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कहानी बाघों की :- फिर खतरे में बाघ , 2009 में खात्मे के बाद बुंदेलखंड की धरती में फिर टाइगर आबाद

हानी बाघों की:- बुंदेलखंड की धरती फिर हुई आवाद
विलुप्त हो गया है बुंदेली खंड का जींस
बाघों के खात्मे के लिए बदनाम रहा है पन्ना
पर्यटन की रीढ़ है पन्ना टाइगर रिजर्व

पन्ना की धरती का बाग देश दुनिया में प्रसिद्ध रहा है बुंदेली जींस पूल के बाद ताकतवर और क्षमता वान माने जाते हैं सदानीरा केन की किनारे बाघों की मजबूत दुनिया बसती थी लेकिन प्रकृति के दुश्मनों की ऐसी नजर लगी कि पूरे भाग गायब हो गए सरकार की कड़ी मेहनत और स्थानीय लोगों के लगाव के कारण एक बार फिर बाघों से पन्ना आबाद है पर बीते कुछ दिनों से जो मामले सामने आ रहे हैं बाघों की दुनिया फिर खतरे में बताई जा रही है आसपास के क्षेत्रों में परंपरागत शिकारी बहेलिया समुदाय के लोग सक्रिय है जो बड़ा नुकसान कर सकते हैं
बुन्देलखण्ड क्षेत्र का यह इलाका प्रकृति के अनगिनत सौगातों से समृद्ध रहा है। आजादी से पूर्व राजाशाही जमाने में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के घने जंगलों में 5 सौ से भी अधिक बाघ स्वच्छन्द रूप से विचरण करते रहे हैं, यही वजह है कि इस इलाके को बाघों की धरती भी कहा जाता रहा है। लेकिन आजादी के बाद तेजी के साथ मानव आबादी बढ़ी और जंगल सिकुड़ते चले गये। नतीजतन बाघों के प्राकृतिक रहवास उजडऩे लगे और इस शानदार वन्यजीव की संख्या भी घटने लगी। हमेशा बाघों से आबाद रहे बुन्देलखण्ड क्षेत्र के इस इलाके को वर्ष 2009 में तब गहरा झटका लगा जब इस तथ्य का खुलासा हुआ कि पन्ना बाघ अभ्यारण्य में अब एक भी बाघ नहीं बचा। इस खुलासे के बाद पूरे देश में हड़कम्प मच गया। तब आनन-फानन सरकार द्वारा पन्ना में बाघ पुनस्र्थापना योजना शुरू करने का निर्णय लिया गया। इसी के साथ ऐसे वन अधिकारी की खोजबीन भी शुरू हुई जिसमें वह काबिलियत और क्षमता हो जो पन्ना की खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस ला सके। ऐसी विपरीत और विकट परिस्थितियों में आर. श्रीनिवास मूर्ति को पन्ना बाघ पुनर्स्थापना योजना को मूर्त रूप देने की जवाबदारी सौंपी गई।
किसी को नहीं थी सफलता की उम्मीद
बाघ पुनर्स्थापना योजना के शुरू होने पर किसी को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि बाहर से बाघों को यहां लाकर उनके कुनवे को बढ़ाने में सफलता मिलेगी। हर तरफ आक्रोश और विरोध का माहौल था, ऐसे विपरीत माहौल में कान्हा, बांधवगढ़ और पेंच से बाघों को पन्ना लाया गया। बेहद साधारण से दिखने वाले आर. श्रीनिवास मूर्ति ने बाघों को पन्ना में फिर से बसाने के लिये खुद भी जंगल को अपना बसेरा बना लिया और जुनून की हद तक बाघों को आबाद करने के काम में जुट गये। बाघों के लिये अनुकूल और सुरक्षित वातावरण बनाने के लिये उन्होंने कड़े कदम भी उठाये और कई प्रभावशाली लोगों को जेल तक पहुँचा दिया। बाघों के प्रति उनका सम्मान तथा लगन और मेहनत को देख कुछ लोग मूर्ति जी से प्रभावित हुये तथा उनके कार्य में सहभागी भी बने। धीरे-धीरे समर्थन और सहयोग करने वालों का कारवां बढऩे लगा नतीजतन पन्ना में यह नारा दिया गया जन समर्थन से बाघ संरक्षण, जिसका चमत्कारिक असर हुआ।

जनता का समर्थन

जन समर्थन से बाघ संरक्षण का नारा इतना प्रभावी और कारगर हुआ कि छोटे-छोटे स्कूली बच्चे भी बाघ संरक्षण की मुहिम से जुडऩे लगे। इस बीच कान्हा और बान्धवगढ़ से आई बाघिनों ने नन्हे शावकों को जन्म देकर वीरान से पड़े पन्ना टाईगर रिजर्व को फिर से गुलजार कर दिया। फिर तो सफलता की नित नई ऊँचाईयों को बाघ पुनर्स्थापना योजना छूने लगी। इस योजना के तहत यहां पर अनाथ और पालतू बाघिनों को जंगली बनाने का करिश्मा भी घटित हुआ, जिससे पन्ना पार्क विश्व स्तर पर चर्चित हो गया। बीते 7 वर्षों में पन्ना टाईगर रिजर्व में 55 से भी अधिक बाघ शावकों का जन्म हो चुका है। पन्ना में जन्मे बाघ अब बुन्देलखण्ड और बघेलखण्ड के अलावा अन्य इलाकों में भी विचरण कर रहे हैं।

ग्रामीणों ने चुकाई बड़ी कीमत, अभाव में जीने को मजबूर

पन्ना टाइगर रिजर्व के चारों और रहने वाले ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ इसलिए नहीं मिल पाता क्योंकि आसपास टाइगर रिजर्व बसा हुआ है तमाम नियम कायदों में उलझा कर यहां का उद्योग चौपट कर दिया गया है लोग अपनी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति भी नहीं कर पाते तमाम कष्टों के बावजूद दिल में पत्थर रखकर बाग का संरक्षण करते हैं इसके लिए भारी कीमत भी चुकानी पड़ी है बिना समर्थन और ग्राम पंचायतों के प्रस्ताव के बड़े क्षेत्र में बफर जोन घोषित कर दिया गया इसके लिए नियम कायदों की भी परवाह नहीं की गई विरोध हुआ सरकार के निर्देशों का पालन भी नहीं हुआ और बफर जोन बना दिया गया अभी टाइगर रिजर्व के कारण पूरे इलाके का विकास प्रभावित है इसके बावजूद यहां के लोग बाघों से प्रेम करते हैं आर्थिक तंगी में जीवन यापन करने के बावजूद जंगल और बाघ चाहते हैं पर जिस तरीके से खतरा मंडरा रहा है उससे पन्ना में दोहरी मार पड़ने की उम्मीद है पन्ना टाइगर रिजर्व से लगी सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को भारी अभाव में जीवन यापन करना पड़ता है

पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी को 4 बर्ष की सजा ,जेल भेजे गए
शिक्षक से रिश्वत लेने के मामले में बाबू खुमान प्रजापति को भी 4 वर्ष की कैद

पन्ना जिले के शिक्षा विभाग के सबसे चर्चित भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र द्विवेदी को भ्रष्टाचार के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश एके द्विवेदी की अदालत से 4 वर्ष की सजा सुनाई गई है इसी मामले में डीईओ ऑफिस के बाबू कुमार प्रजापति को भी 4 वर्ष की सजा और 10000 का जुर्माना लगाया गया है सजा सुनते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया पूर्व डीईओ और बाबू को जेल भेज दिया गया है

न्यायालय की मीडिया सेल प्रभारी आशुतोष द्विवेदी द्वारा जारी प्रेस व्यक्ति के अनुसार

रिश्‍वतखोर जिला शिक्षा अधिकारी तथा स्‍थापना लिपिक को 4-4 साल की कैद

::घटना का संक्षिप्त विवरण::
माननीय न्‍यायालय श्री अनुराग द्विवेदी (विशेष न्‍यायाधीश भ्र.निवा.अधि.) द्वारा भृष्‍टाचार के मामले में फैसला सुनाते हुये, रिश्‍वतखोर जिला शिक्षा अधिकारी, महेन्‍द्र द्विवेदी व स्‍थापना लिपिक, खुमान प्रजापति को 4-4 साल की कैद और ………. हजार रूपये के जुर्माने से दण्डित किया गया।
प्रकरण के संबंध में जानकारी देते हुये, श्री आशुतोष कुमार द्विवेदी सहा. जिला लोक अभियोजन अधिकारी ने बताया,कि दिनांक 31.12.14 को फरियादी रवि शंकर डनायक पिता श्री के.आर.डनायक निवासी धाम मोहल्‍ला पन्‍ना, ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्‍त सागर, को एक शिकायती-पत्र दिया था कि, वह करीब 4 माह से जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में, अध्‍यापक के पद पर संबद्ध है किन्‍तु उसकी पदस्‍थापना किसी विद्यालय में नहीं की गई है वह अपनी पदस्‍थापना के लिये तीन पत्र, जिला शिक्षा अधिकारी को दे चुका है। इसके बावजूद भी उसकी पदस्‍थापना किसी भी विद्यालय में नहीं की गई है, जब वह अपनी पदस्‍थापना के लिये जिला शिक्षा अधिकारी, कार्यालय के स्‍थापना लिपिक आरोपी खुमान प्रजापति से मिला,तो उसने बताया कि, विद्यालय में पदस्‍थापना के लिये आपको 10000 रूपये रिश्‍वत जिला शिक्षा अधिकारी, को देने पडेंगे, तभी आपकी पदस्‍थापना होगी।
फरियादी जिला शिक्षा अधिकारी, श्री महेन्‍द्र द्विवेदी व स्‍थापना लिपिक खुमान प्रजापति को रिश्‍वत नहीं देना चाहता था बल्कि उन्‍हें रिश्‍वत लेते रंगे हाथों पकडवाना चाहता था।
फरियादी की शिकायत के सत्‍यापन के लिये, कार्यालय पुलिस अधीक्षक, लोकायुक्‍त सागर, के द्वारा, एक डिजीटल वॉइस रिकार्डर फरियादी को दिया गया, और फरियादी को आरोपी की रिश्‍वत मॉंग संबंधी बातचीत को रिकार्ड करने हेतु दिया गया, और फरियादी के साथ एक आरक्षक को भेजा गया।
दिनांक 31.12.14 को आरोपी महेन्‍द्र द्विवेदी, जिला शिक्षा अधिकारी, पन्‍ना के निवास स्‍थान पर, जाकर, फरियादी रवि शंकर डनायक ने रिश्‍वत मॉंग संबंधी बातचीत को वॉइस रिकार्डर में रिकार्ड कर लिया तथा दिनांक 01.01.15 को आरोपी स्‍थापना लिपिक, खुमान प्रजापति से भी रिश्‍वत मांग संबंधी बातचीत को रिकार्ड कर लिया।
इसके बाद फरियादी रवि शंकर डनायक, दूसरा आवेदन-पत्र लेकर लोकायुक्‍त सागर में उपस्थित हुआ,और उसने बताया कि, उक्‍त दोनों आरोपीगणों से बातचीत कर रिश्‍वत मॉंग वार्ता रिकार्ड कर ली है और मैं रिश्‍वत में दिये जाने वाले 10000 रूपये अपने साथ लेकर आया हूँ तथा रिश्‍वत का लेनदेन दिनांक 02.01.15 को होना तय हुआ है।
फरियादी द्वारा दिये गये आवेदन-पत्र पर पुलिस अधीक्षक,लोकायुक्‍त सागर, द्वारा ट्रेप करने का आदेश दिया गया और पंचसाक्षीगणों को लोकायुक्‍त सागर में बुलवाया गया और पंच साक्षीगणों का परिचय फरियादी तथा उपस्थित स्‍टाफ से कराया गया इसके बाद फरियादी द्वारा दिये गये आवेदन-पत्र तथा वाइस रिकार्डर को पंच साक्षियों के समक्ष रखा गया तथा वाइस रिकार्डर को बार-बार चलाकर रिश्‍वत मॉंग वार्ता संबंधी, बातचीत की ट्रान्‍सक्रिप्‍ट तैयार की गई, जिसमें रिकार्डेट आवाजों को फरियादी ने सुनकर बताया कि, कौन सी आवाज उसकी और कौन सी आवाज आरोपीगणों की है।
