नीलेश द्विवेदी हत्याकांड :- क्षत्रिय महासभा और कांग्रेस ने सौंपा ज्ञापन,,,, भाजपा पर क्षत्रियों को बदनाम करने के आरोप,,, घटना की निंदा की
नीलेश द्विवेदी हत्याकांड ने राजनीतिक रंग लिया
कांग्रेश के प्रतिनिधियों ने सौंपा ज्ञापन
क्षत्रिय महासभा ने हत्याकांड की निंदा की और भाजपा पर क्षत्रियों को बदनाम करने के आरोप लगाए
ककरहटी में सपाक्स के पूर्व जिलाध्यक्ष नीलेश द्विवेदी हत्याकांड से जहां इलाके के लोग दुखी है और गांव में दहशत का माहौल है ऐसे में यह घटना अब राजनीतिक रंग लेती जा रही है आज क्षत्रिय महासभा के प्रतिनिधियों ने एसपी को एक ज्ञापन सौंपा है और भाजपा के नेताओं पर राजनीति कर क्षत्रियों को बदनाम करने के आरोप लगाए हैं

क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह परमार ने इस हत्याकांड की निंदा की कहा दोषियों पर कार्यवाही होनी चाहिए पर निर्दोषों को फंसाया न जाए जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने इस निर्मम हत्या कांड को राजनीतिक रंग देकर क्षत्रियों को सामूहिक गाली दी है इसकी क्षत्रिय महासभा निंदा करता है
एक अन्य ज्ञापन में कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधियों ने भी भाजपा नेताओं पर ऐसे ही आरोप लगाए हैं पूर्व मंत्री कैप्टन जयपाल सिंह ने कहा कि भाजपा के लोग राजनीति कर रहे हैं जो उचित नहीं है हालांकि यह बात भी सच है कि इस निर्मम हत्या कांड को राजनीतिक रंग देने में राजनीति करने वाले लोग ही आगे हैं

नीलेश द्विवेदी के पीड़ित परिवार से कांग्रेस का कोई बड़ा नेता मिलने और संवेदना व्यक्त करने नहीं पहुंचा वहीं खजुराहो सांसद बीडी शर्मा पन्ना भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम , पूर्व विधायक महेंद्र बागरी, जिला पंचायत अध्यक्ष रवि राज यादव , जिला पंचायत उपाध्यक्ष माधवेंद्र सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद तिवारी बड़ी संख्या में भाजपा नेता कल पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे और इसके पहले भाजपा के नेता संजय नगायच और अंकुर त्रिवेदी सहित बड़ी संख्या में लोग शव के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए थे यहीं से हत्याकांड को अब राजनीति और जातिवाद का रंग देने की कोशिश की जा रही है
जबकि सच्चाई यह है कि जिस घर में यह हृदय विदारक घटना हुई है वह अपूरणीय क्षति है और इस परिवार को न्याय मिलना चाहिए
मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिले में फैले पन्ना टाइगर रिजर्व में बुंदेली जींस के बाघ पूरी तरह से खत्म हो चुके है बाघों के लिए अनुकूल धरती अपनी ओर टाइगर रो को आकर्षित करती है यही कारण है कि 2009 में पूरी तरह से बाघों के खात्मे के बाद जब सरकार ने बाघ पुनर्स्थापना योजना शुरू की तो लगातार बाघों के प्रजनन से बुंदेलखंड की यह धरती आबाद हो गई है यहां की मनोरम वादियों के बीच जंगल के राजा की दहाड़ सुनाई देती है हालत तो अब यह हो गई हैं के टाइगर नेशनल हाईवे में भी विचरण करने लगे हैं हाल ही में एक टाइगर ने बीच सड़क में गाय का शिकार किया यानी हर जगह टाइगर दिखाई देते हैं लेकिन बाघों की प्रजनन मैं महत्वपूर्ण रोल अदा करने वाली मेल टाइगर जिसने इस वंश वृद्धि को बढ़ाया वह बाघ अब अपने रहवास के लिए परेशान है उसी की संतानों ने ही उसकी टेरिटरी में कब्जा कर लिया

पन्ना टाईगर रिजर्व में 7-8 वर्षों तक एकक्षत्र राज करने वाला वनराज टी-3 अब बूढ़ा हो गया है। उम्रदराज होने पर उसकी अपनी ही सन्तानों ने इस वनराज से उसकी बादशाहत छीनकर साम्राज्य से बेदखल कर दिया है। ऐसी स्थिति में यह बूढ़ा बाघ बेघर होकर पन्ना टाईगर रिजर्व के कोर क्षेत्र से बाहर बफर क्षेत्र में यहां से वहां भटकने को मजबूर है। इतना ही नहीं इस नर बाघ के संसर्ग से पन्ना टाईगर रिजर्व में बाघों की नई दुनिया को आबाद करने में अहम भूमिका निभाने वाली सफलतम रानी टी-2 व पटरानी टी-1 भी उम्र बढऩे के साथ ही एकाकी जीवन जी रही हैं। इन दोनों बाघिनों ने पिछले ढाई-तीन वर्ष से शावकों को जन्म नहीं दिया है। बाघ पुनस्र्थापना योजना को चमत्कारिक सफलता दिलाने वाले ये तीनों संस्थापक बाघ (एक नर व दो मादा) जिन्दगी के अन्तिम पड़ाव पर हैं।
