पन्ना टाइगर रिजर्व में बजी खतरे की घंटी,,, अब बाघों के मौत की चुपके चुपके जांच
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद बीडी शर्मा और मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह की नाराजगी के बाद शासन ने शुरू की जांच
7 माह में 4 बाघों के मिले कंकाल
मौत के बाद भी प्रबंधन को नहीं मिलती जानकारी
मैदान में काम करने की वजाय वातानुकूलित कमरों में बैठे रहते हैं अधिकारी
टाइगर रैगिंग का दल के सदस्य अधिकारियों के बंगलों में बने नौकर 
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना टाइगर रिजर्व देश दुनिया में बाघों के लिए चर्चित है कभी बाघों के हाथ में घी के लिए हर जगह खूब बदनामी हुई तो अब बाघों की संसार को पुनः बसाने और संख्या आधा सैकड़ा होने पर यहां की धरती की तारीफ हो रही है पर अधिकारियों की लापरवाही के कारण जिस तरह से लगातार बाघों की मौत हो रही है वह सवालों के घेरे में है हालांकि बीते कुछ दिनों से
पूरी दुनिया से लोग बाघ संरक्षण के गुरु सीखने के लिए आते रहे हैं। लेकिन बीते 7 माह के दौरान पन्ना टाइगर रिजर्व में जिस तरह से सड़े – गले और कीड़ों से बिलबिलाते बाघों के शव मिले हैं, उससे पन्ना की छवि धूमिल हुई है। बाघों की हुई मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए पन्ना वासियों ने अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर प्रदर्शन कर आला वन अधिकारियों व शासन का ध्यान आकृष्ट किया। क्षेत्रीय सांसद बीडी शर्मा व खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने भी बाघों की मौत पर नाखुशी जाहिर करते हुए जांच कराने की मांग की। इसका असर शासन स्तर पर हुआ और मामले की जांच करने अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) जसवीर सिंह चौहान शनिवार को पन्ना टाइगर रिजर्व पहुंचे। उनके इस दौरे को गोपनीय रखा गया, इसकी वैधानिक जानकारी पन्ना में किसी को नहीं दी गई फिर भी मीडिया कर्मियों को इसकी भनक लग गई। पता चला है कि एपीसीसीएफ श्री चौहान उन सभी स्थलों पर पहुंचकर जायजा लिया, जहां बाघों के शव मिले थे। भ्रमण के बाद पन्ना आने के बजाय आप सीधे मंडला स्थित कर्णावती रेस्ट हाउस पहुंचे जहां रात्रि विश्राम किया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को यहीं पर एपीसीसीएफ ने टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की बैठक भी ली है। अपने इस दौरे में वे मीडिया से दूरी बनाए रहे तथा मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किए जाने पर भी उनसे संपर्क नहीं हुआ। जाहिर है कि पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन के बारे में स्थानीय लोगों व मीडिया की सोच व सवाल क्या हैं इससे भी वाकिफ नहीं हो पाये, जो मामले की जांच में काफी मददगार साबित हो सकता था और वे जमीनी हकीकत से भी अवगत हो सकते थे स्थानीय लोगों के पास इन बाघों की मौत की कुछ जानकारियां मिल सकती थी लेकिन यह संभव नहीं हो सका।
प्रबंधन का झूठ बाघों की टेरिटोरियल फाइट
जंगल में बाघों के बीच इलाके में वर्चस्व को लेकर संघर्ष होता है, यह बाघों के नैसर्गिक स्वभाव को देखते हुए प्राकृतिक भी है। यदा-कदा इस तरह के संघर्ष में बाघों की मौत भी हो जाती है लेकिन इसका पता चल जाता है। परंतु पन्ना में हुई 4 बाघों की मौत में अजीब संयोग है, पार्क प्रबंधन के मुताबिक इन सभी की मौत टेरिटोरियल फाइट में हुई है लेकिन न तो मृत बाघ की शिनाख्त हो पाई और न ही संघर्ष में जख्मी होने वाले बाघ का कोई पता चला। सिर्फ रेडियो कॉलर वाली बाघिन पी- 213 की पहचान हो सकी है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि बाघों की निगरानी में तैनात अमला आखिर क्या करता है? जब बाघों के शव सड़ – गल जाते हैं और कीड़े सब कुछ सफाचट कर देते हैं तब निगरानी दल को कंकाल मिलता है, जिससे जांच के लिए सैंपल तक नहीं लिया जा सकता। ठीक इसी तरह की लापरवाही और तथ्यों को छुपाने का कार्य 10 वर्ष पूर्व होता रहा है। नतीजतन पन्ना से बाघों का खात्मा हो गया। क्या हम फिर उसी पुरानी राह पर चल पड़े हैं ? एपीसीसीएफ श्री चौहान को अतीत में हुई गलतियों पर भी गौर करना चाहिए ताकि उनकी फिर से पुनरावृत्ति न हो। मालुम हो कि बीते 7 माह में चार बाघों की मौत हुई है उनका सिलसिलेवार विवरण इस प्रकार है –
केश क्र. 1 – पन्ना टाईगर रिजर्व में वर्ष 2020 की शुरुआत बुरी खबर के साथ हुई। टाईगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में रमपुरा बीट के कक्ष क्र. 1355 में 31 दिसम्बर 19 मंगलवार को लेन्टाना की झाडिय़ों के बीच अज्ञात बाघ का कंकाल मिला। बताया गया है कि बाघ की मौत 15 से 20 दिन पूर्व हुई होगी। मौत कैसे व किन परिस्थितियों में हुई, इस बात का खुलासा नहीं हो सका है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि टेरीटरी के लिये हुये आपसी संघर्ष में बाघ की मौत हुई होगी। पार्क प्रबन्धन की इस आशंका को यदि सच भी मान लिया जाये तो भी सवाल यह उठता है कि मौत के 15-20 दिन तक बाघों की मॉनीटरिंग व निगरानी में तैनात वनकर्मियों को बाघ के मौत की खबर क्यों नहीं लगी?
क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व कार्यालय द्वारा मामले के संबंध में दी गई जानकारी के मुताबिक पन्ना कोर परिक्षेत्र के बीट रमपुरा कक्ष क्र. 1355 में गश्त के दौरान जमुनहाई तलैया के पास लेन्टाना की झाडिय़ों में बाघ का कंकाल पाया गया। सूचना प्राप्त होते ही परिक्षेत्र अधिकारी पन्ना कोर, उप संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व तथा क्षेत्र संचालक के.एस. भदौरिया मौके पर पहुँचे। डॉग स्क्वाड को मौके पर बुलाकर सर्चिंग करवाई गई। पार्क प्रबन्धन के मुताबिक मौके पर अवैध गतिविधि के कोई चिह्न नहीं पाये गये। बताया गया है कि यह वन क्षेत्र बाघ पी-111 का इलाका है, यहां लम्बे समय से इस बाघ की मौजूदगी देखी गई है। जहां बाघ का कंकाल मिला है उसके आस-पास ताजे पगमार्क भी पाये गये हैं। पार्क के आला अधिकारियों द्वारा मौके पर उपस्थित वनकर्मियों से पूछताछ की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि इस क्षेत्र में बाघिन टी-2 के शावक पी-261, पी-262 एवं पी-263 विचरण करते थे। इन तीनों शावकों की आयु लगभग 3 से 4 वर्ष के आस-पास थी, जो जवानी की दहलीज पर थे और अपनी टेरोटरी बनाने के लिये अनुकूल वन क्षेत्र की तलाश कर रहे थे। इन तीनों ही बाघ शावकों को रेडियो कॉलर नहीं पहनाया गया था, फलस्वरूप उनके मूवमेन्ट की जानकारी वन अमले को नहीं हो पाती थी। क्षेत्र संचालक द्वारा वनकर्मियों से चर्चा के उपरान्त यह संभावना व्यक्त की गई है कि अपनी टेरीटोरी बनाने के चक्कर में बाघ पी-111 से हुये आपसी संघर्ष में उक्त बाघ की मृत्यु हुई होगी। मृत बाघ टी-2 की छठवीं लिटर की तीन सन्तानों में से कोई एक प्रतीत होता है।
केश क्र.2 – टाइगर रिज़र्व के वन परिक्षेत्र गहरीघाट अंतर्गत बीट कोनी में वन कर्मियों को गश्ती के दौरान नाला में बाघ का क्षत-विक्षत शव मिला। बताया गया है कि मृत बाघ की उम्र लगभग 15 माह है, जो बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत पन्ना टाइगर रिजर्व में जन्मी बाघिन पी- 213 (32) का शावक है। वन कर्मियों को गश्ती के दौरान रविवार को आज कोनी नाला में क्षत-विक्षत हालत में बाघ का जो शव मिला है, वह 7- 8 दिन पुराना प्रतीत होता है। बाघ की मौत कैसे व किन परिस्थितियों में हुई इसकी वजह व कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बाघिन पी- 213 (32) के चार शावक थे जो 15 माह की उम्र के हो चुके थे। इन्हीं शावकों में से किसी एक की संदिग्ध मौत हुई है। बताया गया है कि कोनी नाला जहां बाघ का शव सड़ी – गली हालत में मिला है वह गहरी घाट वन परिक्षेत्र के बीट कोनी व कक्ष क्रमांक 510 में आता है। पूर्व में भी इस इलाके में दो रेडियो कॉलर वाली बाघिनों की मौत हो चुकी है। जिससे इस वन परिक्षेत्र में बाघों की सुरक्षा व निगरानी व्यवस्था पर सवाल उठ खड़े हुये हैं। गश्ती दल को रविवार 3 मई की दोपहर जैसे ही बाघ का शव नाले में पड़ा मिला तत्काल इसकी सूचना पार्क के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। सूचना मिलते ही क्षेत्र संचालक के. एस. भदौरिया, उपसंचालक जरांडे ईश्वर राम हरि, वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ संजीव कुमार गुप्ता व संबंधित वन अमला मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। डॉग स्क्वाड को मौके पर बुलाकर सर्चिंग करवाई गई लेकिन अवैध गतिविधि के कोई चिन्ह नहीं पाये गये। शव के नाम पर मौके में बाघ की हड्डियां व सड़ – गल चुका अवशेष मिला, जिससे जांच के लिए सैंपल लिया गया है। मृत बाघ नर है या मादा अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

