मशहूर बागेश्वरधाम सरकार के संघर्ष, तपस्या, प्रसिद्धि एवं सामाजिक सरोकार की पूरी कहानी, कैसे जंगल से निकल नक्सलियों तक पहुंचे धीरेंद्र कृष्ण
- बुंदेलखंड से उठी सनातन संरक्षण की अलख दुनिया तक फैली
आध्यात्मिक, चमत्कार और सामाजिक कल्याण के लिए मशहूर हुए बागेश्वरधाम सरकार
पूरे देश में बजा डंका तो लाखों लोग पहुंचने लगे छोटे से गांव
संघर्ष, तपस्या, प्रसिद्धि एवं सामाजिक सरोकार की पूरी कहानी
(शिवकुमार त्रिपाठी) बुंदेलखंड से सनातन की अलख जगाने में लगे बागेश्वरधाम सरकार के नाम से मशहूर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की चर्चा अब पूरी दुनिया में हो रही है, उनके चमत्कार, आध्यात्मिक ज्ञान और निर्भीक विचारों ने पूरे समाज को प्रभावित किया है देश के मूर्धन्य विद्वान, आध्यात्मिक महापुरुष इनके कार्य और चमत्कार से प्रभावित है महाराज धीरेंद्र कृष्ण के कार्यों से बीते 5 साल में ही बुंदेलखंड पूरे दुनिया में चर्चित हो गया ठेठ बुंदेली बोलने के आदी महाराज श्री के कुछ बुंदेली शब्द लोगों के हृदय को प्रभावित करते हैं
यही कारण है कि कम उम्र में जितनी प्रसिद्धि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पाई विरले ही होंगे जो ऐसा कर पाए, वे 121 गरीब कन्याओं के सामूहिक विवाह के भव्य आयोजन में व्यस्त हैं इस अवसर पर बड़े आध्यात्मिक संत और राजनीतिक हस्तियां शामिल होगी इसी पर हमारा विशेष कवरेज और कुछ महाराज जी के अनछुए पहलू
परिवार
उनका जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में एक सरयूपारीण ब्राह्मण परिवार में हुआ था। महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बचपन गांव में बीता है। आप सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं। महाराज धीरेंद्र शास्त्री बहुत ही सौम्य स्वभाव के व्यक्ति हैं उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। आप की माताजी का नाम श्रीमती सरोज गर्ग पिताजी का नाम श्री रामकृपाल गर्ग है भाई शालिग्राम गर्ग छोटे महाराज एवं एक बहिन है परिवार प्रारंभ से ही पुरोहिती का कार्य कर जीविकोपार्जन करता रहा है महाराज जी अविवाहित है और समय-समय पर मंच से विवाह की चर्चाएं होती रहती हैं आपके गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज ने शादी की चर्चा कर इसे और चर्चित बना दिया
तपस्या और संघर्ष
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शुरू से ही कुछ समाज में अलग करने की सोचते थे छोटे में ही घर से शिक्षा ग्रहण करने चित्रकूट चले गए पर उनका मन जंगलों में रमता था घनघोर जंगल, कंदराओ, गुफाओं में तपस्या कर आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त करने साधना की तथा यज्ञ अनुष्ठान समय गुजारने लगे
पन्ना जिला और और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का संबंध
पन्ना जिले का अजयगढ़ क्षेत्र पुरातन काल से ही ऋषियों की साधना और तंत्र का गढ़ रहा है असुरों के गुरु शुक्राचार्य ने यहां के देव पर्वत में तपस्या की एवं अजयपाल महाराज श्रेष्ठ तांत्रिक राजा हुए बागेश्वरधाम सरकार भी अजयगढ़ के जंगलों में तपस्या करने आते जाते रहे हैं बागेश्वरधाम सरकार के प्रिय भक्त कमलेश रावत बताते हैं कि एक बार मोहनगड़ी के जंगल से अचानक 1 माह के लिए अज्ञातवास में चले गए थे और किसी भक्तों को कुछ नहीं बताया उनका एक माह का समय अब भी रहस्य है, पन्ना के कमलेश रावत, जगतपाल सिंह बॉबी राजा, भारतेन्दु रावत, रवि उपाध्याय दूरदर्शन,विजय शंकर अज्जू गर्ग अशोक राय, कुंज बिहारी शर्मा, राजू सिंह, सतानंद गौतम, वशिष्ठ कुमार मनु चौबे, शैलेश नगायच जैसे लोग महाराज जी के परम प्रिय भक्त है जिन्होंने महाराज जी के कई चमत्कार देखे हैं
छत्तीसगढ़ में महाराज जी का हुआ नक्सलियों से सामना
करीब 10 वर्ष पूर्व बागेश्वरधाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छत्तीसगढ़ कथा कहने गए थे और उनके चमत्कारों की चर्चा नक्सलियों में भी होने लगी वे लंबे समय तक वहां रहे धीरे-धीरे उनकी प्रसिद्धि होने लगी और नक्सली भी इनकी कथा में आने लगे पुलिस को जब पता चला तो पुलिस ने भी संदेह के घेरे में ले लिया और उन्होंने कई नक्सली समस्याओं पर बातें की और उनके राज्य खोलें जब महाराज को लगा कि बड़ी गड़बड़ हो सकती है तो वह छत्तीसगढ़ छोड़कर वापस बुंदेलखंड चले आये और गांव आकर धूनी रमा ली उन्होंने अपनी यह जानकारी कुछ खास भक्तों के बीच तब दी जब वे पन्ना के कल्दा श्याम गिरी पठार में आदिवासियों के बीच कथा कहने पहुंचे थे
चित्रकूट और बागेश्वरधाम का संबंध