उल्लेखनीय है कि रहस्य और रोमांच से भरी जंगल की दुनिया बहुत ही निराली होती है। यहाँ हर पल कुछ न कुछ ऐसा घटित होता रहता है जो लोगो विश्मय विमुग्ध कर देता है। वर्ष 2009 में पन्ना टाईगर रिजर्व के बाघ विहीन हो जाने पर यहां बाघों की नई दुनिया को फिर से आबाद करने की दास्तान भी बेहद रोचक और दिलचस्प है। यहाँ बाघों के उजड़ चुके संसार फिर आबाद करने के लिये मार्च 2009 में ही बाघ पुनर्स्थापना योजना की शुरूआत तब हुई, जब कान्हा व बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व से दो बाघिनों को पन्ना लाया गया। उस समय तक वन अधिकारियों का यह मानना था कि पन्ना के जंगल में एक नर बाघ मौजूद है। यही वजह है कि शुरूआत में सिर्फ दो बाघिनों को लाया गया, लेकिन जब इन्हें खुले जंगल में स्वच्छन्द विचरण के लिये छोड़ा गया तब पता चला कि पन्ना का इकलौता बचा नर बाघ लापता हो गया है। ऐसी स्थिति में बाघों की वंशवृद्धि के लिये प्रजनन क्षमता वाला नर बाघ कहीं अन्यत्र से यहां लाने की योजना बनी और 7 नवम्बर 2009 को पेंच टाईगर रिजर्व से बाघ टी-3 को पन्ना लाया गया।
नया ठिकाना इस नर बाघ को नहीं आया रासपेंच टाईगर रिजर्व से तकरीबन 400 किमी की दूरी सड़क मार्ग से तय करने के बाद पन्ना पहुँचे इस नर बाघ को एक हफ्ते तक बडग़ड़ी स्थित बाड़े में रखा गया। जब इस वनराज को बाड़े से पन्ना के खुले जंगल में विचरण हेतु रिलीज किया गया तो कुछ दिनों तक यह बाघ यहां के जंगल और आबोहवा का जायजा लिया जो शायद उसे रास नहीं आया। फलस्वरूप यह नर बाघ गहरीघाट-किशनगढ़ की ओर से पन्ना टाईगर रिजर्व के जंगल को अलविदा करते हुये अपने पुराने ठिकाने की ओर चल पड़ा। पेंच के इस बाघ ने एक माह से अधिक समय तक पार्क के अधिकारियों को हैरान और परेशान किया और अपने मूल ठिकाने की तरफ साढ़े चार सौ किमी की लम्बी दूरी तय कर डाली।
वन अधिकारियों की टीम ने किया सतत पीछापन्ना में बाघों के उजड़ चुके संसार को फिर से बसाने के लिये संकल्पित तत्कालीन क्षेत्र संचालक आर. श्रीनिवास मूर्ति व उप संचालक विक्रम सिंह परिहार तथा उनकी टीम ने हिम्मत नहीं हारी और इस बाघ का निरन्तर पीछा करते रहे। इस बाघ ने अपने अनूठे संकेतों से सुरक्षा व बिगड़ते हुये कॉरीडोरों के संबंध में भी प्रश्र चिह्न खड़े किये, जिससे वन अधिकारियों ने खासा सबक लिया। पन्ना में एक नया इतिहास रचने वाले इस नर बाघ को बेहोश कर 25 दिसम्बर 2009 को पुन: पन्ना लाया गया और 26 दिसम्बर को इसे खुले जंगल में छोड़ दिया गया।
बाघ को पन्ना में रोकने किया गया अभिनव प्रयोगपेंच का यह नर बाघ पन्ना टाईगर रिजर्व के जंगल को छोड़ फिर अपने मूल ठिकाने की ओर फिर कूच न करे, इसके लिये क्षेत्र संचालक श्री मूर्ति ने एक अभिनव युक्ति का प्रयोग किया। इस वनराज को आकर्षित करने के लिये बाघिन के यूरिन का जंगल में छिड़काव कराया गया, जिसका परिणाम यह हुआ कि चार दिन के भीतर ही बाघ टी-3 व बाघिन टी-1 की मुलाकात हो गई। बाघ और बाघिन के इस मिलन से पन्ना में नन्हे शावकों की नई पीढ़ी का आगमन हुआ। बाघिन टी-1 ने 16 अप्रैल 2010 को पन्ना टाईगर रिजर्व के धुंधुवा सेहा में अपनी पहली सन्तान को जन्म दिया। इसके बाद से यहां शावकों के जन्म का सिलसिला अनवरत् जारी है। मौजूदा समय पन्ना टाईगर रिजर्व में बाघों की संख्या 50 के आँकड़े को भी पार कर गई है।
वृद्ध बाघ टी-3 अब बफर में गुजार रहा जिन्दगीफादर आफ दि पन्ना टाईगर रिजर्व के खिताब से नवाजा जा चुका वनराज टी-3 अब 16-17 वर्ष की आयु का हो चुका है। यह उम्र जंगल के बाघों की औसत उम्र से बहुत ज्यादा है। जंगल में अमूमन बाघ की औसत उम्र 12 से 14 वर्ष तक ही होती है, इस लिहाज से भी टी-3 एक नया रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर है। उम्रदराज होने के कारण शारीरिक रूप से कमजोर हो चुका यह बाघ अब कोर क्षेत्र में अपना साम्राज्य कायम रखने की स्थिति में नहीं है। फलस्वरूप अपनी ही सन्तानों से बचने के लिये यह कोर क्षेत्र को अवलिदा कह बफर क्षेत्र में शेष बचा जीवन मवेशियों का शिकार करके गुजार रहा है। अभी हाल ही में बलैया सेहा के जंगल में बाघ पी-213(31) ने हमला कर इसे घायल भी कर दिया था। फलस्वरूप यह इलाका छोड़ टी-3 ने दूसरे इलाके में शरण ली है।
सपाक्स के पूर्व जिला अध्यक्ष की गोली मारकर हत्या
इलाज के दौरान रीवा में हुई मौत
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से ली थी भाजपा की सदस्यता
समाना निवासी लालसाब पर साथियों के साथ मिलकर गोली मारने का आरोप
मृतक ने मरने से पहले बताया लाल साहब का नाम
अब तक चार के नाम सामने आए