इसके बाद लोकायुक्‍त सागर के भृत्‍य के द्वारा फरियादी के द्वारा दिये गये 10000 रूपये जिसके प्रत्‍येक नोटों के दोनों तरफ फिनाप्‍थलीन पाउडर लगाया गया और कार्यालय के भृत्‍य से पाउडर लगे रिश्‍वती नोटों को फरियादी के पैंट की जेब में रखवाया गया, और फरियादी आवश्‍यक समझाइस दी गई कि, आरोपीगणों को देने के पहले इन नोटों को न तो छुये और न ही आरोपीगणों से हाथ मिलाएगा और जब आरोपीगण रिश्‍वत के रूपये ले लें तो सिर पर हाथ फेर कर रिश्‍वत लेन-देन का इशारा कर देगा।
इसके बाद रिश्‍वत लेन-देन के समय होने वाली बातचीत को रिकार्ड करने के लिये फरियादी को पुन: एक वाइस रिकार्डर प्रदान किया गया कार्यवाही के दौरान फरियादी ने बताया कि, रिश्‍वत का लेन-देन जिला शिक्षा अधिकारी, कार्यालय जिला-पन्‍ना में होना है, इसके बाद दिनांक 02.01.15 को ट्रेप पार्टी जिला-पन्‍ना के लिये रवाना हुई।
ट्रेप पार्टी के सदस्‍य जिला शिक्षा अधिकारी, कार्यालय के पास पहॅुचकर अपने वाहन से उतर गये तथा फरियादी को आरोपीगणों से संपर्क करने एवं रिश्‍वत देने के लिये भेजा गया, ट्रेप दल के सभी सदस्‍य जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, के आस पास अपनी उपस्थिति छिपाते हुये खडे हो गये तभी थोडी देर बाद फरियादी रवि शंकर डनायक ने कार्यालय से बाहर आकर सिर पर हाथ फेरकर रिश्‍वत लेन-देन हो जाने का इशारा किया तब ट्रेप दल के सदस्‍य आरोपीगणों के कार्यालय के अंदर पहुचे जहां पर आरोपी महेद्र द्विवेदी जिला शिक्षा अधिकारी एवं उनका स्‍थापना लिपिक आरोपी खुमान प्रजापति उपस्थित थे, जिन्‍हें ट्रेप दल ने अपने घेरे में ले लिया।
लोकायुक्‍त की टीम को देखकर आरोपी स्‍थापना लिपिक खुमान प्रजापति ने रिश्‍वत राशि अपने फुल पेंट की दाहिनी जेब से निकालकर कम्‍प्‍यूटर के की-बोर्ड पर रख दिया, इसके बाद सोडियम कार्बोनेट का घोल तैयार करवाकर आरोपी स्‍थापना लिपिक खुमान प्रजापति के हाथों की उगलियों को धुलवाया गया तो घोल का रंग हल्‍का गुलाबीं हो गया, दूसरे आरोपी महेन्‍द्र द्विवेदी की हाथों की उगलियों को घोल में धुलाने पर घोल का रंग, रंगहीन मटमैला हो गया, इसके बाद पंचसाक्षियों द्वारा रिश्‍वत राशि को कम्‍पयूटर के की-बोर्ड से उठाकर बरामद किया गया जो 10000 रूपये थे इसके बाद पुन: घोल तैयार कराकर फरियादी रवि डनायक के हाथों की उगलियो को धुलवाया गया तो घोल का रंग गुलाबी हो गया।
आरोपी महेन्‍द्र द्विवेदी, जिला शिक्षा अधिकारी, पन्‍ना एवं आरोपी खुमान प्रजापति, स्‍थापना लिपिक, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी, पन्‍ना के विरूद्ध धारा 7,12,13(1) डी 13(2), भ्रष्‍टाचार निवारण अधिनियम, का अपराध पंजीबद्ध कर, अग्रिम विवेचना उपरांत अभियोग-पत्र माननीय न्‍यायालय में प्रस्‍तुत किया गया।
प्रकरण का विचारण, माननीय न्‍यायालय श्री अनुराग द्विवेदी, विशेष न्‍यायाधीश (भ्रष्‍टाचार निवारण अधिनियम) जिला-पन्ना (म.प्र.) के न्यायालय में हुआ। जिसमें अभियोजन के द्वारा प्रस्‍तुत साक्ष्‍य और न्‍यायिक-दृष्‍टांतों के आधार पर, माननीय न्‍यायालय नें आरोपीगणों को दोषी पाया। माननीय न्‍यायालय से अभियोजन के द्वारा आरोपीगणों को कठोर से कठोर दंड से दंडित किये जाने का निवेदन किया गया, माननीय न्‍यायालय द्वारा अभियोजन के तर्को से सहमत होते हुये अभियुक्‍तगण क्रमश:-
1.महेन्‍द्र द्विवेदी पिता श्री महावीर प्रसाद द्विवेदी, (जिला शिक्षा अधिकारी, पन्‍ना)
2.खुमान प्रजापति पिता श्री बारेलाल प्रजापति,(स्‍थापना लिपिक, कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी पन्‍ना)
दोनों अभियुक्‍तगणों को धारा 7 भ्रष्‍टाचार निवारण अधिनियम में 4-4 साल का सश्रम कारावास और 5000-5000 रूपये व धारा 13 (1) डी में 4-4 साल का सश्रम कारावास और 5000-5000 रूपये के अर्थदण्‍ड से दण्डित किया गया। प्रकरण में शासन की ओर से पैरवी श्री प्रवीण कुमार सिंह, जिला लोक अभियोजन अधिकारी, पन्‍ना द्वारा की गई।

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पुलिस सब इंस्पेक्टर की आत्महत्या की गुत्थी सुलझी, प्रेमी कौशल सिंह राजपूत को पुलिस ने भेजा जेल
अनामिका सिंह की मौत का हुआ खुलासा ,
मोहंद्रा चौकी प्रभारी ने अपने सरकारी आवास में लगा ली थी फांसी