आचार्य श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वैदिक शिक्षा अध्ययन के लिए चित्रकूट को चुना और वे जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी की शिक्षा संस्थान में पढ़ें और उन्होंने रामभद्राचार्य जी को ही अपना गुरु बनाया, जब भी वह चित्रकूट जाते हैं तो चित्रकूट के तपस्वी संत के दर्शन अवश्य करने पहुंचते हैं और भगवान राम के जहां चरण पड़े वहां कुछ समय भक्ति करने एकांत में बिताते हैं
कैसे बने बागेश्वरधाम सरकार
बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पीठाधीश्वर और बागेश्वरधाम सरकार के प्रमुख के रूप में सनातन की अलख जगाते हुए सेवा कर रहे हैं, जो मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गाँव में स्थित है भगवान हनुमान को समर्पित एक हिंदू तीर्थ स्थल है। धाम के मुख्य देवता स्वयंभू माने जाते हैं, महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दिव्य दरबार का आयोजन करते हैं जहाँ ऐसा माना जाता है कि वह अपनी दैवीय शक्तियों से लोगों के मन की बात जान लेते हैं शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक पीड़ाओं को ठीक करते हैं यह शक्ति उन्हें भगवान हनुमान से मिली है साक्षात्कार में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि वह अपने दादा बाद धाम के प्रमुख के रूप में सेवा करने वाली तीसरी पीढ़ी हैं बिना पैसा लिए लोगों के दैहिक, दैविक और भौतिक कष्टों को दूर करने का प्रयास करते हैं और उनकी प्रसिद्धि निरंतर दिनों दिन बढ़ रही है दुनिया में इतनी कम उम्र में तेजी से प्रसिद्धि पाने वाले प्रमुख लोगों में से एक हो गए
बागेश्वरधाम सरकार उस समय सुर्खियों में आए जब नागपुर की अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने उन्हें दिव्य दरबार में चुनौती दी और उनकी आध्यात्मिक शक्तियों पर सवाल उठाया, मानव ने शास्त्री पर अंध विश्वास को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। जब मीडिया में विवाद शुरू हुआ, तो महाराज ने मानव को अपने दिव्य दरबार में आमंत्रित किया और वह जो भी जानना चाहते हैं उनसे पूछने के लिए कहा! स्वामी रामदेव, सद्गुरु जग्गी वासुदेव, रामभद्राचार्य, साध्वी प्राची, प्रज्ञा ठाकुर और राजनेता गिरिराज सिंह जैसे कई प्रमुख हिंदू धार्मिक नेता उनके समर्थन में आए ,उन्हें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और प्रमुख हिंदू नेताओं का भी समर्थन मिला
उन्हें छत्तीसगढ़ में लगभग 300 ईसाइयों को हिन्दू बनाने के लिए जाना जाता है। 20 जनवरी, 2023 को लगभग 500,000 लोग उनके दिव्य दरबार में आए। 22 जनवरी, 2023 को कई हिंदू संगठनों ने बागेश्वर धाम सरकार के समर्थन में नई दिल्ली में जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। वर्तमान में मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एक हिंदू तीर्थ स्थल बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर और प्रमुख के रूप में सेवा कर सामूहिक कन्या विवाह के भव्य आयोजन में व्यस्त हैं । धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को रामचरितमानस और शिव पुराण के उपदेश के लिए जाना जाता है ऐसी मान्यता है की इनके पास साधना द्वारा प्राप्त की गयी कुछ दैवीय शक्तियां है इसीलिए अनुयायी इन्हे त्रिकालदर्शी भी मानते हैं। महाराज जी ने अपने धाम में अन्नपूर्णा रसोई की स्थापना की है जहां उनके अनुयायियों के लिए निःशुल्क भोजन प्रसाद की व्यवस्था है।
गरीब और बेसहारा लड़कियों की शादी का वार्षिक समारोह हैं। वह प्राचीन वैदिक अध्ययन और संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए एक वैदिक गुरुकुल की स्थापना कर रहें है 25 जनवरी, 2023 को नागपुर पुलिस ने धीरेंद्र शास्त्री को नागपुर में उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों में अंधविश्वासी गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में क्लीन चिट दे दी। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि शिकायत की जांच और ‘अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति’ के संस्थापक शिकायतकर्ता श्याम मानव द्वारा प्रस्तुत “सबूत” की जांच के दौरान, ऐसा कुछ भी नहीं पाया गया जो महाराष्ट्र अंधविश्वास कानून के तहत कार्रवाई को आकर्षित कर सके
कथित तौर पर, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 2021 में एक घर वापसी कार्यक्रम के दौरान ईसाई धर्म में परिवर्तित 300 हिंदू लोगों को वापस हिंदू धर्म में लाया। 25 जनवरी, 2023 को मध्य प्रदेश सरकार ने शास्त्री को मिली मौत की धमकी के बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा दी। 23 जनवरी 2023 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर, शास्त्री ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए “हमें अपना समर्थन दो, हम हिंदू राष्ट्र देंगे” का नारा दिया
