विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब बाहरगंज कोठी में जीतेश्वरी कुमारी ने कृष्णा कुमारी के साथ मारपीट की और बाल पकड़कर सर दीवाल पर मार दिया इस मामले में जीती श्रीकुमारी को छह माह की सजा भी हुई थी जो बाद में ऊंची अदालत से बरी हो गई कृष्णा कुमारी राजमाता दिलहर कुमारी इस सबसे चहेती है

 

महारानी के अधिवक्ता MLअवस्थी एवं बृजभान यादवमहारानी जितेशवरी कुमारी अपने महल में थी तब झूठा मामला दर्ज करा दिया गया उनको राजनीतिक नुकसान पहुंचाने की नियत से और छवि को खराब करने के उद्देश्य झूठा मामला दर्ज कराया है जितेशवरी कुमारी के वकील बृजभान यादव ने आगे कहा कि गिरफ्तारी के बाद प्रताड़ित किया गया है और शरीर में चोट के निशान है उन्होंने कहा कि हमारे मुवक्किल को परेशान और प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य साजिश रची जा रही है हम आज ही ऊपरी अदालत में जमानत की अर्जी दे रहे हैं

क्या है राज परिवार का संपत्ति विवाद

फाइल फोटो राजमाता दिलहर कुमारी

पन्ना राजपरिवार आजाद भारत के पूर्व एक प्रतिष्ठित राजपरिवारो में था इनकी धाक दूर-दूर तक थी महाराजा छत्रसाल के वंशजों के पास हीरो की अकूत संपत्ति है इसी संपत्ति को पाने के लिए सभी सदस्य एक दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं जिसको लेकर मां-पुत्र, सास – बहू , देवर और भाभी का परिवार आपस में लड़ रहा है राजमहल के अलग-अलग हिस्से में इन लोगों का कब्जा है और कई मामले पन्ना के न्यायालयों में विचाराधीन हैं

राजपरिवार का इतिहास

फाइल फोटो – दिलहर कुमारी की पुत्री राजकुमारी कृष्णा कुमारी

महाप्रतापी, बुंदेलकेसरी महाराजा छत्रसाल के वंशज पन्ना राजपरिवार के अंतिम वैधानिक शासक महाराज यादवेंद्र सिंह थे उनके पुत्र नरेंद्र सिंह जूदेव की अच्छी प्रतिष्ठा रही उनके दो पुत्र महाराज मानवेंद्र सिंह और लोकेंद्र सिंह हुए, मानवेंद्र सिंह की पत्नी राजमाता दिलहर कुमारी है जिनकी दो संताने महाराज राघवेंद्र सिंह एवं राजकुमारी कृष्णा कुमारी है दिलहर कुमारी की बहू जीतेस्वरी कुमारी और उनकी तीन संताने 1 पुत्र एवं दो पुत्रियां है वही महाराज नरेंद्र सिंह के दूसरे पुत्र लोकेंद्र सिंह थे जिनकी मृत्यु 2020 में हुई पन्ना टाइगर रिजर्व के संस्थापक, सांसद और विधायक हुए उनकी पत्नी महारानी इंदिरा कुमारी एवं पुत्री कामाख्या कुमारी है जो नागौद राजपरिवार से ताल्लुक रखती है वर्तमान में राजमहल की संपत्ति मैं दावा करने वाले तीन गुट है पहला गुट दिलहर कुमारी और कृष्णा कुमारी का है कृष्णा कुमारी तलाक के बाद अपनी मां के साथ मुख्य महल में रह रही है, दूसरा गुट राघवेंद्र सिंह और जितेशवरी कुमारी तथा तीसरा गुट लोकेंद्र सिंह की पत्नी इंदिरा कुमारी एवं कामाख्या कुमारी का है जो राज महल और इनकी संपत्तियों में अपना अधिकार जता रहे हैं इसी को पाने के लिए इस प्रतिष्ठित परिवार के लोग आमने सामने हैं इनकी प्रतिष्ठा राजमहल की चार दिवारी लांघ सड़कों पर आ रही है 