पन्ना जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र की मोहन्द्रा चौकी प्रभारी अनामिका सिंह कुशवाहा उम्र 25 वर्ष निवासी छिर्री थाना देवरी जिला सागर द्वारा दिनांक 3 जनवरी 2019 की रात्रि 9 बजे कमरे के अंदर अपने दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गयी । इस घटना ने पूरे मध्यप्रदेश की पुलिस को झकझोर कर रख दिया ।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने घटना की जांच कार्यवाही एसडीओपी पवई बी एस परिहार एवं सिमरिया नगर निरीक्षक याकूब खान को सौंपी गई। जांच अधिकारी श्री परिहार ने प्रथम चरण पर अंतिम कॉल अनामिका सिंह की देखी जिसकी जांच में पता चला कि प्रेमी युवक कौशल किशोर पिता नवलकिशोर राजपूत उम्र 28 निवासी मोहन कुंडी थाना चांदना जिला लखीरसराय बिहार हाल निवासी मनोरमा कालोनी सागर मध्यप्रदेश से घंटों बात करती थी । प्रेमी युवक तरह-तरह के प्रलोभन देकर उसे शीघ्र शादी करने का दबाव बना रहा था लेकिन लड़की अपने परिवार के लोगों से बात नहीं कर पा रही थी और इसी को लेकर इन दोनों में विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती थी और इसका नाम लगातार बढ़ता जा रहा था घटना वाले दिन भी कुछ ऐसा ही हुआ और यह होनहार पुलिस सब इंस्पेक्टर इस दबाव को झेल नहीं पाई
जांच अधिकारी श्री परिहार ने बतलाया कि मृतिका उप निरीक्षक अनामिका सिंह एवं आरोपी कौशल किशोर सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई एक ही कॉलेज सागर में साथ किये थे ,तभी से दोनों के बीच प्रेम हो गया । अनामिका की नॉकरी लगने के बाद प्रेमी युवक शादी करने का दबाव बनाने लगा था , मगर अनामिका के माता पिता इस रिश्ते को लेकर राजी नहीं थे , जिसके चलते दोनों के बीच आये दिन विवाद होने लगा । घटना रात्रि को भी आरोपी द्वारा पीएसआई अनामिका सिंह को ह्रदय में पीड़ा देने वाला शब्द बोला जिससे अनामिका सिंह अपने जीवन से निराश होकर दुपट्टा से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली । प्रेमी युवक द्वारा विवाह के लिए प्रताड़ित करने का अपराध पाये जाने पर गत दिनांक 7 जनवरी 2019 को पन्ना पुलिस द्वारा सागर से आरोपी को गिरफ्तार किया गया । और कानूनी प्रकिया पूर्ण करते हुए ,धारा 306 आईपीसी के मामले में न्यायालय पवई में पेश किया गया जहाँ से जेल भेजने की कार्यवाही की गई।

अब यह तय हो गया है की इतनी कमजोर मानसिक स्थिति वाले अधिकारी कर्मचारियों को मनोवैज्ञानिक प्रोत्साहन की जरूरत है अनामिका चाहती है तो इसका विरोध भी कर सकती थी और या परिवार से इस पूरे मामले में खुलकर बात कर सकती थी और शादी कर देश की सेवा में लगी अनामिका अच्छी सफलताएं हासिल करती लेकिन एक छोटे से फोन पर हुए विवाद के बाद अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली जो एक दुखद अंत है

पन्ना जिले की सुनहरा रेत खदान में गोली चलाकर फैलाई सनसनी, भारी तोड़फोड़, तनाव के हालात
टोकन के बगैर सीधी बालू भरे जाने के बाद हुआ था विवाद
कैंप में तोड़फोड़ फायरिंग और गाड़ियों के शीशे तोड़े
2लाख 26हजार 250 रुपए भी लूटे
दो एफ आई आर दर्ज
एलएनटी मशीन भी पकड़ी गई
फायरिंग के दौरान जान बचाने बाला नदी में छलांग लगाने वाला ड्राइवर गायब

पन्ना जिला अंतर्गत रेत कारोबारियों ने आपस में विवाद कर सनसनी फैली दी। अजयगढ़ थाना क्षेत्र के बीरा चौकी अंतर्गत सुनहरा खदान में रेत आगे भरने को लेकर कुछ ट्रक चालकों में विवाद इतना बड़ा की एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर गोलियां चला दी। पिस्टल से निकली बुलट ने ट्रक में दो फायर भी किए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष के बेटे का हाईवा रेत लेने गया था तभी जनपद पंचायत अजयगढ़ का भतीजा वहां पहुंचा और आगे रेत भरने को लेकर हुए विवाद में दनादन गोलियां चलने लगी मारपीट हुई और दहशत का माहौल निर्मित हो गया जिसमें मारपीट से बचने के लिए एक ड्राइवर ने नदी में छलांग लगा दी जो अभी तक गायब बताया जा रहा है
गोली चलने की सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अजयगढ़ थाना पुलिस आसपास के थाना क्षेत्रों का बल लेकर मौके के लिए रवाना हो गई। कई रेत कारोबारियों ने एक दूसरे के वाहनों पर तोडफ़ोड़ भी की है।
पूरे क्षेत्र में वारदात के बाद हालात बेकाबू हो गए। पन्ना एसपी विवेक सिंह ने हालात पर काबू करने के लिए जिला मुख्यालय से बल को भी भेजा और दोनों पक्षों में शांति स्थापित करने के साथ पुलिस ने कार्यवाही शुरू की है
एडिशनल एसपी बीकेएस परिहार और अजयगढ़ की एसडीओपी इसरार मंसूरी ने पूरे क्षेत्र में घूम घूम कर घटना का जायजा लिया और इसके बाद बताया कि तीन एफ आई आर दर्ज कराने की आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें शिवा कार्पोरेशन की ओर से विवाद के बाद एक सुरक्षा गार्ड ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायर किया था जिस पर मामला दर्ज किया गया है इसी तरह कैंप में तोड़फोड़ करने वाले पांडे परिवार के लोगों पर बिना नाम की अज्ञात पाछे लोगों पर एफ आई आर दर्ज की है