लाखों लोगों की भीड़ और भौतिक सुख सुविधाओं का अभाव
छतरपुर जिले का छोटा सा गांव गढ़ा अचानक पूरी दुनिया में फेमस हो गया है अपनी मनोकामना को पूर्ण करने प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार और शनिवार को लाखों लोग इस स्थान पर आते हैं आने जाने रुकने जैसे साधनों के साथ यहां भ्रमण में भी लोगों को परेशानी होती है बागेश्वर धाम का शिष्य मंडल अपनी ओर से सीमित साधनों के साथ लोगों की मदद तो करता ही है पर सरकार को यहां भौतिक संसाधन जैसे शौचालय पीने का पानी रहने की व्यवस्था आवागमन की सड़क जैसी व्यवस्थाएं करनी होंगी तभी इस स्थान मैं आने वालों को सुविधाएं हो सकेंगी
बागेश्वरधाम सरकार एक समाज सुधारक
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री एक समाज सुधारक के रूप में भी उभरकर सामने आ रहे हैं क्योंकि उन्होंने नशा मुक्ति के खिलाफ अभियान तेज किया है कई ऐसे नाली खोर व्यक्ति हैं जो अब गिलास को हाथ भी नहीं लगाते सच माने कि बुंदेलखंड के कई गांव में के धुरंधर लोगों ने महुआ महारानी छोड़ दी है वे नशा छोड़ने के साथ प्याज और लहसुन भी छोड़ने के लिए कहते हैं इसलिए कई परिवारों ने लहसुन प्याज का उपयोग पूरी तरह से बंद कर दिया होटलों में बिना लहसुन प्याज के खाना यानी बागेश्वर थाली के नाम से भी होटल अपने यहां भोजन बेचते हैं बड़े शहरों के लोग ही लहसुन प्याज का त्याग कर रहे, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथा कहने जाते हैं वहां अचानक लहसुन प्याज की बिक्री कम हो जाती है
13 से 19 फरवरी 2023 तक विवाह महोत्सव
अपने वार्षिक सबसे बड़े आयोजन में बागेश्वर धाम सरकार गरीब कन्याओं का विवाह करते हैं जो अपने मंदिर की दान पेटी में आए पैसे से से पूरा व्यय करते है गृहस्ती का पूरा सामान दान के रूप में देते हैं 121 गरीब कन्याओं का विवाह करने जा रहे हैं जिसमें पूरे भारत से कई बड़े संत आएंगे और राजेंद्र दास जी महाराज हनुमंत कथा कहेंगे इस भव्य और दिव्य आयोजन की तैयारियां जोर-शोर से चल रहे हैं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने भाजपा नेताओं को जीत का मंत्र, सभी नगरी निकाय चुनाव जीतने का लक्ष्य
तारीखों का एलान, दो चरणों में पन्ना जिले में होगा मतदान
०६ जुलाई को पन्ना नगर पालिका सहित ककरहटी, अजयगढ़ देवेन्द्रनगर में होगी वोटिंग
१३ जुलाई को पवई, अमानगंज, गुनौर परिषद में मतदान का कार्यक्रम हुआ तय
(शिवकुमार त्रिपाठी) नगरी निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही भाजपा ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने जिले की समस्त जिला पदाधिकारी , मंडल अध्यक्ष , निर्वाचित जनप्रतिनिधि और प्रदेश पदाधिकारियों के साथ सक्रिय और प्रभावशाली भाजपा नेताओं को भोपाल बुलाकर नगरी निकाय चुनाव में जीत की मंत्रणा की है और इस बहुप्रतीक्षित चुनाव में जीत का मंत्र दिया है जिले की सभी नगरीय निकायों को जीतने का लक्ष्य रखा गया है विष्णु दत्त शर्मा के नेतृत्व में उत्साहित भाजपा नेताओं ने भी जमीनी स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए हैं सभी पार्षदों और परिषद के अध्यक्ष पदों में जीतने वाले प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी गई है क्योंकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का निजी लगाओ भी पन्ना जिले से होता है लिहाजा जिले के संपूर्ण विकास एवं लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए संस्थागत नेतृत्व भाजपा के हाथों में हो यह उनका व्यक्तिगत प्रयास है लिहाजा हर जीत पद पर जीतने वाले प्रत्याशी को ही जी टिकट दी जाएगी और सभी कार्यकर्ताओं से भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने और बूथ स्तर पर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश भी दिए हैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के निर्देश में सभी पदाधिकारी उत्साह से लबरेज है और जमीनी स्तर पर काम प्रारंभ भी कर दिया है लिहाजा सक्रीय, व्यवस्थित, सामूहिक प्रयास से भाजपा नगरी निकाय चुनाव जीतना चाहती है जहां कांग्रेसमें अभी गुट और निष्क्रियता दिख रही है वहीं भाजपा ने जिले में चुनावी कार्य प्रारंभ कर दिया है
6 और 13 जुलाई को पन्ना जिले में दो चरणों में होगी वोटिंग पूरा समाचार