आज पन्ना जिले के ककरहटी ग्राम के मोहनपुरा में सपाक्स पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष निलेश द्विवेदी पर गांव के ही 4 लोगों ने गोली मार दी जिसे गंभीर हालत में सतना ले जाया गया जहां उसे प्राथमिक उपचार देकर रीवा के लिए रेफर किया गया यहां रीवा में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई बताते हैं कि चुनावी रंजिश के कारण विवाद काफी दिनों से चला आ रहा था उसी के चलते 4 आरोपियों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया और घटना कारित करके मौके से फरार हो गए
-घायल हुए युवक को पन्ना से सतना ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई वहीं पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी कर दी है और आरोपी को पकड़ने की पूरी कोशिश की जा रही है हालांकि इन दोनों पक्ष का काफी दिनों से विवाद चल रहा था और विवाद के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया
मृतक का जो वीडियो सामने आया है उसमें वह लाल साहब का नाम ले रहा है कह रहा है कि 4 लोग सामने दिखे और दो पुलिया के नीचे थे
वही मृतक के साथी का कहना है कि दो लाख लूटे गए इसके बाद गोलियां मारी एक चौधरी और एक मुस्लिम का भी नाम बता रहे
लोकसभा में फिर बोले बीडी शर्मा
मझगांव डैम की कैनाल के लिए यूपी से दिलाएं एनओसी
पन्ना जिले के लोगों में खुशी का माहौल
खजुराहो लोकसभा से जाने वाले सांसद सामान्यतः लोकसभा में मौन धारण किए रहते थे इलाके के लोग अपने सांसद को लोकसभा में बोलते देखने के लिए परेशान रहते थे पर नवनिर्वाचित सांसद बीडी शर्मा जिस तरह से क्षेत्र का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं उससे पन्ना जिले सहित पूरी खजुराहो लोकसभा में खुशी का माहौल है उम्मीद है लोकसभा में अपनी आवाज उठाने वाली सांसद कुछ ना कुछ अवश्य कर पाने में सफल रहेंगे
अपने चुनाव के दौरान बीडी शर्मा शर्मा ने खजुराहो लोकसभा के मतदाताओं से जो वादे किए थे उन वादों पर लोकसभा में लगातार उठा रहे हैं एक बार फिर बीडी शर्मा लोकसभा में बोलते दिखाई दिए उन्होंने पन्ना जिले में निर्माणाधीन मझगांय डैम परियोजना का मुद्दा उठाया
मझगांय डेम के निर्माण से इलाके के आधा सैकड़ा से अधिक गांव को पर्याप्त मात्रा में पेयजल और सिंचाई का पानी उपलब्ध होगा पर 1 किलोमीटर की कैनाल की एनओसी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नहीं दिए जाने के कारण डैम का निर्माण बंद हो गया है
लिहाजा पन्ना जिले की लोगों की मांग को लेकर बीडी शर्मा लोकसभा अध्यक्ष से बोले की मझगांय डैम मेरी लोकसभा का महत्वपूर्ण डैम है जिसकी एनओसी उत्तर प्रदेश सरकार ने नहीं दी काम प्रभावित हो रहा है यदि उत्तर प्रदेश 1 किलोमीटर की एनओसी दे देता है तो हजारों लोगों को पानी प्राप्त होगा और अजयगढ़ क्षेत्र में विकास की गति में तेजी आएगी लिहाजा अध्यक्ष महोदय उत्तर प्रदेश से सरकार से तत्काल मजगांय डैम की कैनाल के लिए एनओसी दिलाएं
लोकसभा में यह बोलते देख पन्ना शहर निवासी लोकेंद्र सिंह परमार ने खुशी जाहिर की है हिंदूपथ महल के नजदीक रहने वाले लोकेंद्र सिंह ने कहा कि हमारी आंखें अपने सांसद को टीवी में बोलते देखने के लिए तरसती रही है 46 वर्ष की उम्र होने के बाद भी अपने सांसद को बोलते देखने की इच्छा थी पर पुराने कोई भी सांसद पन्ना जिले का मुद्दा नहीं उठाते थे लोकेंद्र सिंह सहित पन्ना शहर के लोगों ने कहा कि हमें उम्मीद है कि जिस तरह से कई मुद्दे सांसद बीडी शर्मा ने उठाए हैं उससे पन्ना जिले की विकास को गति मिलेगी और आजादी के इतने दिनों बाद भी उन्हें पड़े तमाम विवाद सुलझे गे उन्होंने बीडी शर्मा को शुभकामनाएं दी और कहा क्षेत्र के विकास के लिए ऐसे ही संघर्ष करें
खजुराहो लोकसभा की जनता अपने सांसद के साथ है
जुआ के अड्डे पर देर रात छापा
दो चौकी प्रभारी निलंबित सहित तीन निलंबित
एसपी के निर्देश पर पन्ना की विशेष दल ने की कार्यवाही
टीआई को नोटिस
छतरपुर जिले का बड़ा जुआरी भागा
एसपी मयंक अवस्थी ने लगातार हो रहे जुआ और उसको पकड़ने में लापरवाही बरतने के आरोप में चौकी प्रभारी मोहंद्रा हरीराम उपाध्याय चौकी प्रभारी हरदुआ डीपी कुशवाहा और प्रधान आरक्षक रामकृपाल धाकड़ थाना सिमरिया को निलंबित कर दिया गया है जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया इतना ही नहीं एसपी ने लापरवाह टीआई सिमरिया आसाराम अहिरवार को शो का नोटिस जारी किया गया एसपी ने जिले में शराब की अवैध बिक्री जुआ और रेत के अवैध व्यापार की को पकड़ने विशेष टीम बनाई है
पन्ना पुलिस अधीक्षक की टीम द्वारा जुआ फङ पर छापा