जिसकी नामों की जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि कौन कौन लोग हैं जिन्होंने कैंप में तोड़फोड़ कर फायरिंग की साथ ही शिवा कार्पोरेशन की ओर से कैंप में तोड़फोड़ और पैसे लूटे जाने का भी आवेदन दिया गया है जिसे रोज नाम चे में दर्ज कर लिया गया और घटना की जांच की जा रही है एडिशनल एसपी ने कहा की लूट की एफआईआर अभी दर्ज नहीं हुई पर पुलिस ने मामले को विवेचना में लिया है

वहीं इस संबंध में सुनहरा रेत खदान के मैनेजर जसपाल सिंह ने बताया कि सुनहरा की वैधानिक रेत खदान शिवा कार्पोरेशन की है नियमानुसार हम लोग रेट की लोडिंग और परिवहन का काम कर रहे थे तभी कुछ लोगों ने कैंप में आकर गाली-गलौज की कर्मचारियों को मारा और धमकी दी इसके बाद फायर करते हुए गाड़ी तो डाली और दहशत फैला दी इस संबंध कि हमने एफ आई आर दर्ज कराई है और वह जो मारपीट करने वाले थे कैंप में जो रेत की बुकिंग का पैसा जमा किया जा रहा था उसमें ₹226250 थी जिसे बक्शा उठाकर फेंक दिया और पूरे रुपए ले गए पुलिस में इसकी एफ आई आर कराई है मैनेजर ने बताया कि कांग्रेश जब से सत्ता में आई है तो कांग्रेसी नेता बिना पैसे की जबरजस्ती बालू अपने ट्रकों में भरबाना चाहते हैं जो कंपनी ने नहीं किया इस कारण से यह फायरिंग किया गया है

वहीं जिस हाईवे ड्राइवर के साथ मारपीट की गई है उसके मालिक जीतेंद्र चतुर्वेदी ने बताया कि कलिंजर और ड्राइवर को गंभीर चोट लगी है ड्राइवर प्राण बचाकर भागा है जो नदी में कूद गया और गायब है ड्राइवर कहां गया अब तक पता नहीं चला है लूट के आरोप झूठे उज्जवल इस संबंध में बात करते हुए

जनपद पंचायत के अध्यक्ष के भतीजे उज्जवल पांडे ने बताया कि जब मैं पहुंचा इसके पहले पुलिस पहुंच गई थी जो लूट की बात या मेरे ऊपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह झूठे हैं लूट नहीं हुई है हमारी गाड़ी ट्रक रेत भरने गई थी और मेरी ड्राइवर से मारपीट की जाने लगी तब मैं पहुंचा और इसके पहले पुलिस को फोन कर सूचना भी दी थी और पुलिस भी पहुंच गई थी और लूट की घटना नहीं हुई वहीं उज्जवल ने कहा कि मेरे चाचा की राजनीतिक विरोधी इस मामले में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं लूट या मारपीट में मेरा हाथ नहीं है सब झूठा है

पहले ही 5 साल का कार्यकाल हो चुका है पूरा अतिरिक्त 6 महीने भी पूर्ण हुए
पन्ना मंडी के प्रभारी अधिकारी एसडीएम पन्ना होंगे
देवेंद्रनगर मंडी का प्रभार तहसीलदार को
पवई मंडी का प्रभार एसडीएम पवई को
सिमरिया मंडी देखेंगे तहसीलदार सिमरिया
अजयगढ़ मंडी का प्रभार एसडीएम अजयगढ़ को

जिले की कृषि उपज मंडी अध्यक्षों का कार्यकाल जो निर्धारित 5 साल का है पहली ही पूर्ण हो चुका है शासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी अध्यक्षों का कार्यकाल 6 महीने के लिए बढ़ा दिया था लेकिन मंडी में व्यवस्थाएं न सुधारते देख मध्य प्रदेश सरकार ने सभी अध्यक्षों का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद और अतिरिक्त समय नहीं दिया है यानी सभी अध्यक्षों को उनके पद से हटा दिया गया है
लिहाजा सभी मंडी अध्यक्षों को हटा दिए जाने पर इनकी जगह पर शासन ने प्रभारी अधिकारी नियुक्त किए हैं इसके आदेश भी मध्य प्रदेश सरकार ने जारी कर दिए 6 जनवरी से सभी प्रभारी अधिकारी पूरी तरह से कार्य देखेंगे 5 जनवरी का दिन मंडी अध्यक्षों का अंतिम दिन होगा जो अपने निर्धारित कार्यकाल से 6 माह और अधिक पूर्ण कर चुके हैं ऐसे आदेश जारी होते ही मंडी के कर्मचारियों ने अपना काम समेटना शुरू कर दिया है और अध्यक्षों ने भी अपना तामझाम समेट कर घर में रख लिया क्योंकि उन्हें पता है कि प्रशासनिक अधिकारी अब मंडी अपने हिसाब से चलाएंगे और इस तरीके के आदेश जारी होते ही मंडी कर्मचारियों ने प्रभारी अधिकारियों के इर्द-गिर्द चक्कर लगाने शुरू कर दिए हैं

प्रशिक्षु महिला चौकी प्रभारी ने की आत्महत्या
25 वर्षीय अनामिका सिंह ने कान में हेडफोन लगाकर कमरे में फांसी लगाई
सागर जिले की देवरी की रहने वाली

पन्ना जिले के सिमरिया थाना अंतर्गत मोहन्द्रा चौकी प्रभारी अनामिका सिंह ने अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है अनामिका सागर जिले की देवरी की रहने वाली थी उसके परिवार में तीन बहने है और 1 वर्ष पूर्व सिमरिया थाना में पदस्थ किया गया था और कुछ दिन पूर्व मोहंद्रा चौकी का प्रभार दिया गया था देर रात अनामिका ने कान में हेडफोन लगाकर सिमरिया स्थित सरकारी आवास में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली
इस घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति है वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है परिवारी जन सिमरिया पहुंच गए हैं पर हालांकि इस पूरे मामले को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि जांच की जा रही है जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि आखिर आत्महत्या के पीछे कारण क्या था
एडिशनल एसपी बीकेएस परिहार ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद बताया कि कि पंखे से लटकी हुई मिली है जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है परिजन आ चुके हैं उनसे बात कर आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है इस तरीके से एक नई महिला अफसर का आत्महत्या करना पुलिस के लिए चिंता का विषय है वह भी कम उम्र की महिला ऑफीसर का आत्महत्या कर लेना लोगों के गले नहीं उतर रहा है वह डिप्रेशन में थी या कोई और मामला इस सब का पता लगाने के लिए पुलिस ने जांच खोजबीन शुरू कर दी है