नगरीय निकायों के निर्वाचन कार्यक्रम को लेकर मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग स्थानीय निर्वाचन द्वारा आज भोपाल में चुनाव कार्यक्रम जारी करने के साथ ही बहुप्रतिक्षित चुनाव का शंखनाद हो गया है। पन्ना जिले के नगरीय निकायों में मतदान दो चरणों में संपन्न होगा। प्रथम चरण में पन्ना नगर पालिका सहित नगर परिषद ककरहटी, अजयगढ़, देवेन्द्रनगर में मतदान की तारीख निर्वाचन आयोग द्वारा तय कर दी गई है जबकि द्वितीय चरण में जिले की तीन नगर परिषदों में दिनांक १३ जुलाई को वोटिंग होगी। नगरीय निकाय निर्वाचन कार्यक्रम के अंतर्गत नगर पालिका एवं नगर परिषदों में जनता पार्षद पद के लिये मतदान करेगी। वहीं चुने गये पार्षद अपने बीच से अध्यक्ष पद का निर्वाचन करेगें जिसकी कार्यवाही चुनाव संपन्न होने बाद होगी। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा नगरीय निकायों के निर्वाचन संबंधी जो कार्यक्रम जारी किया गया है उसके अनुसार दिनांक ११जून को निर्वाचन की सूचना के प्रकाशन के साथ ही नाम निर्देशन की कार्यवाही सुबह १०:३० बजे से शुरू हो जायेगी। प्रतिदिन सुबह १०:३० बजे से अपरान्ह ३ बजे तक की जायेगी। नाम निर्देशन फार्म जमा करने की अंतिम तिथि १८ जून निर्धारित की गई है। दिनांक १९ जून को नाम निर्देशन फार्म की समीक्षा होगी तथा दिनांक २२ जून को अपरान्ह ३ बजे तक अभ्यर्थी नामाकंन वापस ले सकेगें। नाम वापसी के समय उपरांत २२ जून को ही चुनाव मैदान में रहे शेष अभ्यर्थियों को प्रतीक चिन्हों का आवंटन कर दिया जायेगा। प्रथम चरण में शामिल जिले की नगरीय निकायो नगर पालिका पन्ना,नगर परिषद ककरहटी अजयगढ़,देवेन्द्रनगर के लिये मतदान दिनांक ०६ जुलाई को सुबह ०७ बजे से शाम ०५ तक होगा तथा इन नगरीय निकायों के मतों की गणना दिनांक १७ जुलाई को संपन्न होगी तथा परिणाम घोषित किये जायेगें। वहीं द्वितीय चरण शामिल जिले के तीन नगरीय निकायों नगर परिषद पवई,अमानगंज,गुनौर मतदान दिनांक १३ जुलाई २०२२ को सुबह ०७ बजे से शाम ०५ तक संपन्न होगा एवं इनकी मतों की गणना दिनांक १८ जुलाई २०२२ को होगी तथा परिणामों की घोषणा होगी।
जिले के ०७ नगरीय निकायों में ईव्हीएम से चुने जायेगें ११८ पार्षद
नगर पालिका तथा नगर परिषदों में सिर्फ पार्षद पद के लिये वोटिँग होगी। मतदान के लिये ईव्हीएम मशीन का उपयोग किया जायेगा जिले के ०७ नगरीय निकायों में प्रत्यक्ष मतदान प्रक्रिया से जिले में कुल ११८ पार्षद चुने जायेगें। जिनमें पन्ना नगर पालिका में सर्वाेधिक २८ पार्षद चुने जायेगें शेष ०६ नगरीय निकायों अयजगढ़, ककरहटी, देवेन्द्रनगर, गुनोैर, अमानगंज, पवई में १५-१५ पार्षद कुल ९० पार्षद चुने जायेगें। नगर पालिका तथा नगर परिषदों में के अध्यक्ष पार्षदों से चुने जाने है जिसके चलते इस बार वार्ड पार्षद का चुनाव अहम हो गया है।
जिले की नगर पालिका सहित सभी ०६ नगरीय निकायों में होगा महिला राज
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नगरीय निकायों निर्वाचन के कार्यक्रम जारी किये जाने के एक दिन पूर्व मध्य प्रदेश शासन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा राजधानी भोपाल में नगर निगम, नगर पालिका तथा नगर परिषद के अध्यक्ष पद के लिये आरक्षण की कार्यवाही पूरी की गई जिसमें जिले की एक नगर पालिका सहित सभी ०६ नगर परिषदों में अध्यक्ष पद महिलाओं के लिये आरक्षित हुये है पन्ना जिले नगरीय क्षेत्रो में पहली बार ऐसी ँिस्थति होगी जब जिले की सभी नगरीय निकायों में अध्यक्ष पद की कुर्सी पर महिलाओं का काबिज होना तय हो गया है। भोपाल में हुये आरक्षण में जिले की नगर पालिका परिषद पन्ना महिला अनारक्षित हुई है इसके साथ-साथ नगर परिषद अजयगढ़, देवेन्द्रनगर, गुनौर में भी नगर परिषद अध्यक्ष का पद महिला अनारक्षित हुआ है वहीं नगर परिषद ककरहटी, पवई, अमानगंज अनुसूचित जाति महिला के लिये आरक्षित हुई है। जिले के किसी भी नगरीय निकाय में ओबीसी अथवा अनुसूचित जनजाति वर्ग को अध्यक्ष पद पर आरक्षण नही मिला है।
जिले के नगरीय निकायों में अध्यक्ष आरक्षण एवं वार्डो की स्थितिनिकाय का नाम वार्ड संख्या आरक्षण स्थिति
नगर पालिका पन्ना २८ अनारक्षित महिला(अध्यक्ष पद)
नगर परिषद अजयगढ़ १५ अनारक्षित महिला(अध्यक्ष पद)
नगर परिषद देवेन्द्रनगर १५ अनारक्षित महिला(अध्यक्ष पद)
नगर परिषद अजयगढ़ १५ अनारक्षित महिला(अध्यक्ष पद)
नगर परिषद गुनौर १५ अनारक्षित महिला(अध्यक्ष पद)
नगर परिषद ककरहटी १५ अनुसूचित जाति महिला (अध्यक्ष पद)
नगर परिषद अमानगंज १५ अनुसूचित जाति महिला (अध्यक्ष पद)
नगर परिषद पवई १५ अनुसूचित जाति महिला (अध्यक्ष पद)
कहानी चित्रकूट नेत्र चिकित्सालय की — कैसे वट वृक्ष बना आंखों का अस्पताल
किसी को तारा नेत्रदान यज्ञ की याद है !?