केश क्र.3 – पन्ना टाइगर रिजर्व की सबसे ज्यादा चर्चित और चहेती बाघिन पी- 213 का पन्ना में बाघों के उजड़ चुके संसार को आबाद करने में अतुलनीय योगदान रहा है। रेडियो कॉलर युक्त इस बाघिन के मृत शरीर का सड़ा गला अवशेष पन्ना कोर क्षेत्र के तालगांव सर्किल में 28 जून रविवार की सुबह ट्रैकिंग दल को मिला। रेडियो कॉलर वाली ब्रीडिंग टाइगर का इस तरह सड़ गल चुका अवशेष मिलने से बाघों की सुरक्षा और मॉनिटरिंग सिस्टम के क्रियान्वयन को लेकर सवाल उठ खड़े हुए हैं।बाघिन की मौत के इस सनसनीखेज मामले के संबंध में पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक के.एस. भदौरिया ने जारी प्रेस नोट में बताया कि बाघिन पी-213 का शव पन्ना कोर परिक्षेत्र के बीट महुआ मोड़ कक्ष क्रमांक पी 1345 में तालगांव से महुआमोड़ वनमार्ग पर बाघ अनुश्रवण दल को मिला है। मौके पर तहकीकात करने पर बाघिन के शव को घसीटने के निशान भी पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि घसीटने के निशान का पीछा करने पर एक स्थान पर बाघों के आपसी मुटभेड़ के चिन्ह मिले हैं, जिससे प्रतीत होता है कि बाघिन की मृत्यु आपसी लड़ाई में हुई है। यदि इसे सच मान भी लिया जाय तब भी सवाल यह उठता है कि रेडियो कॉलर वाली बाघिन जिसकी चौबीसों घण्टे निगरानी होती है, उसका किसी बाघ से संघर्ष होने पर ट्रैकिंग दल को इसकी जानकारी क्यों नहीं हुई? बाघिन का शव सड़कर कंकाल में तब्दील हो गया फिर भी ट्रैकिंग दल घटना से अनजान बना रहा। क्या यह मॉनिटरिंग सिस्टम की असफलता या कहें लापरवाही नहीं है ?
केश क्र.4 – पन्ना टाइगर रिजर्व में 27 जुलाई 20 को फिर एक 5 वर्ष के नर बाघ का सडा-गला कंकाल मिला। युवा बाघ की संदिग्ध मौत के संबंध में जानकारी देते हुए क्षेत्र संचालक के. एस. भदौरिया ने बताया कि गहरीघाट रेंज के बीट मझौली कक्ष क्रमांक पी-511 में 5 वर्ष की आयु वाले नर बाघ का 4 – 5 दिन पुराना शव मिला है। बीट गार्ड जब गस्त पर गया तो दुर्गन्ध आने पर खोजबीन की, तब उसे बुरी तरह से सड़ चुका बाघ का शव नजर आया। कोर क्षेत्र में बाघ की संदिग्ध मौत होने की खबर मिलते ही क्षेत्र संचालक श्री भदौरिया सहित उप संचालक श्री जरांडे, वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता व वन अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। क्षेत्र संचालक श्री भदौरिया ने बताया कि कोर क्षेत्र में बाघों की संख्या क्षमता से अधिक 39 के लगभग है, जिससे आपसी संघर्ष की घटनायें बढ़ी हैं। युवा नर बाघ की मौत इसी संघर्ष का नतीजा है। श्री भदौरिया के मुताबिक मौके पर खरोंच के निशान व पग मार्क भी मिले हैं। मृत नर बाघ का पोस्टमार्टम पन्ना टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणी चिकित्सक डॉक्टर संजीव कुमार गुप्ता द्वारा मौके पर किया गया तथा जांच के लिए सैंपल लिए गये। पोस्टमार्टम के बाद मौके पर ही वन अधिकारियों की मौजूदगी में बाघ के शव को जला दिया गया।
प्रश्न यह है कि जब बाघों की मौत होती है तो प्रबंधन को क्यों पता नहीं चलता ,,,,? कोर एरिया में किसी की आवाजाही नहीं होती यह बाग कैसे मर रहे हैं,,,,? इसके बाद पूरे मामले को छुपाने की कोशिश क्यों की जाती है,,,,? बाघों की मौत के बाद निष्पक्ष जांच और पीएम कराने का प्रावधान है तो किसी मीडिया प्रतिनिधि को साथ में क्यों नहीं ले जाया जाता,,,,? इन सब से यह लगता है कि प्रबंधन की नीयत साफ नहीं है और यही हाल रहा तो पन्ना 2009 की ओर बढ़ेगा, हालात ऐसे लगते हैं कि बाघों का जीवन खतरे में आ गया है
एक माह के अंदर 2 टाइगरो की हुई मौत
दोनों के सडे-गले क्षत-विक्षत मिले थे शव
गंभीर लापरवाही हो सकती है उजागर
चिंता का विषय कहीं 2009 की और तो नहीं चल पड़ा पन्ना

(शिवकुमार त्रिपाठी) लगता है पन्ना टाइगर रिजर्व का विवादों और बाघों की मौत से चोली दामन का साथ हो गया है अब एक बार फिर बाघों के मरने और गायब होने का सिलसिला शुरू हो गया 2 बाघों की क्षत-विक्षत लाश 1 माह के अंदर टाइगर रिजर्व के कोर जोन एरिया में ही मिली है जिससे लोगों की चिंताएं और गंभीर हो गई हैं बाघों की लगातार हो रही मौतों के मामले में खजुराहो से सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने संज्ञान लिया है और उन्होंने गंभीर चिंता प्रकट की कहा कोर जोन में रेडियो कॉलर टाइगर की सड़ी गली लाश मिलना गंभीर लापरवाही है इस पर मैंने वन मंत्री से बात की है और पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने को कहा है
विष्णु दत्त शर्मा ने खास बातचीत में बताया कि पन्ना के बाघ बुंदेलखंड के लिए पहचान है टाइगर रिजर्व में सरकार ने बहुत मेहनत कर बाघों को फिर से बसाया है जो प्रयोग पूरी दुनिया में सफल नहीं हुए वह पन्ना की धरती में किए गए और सफल रहे जिससे बाघों का संसार फिर आवाद हो रहा है ऐसे में बाघों की मौत गंभीर चिंता का विषय है विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि वन मंत्री से कहकर इसकी तत्काल जांच करा कर कार्यवाही करा रहे हैं किसी को भी मुगालते में नहीं रहना चाहिए टाइगरों के साथ खिलवाड़ किसी भी कीमत में खिलवाड़ स्वीकार नहीं किया जाएगा