सामान्य परिवार से थी अनामिका

जिस तरीके से महिला प्रशिक्षु अधिकारी ने आत्महत्या की है समाज और परिवार को गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि एक सामान्य परिवार के लोगों द्वारा बेटी को पढ़ाना कितनी बड़ी चुनौती होती है और अपने घर में तीन बहने जिसका भाई ना हो और फिर शासकीय नौकरी करने लगे यह बड़ी खुशी की बात होती है ऐसे में जीवन समाप्त कर लेना परिवार के लिए बहुत बड़ा सदमा है और महिला अधिकारी द्वारा इस तरीके से आत्महत्या करना पुलिस महकमे के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है और समाज में इस तरह से जो मामले आ रहे हैं यह भी चिंतनीय है कल्पना कीजिए कि एक परिवार ने किस तरीके से एक लड़की को पढ़ाया होगा और इस दुखद तरीके से जीवन समाप्त होना परिवार के लिए पहाड़ टूटने जैसा है अनामिका सिंह कुशवाहा की अभी शादी भी नहीं हुई थी


एसपी और विधायक ने दी श्रद्धांजलि

पुलिस महकमे की होनहार अधिकारी सुश्री अनामिका कुशवाहा द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए मार्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और कोई सुसाइड नोट ना मिलने से मामला और उलझ गया है फिलहाल पुलिस ने सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद एक श्रद्धांजलि सभा की जिसमें एसपी विवेक सिंह एडिशनल एसपी बिहार क्षेत्रीय विधायक प्रह्लाद मोदी सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी कर्मचारियों में अनामिका को श्रद्धांजलि दी और रोते बिलखते परिजनों को बिलासपुर कर दी अब इसके बाद जांच की जाएगी कि आखिर क्या कारण थे कि अनामिका को आत्महत्या करनी पड़ी

फोन पर बात करते हुए लगाई फांसी

घटना के कारणों और सरगम एविडेंस को देखकर माना जा रहा है कि अनामिका ने किसी से फोन पर बात करते हुए फांसी लगाई है क्योंकि फोन नजदीक था और कान में हेडफोन लगा हुआ था इससे यह माना जा रहा है कि जिस से बात की होगी वह कोई ना कोई तनाव की स्थिति बनी है और यह होना हर अधिकारी तनाव को नहीं सह पाई,, वैसे पढ़ने में सिविल इंजीनियर थी और अच्छे अंको से सब इंस्पेक्टर के पद पर सिलेक्शन हुआ था अपनी छोटी बहनों को बुलाकर अच्छी नौकरी दिलाना चाहती थी पर वह खुद अपनी नौकरी से हार गई और जिंदगी समाप्त कर ली

एक रुपए मांगने पर सिर पर लात मारने को लेकर सुर्खियों में आया था मुनुआ आदिवासी
बृजपुर का रहने वाला था
तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले ली की लात का मामला रहा सुर्खियों में

शराब और ठंड के बीच उलझी मौत की कहानी

पन्ना शहर की गलियों, बसस्टैंड और बृजपुर में हमेशा घूमने वाला मुनुआ आदिवासी आज नहीं रहा उसकी मौत हो गई देखने में मुनुआ बालक लगता था पर उसकी उम्र 22 साल थी और शराब के नशे में धुत रहता था पैसे मांगना और शराब पीना यही उसकी जिंदगी थी पर एक दिन मनुआ आदिवासी तब सुर्खियों में आया जब स्वच्छता अभियान के तहत तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले पन्ना बस स्टैंड पहुंची और कार्यक्रम के बीच अचानक मुनुआ आया और वह एक रुपए मांगने लगा मंत्री कुसुम मेहदेले के सिर पर पैर पर गिरा और उन्होंने एक लात मार दी इसका वीडियो जंगल में आग की तरह फैला और हर टेलीविजन और अखबार की सुर्खियां बन गया तब की मंत्री कुसुम मेहदेले को जबाब देना बमुश्किल पड़ा


युवा की जिंदगी रहस्य भरी थी बृजपुर का रहने वाला मुनुआ हमेशा शराब के ठेके के इर्द-गिर्द देखा जाता था परिवार के लोगों की लापरवाही कहें या सरकार की योजनाओं का हस्र वह न स्कूल गया न जीवन में उसने कुछ किया पढ़ाई लिखाई तो दूर मजदूरी करना या पैसा कमाना कभी उसके दिमाग में नहीं आता था हमेशा हाथ पकड़कर जबरदस्ती पैसे मांगना और शराब में बुत हो जाना यही आदत उसकी जीवन पर बनाई और आखिरकार कड़ाके की ठंड में जब सब लोग नए वर्ष का जश्न मना रहे थे और 1 तारीख को उन्होंने मुलाकात की और खूब शराब पी वापस घर नहीं पहुंचा और 2 तारीख की सुबह की लाश मिली परिजनों ने ठंड से मौत की आशंका जताई है
जिस पर प्रशासन भी हरकत में आया नवागत तहसीलदार पुष्पेंद्र निगम ने जाकर मामले की जांच शुरू की और इसके बाद तहसीलदार पुष्पेंद्र निगम ने पीएम कराने और मुनुआ की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं पन्ना तहसील दार पुष्पेंद्र निगम ने कहा कि शराब और ठंड दोनों की बातें सामने आ रही है इस कारण से मौत की सच्चाई का पता लगाने जांच कराई जा रही है और शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा

पूर्वमंत्री कुसुम मेहदेले ने लात मारने से किया था इनकार

जब यह मामला सुर्खियों में आया तो तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले ने किसी बालक को लात मारने से इनकार किया था उन्होंने कहा कि जब मैं जा रही थी तो कोई मेरे पैर के पास आकर गिरा था जिसे हमारे सुरक्षा गार्डों ने अलग कर दिया मैंने किसी को लात नहीं मारी न अपमानित किया और इस वीडियो को झूठा बताया था यह वीडियो किसने बनाया और कैसे पूरे भारत में पहुंचा इस पर भी खूब चर्चा होती रही है