दिनांक 05.07.19 को पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी को मुखबिर व्दारा सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम अम्हा के आगे बनौली रोड के पास जबाहर लोधी की नर्सरी थाना सिमरिया में बाहरी लोग जुआ खेल रहे हैं जो पुलिस अधीक्षक पन्ना के आदेश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व्ही.के. एस. परिहार के मार्ग दर्शन में व श्रीमान एस.डी.ओ.पी. पवई बलराम सिंह परिहार के निर्देशन में थाना प्रभारी सुनवानी उपनिरीक्षक वहीद अहमद खान को रेड कार्यवाही करने हेतु पुलिस अधीक्षक पन्ना मंयक अवस्थी के द्वारा आदेशित किया गया जो थाना प्रभारी सुनवानी उपनिरीक्षक वहीद अहमद खान के द्वारा अपनी टीम के साथ जवाहर लोधी की नर्सरी में रात्री करीब 1 बजे जाकर रेड कार्यवाही की गई जो जुआडी गैस (पेट्रोमैक्स) की रोशनी में तास के पत्तों पर रूपयों के हारजीत का दाव लगाकर जुआ खेलते दिखे जिन्हे टीम के द्वारा घेराबन्दी कर पकङा गया जिसमे 01. राजू पिता अम्मू प्रसाद गुप्ता उम्र 41 साल निवासी सिहोरा जिला जबलपुर 02. ,संतोष पिता किशनलाल चौरसिया उम्र 41 साल निवासी सिहोरा जिला जबलपुर 03. ,दिनेश पिता रामचरन बर्मन उम्र 26 साल निवासी सिहोरा जिला जबलपुर को पकडा व 01. वीरू पाठन निवासी राजनगर ,02. कल्लू खटीक निवासी राजनगर ,03.अद्दे खटीक निवासी राजनगर जिला छतरपुर ,04. बल्लू अग्रवाल निवासी रैपुरा जिला पन्ना ,05.लक्ष्मण सिंह ठाकुर निवासी दनवारा व06. गोविन्द्र सिंह ठाकुर निवासी दनवारा थाना सिमरिया जिला पन्ना के अंधेरा का लाभ लेकर पेडों की आड लेकर भाग गये उक्त पकङे गए तीनों के फड व जेव से कुल रकम 20545 रूपये नगद ,तास के 52 पत्ते ,एक प्लास्टिक का डिब्बा पानी भरा , एक स्टील का लोटा , दो स्टील के गिलास , दो बरसाती संफेद रंग की , पाँच राजश्री गुटखा के पाऊच , दो बिस्टल सिगरेट की डिब्बी भरी हुई व सात बंडल बीडी के , छ: माचिस व एक गैस सिलेन्डर मौके से जप्त किया गया , अपराध की कायमी थाना सिमरिया से करायी गई । उक्त कार्यवाही मे थाना सुनवानी से प्रधान आरक्षक 414 हेतराम शुक्ला प्रधान आरक्षक 555 प्रेमलाल शर्मा प्रधान आरक्षक 408 चन्द्र कुमार बागरी आरक्षक 520 संदीप कुशबाहा आरक्षक 319 राजललन सिंह आरक्षक 577 श्यामलाल सैनिक 79 रोशनलाल एवं पुलिस लाईन के प्रधान आरक्षक 558 लल्लू सिंह आरक्षक 603 शिशुपाल आरक्षक 582 सुभम शुक्ला आरक्षक 181 केशव सिंह आरक्षक 381 लक्ष्मीनारायण आरक्षक 606 राकेश पटेल आरक्षक 707 आलोक सिंह आरक्षक 689 सुजीत सिंह आरक्षक 695 वैभव मिश्रा रहे जिन्हे पुलिस अधीक्षक महोदय व्दारा उक्त टीम को पुरूषकृत करने की घोषणा की है ।
ऐतिहासिक जगन्नाथ स्वामी मंदिर से निकलेंगे सुभद्रा और बलभद्र
बुन्देलखण्ड के पन्ना जिले में अनूठी है रथयात्रा की परम्परा
जगन्नाथपुरी के बाद देश की सबसे पुरानी रथयात्राओं में शामिल
इस धार्मिक समारोह में मिलती है राजशी ठाट-बाट व वैभव की झलक
बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पन्ना में हर साल आयोजित होने वाली रथयात्रा की परम्परा अनूठी है । देश की तीन सबसे पुरानी व बड़ी रथयात्राओं में पन्ना की रथयात्रा भी शामिल है। ओडि़शा के जगन्नाथपुरी की तर्ज पर यहां आयोजित होने वाले इस भव्य धार्मिक समारोह में राजशी ठाट-बाट और वैभव की झलक देखने को मिलती है । रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ स्वामी की एक झलक पाने समूचे बुन्देलखण्ड क्षेत्र से हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुँचते हैं । पन्ना जिले के इस सबसे बड़े धार्मिक समारोह के दरम्यान यहां की अद्भुत और निराली छटा देखते ही बनती है । पन्ना की यह ऐतिहासिक रथयात्रा 166 वर्ष पूर्व तत्कालीन पन्ना नरेश महाराजा किशोर सिंह द्वारा शुरू कराई गई थी, जो परम्परानुसार अनवरत् जारी है । इस वर्ष रथयात्रा 4 जुलाई को शाम 6:30 बजे पूरे विधि विधान के साथ जगन्नाथ स्वामी मन्दिर से निकलेगी।
उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले की प्राचीन व ऐतिहासिक रथयात्रा महोत्सव को भव्यता व गरिमा प्रदान करने के लिये इस वर्ष विशेष तैयारियां की जा रही हैं । जिले के प्रशासनिक मुखिया कर्मवीर शर्मा सहित नगर के गणमान्य जन इसमें विशेष रूचि ले रहे हैं । जानकारों का कहना है कि पन्ना नरेश महाराजा किशोर सिंह ने जब यहां रथयात्रा महोत्सव की शुरुआत की थी, उस समय वे पुरी से भगवान जगन्नाथ स्वामी जी की मूर्ति लेकर आये थे और पन्ना में भव्य मन्दिर का निर्माण कराया था। पुरी में चूंकि समुद्र है इसलिये पन्ना के जगन्नाथ स्वामी मन्दिर के सामने सुन्दर सरोवर का निर्माण कराया गया था। तभी से यहां पुरी की ही तर्ज पर रथयात्रा समारोह का आयोजन होता है जिसमें लाखों लोग पूरे भक्ति भाव और श्रद्धा के साथ शामिल होते हैं । ऐसी किवदंती है कि जिस वर्ष यहां मन्दिर का निर्माण हुआ तो यहाँ अटका चढ़ाया गया। महाराजा किशोर सिंह को स्वप्न आया कि पन्ना में अटका न चढ़ाया जाये अन्यथा पुरी का महत्व कम हो जायेगा। इसलिये यहां भगवान जगन्नाथ स्वामी को अंकुरित मूँग का प्रसाद चढ़ाया जाता है । आज भी यहां पर अंकुरित मूँग व मिश्री का प्रसाद चढ़ता है ।