ज्ञात हो कि कल ही गहरी घाट के मझौली में एक युवा बाघ की 5 दिन पुरानी सड़ी गली क्षत-विक्षत लाश मिली थी और इसके पहले रामपुरा में रेडियो कॉलर पहने हुए ब्रीडिंग टाइगर की मौत हो गई थी रेडियो कॉलर पहने होने के बावजूद इस टाइगर का पता लगाने में भी प्रबंधन असफल रहा और कई दिनों बाद इसकी भी सड़ी लाश मिली थी
इस टाइगर के पीछे 24 घंटे पार्टी लगी रहती थी इसके बावजूद मौत का पता नहीं लगाया जा सका जबकि वीडियो कॉलर ने डैड सिग्नल देना शुरू कर दिया था मतलब साफ है कि जो उच्च तकनीकी से निगरानी की जा रही है उसको भी देखने वाला कोई नहीं है

अपनी गलती छुपाने बाघों की डेंसिटी ज्यादा होना बताने की तकनीकी कोशिश
पन्ना टाइगर रिजर्व का लापरवाह प्रबंधन अब अपने आप को बचाने के लिए कोर जोन एरिया में बाघों की संख्या ज्यादा बता रहा है मुद्दे को तकनीकी बातों में उलझाने की कोशिश है क्योंकि पन्ना टाइगर रिजर्व का कुल एरिया 543 वर्ग किलोमीटर है और पूरे बाघ इसी में होने की बताने कोशिश की जा रही है जबकि इसके पहले जब टाइगर कम हुए थे तो कहा जा रहा था कि कोर जोन एरिया को छोड़कर पन्ना लैंडस्केप के बाहर टाइगर चले गए प्रबंधन इस बात को छुपा रहा है कि टाइगर रिजर्व के कोर एरिया के अलावा 100 वर्ग किलोमीटर की ग सेंचुरी किन घड़ियाल सेंचुरी के साथ ही 925 वर्ग किलोमीटर का बफर जोन भी इसी टाइगर रिजर्व से लगा है इसके अलावा पन्ना लैंडस्केप में बाघों के अच्छे रह वास और सुरक्षित जंगल हैं जहां बाघ रह सकते हैं प्रेस नोट में प्रबंधन ने अपनी गलती छुपाने बाघों की संख्या ज्यादा बता दी जिससे यह सिद्ध है कि जानबूझकर बड़ी लापरवाही की जा रही है
अधिकारियों के घरों में बर्तन झाड़ू पोछा करते हैं टाइगर पार्टी के कर्मचारी
पन्ना टाइगर रिजर्व में जिन बाघो के गले में रेडियो कॉलर लगाए गए हैं उनके साथ 24 घंटे पेट्रोलिंग पार्टी चलती है और उनका सिग्नल लेकर हर गतिविधि का अध्यन किया जाता है लेकिन रामपुरा में जो बाघिन मरी मिली थी उसके साथ पेट्रोलिंग पार्टी ही नहीं थी तभी तो उसकी लाश सड़ गई जानकार बताते हैं कि पेट्रोलिंग पार्टी में काम करने वाले कर्मचारी अधिकारियों के घरों में झाड़ू पोछा और बर्तन धुल रहे हैं एक एक अधिकारी अपने घरों में 5-5 कर्मचारी लगाए हुए हैं इनकी ड्यूटी पेट्रोलिंग पार्टी में होती है और सभी अधिकारियों की घरों में झाड़ू पोछा और बर्तन भूलने का काम कर रहे जिम्मेदार लोगों को इस पर भी गंभीरता से जांच करनी चाहिए जितने भी कर्मचारी लगे हुए हैं सभी की उपस्थिति मोबाइल के माध्यम से कॉल कर या मिस्ड कर लगाई जानी चाहिए जिससे कहीं से वेतन निकलना और किसी के घर में नौकर का काम करने का खेल बंद हो जाएगा
2009 में हो गया था बाघ विहीन
पन्ना में कभी 30 बाघ हुआ करते थे इसके बाद टाइगर रिजर्व की में लापरवाही हुई और सभी बाघ मारे गए और 2009 में बाघ बिहीन हो गया इसके बाद 5 नर और मादा टाईगरो को लाकर यहां छोड़ा गया और पुनः बाघ बसाने की सफल कोशिश हुई अब बाघों की संख्या 50 से अधिक हो गई है लेकिन जिस तरह से लगातार बाघ मर रहे हैं और अधिकारी अपने वातानुकूलित आवासों में सुरक्षित बैठे कोरोना से बचने की कोशिश कर रहे हैं ऐसे में लग रहा है कि यह बड़ी गंभीर लापरवाही हो सकती है और बाघो के जीवन को खतरा पैदा हो सकता है परिस्थितियों को देखकर लगने लगा है कि ऐसा तो नहीं पन्ना टाइगर रिजर्व फिर 2009 की ओर चल पड़ा हो
बाघ की मौत ,,
कहीं 2009 की और तो नहीं चल पड़ा पन्ना
इसके पहले इसी तरह सड़ी गली अवस्था में मिली थी एक ब्रीडिंग टाइगर
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना टाइगर रिजर्व में एक बाघ की मौत हो गई है प्रबंधन को गहरी घाट रेंज के मझौली में झाड़ियों में सड़ा गला शव मिला जिस से हड़कंप मच गया टाइगर रिजर्व की कोर एरिया में एक माह के अंदर यह दूसरी बाघ की मौत है इससे पहले एक ब्रीडिंग मादा टाइगर की मौत हुई थी
करीब 5 वर्ष के इस बाघ का शव जब मिला तत्काल फील्ड डायरेक्टर k.s. भदौरिया और वन्य प्राणी चिकित्सक संजीव गुप्ता को सूचना दी गई छत विच्छेद अवस्था में टाइगर के शव को बरामद कर नियमानुसार पंचनामा कराया गया लेकिन पूरा शरीर सड़ गया था इसके बाद सभी अंगों को एकत्र कर नियमानुसार जलाकर नष्ट कर दिया गया चिंता इस बात की है 4 से 6 दिन पूर्व बाघ की मौत हो गई पर किसी भी मैदानी अमले को पता भी नहीं चला इस तरह का बाघों का मरना गंभीर चिंता का विषय है

हालांकि हमेशा की तरह टाइगर रिजर्व प्रबंधन इसे आपसी संघर्ष में मौत होना बताने का प्रयास कर रहा है यदि आपस में भी लड़कर मरे हैं तो उनकी मौत की जानकारी तत्काल प्रबंधन क्यों क्यों नहीं लगती या सभी लोग अपना दामन बचाने के लिए एक ही तरह का तकिया कलाम शब्द का उपयोग कर लेते हैं जिसकी वैधानिक प्रमाणिकता सिद्ध करना काफी कठिन होता है
ज्ञात हो कि 2009 में पन्ना टाइगर रिजर्व बाघ विहीन हो गया था 5 नर और मादा बाघ पन्ना में लाकर छोड़े गए जिसकी संख्या बढ़कर 50 से अधिक हो गई है पर अब उसी तरह फिर बाघों की मौत हो रही जो चिंता का विषय है
पन्ना पुलिस की सक्रियता के चलते सिमरिया एटीएम ब्लास्ट कांड का 1 सप्ताह के अंदर हुआ खुलासा
आईजी सागर अनिल शर्मा द्वारा पन्ना पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी, छतरपुर डीआईजी दमोह डी आई जी की उपस्थिति में आयोजित हुई कान्फ्रेंसो
दोनों जिलों की पुलिस को आई जी सागर द्वारा दी गई बधाई
एटीएम ब्लास्ट कर माप चोरी करने वाले घटनाक्रम का पर्दाफाश