आजतक के संवाददाता को धोना पड़ा था नौकरी से हाथ

तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले की लात का मामला जब सुर्खियों में आया तो छतरपुर के वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार रवींद्र व्यास कवरेज करने आए मंत्री रही कुसुम मेहदेले का पक्ष जानने के बाद जब मनुआ आदिवासी का पक्ष जानने बृजपुर पहुंचे तो मनुआ शराब में धुत था और एक पाव और पीने के बाद बाइट देने की बात करने लगा उसी समय किसी ने कुछ ऐसी बात कह दी जिस पर आज तक जैसे चैनल के वरिष्ठ पत्रकार और बुंदेलखंड में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रथम पत्रकार रवींद्र व्यास जी को आजतक चैनल छोड़ना पड़ा था जिसका कारण मुनुआ आदिवासी ही बना रवींद्र व्यास जी की अपनी अच्छी प्रतिष्ठा है जिसको भी ठेस लगी थी

रकार ने किसानों का ऋण किया माफ आधार कार्ड एकत्र करना शुरू हुआ

किसानों की शासन से जुडी समस्याओं का निदान करें-कलेक्टर
पाले से फसलों के बचाव संबंधी जानकारी किसानों को ग्राम सभा लगाकर दें-कलेक्टर

मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनते ही मुख्य मंत्री कमलनाथ ने 1 घंटे में प्रदेश के किसानों का ₹200000 तक का ऋण माफ कर दिया है और इसकी विधिवत प्रक्रिया और ऋण मुक्ति आदेश दिए जाने की व्यवस्थाएं सरकार ने शुरू कर दी सहकारी बैंक से जुड़े कर्मचारी किसानों का आधार कार्ड इकट्ठा भी करने लगे हैं कालातीत ऋण के साथ साथ अभी हाल में लिया गया ऋण भी सरकार माफ करने के मूड में है इस बीच की ठंड से कम बारिश से जूझ रहे किसानों की फसलों को नुकसान हो रहा है सरकार किसानों पर तू मेहरबान है ही अब पन्ना कलेक्टर ने भी किसानों की समस्या के निराकरण के लिए मेहरबानी दिखाई है

कलेक्टर मनोज खत्री द्वारा कृषि आदान एवं उपार्जन संबंधी विभागों की बैठक में उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि किसानों की शासन से जुडी समस्याओं का निराकरण किया जाए। वर्तमान में तापमान लगातार गिर रहा है। जिन क्षेत्रों में पाला लगने की संभावना है उन ग्रामों मंे ग्राम सभाएं आयोजित कर फसलों को पाला से बचाने के लिए क्या-क्या उपाय किए जा सकते हैं इसकी जानकारी किसानों को दें। विशेषकर अजयगढ़ जनपद के धरमपुर क्षेत्र में पाले का प्रभाव फसलों में होता है। इस क्षेत्र के किसानों को पाला से फसलों के बचाव की जानकारी अनिवार्य रूप से दें।

बैठक में बताया गया कि जिले में मांग के अनुसार यूरिया खाद की पूर्ति हो रही है। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक सहकारी समिति में किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध कराएं। समितियों में किसानों के विक्रय के लिए यूरिया उपलब्ध रहनी चाहिए। किसान अपने क्षेत्र की सहकारी समिति से नगद राशि देकर आवश्यकतानुसार यूरिया प्राप्त कर सकें यह सुनिश्चित किया जाए।

जिले में धान, उडद, मूंग का शासकीय मूल्य पर उपार्जन किया जा है। उन केन्द्रों में यह व्यवस्था सुनिश्चित करें कि किसान को फसल खरीदी केन्द्र पर लाने के उपरांत खरीदी उसी दिन कर ली जाए। प्रत्येक केन्द्र पर यदि फसल को छानने की आवश्यकता है तो प्रत्येक केन्द्र पर स्पाइलर गे्रेडर की उपलब्धता सुनिश्चित करें। किसानों को उपार्जन संबंधी किसी प्रकार की परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखा जाए। उपार्जित सामग्री का भुगतान, परिवहन एवं भण्डारण नियमित रूप से किया जाना चाहिए। परिवहन की समस्या का निराकरण करने मेें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से सम्पर्क कर वाहनों की व्यवस्था की जाए। उपार्जित फसल को सुरक्षित भण्डारण की व्यवस्था सुनिश्चित करें। सम्पन्न हुई इस बैठक में अपर कलेक्टर जे.पी. धुर्वे, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार एवं सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

जदूर की किस्मत चमकी मिला एक करोड का हीरा
18 कैरेट का बड़ा हीरा
कार्यालय में जमा किया गया

पन्ना जिले की हीरा धरित बसुंधरा से लगातार गरीब मजदूरो की किस्मत चमक रही है फिर से 1 हीरा खोदने वाले मजदूर को 18.59 कैरेट का हीरा मिला है जिससे खुशी का माहौल व्याप्त है जानकारी के अनुसार जनकपुर निवासी राधे श्याम सोनी को कल्याणपुर ग्राम की पटी बजरिया खदान मे सुबह 18.59 कैरेट का हीरा खदान खोदते हुए मिला है


जिसे उसके द्वारा हीरा कार्यालय मे जमा किया गया राधे श्याम सोनी ने बताया की वह अपने 8 साथियो के साथ हीरा की खदान लगाये हुए था उसे यह जेम्स क्वाल्टी का हीरा प्राप्त हुआ जिसकी अनुमानित कीमत 1 करोड के लगभग है

अभी तीन माह पूर्व 1 मजदूर को 42 कैरिट से अधिक का हीरा मिला था जो नीलामी मे 2.50 करोड में बिक्री हुआ है इस प्रकार लगातार जिले की उत्थली हीरा खदानो से बडे हीरे मिल रहे है खनिज अधिकारी ने कहा कि सौभाग्य की बात है और यह बड़ा हीरा मिला है इसमें लोगों में उत्साह है और पन्ना में हीरा व्यापार बढ़ेगा