विवादों का इतिहास

फाइल फोटो - स्वर्गीय लोकेंद्र सिंह जूदेव

फाइल फोटो महाराज लोकेंद्र सिंह जूदेव

-संपत्ति को लेकर पन्ना का यह सबसे प्रतिष्ठित परिवार बीते दो दशक से एक दूसरे का दुश्मन बना हुआ है इस परिवार में मां- बेटा, सास-बहू, भाई-बहन के भी रिश्ते तार-तार हो रहे है क्योंकि इसके पूर्व भी कई बार ऐसी मारपीट गाली-गलौज उपद्रव, संपत्ति हड़पने के आरोप लगते और लगाते रहे हैं जिसमें मां दिलहर कुमारी की  शिकायत पर बेटा राघवेंद्र 1 वर्ष तक तिहाड़ जेल में रहा है इसी तरह मारपीट के एक मामले में जीतेश्वरी कुमारी को पहले सजा हुई बाद में ऊपरी अदालत से बरी हो गई

फहग्

लोक अभियोजक द्वारा मामले की दी गई जानकारी

 

कार्यालय-जिला लोक अभियोजन अधिकारी,जिला-पन्‍ना के मी.से.प्र./सहा.जि.लो.अभि.अधि., के द्वारा बताया गया कि,न्‍यायालय श्रीमान् मुख्‍य न्‍यायिक दण्‍डाधिकारी पन्‍ना, द्वारा सुनवाई करते हुये आरोपी जीतेश्‍वरी कुमारी का जमानत आवेदन-पत्र निरस्‍त किया गया।

पुरुषोत्तमपुर उप जेल में कैद महारानी ।

अभियोजन के अनुसार,फरियादिया राजमाता पन्‍ना राज परिवार श्रीमति दिल्‍हर कुमारी पति स्‍व.श्री मानवेन्‍द्र सिंह जू देव उम्र 75 वर्ष निवासी राजम‍ंदिर पैलेस पन्‍ना अपने स्‍टाफ सुरक्षा गार्ड राकेश तिवारी एवं सुरेन्‍द्र सिंह के साथ थाना आकर एक लिखित आवेदन पत्र अपने पुत्र श्री राघवेन्‍द्र सिंह महरानी पुत्रवधू जीतेश्‍वरी देवी एवं पोत्र एवं पौत्रियो तथा सहयोगियों सलीम खान द्वारा दिनांक 19.06.2021 की अर्द्धरात्रि 3 बजे राजमाता के निवास परिसर राजम‍ंदिर पैलेस में गह अतिचार करते हुये नशे की हालत में हाथ में कटटा लेकर गाली गलौच करते हुये महल के दरवाजों व पानी की सप्‍लाई की तोडफोड एवं चौकीदार के साथ मारपीट एवं जान से मार देने की धमकी देने संबंधी प्रस्‍तुत किया। जिस पर थाना कोत. पन्‍ना में अपराध क्र. 597/2021, अन्‍तर्गत धारा 147,148, 149,294,323, 506,458,427 भा.द.सं. एवं 25/27 आर्म्‍स एक्‍ट के अन्‍तगर्त दर्ज किया तथा विवेचना के दौरान आरोपी को गिरफतार कर माननीय न्‍यायालय के समक्ष प्रस्‍तुत किया। माननीय न्‍यायालय द्वारा दोनों पक्षों को सुना गया तथा मामले की गंभीरता को देखते हुये आरोपी का जमानत आवेदन पत्र निरस्‍त कर न्‍यायिक अभिरक्षा में भेज दिया ।

एक आरोपी को मिली जमानत

जमानत में रिहा होने के बाद अपने वकील के साथ सलीम खान1 माह पूर्व दर्ज हुए इसी मामले में सह आरोपी सलीम खान को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जिसको 3 दिन पूर्व जमानत मिल चुकी है अब वह न्यायिक अभिरक्षा से बाहर ह