(शिवकुमार त्रिपाठी) घटना का संक्षिप्त विवरण, दिनांक 6.3.2020 को लगभग रात्रि 9.00 बजे से 9.40 बजे के मध्य अज्ञात व्यक्तियों द्वारा ग्राम देवदोगरा थाना पटेरा के एसबीआई एटीएम में निवास करने वाले व्यक्ति द्वारा 5 लाख। 96 हजार रुपए चोरी करने वाले फरार हो गए थे।
जिस पर से थाना पटेरा में अप o क्र 0 51/20 धारा 457.380, 481,427 ताहि 3/5 विवेक वि.प. हासिल कर लिया। , 3/5 सार्वजनिक संपत्ति अर्जित 0 1984 का कायम कर विवेचना में लिया गया था।
थाना गैसाबाद के ग्राम हिनौताकला में दिनांक 17.5.2020 की रात्रि 09.05 बजे एसबीआई बैंक के एटीएम में विस्फोट कर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा लोगों को 20 लाख 32 हजार 500 रुपये के बारे में फरार हो गए थे।*
जिस पर से थाना गैसाबाद में अप ० क्र ० १४५/२० धारा ४५80,३46०,४६१,४२ ता ताहि ३/५ विवेक वि.पा. अधि .. 3/5 सार्वजनिक संपत्ति अधिक 1984 कायम कर विवेचना में लिया गया। दिनांक 19.7.2020 को थाना सिमरिया जिला पन्ना क्षेत्रान्तर्गत अज्ञात व्यक्तियों द्वारा एसबीआई अटम में बलास्ट का लगभग 23 लाख रूपये लूट कर ले गये थे जिस पर से थाना सिमरिया में अप ० क्र 0 334-20 धारा 394 ताहि का प्रतिच्छेद किया गया है। घटना की शुद्धता को देखते हुए अज्ञात आरोपियो की पतरसी पर पुलिस महानिरीक्षक सागर रेंज सागर द्वारा 30-30 हजार रूपये का इनाम उदघोषित किया गया*

अज्ञात आरोपियों की पतरसी के लिए पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन सागर द्वारा एस.आई.टी. का गठन उप पुलिस महानिरीक्षक विवेक राज छतरपुर की बढ़त में किया गया था जिसके सदस्य पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी है।*
उक्त प्रकरण की शुद्धता को देखते हुए उप पुलिस महानिरीक्षक सागर जोन आर.एस. डेहरिया द्वारा लगातार एपिसोड की समीक्षा कर पतरसी हेतु निदेर्शित किया जा रहा था।
एसआईटी द्वारा सम्लित प्रयासों के साथ कार्य कर रही थी इसी तरह टीमों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर दविश देकर निम्नलिखित आरोपीगणो को गिर दिया गया है
पुलिस अधीक्षक दमोह हेमंत चौहान द्वारा गठित एस.आई.टी. लगातार घटना की पतरसी कर रही थी एसआईटी, दमोह को ए। टी.एम. ब्लास्ट के संदिग्ध व्यक्ति की सूचना प्राप्त हुई जिस पर से अति ० पुलिस अधीक्षक दमोह शिवकुमार सिंह द्वारा टीम गठित की गई जिसमें 1 थाना प्रभारी दमोह देहात संधीर चौधरी 2 थाना प्रभारी हटा राजेश बंजारी 3. थाना प्रभारी नोहटा सत्येन्द्र सिंह राजपूत 4. सिमरिया पुलिस उप अधीक्षक (परिवीक्षाधीन) श्री अभिषेक गौतम 5. थाना प्रभारी पटेरा उप निरीक्षण ० अभिषेक चौबे 6, थाना प्रभारी गैसाबाद उप निरीक्षण 0 संदीप दीक्षित की टीम द्वारा अलग अलग स्थानो पर दबिश दी गई*
जिसमें – गिरफ्तारशुदा आरोपीगण: 1. देवेन्द्र पटेल पिता बलीराम पटेल उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम खारी थाना दमोह देहात 2 जागे उर्फ जागेश्वर पिता गुड्डा उर्फ संतोष पटेल उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम खारी थाना दमोह देहात 3. छोटू उर्फ बिल्लश पिता सुदामा पटेल उम्र वर्ष निवासी ग्राम खारी थाना दमोह देहात 4. जयराम पिता मुन्ना लाल पटेल आयु 32 वर्ष निवासी खारी थाना दमोह देहात 5. राकेश पिता गनेश पटेल उम्र 24 वर्ष निवासी खारी थाना दमोह देहात 6. परम पिता सूरत लोधी उम्र 30 वर्ष निवासी खारी थाना दमोह देहात को गिरफ्तार किया गया।
*आरोपीगणो से सधन योग्यता में उनके द्वारा बताया गया कि – पूर्व में कारित घटना जो आरोपी द्वारा की गई: 1. नुनसर जिला जबलपुर घटना दिनांक 6.6.2019 2. बहोरीबंद जिला कटनी घटना दिनांक 25.10.2019 3. बाकल कटनी घटना दिनांक 24.11। 2019 4. मझौली जिला जबलपुर घटना दिनांक 22.1.2020 5. देवदोगरा जिला दमोह घटना दिनांक 6.3.2020 6. हिनौताकला जिला दमोह घटना दिनांक 17.5.2020 7. सिमरिया जिला पन्ना घटना दिनांक 19.7.2020 एटीएम, ब्लास्ट कर रुपया लूट / चोरी करना भर्ती कराया गया।
*तरीका - ए - वरदात: -
*आरोपीगण देखते थे कि कैश वेन किस ओर एटीएम में कैश डालने जा रहा है जिसका रेकी आरोपी करले थे व अनुमान के आधार पर इस ए.टी.एम. मशीन में कैश डाला जाएगा। रात्रि में गार्ड के आने के पूर्व एटीएम कक्ष में प्रवेश कर कैश ट्रे के पास जिलेटिन राड व डेटोनेटर लगा देते थे बाद में मोटर साईकिल की बैटरी से विस्फोट कर एटीएम मशीन को चालू कर देते थे बाद में कैश लेकर फरार हो जाते थे और आपस – बराबर – बराबर रुपया बांट लेते थे। एक आरोपी देवेन्द्र उर्फ बलीराम पटेल नि ० खरी सिविल इंजीनियर डिग्री धारक है और पूर्व में यूपीएससी जैसी बड़ी परी कथा दे चुकी है और निरंतर क्राईमसभा जैसे टी.व्ही पर कार्यक्रम देखने नई – नई पद्धति से अपराध करने की विधि तलाशता है इसके कब्जे से तीन लाख पचार हजार रूपय के नकली नोट व नकली नोट बनाने की सामग्री जप्त की गई।
६जप्तशुदा मशरूका:
*तीन मोटर साईकिल घटना में प्रयुक्त 1 25,57,000 / - (पच्चीस लाख सन्तावन हजार रुपए) हथियार - 02 देशी पिस्टल, 08 जिन्दा राउन्ड 02 नग मोबाईल 5। डेटोनेटर जिलेटिन राड 7 3 लाख 50 हजार रुपए (नकली नोट 500 रुपए) लेपटाप - एच.पी. कंपनी ९। कलर प्रिंटर (एप्सन कंपनी)
अच्छा कार्य करने वाले अधिकारी / कर्मचारी की हुई तारीफ
– निरीक्षण 0 संधीर चौधरी, निरीक्षक अरविंद कुजुर थाना प्रभारी अजयगढ़ जिला पन्ना निरीक्षण 0 राजेश बंजारे, उप निरीक्षक। सत्येन्द्र राजपूत, उपनिदेशक अभिषेक चौबे, उपनिदेशक संदीप दीक्षित, उ.पुरा (परिमित ०) थाना प्रभारी अभिषेक गौतम, उपनिदेशक (२) ऋषभ सिंह ठाकुर उपनिदेशक सविता राजक उप निरीक्षण। विकास चौहान, उपनिरीक्षक मनोज यादव, सिद्धार्थ शर्मा थाना प्रभारी बृजपुर उप निरीक्षक अभिषेक पांडे सिविल लाइन चौकी प्रभारी जिला पन्ना उपनिरीक्षक सुधीर बेगी थाना प्रभारी धर्मपुर जिला पन्ना आरक्षक राकेश अठ्या, आर, सौरभ टंडन आर।अजित दुवे, राजेश गौर, आर। मदीवालेप्पा आर, मनीष गंधर्व, आरक्षक आईमात सेन, सर्वेंद्र व साईबर सेल पन्ना से नीरज रैकवार, धर्मेंद्र आशीष व सैनिक राकेश दुवे।*
परिंदों का घर
नाग (सांप) से बचने कुआं और पतली डाली में बनाते हैं घोंसले
पन्ना के कई स्थानों में खूबसूरत भोंसले बने हैं
घोसला बनाने का प्राकृतिक उपहार होता है परिंदों में

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना प्राकृतिक रूप से समृद्ध जिला है हर जगह खूबसूरत वादियां, झरने, पहाड़, जीव जंतु और परिंदे देखने को मिलते हैं प्रकृति के इन अनुपम उपहारों की मौजूदगी के कारण ही पन्ना रमणीय है पर आज एक ऐसा हुनर देखने को मिला जिसने मन प्रफुल्लित कर दिया पन्ना के वार्ड नंबर 12 रानीबाग रोड में एक स्थान पर परिंदे अपना रहवास यानी घोंसला बना रहे थे उत्सुकता हुई देखा और जब पता किया तो और भी प्राकृतिक व्यवस्था और हुनर की ओर मन पहुंच गया और महत्वपूर्ण जानकारी मिली