जिससे जिले के लोगो में उत्साह का महौल है तथा मध्य प्रदेश शासन को भी राजस्व की प्राप्ती हो रही है।

पट्टी बजरिया में जो बड़ा हीरा मिला था उसकी चर्चा दूर तक है और इस हीरा का के कार्यालय में जमा होने से लोगों में खुशी है सरकार अगर हीरा उद्योग पर ध्यान दें तो पहले की तरह हीरा उद्योग पुनर्जीवित हो सकता है क्योंकि अधिकांश से हीरा खदानें राजस्व एवं भूमि विवाद के कारण बंद हो गई है लोग खदान खोलना चाहते हैं पर जगह नहीं मिलती पत्थर की खदानें बंद होने से बेरोजगारी का आलम है यदि जायज रूप से राजस्व और भूमि का विवाद खत्म कर दिया जाए तो यह बड़ी मात्रा में पत्थर और हीरा खदानें शुरू होंगी और यहां का खनिज पन्ना का दूर तक नाम रोशन करेगा

ज्ञात हो कि पन्ना में भारी मात्रा में पहले हीरे निकलते थे कुछ वर्षों से राजस्व और वन भूमि विवाद के कारण अच्छे ही रे उड़ने वाले क्षेत्र और घाट में अधिकृत रूप से पट्टा देना बंद कर दिया गया है जबकि यह क्षेत्र राजस्व क्षेत्र है जब राजस्व क्षेत्रों में ही हीरे खोजने की अनुमति नहीं मिल रही तो लोग अवैध रूप से जंगल और हीरा धारी क्षेत्र में हीरा खोते हैं दुनिया का खूबसूरत रत्न सिर्फ अन्ना में मिलता है यदि इसे ही उत्खनन के लिए बंद कर दिया गया तो पन्ना से हीरे का नाम खत्म हो जाएगा लेकिन पिछले कुछ दिनों से जो बड़े-बड़े ही रे मिले हैं इस उद्योग को संरक्षित करने की आवश्यकता है तभी बन्ना का नाम बचेगा सरकार को प्राथमिकता के आधार पर राजस्व एवं भूमि विवाद खत्म करना चाहिए

ए साल का तोहफा
मजदूर बना करोड़पति
2 करोड 55 लाख में बिका हीरा
बसपा नेता चरण सिंह यादव के साथी राहुल अग्रवाल ने खरीदा हीरा
रेत राजनीति के बाद हीरे में शामिल हुए चरण सिंह

– पन्ना की धरती मजदूरों को रातों रात करोड़पति बना देती है यह बात उस समय चरितार्थ हो गई जब आज ऑक्शन में हीरे की बोली 6लाख प्रति कैरेट के हिसाब से लगाई गई और 2 माह पूर्व मजदूर मोती प्रजापति को मिला हीरा 2करोड 55लाख में बिक गया

हीरा कार्यालय में पन्ना में उथली हीरा खदानों से मिले हीरो की नीलामी हो रही थी तभी झांसी निवासी राहुल अग्रवाल एंड कंपनी ने इस हीरे की कीमत ₹600000 प्रति कैरेट लगाई और हाइजेस्ट विनर होने के कारण पन्ना जिले के इतिहास का सबसे बड़ा दूसरा हीरा राहुल अग्रवाल एंड कंपनी के नाम कर दिया गया हीरा बिकते ही मजदूर के परिवार में खुशी का माहौल है
हीरा खरीदने वाले राहुल अग्रवाल का कहना है कि यह बहुत खूबसूरत हीरा है इसको कटिंग पॉलिशिंग कराकर नग तैयार करेंगे और या तो इसे बेच देंगे या नाम के रूप में रखेंगे

हीरा अधिकारी संतोष सिंह ने बताया कि पन्ना की धरती दुनिया के खूबसूरत रत्न हीरे उलती है कहते हैं कि पन्ना की तमन्ना है कि हीरा मुझे मिल जाए और ऐसा हीरा जब मजदूर को मिले तब तो बात और निराली हो जाती है और वह कीमत करोड़ों में हो यह तो और खास ऐसा ही पन्ना में हुआ मोती प्रजापति को मिला हीरा 2 करोड़ 55 लाख में बिका है अब इसे 12 परसेंट टैक्स काटकर संपूर्ण राशि दे दी जाएगी

– राहुल अग्रवाल एंड कंपनी द्वारा हीरा खरीदे जाने के बाद अचानक यह हीरा फिर चर्चाओं में आ गया कंपनी के संचालक ने कहा कि इस हीरे को खरीदकर खुशी हो रही है और हम इस हीरे को सहेज कर रखेंगे अभी हाल में पन्ना विधानसभा से बसपा से चुनाव लड़ी अनुपमा चरण सिंह यादव ने अपने साथी राहुल अग्रवाल के नाम यह हीरा खरीदा है रेत और राजनीति के व्यापार के साथ अब हीरा के व्यापार में चरण सिंह उतर आए हैं उन्होंने कहा कि पन्ना के लोग ही रे जैसे हैं मैं यहां रह कर उनके विकास के लिए काम करना चाहता हूं इसी कारण हम हीरे को खरीदने में सफल रहे और आगे भी इस तरह की काम करते रहेंगे

हीरे को खरीदने के लिए मुंबई दिल्ली और पंजाब से भी हीरा व्यापारी आए थे सभी में इस खरीदने की का उत्साह था लेकिन इस नायाब हीरे की बोली सर्वाधिक उत्तर प्रदेश के झांसी निवासी राहुल अग्रवाल और इनकी कंपनी ने लगाई
और यह हीरा उन्हें दे दिया गया इस हीरे की अच्छी कीमत में बिकने से हीरा खोदने वाले मजदूरों में एक नई ऊर्जा का संचार है और यह भी माना जा रहा है कि मजदूर को नए वर्ष का तोहफा है जो रातो रात करोड़पति बन गया ज्ञात हो कि 40 वर्ष पूर्व पन्ना जिले की इतिहास का 44 कैरेट का हीरा रसूल मोहम्मद को मिला था और यह 42.59 कैरेट का हीरा सबसे बड़ा दूसरा हीरा है