शहर के पुराने बुजुर्ग बताते हैं कि राजाशाही जमाने में पन्ना की रथयात्रा बड़े ही शान-शौकत व वैभव के साथ निकलती थी। इस रथयात्रा में सैकड़ों हांथी, घुड़सवार, सेना के जवान, राजे-महाराजे व जागीरदार सब शामिल होते थे। रूस्तम गज हांथी की कहानी भी यहां काफी प्रचलित है । बताते हैं कि तत्कालीन महाराज का यह प्रिय हांथी रथयात्रा में अपनी सूड़ से चाँदी का चँवर हिलाते हुये चलता था। हिन्दू पंचांग के अनुसार आषाढ़ शुक्ल माह की द्वितीय तिथि को यहां पुरी के जगन्नाथ मन्दिर की तरह हर साल रथयात्रा निकलती है । रथयात्रा के दौरान यहां भी भगवान जगन्नाथ अपनी बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ मन्दिर से बाहर सैर के लिये निकलते हैं । यह अनूठी रथयात्रा पन्ना से शुरू होकर तीसरे दिन जनकपुर पहुँचती है । तत्कालीन पन्ना नरेशों द्वारा जनकपुर में भी भव्य मन्दिर का निर्माण कराया गया है । रथयात्रा के जनकपुर पहुँचने पर यहां के मन्दिर को बड़े ही आकर्षक ढ़ंग से सजाया जाता है तथा यहां पर मेला भी लगता है ।
धार्मिक पर्यटन को मिल सकता है बढ़ावा
यहाँ यह उल्लेखनीय है कि पन्ना की इस प्राचीन और ऐतिहासिक रथयात्रा को राष्ट्रीय स्तर पर जो पहचान मिलनी चाहिये थी, वह नहीं मिल सकी। इस दिशा में यदि शासन स्तर पर ठोस व प्रभावी पहल की जाये तो पन्ना में ईको टूरिज्म के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकता है । रियासत काल में इस समारोह का महत्व इतना ज्यादा था कि तत्कालीन नरेशों ने जगन्नाथ स्वामी मन्दिर से लेकर अजयगढ़ चौराहा तक डेढ़ किमी. रथयात्रा मार्ग के दोनों तरफ बरामदा का निर्माण कराया था, जहां पर रथयात्रा में शामिल होने के लिये आने वाले श्रद्धालु ठहरते थे। लेकिन प्रशासनिक उदासीनता के चलते वह प्राचीन व्यवस्था अतिक्रमण के चलते ध्वस्त हो गई फलस्वरूप रथयात्रा वाला मार्ग संकीर्ण हो गया। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पन्ना के ऐतिहासिक रथयात्रा को उसका पुराना वैभव वापस दिलाने की दिशा में रूचि ली थी और वे 2003 में पन्ना आकर समारोह में शामिल हुये थे। लेकिन इसके बाद फिर किसी मुख्यमंत्री ने पन्ना की प्राचीन रथयात्रा को वह महत्व नहीं दिया, जिसकी पन्ना नगर के लोग अपेक्षा करते हैं । पन्ना नगरवासियों का यह मानना है कि समूचे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोगों की आस्था व धार्मिक महत्ता को देखते हुये पन्ना की ऐतिहासिक व प्राचीन रथयात्रा समारोह को राज्य उत्सव का दर्जा मिलना चाहिये।
राजनैतिक अनदेखी का भी शिकार
पहले राज परिवार के सदस्यों के साथ वर्तमान के राजा यानी सरकार के नुमाइंदे इस रथयात्रा में शामिल हुआ करते थे जिससे प्रशासन और भी व्यवस्थाएं करता था पर बीते कुछ वर्षों से राजनैतिक रूप से अनदेखी होने के कारण बड़े राजनेता नहीं शामिल होते जिससे जो सुरक्षा के या प्रशासनिक व्यवस्था के इंतजाम होने चाहिए वे पूरे नहीं हो पाते
आज जगन्नाथ स्वामी की रथयात्रा निकलेगी पर जनकपुर जाने के रास्ते में गल्ला मंडी के आगे रास्ता बेहद खराब है बरसात होने के कारण पानी भर गया है लापरवाही कहें या गैर जिम्मेदारी दोनों पटरियों में मिट्टी भरकर ऊंचा कर दिया गया और मिट्टी भर दी गई सड़क डिपार्टमेंट ने ध्यान नहीं दिया बीच सड़क में पानी भर गया है जिससे 2 दिन से निकलने वालों को भारी परेशानी हो रही है और इसी परेशानी का सामना रथ यात्रा को भी करना पड़ेगा
एनआरसी में लगने लगी कुपोषित बच्चों की भीड़
अधिकारी कुपोषित बच्चों को ले रहे हैं गोद
कलेक्टर ने शुरू की कुपोषण के खिलाफ तेज मुहिम