आज नाग पंचमी है ऐसे में इस घटना का चर्चा करना भी आवश्यक समझ रहा हूं खूबसूरत पक्षी अपने प्रजनन और बरसात में सुरक्षित रहवास के लिए घोसले बनाते हैं और इन घोसले को जो स्थान चयन करते हैं वह भी अद्भुत होता है कुछ परिंदों ने कुआं और उसकी बाजू में लगी झाड़ियों की पतली डालियों पर बहुत से घोसले बना रखे हैं और लगातार घोसलो का निर्माण भी कर रहे तभी एक प्रत्यक्षदर्शी किसान ने बताया कि यह परिंदे इसलिए कुएं में घोंसला बनाते हैं कि वह नाग यानी सांप से बच सकें और पतली डाली का इसलिए उपयोग करते हैं क्योंकि कई बार यह सांप इनके घोंसले पर पहुंचकर बच्चे और इनके अंडों को निवाला बना लेते हैं इसलिए जब पतली डाली में इनका घोंसला लटक रहा होता है और सांप यहां चढ़ने की कोशिश करता है तो डाली नीचे झुक जाती है और कई बार सांप भी कुएं में गिर जाता है
इस तरह उनके यह बच्चे और अंडे सुरक्षित रह जाते हैं यह परिंदे अपनी सोच के माध्यम से सांसो से यह खूबसूरत घोंसले बनाते हैं चिड़िया ऐसा निर्माण करती है की बरसात का पानी भी इन घोंसले। क़े अंदर नहीं आता है इनके बच्चे और अंडे हमेशा सुरक्षित बने रहते हैं ऐसे ही अपने घर का निर्माण करती हुई चिड़ियों का वीडियो भी बनाया और यह सब देखकर लगा कि आखिर वेजुवान परिंदे अपनी चोंच से कितनी खूबसूरती और सुरक्षित घोंसला बनाते हैं घास के यह घोंसले वास्तव में किसी अच्छे आर्किटेक्ट से कम नहीं होते
घोंसला एक प्राणी विशेष तौर पर एक पक्षी का शरण स्थल है जहां पर यह अंडे देते हैं, रहते हैं और अपनी संतानो को पालते हैं। एक घोंसला आमतौर पर कार्बनिक सामग्री जैसे टहनी, घास और पत्ती; आदि से बना होता है पर, कभी कभी यह जमीन में एक गड्ढा़, पेड़ का कोटर, चट्टान या इमारत में छेद के रूप मे भी हो सकता है। मानव निर्मित धागे, प्लास्टिक, कपड़े, बाल या कागज जैसे पदार्थों का इस्तेमाल भी प्राणी घोंसला बनाने मे करते हैं।
आमतौर पर प्रत्येक प्रजाति के घोंसले की एक विशिष्ट शैली होती है। घोंसलों को कई अलग अलग पर्यावासों में पाया जा सकता है। यह् मुख्यतः पक्षियों द्वारा बनाये जाते हैं पर स्तनधारी जन्तु(जैसे गिलहरी), मछली, कीट और सरीसृप भी घोंसलों का निर्माण करते हैं।
चिंता की बात

प्रकृति की सबसे खूबसूरत सौगात पर्यावरण का जिस प्रकार हमने अपनी जरूरतों की खातिर क्रूरता से दोहन किया है। उससे उत्पन्न हुए और हो रहे खतरों की फेहरिस्त बड़ी लंबी हो गई है। पर्यावरण पर इंसानी क्रूर प्रहार और दोहन की वजह से परिंदों का बसेरा भी अब छिन गया है। पक्षियों की कई खूबसूरत प्रजातियां अब नजर नहीं आती और पर्यावरण के दोहन से हमने उनके विलुप्त होने की बुनियाद रख दी है। जाहिर सी बात है शहरीकरण और कटते जंगल इसके जिम्मेदार कारकों में सबसे एक है पर पन्ना में जिस तरह आज भी परिंदे जगह-जगह घोंसले बना रहे हैं और पक्षियों की तादाद तेजी से बढ़ रही है यह सुकून देने वाली बात है पर्यावरण की रक्षा और जंगली जानवरों की रक्षा के साथ ही इंसानी संसार को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है और यह पक्षी एक सीख भी देखते हैं कि आखिर विषम परिस्थितियों में कैसे अपने आप को बचाया और सुरक्षित रखा जा सकता है
पर्यावरण की रक्षा नहीं की तो

हर बच्चा अपने बड़ों से यही सवाल पूछता दिखेगा की पापा यह जुगनू कहां होता है। जंगलों में दहाड़ मारनेवाले शेर कहां चले गये, कोयल क्यों नहीं कूकती या फिर मेंढक की टर्र-टर्र अब क्यों नहीं फिजाओं में गूंजती। लेकिन हम और हमारे बाद के लोग शायद जवाब देने के बजाय उनकी तस्वीरों को कोरे कागज पर उकेरने के अलावा और कुछ नहीं कर पाएंगे।
शनिवार और रविवार को पूरे जिले में संपूर्ण लॉकडाउन
आपदा प्रबंधन की बैठक में लिया गया फैसला
मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह की मौजूदगी में तय की गई शर्तें

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में बढ़ते कोरोना के मरीजों को देखते हुए जिला आपदा प्रबंधन की बैठक में जो फैसले लिए गए हैं वह अब जिले को संपूर्ण लॉकडाउन की ओर ले जा रहा है आज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह की मौजूदगी में संयुक्त कलेक्ट्रेट कार्यालय पन्ना में हुई बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि अब रविवार के अलावा शनिवार को भी संपूर्ण लाकडाउन रहेगा इस दिन किसी को भी कहीं आने जाने की अनुमति नहीं होगी भोपाल में जो संपूर्ण लॉकडाउन हुआ है उसी तरह की शर्तें पन्ना में भी रखी गई है
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तय किया गया है कि पूरा बाजार बंद रहेगा और जो व्यक्ति मास्क लगाकर नहीं निकलते हैं उनके ऊपर सख्त कार्यवाही की जाएगी यानी घरों से बाहर निकलने के लिए मास्क अनिवार्य कर दिए गए हैं इसके अलावा तय किया गया है कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सख्ती से कराया जाए किसी भी व्यक्ति को इस में लापरवाही नहीं करने दी जाएगी
भले ही सरकार ने सभी गतिविधियां खोल दी हो लेकिन जिस तरीके से कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं वह चिंता का विषय है इस कारण जिला प्रशासन ने कोरोना लगातार हो रही बढ़ोतरी के मद्देनजर यह फैसला किया है साथ ही सभी शासकीय कार्यालय और प्राइवेट दफ्तरों में आधे कर्मचारियों से काम करने का भी फैसला किया गया है यानी अब सभी ऑफिस और कार्यस्थल संपूर्ण कर्मचारियों के साथ नहीं चलेंगे लोगों से भी अपील की गई है कोरोना महामारी से बचने के लिए अत्यावश्यक हो तभी घरों से बाहर निकले घरों पर ही रहे
मंत्री खनिज साधन एवं श्रम की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न
बैठक में कोरोना संबंधी शासन के नियमों पर सभी ने सहमति जताई

/प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण रोकथाम के लिए शासन द्वारा दिए गए निर्देशों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि आगामी आने वाले त्यौहारों पर कोई भी झांकी, जुलूस, शोभायात्रा, मूर्ति बैठाने आदि का कार्यक्रम आयोजित नही किया जाएगा। शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के संबंध में समिति के सभी सदस्यों द्वारा सहमति जताई गयी।
मंत्री श्री सिंह ने समिति के सदस्यों से आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए हम सभी को भारत सरकार, राज्य शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा जनहित के जो भी फैसले लिए जाते हैं उन्हें सहर्ष स्वीकार करना चाहिए। कोरोना महामारी से आज पूरी दुनिया जूझ रही है। हमें भी स्वयं तथा मानव समाज की सुरक्षा के लिए अनिवार्य रूप से शासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए। सम्पन्न हुई बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री मयंक अवस्थी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री बालागुरू के, के साथ संबंधित अधिकारी, विभिन्न धर्म सम्प्रदायों के प्रतिनिधि, व्यापार मंडल पदाधिकारी एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
बड़ा हीरा मिला, देखने उमड़ी भीड़
रानीपुर खदान में आनंदी लाल कुशवाहा को मिला हीरा
हीरा कार्यालय में जमा कराया गया