पूरे विन्ध्य क्षेत्र में शहर-कस्बों में, बसों में तारा नेत्रदान यज्ञ के पोस्टर लगते और फिर चित्रकूट में इसका बड़ा आयोजन होता ! इस यज्ञ में नेत्रदान के स्वाहा लगते थे ! मोतियाबिंद के ऑपरेशनों का यह यज्ञ अब सद्गुरु जानकी कुंड अस्पताल के नाम से जाना जाता है और सतत चल रहा है !
ग्रामीण क्षेत्रों के अंधे और निर्धन लोगों की जिंदगी में रोशनी लाने की सोचने वाले देव पुरुष सद्गुरु श्री रणछोड़ दास महाराज के आव्हान पर दिवंगत उद्योगपति अरविंद भाई मफतलाल ने अपने ट्रस्ट सद्गुरु सेवा संघ से यह महादान यज्ञ शुरू किया था ! अब उनके परिवार के श्री विशद मफतलाल इसके चेयरमैन हैं ! पहले कई सालों तक यह सेवा-भावी नेत्र शिविर टैंटों में और फिर कई साल तक टीन शेडों के नीचे लगाए जाते रहे हैं ! अंधविश्वासी ग्रामीण मरीजों को इन कैंपों में समझा-बुझा कर लाना पड़ता था क्योंकि “आंख का मामला” था भाई !
बहुत कम लोग इस तथ्य से अवगत हैं कि इस ट्रस्ट के वर्तमान डायरेक्टर और ट्रस्टी डॉ. बी.के. जैन हमारे सतना के एक समय के महत्वपूर्ण कांग्रेसी नेता भोगी भाई के बड़े भाई हैं ! प्रसिद्ध वाणिज्यिक फर्म दलसुख लाल भोगी भाई एंड संस परिवार के युवा चिकित्सक डॉ. बी. के. जैन ने अपना संपूर्ण जीवन इस ट्रस्ट के माध्यम से असंख्य ग्रामीण नेत्र रोगियों की सेवा में खपा दिया है ! अत्यंत पिछड़े क्षेत्रों में मोतियाबिंद-जनित अंधत्व निवारण का सूत्रपात करने वाले इस सेवा कार्य ने आज एक बड़ा रूप अख्तियार कर लिया है ! सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय चित्रकूट की अब सैकड़ों शाखाएं खुल गई हैं, जहां से लाखों-करोड़ों लोग लाभान्वित हो रहे हैं !
कभी ग्रामीणों के बीच नेत्र-इलाज की अलख जगाते घूमते-फिरने वाले हमारे आदरणीय आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर बुधेन्द्र कुमार ( बी. के. जैन साहब ) ने कुछ माह पहले जानकीकुंड चित्रकूट में एशिया के सबसे बड़े आई सेंटर का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता श्री अमित शाह के हाथों कराया था ! वर्तमान में डॉ.जैन के पुत्र डाॅ. इलेश जैन ने अब काफी काम सम्हाल लिया है और वर्तमान में वे ही यहां के प्रशासक हैं । उल्लेखनीय है कि अब सद्गुरु के उक्त ट्रस्ट के तहत केवल नेत्र चिकित्सालय ही नहीं वरन एक कॉमन चिकित्सालय, एक प्राथमिक विद्यालय और एक संस्कृत विद्यालय भी है।
संत रणछोड़ दास जी महाराज कहते थे कि दूसरों में आत्मीयता की प्रतीति हो तभी सेवा हो सकती है ! मानव वही है जो दूसरों के दुखों की अनुभूति कर उसका सहायक बने ! डॉक्टर जैन ने उक्त संत-वचन को जैसे आत्मसात कर लिया है ! सन 1980-82 से मैंने डॉक्टर बी.के. जैन को काफी नजदीक से जाना है ! शास्त्री चौक स्थित भूपेन्द्र जैन उर्फ़ भोगी भाई के घर में हमने एक बार उनके साथ भोजन भी किया है ! गर्व है कि उनके साथ बैठने का मौका मिला !