 

भगवान जगन्नाथ पहुंचे गर्भ ग्रह

पहुंचते ही बरसात शुरू

झमाझम बारिश की उम्मीद

भगवान जगन्नाथ की नयनाभिराम झांकी

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना के ऐतिहासिक जगन्नाथ स्वामी रथ यात्रा की शुरुआत राजाशाही जमाने से हुई है पूरे बुंदेलखंड की प्रथम रथ यात्रा डेढ़ सौ से अधिक वर्ष पुरानी है जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर शुरू हुई इस रथयात्रा का महत्व पूरी के बराबर है बुंदेलखंड के लोग जो जगन्नाथपुरी नहीं जा पाते वह यहां अवश्य आते हैं इस रथयात्रा से कई आस्था और किंबदंती या भी जुड़ी है माना जाता है कि जब भगवान का रथ निकलता है तो बारिश अवश्य होती है भले थोड़ा क्यों न हो लेकिन जब विवाह के बाद भगवान वापस गर्भग्रह में जाते हैं तो झमाझम बारिश शुरू हो जाती है ऐसा ही आज भी हुआ जैसे ही जगत के नाथ दिवाले मैं पहुंचे उमड़ घुमड़ कर बदरा बरसने लगे और बरसात शुरू हो गई शुरू हुई

जोरदार बारिश से उम्मीद

भगवान की गर्भ गृह में पहुंचने से उम्मीद लगाई जा रही है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अब जोरदार बारिश  होगी क्योंकि बीते डेढ़ माह से पन्ना में बिल्कुल भी पानी नहीं बरस रहा है तालाब सूखे पड़े हैं लोगों को आषाढ़ के महीने में भी पीने के पानी की किल्लत है ऐसे में जब भगवान गर्भ गृह में पहुंच गए हैं और चतुर्मास शुरू हो गया तो जोरदार बारिश होगी इसके लक्षण भी दिखाई देने लगे हैं

 

झूठी हुई मौसम विभाग की भविष्यवाणियां

बीते कई दिनों से मौसम विभाग पन्ना शहर में जोरदार बारिश अनुमान बता रहा है लेकिन सभी झूठी साबित हो रही है कई दिनों से लोग टकटकी नगर लगाए बैठे थे पर पानी नहीं बरस रहा था लेकिन जैसे ही आज भगवान जगन्नाथ अपने मंदिर के अंदर गर्भ गृह में पहुंचे जोरदार बारिश शुरु हो गई जो कई दिनों तक चलने की उम्मीद है ज्ञात हो कि पन्ना जिले में रथयात्रा का बड़ा महत्व है इसी रथयात्रा से ही किसान अपनी खेती की शुरुआत करते हैं और रथ यात्रा का ही महत्व है की खेती के लिए अच्छी और जोरदार बारिश होती है उसकी उम्मीद की जा रही है

 

जिला कांग्रेस कमेटी में लंबे समय बाद बदलाव
शारदा पाठक बनी कांग्रेस की जिलाध्यक्ष

( शिवकुमार त्रिपाठी ) (more…)

आश्वासन मीटिंग और घोषणा हो तक सीमित है डायमंड पार्क

20 वर्ष से डायमंड पार्क निर्माण की बाट जोह रहा है पन्ना

कामगारों को मिलेगा रोजगार

सांसद एवं मंत्री को करनी होगी सकारात्मक पहल

बीडी की परखी नजरें

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में हीरा कामगारों को रोजगार  उपलब्ध कराने डायमण्ड पार्क की स्थापना की चर्चा बीते 20 साल से हो रही है हमेशा डायमंड पार्क का लॉलीपॉप पन्ना के लोगों को पकड़ाया जाता रहा है लेकिन परिणाम यह कि कभी इंदौर में डायमंड पार्क बना तो कभी खजुराहो में बनाने की चर्चा हुई पन्ना में डायमंड मिलता है कटिंग पॉलिशिंग यही हो इसके लिए जो डायमंड पार्क बना है उसका परिणाम ढाक के तीन पात है कलेक्टर पन्ना संजय कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में फिर जिले के हीरा कारीगरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये डायमण्ड पार्क स्थापित करने  बैठक आयोजित की गई। बैठक में हीरा व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों ने डायमण्ड पार्क स्थापित करने के सुझाव दिये 