( शिवकुमार त्रिपाठी ) पन्ना की धरती इन दिनों हीरे उगल रही है एक मजदूर को बड़ा हीरा मिला है रानीपुर स्थित खदान में 6 माह से यह मजदूर साथियों के साथ हीरा खोज रहा था आज बड़ा हीरा मिला जिससे उसका खुशी का ठिकाना नहीं है
इस बड़े हीरा को देखने पन्ना के डायमंड कार्यालय में भीड़ लग गई है जो 10.69 कैरेट का हीरा एक मजदूर को मिला है जिसकी अनुमानित कीमत 30 लाख से अधिक लगाई जा रही है मजदूर ने कहा साथियों के साथ हीरा खोज रहे थे धरती माता का आशीर्वाद मिल गया

हीरा पाने वाले आनंदी लाल कुशवाहा ने बताया कि हम लोग साथियों के साथ मिलकर हीरा खोज रहे थे और इंतजार था कि यह हीरा मिल जाए लेकिन आज धरती माता ने खुशी है अन्य साथियों के साथ पूरी रकम बाटेंगे और यह हीरा लाकर कार्यालय में जमा कर दिया है आगे और हीरा खदान लगाएंगे बड़ी खुशी हो रही है

हीरा अधिकारी का कहना है कि लंबे समय बाद यह बड़ा हीरा मिला है जिसे विधिवत जमा करा दिया गया है अब इसको नीलामी में रखा जाएगा और जो भी कीमत मिलेगी रॉयल्टी और टैक्स काटकर संपूर्ण राशि मजदूर को दी जाएगी रानीपुर की खदान में आनंदीलाल ने पुतली हीरा खदान लगा रखी थी इससे पहले एक रेजबी जमा की थी और आज हीरा मिला है जो विधिवत जमा कर लिया गया है
देश दुनिया में पन्ना का हीरा मशहूर है बीते कुछ महीनों से लाकडाउन कारण काम बंद थे अब जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हुई है लोगों ने काम किया और मिले छप्पर फाड़ के इस हीरे ने सभी को आकर्षित कर दिया है बड़ा हीरा देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई
पन्ना में बदमाशों ने एटीएम लूटा
सिमरिया कस्बे की घटना
गार्ड ने कहा बंधक बनाया और बंदूक तानी
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना जिले में बदमाशों के हौसले बुलंद हो गए हैं और सरेआम घटनाओं को अंजाम दे रहे जिले के सिमरिया कस्बे में एसबीआई के एटीएम को बदमाशों ने लूट लिया है दो नकाबपोश एटीएम पहुंचे और डायनामाइट से विस्फोट कर दिया और पैसे लूट कर चले गए
एटीएम में गार्ड भी मौजूद था उसका कहना है कि कट्टे की नोक पर बंधक बना लिया और एटीएम को लूट लिया

गार्ड आगे बताता है दो लोग थे धमकियां दे रहे थे और पूरा एटीएम लूट कर ले गए जिसमें 23 लाख रुपए थे प्रश्न यह है की गार्ड को सरेआम बंधक बना लिया गया विस्फोट कर दीया जिसमें तीज आवाज आई होगी इसके बावजूद कस्बे के बीच से एटीएम लूट गया बदमाशों के इस कदर हौसले बुलंद हो गए हैं अब इलाके में बड़ी घटनाओं को अंजाम देने से भी नहीं बच रहे
घटना की सूचना के बाद पन्ना एसपी मयंक अवस्थी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पूरे इलाके में पुलिस को लगा कर जांच शुरू कर दी है उनका कहना है की घटना में कुछ साक्ष्य मिले हैं जिस पर कार्यवाही की जा रही है

0 एटीएम का इस कदर लूटा जाना और विस्फोट कर पैसा निकालना जिले में एक अलग और इस तरह का पहला प्रयोग है जो पुलिस के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है सिमरिया थाने का प्रभार प्रशिक्षु डीएसपी को सौंपा गया है जाहिर है पुलिस की लापरवाही भी ज्यादा नहीं रही होगी पर जिस तरह से बदमाश सरेआम बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं वह भी विचारणीय है क्योंकि इसी तरह सब लोगों की आंखों का काजल पहुंच देने वाली घटना अमानगंज में घटी थी जिसमें बैंक के अंदर से ही व्यापारी कर्मियों से भरा बैग बदमाश ले उड़े जिस तरह घटनाएं बढ़ रही हैं उसमें पुलिस को और अधिक सक्रिय होने की जरूरत है
पन्ना मे 11 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले
9 अजयगढ़ क्षेत्र के एक रकसेहा और एक पन्ना शहर में
5 महिलाएं भी शामिल
एक स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी
रुंझ डेम में काम करने वाली कंपनी में 5 मिले

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है आज एक साथ 11 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं जिसमें भापतपुर ग्राम में भिंड से आए 4 प्रवासी श्रमिक शामिल है 11 मरीजों के पाए जाने से जिले में हड़कंप मच गया है
5 अजयगढ़ क्षेत्र के विश्राम गंज के मरीज है जो रुंझ डैम परियोजना में एलएनटी कंपनी काम कर रही है उसमें काम करने वाले 5 श्रमिक पॉजिटिव आए हैं
इसी तरह एक स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी जो सुपरवाइजर है उसकी रिपोर्ट भी करोना से संक्रमित आई है
रखसेहा में 49 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है
बीते 4 दिनों से लगातार कोरोना मरीजों की संख्या पढ़ रही है जिले में अब तक कुल 82 संक्रमित पाय जा चुके हैं जिसमें अधिकांश स्वस्थ होकर घर पहुंच गए आज तो 100 लोगों की रिपोर्ट जिले मुख्यालय में प्राप्त हुई है अब तक जिले में 3313 लोगों के सैंपल जांच हेतु भेजे जा चुके हैं चिंता की बात इसलिए है कि स्थानीय लोग और इस काम में लगे व्यक्ति भी संक्रमित हो रहे हैं इस कारण प्रशासन लगातार अपील भी कर रहा है लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अब ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए सावधानी ही अब बचाओ है क्योंकि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है सभी क्षेत्रों में काम होने लगा है इस कारण संक्रमण ज्यादा फैलने की संभावना है यदि जरूरत ना हो तो घर से बाहर ना निकले सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और सावधानी से रहे
CMHO डॉक्टर एनके तिवारी ने अपील की है कि कोरोना से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि भीड़-भाड़ इलाके में ना जाएं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और घर में सुरक्षित रहे
इससे पहले एक साथ 6 मरीज मिले थे
>पन्ना शहर के एक ही परिवार के 4 सदस्य
बेनीसागर और रानीगंज में कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया
पहली बार पन्ना शहर में एक साथ इतने अधिक मरीज

पन्ना जिले में एक बार फिर कोरोना के मरीज अचानक बढ़ने लगे हैं आज जो रिपोर्ट प्राप्त हुई है उसमें जिले में 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं जिसमें पन्ना शहर के एक ही परिवार के 4 सदस्य शामिल है इस परिवार का एक युवक कल पॉजिटिव पाया गया था उसके संपर्क में आने के बाद परिवार के सभी सदस्य कोरोना से संक्रमित हो गए इनके यहां एक पारिवारिक कार्यक्रम में संक्रमित रिश्तेदार आया था जिससे यह कोरोना फैला है शहर में एक साथ इतने अधिक मरीज पहली बार मिले हैं जैसे शहर में हड़कंप मच गया है जिला प्रशासन ने आनन-फानन में बेनीसागर मोहल्ला के परिवार के घर के पास कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है युवक की ससुराल रानीगंज मोहल्ला में थी और वहां भी लोग संक्रमित हुए इसलिए रानीगंज में भी कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया है इसके साथ जिले के शाहनगर और कल्दा छेत्र में 2 मरीज पाए गए जिसमें एक 37वर्षीय युवक कल्दा श्यामगिरी का है और दूसरा 57 वर्षीय महिला है जो मंहगवा गांव की रहने वाली है
एक पवई के मंहगवा की महिला 57 वर्षीय और श्याम गिरी कल्दा का 35 वर्षीय युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई
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पन्ना में शहर में जो 4 मरीज मिले हैं वह रैकवार एक ही परिवार के सदस्य सभी को जिला चिकित्सालय के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की प्रेस विज्ञप्ति जारी कर डॉक्टर LK तिवारी ने बताया है