कई वर्षों से उनसे मिला नहीं हूं पर पिछले 36 वर्षों से उनकी एक तस्वीर मेरे पास रखी है जो इस पोस्ट के साथ चस्पा कर रहा हूं ! डॉक्टर जैन को सेवा के एक वृहद् कैनवास में काम करते हुए आज सब देख रहे हैं मगर यह यात्रा कहां से शुरू हुई थी वह इस तस्वीर को देखकर समझा जा सकता है ! (लेखक वरिष्ठ पत्रकार निरंजन शर्मा )
विशेष – वर्तमान में जानकीकुंड नेत्र चिकित्सालय एशिया महाद्वीप का एकमात्र संस्थान है जो प्रतिवर्ष सर्वाधिक आंखों के ऑपरेशन करता है यहां बहुत कम खर्च पर अत्याधुनिक तकनीकी से मोतियाबिंद का ऑपरेशन तो होता ही है आज भी जरूरतमंदों को या निर्धन लोगों को निशुल्क नेत्र का इलाज मिल रहा है संस्था ने अपने चिकित्सालय के अलावा पड़ोसी जिले और राज्य में गांव-गांव जाकर सेवाएं देनी शुरू कर दी हैं जानकीकुंड नेत्र चिकित्सालय की डॉक्टरों की टीम गांव में जाती है वहां कैंप लगाते है मरीजों को अस्पताल की खर्च से चित्रकूट ले जाकर आंख का ऑपरेशन एवं लेंस डाल कर वापस उनके घर पहुंचाते है यह प्रयास सतत जारी है यानी आज के समय पर पुत्र अपने मां बाप की सेवा नहीं करते उससे अधिक असहाय गरीबों की सेवा सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट की टीम कर रही है इसमें अहम योगदान मशहूर नेत्र चिकित्सक एवं ट्रस्टी डॉ बीके जैन का भी है वर्तमान में उनके पुत्र डॉ इलेश जैन संपूर्ण व्यवस्था में देख रहे है
शुभकामना संदेश :- आजादी के पर्व पर आप को हार्दिक बधाई शुभकामनाएं
आज से 75 वर्ष पूर्व हम आप सभी को स्वतंत्र जीने , स्वतंत्र रहने ,परिश्रम कर तरक्की करने , सफलता की नई ऊंचाइयां प्राप्त करने के अवसर, समाज में समानता के रूप में जीने जैसे तमाम अधिकार मिले थे इस पावन पर्व पर हम सभी आजादी का पर्व मना रहे हैं और इस आजादी को हमेशा संभाल कर रखें आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई :- (शिवकुमार त्रिपाठी) संपादक
आप के संदेश और शुभकामनाएं
प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं विष्णु दत्त शर्मा सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मध्य प्रदेश
आजादी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई पन्ना विधानसभा किया विकास मेरी पहली प्राथमिकता :- बृजेंद्र प्रताप सिंह मंत्री मध्य प्रदेश शासन
प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई – शिवदयाल बागरी विधायक गुनौर
क्षेत्र का विकास पहली प्राथमिकता
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई – सतानंद गौतम प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एवं संगठन प्रभारी सिवनी पूर्व जिला अध्यक्ष पन्ना
जिले वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं :- राम बिहारी चौरसिया अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी पन्ना
जिलेवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं तरुण पाठक सदस्य एयरपोर्ट एडवाइजरी बोर्ड एवं पूर्व अध्यक्ष जी युवा मोर्चा पन्ना
आजादी के पावन पर्व पर जिले वासियों को हार्दिक शुभकामनाएं बधाई :–मनोज गुप्ता कांग्रेस नेता
प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई :- वशिष्ठ चौबे उर्फ मोनू चौबे संविदाकार
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई :- बृजेंद्र मिश्रा डब्बू भैया भारतीय जनता पार्टी पन्ना
स्वतंत्रत दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं बधाई :- अमिता बागरी भाजपा नेत्री विधानसभा गुनौर
स्वतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं :- माधवेंद्र सिंह उपाध्यक्ष जिला पंचायत
जिले वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं — अल्पेश शर्मा भाजपा नेता
जिले वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं हरेंद्र त्रिपाठी भारतीय जनता पार्टी मंडल अध्यक्ष सलेहा
जिले वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ग्राम पंचायत कुलगवा मढैयन
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ग्राम पंचायत श्रीरामपुर नीरज राजा सरपंच
जिले वासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं राकेश पाठक पवई
सतीश पटेल पत्रकार पवई
ऑनलाइन ठगी का शिकार हुई युवती अनुषा चौहान
पुलिस की तत्परता से खाते में वापस आए 96 हजार
OLX मैं सामान बेचने के लिए किया था कांटेक्ट
(शिवकुमार त्रिपाठी) देश में ऑनलाइन ठगी का बड़ा रैकेट सक्रिय है ठग भोले भाले लोगों को बेवकूफ तो बनाने ही है पढ़े-लिखे नौजवानों को भी यह ठग बेवकूफ बनाकर पैसा एठ रहे हैं ऐसा ही एक मामला पन्ना में सामने आया है ऑनलाइन ठगी का शिकार हुई युवती कुमारी अनुषा चौहान ने बताया जब OLX में समान बेचने का ऑफर दिया तभी तभी हैदराबाद में बैठे एक ठग ने संपर्क किया कहा मुझे आपका सामान पसंद है और फोन पर बात कर उसने सौदा भी तय कर लिया इसके बाद उसने कहा मेरा बंदा आकर आपके घर में सामान उठा लेगा और पैसा आपके खाते में डाल देता हूं वह अपने आप को लिशु आनंद स्कूल के पास रहने वाला बता रहा था अच्छी बातें सुनकर कुमारी अनुषा चौहान तभी झांसे में आ गई उसने अपना बैंक खाता दे दिया उस ठग ने ₹96211 की ठगी कर ली 40, 20, 20 हजार इस तरह का पूरा पैसा खाते से निकाल लिया