कहावत है कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता पर लगता है अब यह कहावत बदल रही है क्योंकि पन्ना जिले में एक व्यक्ति के बदलने से पूरा हालात बदल जाते हैं ऐसा ही अब फिर एक मामला चर्चा में है और उसका असर भी दिखाई देने लगा है पन्ना के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिले में कुपोषण के खिलाफ व्यक्तिगत रुचि के आधार पर मुहिम चला रखी है इसका परिणाम सामने दिखाई देने लगा है क्योंकि जो पोषण पुनर्वास केंद्र महिला बाल विकास की लापरवाही के कारण खाली पड़े रहते थे अब उन पोषण पुनर्वास केंद्रों में भारी भीड़ नजर आने लगी है

गांव की जिस भी गली में देखा जाए हर जगह कुपोषित बच्चे देखने को मिल रहे हैं सरकारी रिकॉर्ड में भले ही कुपोषण ना हो लेकिन इसकी जमीनी हकीकत एकदम उलट थी और यही कारण है की धरातल में कुपोषण होने के बावजूद ग्राउंड की सच्चाई सामने नहीं आ पा रही थी अब कलेक्टर पन्ना की प्रयास से पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों की भारी भीड़ जुट रही है और कलेक्टर ने निजी रुचि के आधार पर अधिकारियों से कुपोषण दूर करने की मुहिम में शामिल होने की अपील की और कहा कि जो कुपोषित बच्चे हैं उनका कुपोषण दूर करने के लिए उन्हें गोद लिया जाए और
उनका कुपोषण दूर करने अपने निजी संसाधनों से पहल भी करें उन्होंने स्वयं भी पोषण पुनर्वास केंद्र पन्ना जाकर एक बच्चे को गोद लिया और उसका यह परिणाम हुआ कि मैं अकेला ही चला था कारवां जुड़ता गया और उनके साथ साथ अब तमाम अधिकारी भी कुपोषित बच्चों को गोद ले रहे हैं
आज पन्ना की तहसीलदार दीपक चतुर्वेदी और पटवारी वीरेंद्र त्रिपाठी ने भी एक एक बच्चे को गोद लिया है
एसपी ने दो बच्चे लिए गोद
पन्ना एसपी मयंक अवस्थी ने कलेक्टर की मुहिम से जोड़ते हुए देवेंद्र नगर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती दो बच्चों को गोद लिया है और इन बच्चों की कुपोषण दूर होने तक परवरिश एसपी मयंक अवस्थी करेंगे हालांकि यह तय नहीं है कि जो व्यक्ति गोद कुपोषित बच्चों को ले रहा है वह क्या मदद करेगा पर इतना स्पष्ट है कि यदि गोद लिया जाता है तो खाने-पीने दिख रहा की व्यवस्था करेंगे जिससे इन वासु गरीब बच्चों का कुपोषण दूर होगा और उनका स्वास्थ्य ठीक हो सकेगा
कलेक्टर की जाते ही ठप हो जाते हैं उनकी विशेष प्रोग्राम
अच्छी बात है कि कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने कुपोषण के खिलाफ तेज मुहिम शुरू की है इसका फायदा गरीब कुपोषित असहाय बच्चों को जरूर मिलेगा कुपोषित बच्चों की मदद करने वाले लोगों को पुण्य भी प्राप्त होगा पर सच है कि जब कोई कलेक्टर अपने व्यक्तिगत रूचि से कोई अच्छा प्रोग्राम शुरू करता है तो उनकी जाते ही पूरे प्रोग्राम ठप हो जाते हैं जैसे धरम सागर तालाब की खुदाई तत्कालीन कलेक्टर शिव नारायण सिंह चौहान की निजी प्रयास और जनभागीदारी से हुए थे उनके स्थानांतरण होते ही धरम सागर की खुदाई और घाट निर्माण का कार्य ठप हो गया जानलेवा सरिया अब भी निकले हुए हैं पर उनको ढकने वाला भी 3 साल में कोई नहीं मिला
इसी तरह तत्कालीन कलेक्टर अजीत कुमार ने छोटे-छोटे अस्पतालों में डिलीवरी और स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की मुहिम शुरू की थी उनके जाते ही स्वास्थ्य विभाग आहें भरने लगा इसी तरह कई मामले हैं जब निजी प्रयासों से सफलताएं तो अच्छी मिलती है पर उनके जाते ही प्रोग्राम थप्पड़ जाते हैं इसलिए कहावत भी बदली जा सकती है कि अकेला चना भाड़ छोड़ता है
एनआरसी में लगने लगी कुपोषित बच्चों की भीड़
अधिकारी कुपोषित बच्चों को ले रहे हैं गोद
कलेक्टर ने शुरू की कुपोषण के खिलाफ तेज मुहिम
कहावत है कि अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता पर लगता है अब यह कहावत बदल रही है क्योंकि पन्ना जिले में एक व्यक्ति के बदलने से पूरा हालात बदल जाते हैं ऐसा ही अब फिर एक मामला चर्चा में है और उसका असर भी दिखाई देने लगा है पन्ना के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने जिले में कुपोषण के खिलाफ व्यक्तिगत रुचि के आधार पर मुहिम चला रखी है इसका परिणाम सामने दिखाई देने लगा है क्योंकि जो पोषण पुनर्वास केंद्र महिला बाल विकास की लापरवाही के कारण खाली पड़े रहते थे अब उन पोषण पुनर्वास केंद्रों में भारी भीड़ नजर आने लगी है
गांव की जिस भी गली में देखा जाए हर जगह कुपोषित बच्चे देखने को मिल रहे हैं सरकारी रिकॉर्ड में भले ही कुपोषण ना हो लेकिन इसकी जमीनी हकीकत एकदम उलट थी और यही कारण है की धरातल में कुपोषण होने के बावजूद ग्राउंड की सच्चाई सामने नहीं आ पा रही थी अब कलेक्टर पन्ना की प्रयास से पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों की भारी भीड़ जुट रही है और कलेक्टर ने निजी रुचि के आधार पर अधिकारियों से कुपोषण दूर करने की मुहिम में शामिल होने की अपील की और कहा कि जो कुपोषित बच्चे हैं उनका कुपोषण दूर करने के लिए उन्हें गोद लिया जाए और उनका कुपोषण दूर करने अपने निजी संसाधनों से पहल भी करें उन्होंने स्वयं भी पोषण पुनर्वास केंद्र पन्ना जाकर एक बच्चे को गोद लिया और उसका यह परिणाम हुआ कि मैं अकेला ही चला था कारवां जुड़ता गया और उनके साथ साथ अब तमाम अधिकारी भी कुपोषित बच्चों को गोद ले रहे हैं