दिनाक 14 जुलाई 15 जुलाई को सेम्पल भेजे गए थे। उसमे से 210 लोगो की रिपोर्ट आई है। *उनमें से 7 व्यक्ति पॉजिटिव आये है बाकी सभी निगेटिव आये है।*
7 व्यक्तियों मे से 5 लोग पन्ना शहर के एक ही परिवार के है जिसमे युवक उसके बच्चे पत्नी एवम अन्य रिस्तेदार है।
1 व्यक्ति श्यामगिरी पवई CHC से एवम 1 महिला शाहनगर के करीब मेहगावघाट गाव की है।
सभी को आइसोलेटेड कर दिया गया था। अभी तक 40 से अधिक प्राथमिक संपर्क वालों को चिन्हित कर लिया है। बाकी की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है।
इन व्यक्तियों के निवास स्थान के क्षेत्र को कॉन्टेन्मेंट एरिया चिन्हित किया गया है। घर घर की जांच शुरू की जा चुकी है।
इस रूप मे अभी तक पन्ना जिले मे 67 केस पॉजिटिव हुए है उनमें आए 58 घर स्वस्थ होकर जा चुके है ।
9 केस एक्टिव है।
*हमे सावधानी रखनी है।*
आप से आग्रह है कि कोरोना से बचाव के लिए मुँह ढक कर रखे। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करे। 6 फिट की दूरी बनाए रखे। हाथ धोते रहे। शासन के निर्देशों का पालन करते रहे।
CMHO Panna
पूरे जिले में जगह-जगह हुआ भव्य स्वागत ,,, अभिभूत हुए बृजेंद्र
कैबिनेट मंत्री के प्रथम आगमन पर लोगों में दिखा भारी उत्साह
सिमरिया से लेकर पन्ना तक जगह-जगह हुआ गर्मजोशी के साथ स्वागत
पन्ना पहुंचकर पूर्व मंत्री कुसुम सिंह महदेले ले से लिया आशीर्वाद
पूर्व जिला अध्यक्ष सतानंद गौतम और महामंत्री संजीत सरकार के साथ भोपाल से आए पन्ना

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना विधानसभा के विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह बुधवार को मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार पन्ना पहुंचे। कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सड़क मार्ग द्वारा भोपाल से पन्ना पहुंचे तब कार्यकर्ताओं द्वारा पन्ना जिले की सीमा प्रारंभ होते ही गैसाबाद से लेकर पन्ना मार्ग में पड़ने वाले विभिन्न स्थानों पर गर्मजोशी के साथ फूल माला पहनाकर एवं तुलादान करके स्वागत किया गया । बृजेंद्र प्रताप सिंह के स्वागत में जगह जगह पुष्प वर्षा , मिठाइयों का वितरण एवं आतिशबाजी की गई ।

मध्य प्रदेश के नक्शे में सबसे पिछड़े जिले का दंश झेल रहे पन्ना के लोगों में बृजेंद्र प्रताप सिंह के विधायक बनते ही विकास की अपार संभावनाओं के सपने देखे जा रहे थे क्योंकि बृजेंद्र प्रताप सिंह की राजनीतिक छवि विकास पुरुष के रूप में देखी जाती है यही खास वजह रही है कि बृजेंद्र प्रताप सिंह का विधानसभा क्षेत्र बदलने के बाद भी पन्ना विधानसभा के लोगों द्वारा अपार जन समर्थन प्रदान करते हुए उन्हें पन्ना विधानसभा से विधायक चुना था।

गौरतलब है कि पन्ना जिले के लोगों में बृजेंद्र प्रताप सिंह के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पन्ना में विकास के सपने देखे जा रहे हैं इसीलिए लोगों में खासा उत्साह देखा गया और मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह का जगह जगह गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद बृजेंद्र प्रताप सिंह जब पहली बार पन्ना पहुंचे तब स्वागत का यह सिलसिला दोपहर में शुरू हुआ और देर रात तक जारी रहा। दमोह होते हुए बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने पन्ना की सीमा में प्रवेश किया यहां सीमा पर ही बड़ी संख्या में जमा भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उनका काफिला सिमरिया पहंुचा। कैबिनेट मंत्री बनने के बाद प्रथम सिमरिया नगर आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। सिमरिया में कार्यकर्ताओं द्वारा उनके काफिले को ग्राम रैकरा से फॉलो करते हुए सिमरिया रेस्ट हाउस में मंत्री का स्वागत हुआ। इस दौरान बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री और प्रदेश की संगठन का आभार व्यक्त किया।

उन्होने यहां उपस्थित लोगों को कहा कि हमें कैबिनेट में जगह मिली है, उसमें हम पूरे पन्ना जिले में हर गरीब के साथ हर कामों को लेकर हम और हमारे पवई विधायक प्रहलाद मिलकर पन्ना जिला के विकास के कामों को आगे बढ़ाएंगे। पन्ना जिले की जनता ने हमें जो प्यार दिया है हम उसके बहुत आभारी हैं। हम आपको यह विश्वास दिलाते हैं कि हम आपकी आकांक्षाओं पर सदैव खरे उतरेंगे। मंत्री के साथ पवई विधायक प्रहलाद सिंह लोधी सहित भाजपा नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इस अवसर पर अतिथि शिक्षक संघ द्वारा नियमितीकरण हेतु मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा एवं नियमितीकरण करवाए जाने का मंत्री से आग्रह किया। जिस पर मंत्री ने अतिथि शिक्षकों के साथ अन्याय ना होने की बात की और कहा हम आपके साथ हैं।
जिले की सीमा पर हुआ भव्य स्वागत

दमोह के रास्ते पन्ना आए बृजेन्द्र प्रताप सिंह का जिले की सीमा पर प्रवेश के साथ जमकर आतिशबाजी हुई और उपस्थित लोगों ने उनका स्वागत किया। यहां पवई विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के कई बड़े नेता उपस्थित रहे।यहां भाजपा नेत्री अमिता बागरी के नेतृत्व मे गुनौर विधानसभा के सभी कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। जिसमें जिला उपाध्यक्ष श्रीकांत त्रिपाठी, पूर्व मंडल अध्यक्ष शिव शंकर द्विवेदी, मंडल महामंत्री शैलेश अग्रवाल, मंडल महामंत्री धर्मेंद्र तिवारी, मंडल उपाध्यक्ष रमाकांत द्विवेदी, पुनीत जयसवाल, गजेंद्र परमार, बृजेश तिवारी, मोनिका तिवारी, अमित जैन, मनीष चनपुरिया, दादा पांडे, नंदनी द्विवेदी आदि कार्यकर्ताओं ने मिलकर स्वागत किया। इसके अलावा पवई विधानसभा क्षेत्र के नेता उमेश सोनी के साथ कई कार्यकर्ताओं ने मंत्री का स्वागत किया।
अमानगंज में जगह-जगह हुआ स्वागत

सिमरिया से बृजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ सैंकड़ों वाहनों का काफिला अमानगंज पहुचा जहां रास्ते भर कई गांवों में लोगों ने उनका स्वागत किया। अमानगंज के पवई तिराहे पर भाजपा नेताओं ने फूल बरसाकर मंत्री का स्वागत किया। इस दौरान पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष रम्मू मोर्या द्वारा बृजेन्द्र प्रताप सिंह का तुलादान किया गया। मंत्री ने सभी उपस्थित जनों का स्नेह के लिए आभार जताया और उनका काफिला आगे बढ़ चला। अमानगंज में मंडल उपाध्यक्ष प्रदीप अवस्थी एवं भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजीव खरे द्वारा भी अपने प्रतिष्ठानों के सामने स्वागत किया गया। नगर परिषद कार्यालय के पास पूर्व नगर परिषद उपाध्यक्ष राजू चौबे एवं प्रशांत चतुर्वेदी के नेतृत्व में स्वागत किया गया। इसके पश्चात अमानगंज स्थित गांधी चौक मैं पूर्व विधायक महेंद्र सिंह बागरी के नेतृत्व में पूर्व मंडल अध्यक्ष रामलाल लखेरा एवं उनकी पत्नी रोशनी लखेरा द्वारा मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह को स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया गया। अमानगंज पुलिस थाना चौराहा पर अमानगंज के कई नेताओं ने स्वागत किया। इस दौरान गुनौर के पूर्व । मंत्री के काफिले में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सतानंद गौतम, संजीत सरकार, जिला पंचायत अध्यक्ष रविराज सिंह यादव, जिला पंचायत उपाध्यक्ष माधवेन्द्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष राम बिहारी चौरसिया, जय प्रकाश चतुर्वेदी, अरजेन्द्र बुंदेला, अशोक गुप्ता, तरूण पाठक, मनु चैबे, रामू मौर्या अमानगंज मंगू पाठक, कमल लालवानी, पीसी यादव, राजेन्द्र यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
पन्ना आगमन पर नजर आया जोष