मामले की जानकारी युवती को तब लगी जब खाते में लगातार s.m.s. आ रहे थे और पैसे निकलते जा रहे थे तब युवती ने अपने भाई से भी बात की इसके पहले वह भाई अक्षय चौहान के खाते से भी 3हजार निकाल चुका था जब उन्हें पता चला तब तक खाते की पूरे पैसे निकल गए थे ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए घबराए भाई बहन ने पूरे मामले की जानकारी पिता संजय सिंह चौहान को दी परिवार में हड़कंप मच गया क्योंकि परिजनों ने फीस जमा करने के लिए युवती के खाते में पैसे जमा किए थे तब और भी घर की स्थिति इस ऑनलाइन चीटिंग से परेशानी भारी हो गई तभी परिजनों ने तत्काल पुलिस से संपर्क किया
साइबर पुलिस ने दिखाई तत्परता
कोतवाली जाने के बाद कोतवाली पुलिस ने तत्काल साइबर सेंटर में शिकायत करने की सलाह दी जैसे ही परिजन ऑनलाइन ठगी की शिकायत करने एसपी धर्मराज मीणा के पास पहुंचे उन्होंने तत्काल अपनी साइबर टीम लगा दी साइबर सेंटर में पदस्थ कर्मचारी राहुल बघेल और उनकी टीम ने मामले को गंभीरता से लिया और पूरे मामले को समझते हुए पुलिस की ओर से शिकायत दर्ज कर कंपनियों और ऑनलाइन ठगों को धरपकड़ शुरू कर दी क्योंकि यह पैसा ऑनलाइन गेम तीन पत्ती में लगाया गया था और इसके बाद थर्ड पार्टी के खाते में ट्रांसफर हो गया था और मामला तत्काल और पुलिस की सक्रियता का रहा इसलिए 4 घंटे बाद पूरे पैसे खाते में वापस आ गए और ऑनलाइन ठगी से खाते से गया पैसा वापस मिल गया पीड़ित परिजनों ने पुलिस की कार्य की सराहना की है कहां एसपी धर्मराज मीणा और साइबर सेल की टीम यदि तत्परता से काम नहीं करती तो हमारे लिए बड़ी मुसीबत हो सकती थी
सावधानी बरतें खाता ओटीपी किसी को न दे
ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए परिवार के मुखिया संजय सिंह चौहान ने अपील की है कि मेरे बच्चों ने भूलवश ठगों के झांसे में आकर खाते नंबर दिए और उनके बताए अनुसार फोन पे पर क्लिक किया जिससे इतनी बड़ी रकम खाते से निकल गई थी लेकिन किसी को भी अपना खाता नंबर ओटीपी या उसके कहे अनुसार किसी s.m.s. पर रिप्लाई नहीं करना चाहिए क्योंकि ठग बड़े शातिर है और बड़ी सफाई से खातों से पैसे निकाल लेते हैं और ठगी के बाद परिजनों को पछतावा ही रह जाता है,संजय सिंह चौहान ने पन्ना पुलिस और साइबर सेल की सराहना की है कहा यदि एसपी धर्मराज मीणा और पूरी साइबर टीम सक्रियता से कार्य नहीं करती और हमारी मदद नहीं करती तो ठगी के पैसे वापस नहीं आते
पढ़े-लिखे बच्चों को ठगों ने बेवकूफ बनाया
ऑनलाइन ठगी करने वाले ठग देश की दूर इलाकों में बैठकर मीठी बातें कर जब पढ़े-लिखे समझदार युवक युवतियों को भी अपना शिकार बना रहे हैं तो भोले वाले ग्रामीणों का क्या हाल होगा कई बार ग्रामीणों को उचित पुलिस मदद भी नहीं मिल पाती इस कारण अपने खाते , ओटीपी, आईडी, पासवर्ड में गोपनीयता बनाए रखें कभी किसी से यह जानकारी शेयर ना करें इसके लिए पुलिस के साथ सरकार भी जागरूकता अभियान चला रही है फिर भी ऑनलाइन ठगी के मामले प्रति दिन सामने आ रहे हैं लेकिन यह पहला मौका है इतनी बड़ी रकम की ठगी होने के बाद पुलिस की तत्परता से पूरा पैसा वापस खाते में आ गया
पुलिस ने जारी किया प्रेस नोट और धन्यवाद का वीडियो
दिनांक – 01/08/21
*पन्ना पुलिस ने 04 घण्टे के अन्दर छात्रा के साथ हुये फ्रॉड में राशि वापस कराकर मानवता की मिशाल पेश की*
*• छात्रा द्वारा अपने बैंक खाते में पढ़ाई की फीस हेतु एकत्रित 96200 रूपये की राशि को जालसाज द्वारा OLX पर सामान खरीदने के नाम पर किया गया था फ्रॉड*
दिनांक 31/07/21 को फरियादिया अनुशा सिंह चौहान पिता संजय सिंह चौहान निवासी बेनीसागर मोहल्ला पन्ना द्वारा पुलिस अधीक्षक पन्ना श्री धर्मराज मीना को लिखित आवेदन पत्र देते हुये शिकायत की गई थी जिसमें आवेदिका द्वारा बताया गया कि मेरे द्वारा पढ़ाई की फीस जमा करने हेतु मेरे बैंक खाता में 96200 रूपये की राशि एकत्रित की गई थी । आज दिनांक 31/07/21 के मेरे मोबाइल में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा OLX पर सामान खरीदने के बहाने कॉल किया गया और धोखे से मुझे पैसे भेजने के नाम पर मेरे खाते से अलग – अलग ट्रान्जेक्शन करते हुये मेरे खाते में जमा फीस की राशि में से कुल 96200 रूपये का फ्रॉड कर लिया गया ।