आज पन्ना की तहसीलदार दीपा चतुर्वेदी और पटवारी वीरेंद्र त्रिपाठी ने भी एक एक बच्चे को गोद लिया है
एसपी ने दो बच्चे लिए गोद
पन्ना एसपी मयंक अवस्थी ने कलेक्टर की मुहिम से जोड़ते हुए देवेंद्र नगर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती दो बच्चों को गोद लिया है और इन बच्चों की कुपोषण दूर होने तक परवरिश एसपी मयंक अवस्थी करेंगे हालांकि यह तय नहीं है कि जो व्यक्ति गोद कुपोषित बच्चों को ले रहा है वह क्या मदद करेगा पर इतना स्पष्ट है कि यदि गोद लिया जाता है तो खाने-पीने दिख रहा की व्यवस्था करेंगे जिससे इन वासु गरीब बच्चों का कुपोषण दूर होगा और उनका स्वास्थ्य ठीक हो सकेगा
प्रेस के सामने ठगों को लेकर आए एसपी
मयंक अवस्थी ने कहा बड़ी सफलता
20 हजार का इनाम घोषित था
साइबर ट्रैकिंग से पकड़े गए ठग
5लाख 90 हजार के धोखाधड़ी का खुलासा
2 आरोपी गिरफ्तार उनके कब्जे से 1 लाख रूपये नगद एवं 10 ए.टी.एम. कार्ड एवं अपराध मे प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार बरामद
आवेदक जगत सिंह पिता रामसिंह घोष उम्र 59 वर्ष निवासी ग्राम करहिया पोस्ट डडवरिया हाल भृत्य नगर पंचायत देवेन्द्रनगर द्वारा किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा फरियादी का ए.टी.एम. कार्ड बदलकर दिनांक दिनांक 18/01/2019 से लगातार दिनांक 06/02/2019 तक आवेदक के स्टेट बैंक खाता क्रमांक 11400391349 से 5 लाख 90 हजार रूपये अलग शहरो के ए.टी.एम. से निकालने संबंधी शिकायत प्राप्त होने पर दिनांक 22.02.2019 को थाना देवेन्द्रनगर मे अप.क्र. 40/19 धारा 420 भादवि 66 (ग),(घ) आई.टी.एक्ट का कायम किया गया । अपराध की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पन्ना बी.के.एस. परिहार के मार्गदर्शन मे एवं SDO(P)पन्ना आर.एस. रावत के नेतृत्व मे एक टीम का गठन किया गया । उक्त टीम को निर्देशित किया गया कि लोगों की मेहनत की कमाई से अर्जित रकम को धोखाधड़ी के माध्यम से हड़पने वाले गिरोहो पर पैनी नजर रखें व बैंक/एटीएम के आसपास सादे कपडो में कर्मचारियो को लगाकर इन्हें पकड़ा जाए। आरोपीगणो के सी.सी.टी.व्ही. फुटेज को प्रसारित कर एवं फरियादी के बैंक स्टेटमेन्ट के आधार पर पैसे आहरित करने के स्थानो की जानकारी प्रचार प्रसार करने हेतु सायबर टीम व टीम प्रभारी को निर्देशित किया गया । टीम प्रभारी द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया । दिनांक 29/06/2019 को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि बडवारा तिराहा के पास कुछ व्यक्ति संदिग्ध अवस्था मे सफेद रंग की गाडी क्रमांक UP66V2526 मे बैठे हुये है। मुखबिर की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल ही टीम प्रभारी द्वारा उक्त सूचना वरिष्ठ अधिकारियो को दी गई वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा उक्त संदिग्ध व्यक्तियो को पकडने हेतु टीम को निर्देशित किया गया । तत्काल ही पुलिस द्वारा बडवारा तिराहा पहुँचकर उक्त कार की घेराबंदी की गई पुलिस को देखकर गाडी मे सवार दोनो व्यक्ति गाडी को छोडकर भागने का प्रयास करने लगे जिन्हे पुलिस टीम द्वारा दबोच लिया गया । उक्त दोनो व्यक्तियो की शक्ल ए.टी.एम. से प्राप्त सी.सी.टी.व्ही. फुटेज से मेल खा रही थी जो उक्त व्यक्तियो से नाम पता पूँछने पर उन्होने अपने अपने नाम 1. अनुपम उर्फ सूरज तिवारी पिता स्व. श्री राजेश तिवारी उम्र 24 साल निवासी ज्ञानपुर टाउन मोहल्ला थाना ज्ञानपुर जिला भदोही ( उ.प्र. ) 2. राहुल यादव पिता घनश्याम यादव उम्र 24 साल निवासी मूसी मोहल्ला थाना सिटी कोतवाली भदोही जिला भदोही (उ.प्र.) का होना बताये दोनो संदिग्धो से कडाई से पूँछताछ करने पर उनके द्वारा बताया गया कि वो दोनो एवं अन्य साथियों की मदद से ए.टी.एम. बूथो मे व्यक्तियो का ए.टी.एम. कार्ड बदलकर उनके खातो से पैसे निकालने की वारदातो को अंजाम देते है । अनुपम उर्फ सूरज तिवारी द्वारा बताया गया कि दिनांक 18/01/2019 को मै , राहुल एवं अन्य 03 साथी ( 1.रत्नाकर सिंह उर्फ भोलू निवासी गडौरा जिला भदोही (उ.