शाम 6 बजे मंत्री का काफिला अमानगंज से पन्ना पहंुचा। जहां सत्यम पैलिस के सामने भाजपा कार्यकर्ता उत्साह के साथ उनकी आगवानी के लिए खड़े थे। यहां पूर्व नगर पालिका मोहनलाल कुशवाहा, अंकुर त्रिवेदी, आशीष तिवारी, नरेन्द्र यादव, कैलाष गुप्ता, दीपेष व्यास, डीडी दुबे, रूप नगायच, नीरज लोधी, दुर्गेश शिवहरे, सचिन खरे, दीपक शर्मा सहित भाजपा नेताओं ने गर्मजोशी सेे स्वागत किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने किया स्वागत

मंत्री का काफिला डायमंड चैराहे पहंुचा, जहां स्थानीय लोगों ने मंत्री पर फूल बरसाए। आगे बढ़ते ही वन कर्मचारी संघ की ओर से बडी संख्या में उपस्थित कर्मचारियों ने मंत्री का स्वागत किया। कुछ दूरी पर जिला पंचायत अध्यक्ष रविराज सिंह यादव ने अपने घर के सामने मंत्री का आत्मीय स्वागत करते हुए जमकर आतिशबाजी की और पुष्प भेंट किए। इस दौरान यहां जिला पंचायत उपाध्यक्ष माधवेन्द्र सिंह, भाजपा नेता विवेक मिश्रा, तरूण पाठक, संदेश अग्रवाल, अजय पाठक, संतोष रैकवार चाणक्य ने स्वागत किया।
पूर्व मंत्री कुसुम मेहेंदले ने खिलाया रसगुल्ला

पन्ना की राजनीति की धुरी कही जाने वाली पूर्व मंत्री कुसुम सिंह महदेले को अपने अंदाज के लिए जाना जाता रहा है। बृजेन्द्र प्रताप सिंह से उनकी राजनैतिक प्रतिस्पर्धा भी नजर आई। लेकिन आज जब बृजेन्द्र कैबिनेट मंत्री बने तो पन्ना पहुचकर वे सबसे पहले अपनी नेता का आर्षीवाद लेने उनके घर पहुच गये। कुसुम महदेले ने भी उनका फूल बरसाकर स्वागत किया। घर के अंदर ले जाकर उन्हें मिठाई खिलाई। बृजेन्द्र प्रताप सिह ने महदेले के पैर छूकर आशीर्वाद मांगा। यह दृष्य पन्ना की राजनीति में बेहद अहम पल था। पूर्व मंत्री कुसुम मेहंदी लेने भी ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह को मंत्री बनने की बधाई देते हुए रसगुल्ला खिलाकर मुंह मीठा कराया और उन्हें बधाइयां दी। पूर्व कैबिनेट मंत्री कुसुम महदेले ने कहा कि बृजेंद्र प्रताप सिंह के कैबिनेट मंत्री के बाद पन्ना जिले के विकास में चार चांद लगेंगे
बृजेन्द्र प्रताप सिह की अगुवाई में पूरे शहर में लोग अपने घरों के बाहर स्वागत के लिए खड़े नजर आए। मंत्री का काफिला अस्पताल चैराहा होते हुए बेनीसागर चैराह पहुचा। यहां पुराने पाॅवर हाउस चौराहे पर नगर पालिका उपाध्यक्ष स्नेहलता पारासर के नेतृत्व में स्वागत किया गया । इस दौरान राजकुमार वर्मा, निजाम खान, रमेश शिवहरे, विजय साहू सलमान खान संजू यादव द्वारा स्वागत किया गया।
शहर में जगह-जगह मंत्री का स्वागत

जुलूस के दौरान कैबिनेट मंत्री विजय प्रताप सिंह अपने मामा के घर आरामगंज हाउस पहुंचे जहां भानू प्रताप सिंह, मझलेराजा, ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह व परिवार के सदस्यों ने आरती उतारकर स्वागत किया। नटके हनुमान मंदिर चौराहे पर कैलाष गुप्ता पार्षद ने स्वागत किया। मंत्री का काफिला गांधी चौक से पंचम सिंह चैराहा पहंुचा, जहां रास्ते में पूर्व विधायक राजेश वर्मा ने स्वागत किया। इसके बाद पंचम सिंह चौराहे पर जहां बबलू यादव द्वारा स्वागत किया गया। किंडरलैंड स्कूल के सामने गोस्वामी परिवार ने गर्मजोशी से स्वागत किया कचेहरी चौराहा, अजयगढ़ चैराहा काफिला बडा बाजार चैराहा पहंुचा जहां दीपेश व्यास ने मंत्री का स्वागत किया। यहां से बाजार के लोगों और व्यापारियों ने मंत्री का स्वागत किया। मंत्री का कफिला जैन मंदिर के पास पूर्व मंडी अध्यक्ष मीना पांडे एवं विष्णु पांडे, दुर्गेश शिवहरे सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।

गोविंद जी मंदिर चौराहे के पास रवि पाण्डेय, अशोक गुप्ता, भूपेंद्र सिंह परमार, संदेश अग्रवाल, संदीप यादव, छोटू गुप्ता, ने स्वागत किया। मोदी चौराहे पर रूपेष मोदी ने स्वागत किया। कटरा मोहल्ला में अकरम खान और मोहित सोनी से भव्य स्वागत किया। कोतवाली चौराहे पर अजेन्द्र सिंह बुंदेला, दिलीप षिवहरे ने स्वागत किया। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष स्व. बृजेन्द्र बुंदेला के पुत्र वंश बुंदेला ने मंत्री का स्वागत किया। इस के बाद गुल्लायची चैराहे होते हुए मंत्री का काफिला बल्देव स्वीट पहंुचा, जहां विनीत गुप्ता, पप्पू उपाध्याय एवं यशवंत सिंह चौहान द्वारा स्वागत किया गया। यहां से बीटीआई चौराहा होते हुए मंत्री का काफिला भाजपा कार्यालय पहंुचा और कार्यक्रम का औपचारिक समापन हुआ।
मोहित सोनी ने की जमकर आतिशबाजी

नगर के व्यापारी एवं होटल शानवी लैंड मार्क संचालक मोहित सोनी ने बृजेंद्र सिंह के घर के पास जोरदार आतिशबाजी की और जबरदस्त स्वागत किया चंदा सोनी अम्मा जी की उपस्थिति में कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह पर फूलों की वर्षा की गई और रंग-बिरंगे पोशाकों में सजे ढोल नगाड़ा और नृत्य स्वागत किया
सतना बेरियल में उदयपाल सिंह ने किया स्वागत

कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के नगर आगमन पर सतना वैरियल के पास उदयपाल सिंह कमताना ने जोरदार स्वागत किया और मिठाईयां बांटी गई बैरियर के पास खूबसूरत गेट बनाया गया था जैसे ही काफिला यहां पहुंचा फूल वर्षा कर स्वागत किया गया
देवरा मोड़ में हुआ स्वागत

भोपाल से चलकर मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह जब पहली बार पन्ना आ रहे थे तो देवरा मोड़ पर महेंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हुए और छोटी सी सभा को ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह ने संबोधित किया बड़ी संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने अपने मंत्री का स्वागत किया
कमल लालवानी ने किया स्वागत

जैसे ही कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह का काफिला शहर की ओर आगे बढ़ा व्यापार संघ के पदाधिकारी एवं भाजपा नेता कमल लालवानी ने जोरदार स्वागत किया कमल लालवानी दमोह पहुंचे थे सबसे पहले दमोह में स्वागत किया और जब जगह-जगह स्वागत हो रहा था तो अपने साथियों के साथ पन्ना में स्वागत किया गया
श्रेया एग्रो एजेंसीज पर हुआ स्वागत

भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधन के बाद कैबिनेट मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह जब घर जा रहे थे श्रेया एग्रो एजेंसी में शिवम चनपुरिया ने स्वागत किया और मिठाइयां बांटी