 बताया गया कि वर्तमान में हीरा व्यवसाय में बहुत बड़ा बदलाव आया है। अब इस व्यवसाय को संचालित करने के लिये आधुनिक मशीने, सर्टिफिकेशन यूनिट आदि की आवश्यकता होती है। अब इसके लिये डायमण्ड पार्क को आधुनिक मशीनों के साथ स्थापित करने पर ही सफलता मिल सकेगी। इसके लिये अधोसंरचना विकास के साथ ट्रेडिंग सेन्टर, बैलेंस मशीन यूनिट, हीरा कटिंग-पॉलसिंग, अभूषण बनाने आदि के लिये बडे-बडे हॉल की आवश्यकता होगी। इसके अलावा एक सो-रूम स्थापित करना होगा। डायमण्ड पार्क में विद्युत, पेयजल, सुरक्षा, पार्किंग स्थल व्यवस्थित पहुंच मार्क की आवश्यकता पेट्रोल पम्प के अलावा बाहर से आने वाले व्यवसायियों के ठेहरने आदि की व्यवस्था करनी होगी।

डायमंड पार्क के लिए आयोजित बैठक का दृश्य

कलेक्टर श्री मिश्र ने बैठक में उपस्थित व्यवसायियों को बताया कि पन्ना वर्तमान में आवागमन के विभिन्न साधनों से जुड़ गया है। पड़ोसी जिले छतरपुर के खजुराहो में रेल लाईन, हवाई अड्डा होने के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग से जुुड़ गया है। वहीं थोडे ही दिनों में पन्ना का सकरिया हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जायेगा। अगामी समय में पन्ना तक रेलवे लाईन पहुंचने वाली है। इसलिए पन्ना में डायमण्ड पार्क स्थापित कर यहॉ के उत्पादित हीरे के अभूषण तैयार कर विक्रय करने का कार्य सफलता पूर्वक किया जा सकता है। यहॉ के हीरा कारोवारियों को काम की तलाश में महानगरों की ओर नही जाना पड़ेगा। उन्होंने हीरा व्यवसायिओं से कहा कि डायमण्ड पार्क के साथ सर्वसुविधा युक्त कॉलोनी का निर्माण कराने के साथ पांच सितारा होटल के अलावा हीरा व्यवसायियों के लिये सभी तरह की सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये अधोसंरचना विकास किया जाना होगा। इसके लिये स्थानीय व्यवसायी उपयुक्त भूमि की जानकारी दें। जिससे अगामी आने वाले समय में डायमण्ड पार्क का कार्य प्रारम्भ किया जा सकें

शहर के मध्य स्थित महेंद्र भवन है उपयुक्त स्थान

खूबसूरत महेंद्र भवन

हीरा को रखना और इस व्यापार से जुड़े लोगों के आवागमन मैं सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा होता है भले ही 20 वर्षों से डायमंड पार्क के लिए जमीन न तलाशी गई हो पर पुराने कलेक्ट्रेट यानी महेंद्र भवन के परिसर में जो जमीन उपलब्ध है वह डायमंड पार्क के लिए सबसे उपयुक्त उपयुक्त जगह है यदि यहां डायमंड पार्क बनाता है तो हीरा कामगारों व्यापारियों को आवागमन में सुविधा होगी और सुरक्षित वातावरण रहेगा

सांसद एवं मंत्री को करनी होगी सकारात्मक पहल

एनएमडीसी हिनौता में आयोजित कार्यक्रम में सांसद एवं मंत्री

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