प्र.), 2.नीलेश उर्फ रज्जू तिवारी निवासी ज्ञानपुर मोहल्ला जिला भदोही उ.प्र. 3. अंशुमान सिंह निवासी शाहदाबाद खपटहा हडिया जिला प्रयागराज उ.प्र. ) रीवा , सतना होते हुये देवेन्द्रनगर के ए.टी.एम. बूथ से जगत सिंह नाम के खाताधारक के ए.टी.एम. कार्ड को बदलकर ले गये थे जिसके खाते मे हम लोगो द्वारा कुल 5 लाख 90 हजार रूपये देवेन्द्रनगर , पन्ना , छतरपुर , सागर , रेलवे स्टेशन हबीबगंज भोपाल , उज्जैन , फतेहपुर , इलाहाबाद , संतनगर दिल्ली , भदोही , वाराणसी आदि अलग अलग स्थानो के ए.टी.एम. बूथो से निकाले थे। उक्त पैसा हम लोगो द्वारा आपस मे 1-1 लाख रूपये बाँट लिया गया था बाकि पैसा हम लोगो द्वारा रास्ता मे आने जाने रूकने एवं खाने मे खर्च हो गया था ।

जप्त की गई सामग्री – अनुपम उर्फ सूरज तिवारी के कब्जे से कुल 60 हजार रूपये नगद ,01 सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार जिसका रजिस्ट्रेशन नम्बर यू.पी. 66 व्ही. 2526, अन्य व्यक्तियो के विभिन्न बैंको के 04 नग ए.टी.एम कार्ड , मोबाइल सिम 04 , मोबाइल 03 नग एवं राहुल यादव के कब्जे से कुल 40 हजार रूपये नगद , विभिन्न बैंको के 04 ए.टी.एम.कार्ड , 01 मोबाइल फोन जप्त किये गये ।
तरीका वारदात – आरोपियो द्वारा बताया गया कि हम लोग अपने सफर के दौरान बीच बीच में भीड़भाड़ वाले एटीएम बूथों में घुसकर किसी को रकम निकालने में मदद करने के नाम पर या धक्का देकर एटीएम गिरा देने और सामने वाले का ध्यान विचलित कर एटीएम बदल लेते थे एवं उक्त व्यक्तियो का पासवर्ड ए.टी.एम. बूथ मे देख लेते थे बाद मे दूसरी जगहों से नगदी रकम एवं स्वैप के माध्यम से रकम हड़प लेते थे । पर्याप्त पैसा मिल जाने पर घर जाकर ऐश आराम करते थे । इनके द्वारा ऐसे एटीएम उपभोक्ता को टारगेट किया जाता था जो एटीएम आपरेट करने में माहिर नहीं होते हैं,उनकी मदद करने के नाम पर ए.टी.एम बदल लेते हैं पिन कोड भी देख लेते हैं। इस गिरोह का पर्दाफाश होने पर घटनाओं में विराम लगेगा वहीं पुलिस के प्रति जन सामान्य में विश्वास बढ़ेगा । उक्त आरोपियो द्वारा पन्ना जिले के अलावा म.प्र.के मैहर ,सतना, रीवा, सागर , छतरपुर , टीकमगढ, भोपाल, उज्जैन , इंदौर एवं अन्य प्रान्तो उ.प्र., राजस्थान, दिल्ली के विभिन्न जिलो मे अलग अलग स्थानो से इस तरीके की वारदातो को अंजाम दिया जा चुका है । उक्त आरोपियो को न्यायालय पेश किया जाकर पुलिस रिमाण्ड मे लेकर अन्य अपराधो के संबंध मे पूँछताछ की जावेगी व अन्य राज्यो मे इनके द्वारा की गई वारदातो के खुलासा होने की संभावना है ।
सराहनीय भूमिका- परि. उ.पु.अ. उमेश प्रजापति ,थाना प्रभारी थाना अमानगंज निरीक्षक विजेन्द्र मर्सकोले , थाना प्रभारी देवेन्द्रनगर बी.पी. दुबे, थाना प्रभारी बृजपुर उपनिरीक्षक कमलेश साहू , प्रभारी सायबर सेल सूबेदार नेहा सिंह, सउनि राकेश सिंह बघेल , आर. 424 धीरेन्द्र सिंह, आर. सोनू खटीक , आर. सत्यबीर , आर. दीपक सोनकिया , आर. निरंजन कुशवाहा , आर. महेश कुमार , सायबर सेल से आर. नीरज रैकवार , आर. आशीष अवस्थी , आर. धर्मेन्द्र सिंह ।
उक्त टीम को उप पुलिस महानिरीक्षक छतरपुर रेन्ज छतरपुर द्वारा 20 हजार रूपये से पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है ।
बीडी शर्मा को लोकसभा में बोलते देख जगी उम्मीद
अपने सांसद को टीवी में देख कर खुश हुए खजुराहो लोकसभा के मतदाता
खजुराहो में फ्लाइट बंद होने और इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का मुद्दा उठाया
ध्यानाकर्षण पर हुई चर्चा

खजुराहो लोकसभा के सांसद ने आज खजुराहो लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए पहला ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लगाया है जिसमें खजुराहो एयरपोर्ट में दो नियमित फ्लाइट होने के बावजूद दोनों बंद होने का मुद्दा उठाया और लोकसभा के सदस्य और अध्यक्ष को खजुराहो आने के लिए आमंत्रित भी किया उन्होंने खजुराहो का मुद्दा उठाते हुए प्रश्न पूछा की ,,,,,खजुराहो एक वर्ल्ड हेरिटेज साइट है, एवं देश – विदेश से पर्यटक यहां आते हैं लेकिन पिछले कुछ महीनों से यहाँ पर विमान सेवा बंद होने से पर्यटकों को असुविधा हो रही है एवं उनकी संख्या में भी कमी हुई है। इसका बुरा असर पर्यटन पर आधारित रोजगार पर भी पड़ा है।
आज लोक सभा में शून्यकाल में प्रश्न उठाकर शीघ्र दिल्ली – खजुराहो- मुंबई विमान सेवा शुरू करने एवं खजुराहो हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का दर्जा देने का आग्रह किया।