पुलिस अधीक्षक पन्ना श्री धर्मराज मीना द्वारा तत्काल फरियादिया की शिकायत पर कार्यवाही करने हेतु पुलिस सायबर सेल पन्ना को निर्देशित किया गया पुलिस सायबर सेल पन्ना द्वारा तत्काल पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशानुसार छात्रा के साथ हुये फ्रॉड में कार्यवाही करते हुये फरियादिया के साथ हुये फ्रॉड के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुये 04 घण्टे के अन्दर राशि को फरियादिया के खाते में वापस कराया गया । पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना की कार्यवाही की प्रशंसा करते हुये पूरी सायबर सेल टीम को पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है ।
पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट होकर छात्रा अनुशा सिंह चौहान एवं छात्रा के पिता श्री संजय सिंह चौहान द्वारा पुलिस अधीक्षक पन्ना एवं पुलिस सायबर सेल पन्ना को धन्यवाद दिया गया एवं अन्य लोगो को जागरूक करने हेतु 1 वीडियो फरियादिया के पिता द्वारा जारी किया गया ।
3 आरोपियों को डबल उम्र कैद 2 को उम्रकैद
शिवकुमार त्रिपाठी
चित्रकूट के बहुचर्चित मासूम अपहरण और हत्याकांड में अदालत ने फैसला सुनाया है जिसमे सभी पांचों आरोपी पद्मकांत शुक्ला, रजीव तोमर, लकी तोमर, पिंटा यादव विक्रमजीत को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई है, सतना के जिला अपर सत्र न्यायाधीश (ADJ) प्रदीप कुशवाह की अदालत ने सज़ा सजा सुनाते समय रेयरेस्ट टू रेयर केस माना है, हत्यारों ने 12 फरवरी 2019 को चित्रकूट में मासूम श्रेयांश व प्रियांश को अपहरण कर मौत के घाट उतारा था ।
चित्रकूट के सबसे बड़े और बहुचर्चित श्रेयांश प्रियांश अपहरण कांड में सभी हत्यारों ने एक बद्ध होकर चलती हुई स्कूल बस से अपहरण कर लिया था और एक मोटरसाइकिल से दोनों बच्चों को लेकर भाग गए फिर नशा देकर बेहोशी की हालत में एक कमरे में बंद कर दिया था और कई दिन तक रखें रहे इसके बाद 20 लाख फिरौती वसूलने के बावजूद इन दोनों बच्चों की हत्या कर दी दिल दहला देने वाली घटना का तब खुलासा हुआ जब जंजीरों में बंधी हुई दोनों बच्चों की लाश बांदा के पास केन नदी की में पाई गई यूपी और एमपी पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी चित्रकूट में इस घटना से हलचल पैदा हो गई थी और हालात बिगड़ने लगे जब लोगों का आक्रोश फूट कर सामने आने लगा लिहाजा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश पुलिस ने इस बहुचर्चित मासूम अपहरण और हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया तब कहीं मामला खुल सका पिता बृजेश रावत चित्रकूट के चर्चित तेल व्यापारी है अपनी कठिन मेहनत से 20 साल में अच्छा रोजगार जमाया था, यही पैसा देखकर मुजरिमों ने इस हत्याकांड से पूरे परिवार को तोड़ कर रख दिया था सभी को इस फैसले का इंतजार था आज फैसला आने के बाद पीड़ित परिवार ने राहत की सांस ली है
गुरु के द्वार शिष्यों की भीड़
फेसबुक और व्हाट्सएप में गुरु पूर्णिमा की दृश्य
(शिवकुमार त्रिपाठी) गुरू पूर्णिमा उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरूजनों को समर्पित परम्परा है जिन्होंने कर्म योग आधारित व्यक्तित्व विकास और प्रबुद्ध करने, बहुत कम अथवा बिना किसी मौद्रिक खर्चे के अपनी बुद्धिमता को साझा करने के लिए तैयार हों। इसको भारत, नेपाल और भूटान में हिन्दू, जैन और बोद्ध धर्म के अनुयायी उत्सव के रूप में मनाते हैं। यह पर्व हिन्दू, बोद्ध और जैनअपने आध्यात्मिक शिक्षकों / अधिनायकों के सम्मान और उन्हें अपनी कृतज्ञता दिखाने के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू पंचांग के हिन्दू माह आषाढ़ की पूर्णिमा (जून-जुलाई) मनाया जाता है।ऐसा भी माना जाता है कि व्यास पूर्णिमा वेदव्यास के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।
आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। इस दिन गुरु पूजा का विधान है। गुरु पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरम्भ में आती है। इस दिन से चार महीने तक परिव्राजक साधु-सन्त एक ही स्थान पर रहकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं। ये चार महीने मौसम की दृष्टि से भी सर्वश्रेष्ठ होते हैं। न अधिक गर्मी और न अधिक सर्दी। इसलिए अध्ययन के लिए उपयुक्त माने गए हैं। जैसे सूर्य के ताप से तप्त भूमि को वर्षा से शीतलता एवं फसल पैदा करने की शक्ति मिलती है, वैसे ही गुरु-चरणों में उपस्थित साधकों को ज्ञान, शान्ति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है।
यह दिन महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास का जन्मदिन भी है। वे संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे। उनका एक नाम वेद व्यास भी है। उन्हें आदिगुरु कहा जाता है और उनके सम्मान में गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है। भक्तिकाल के संत घीसादास का भी जन्म इसी दिन हुआ था वे कबीरदास के शिष्य थे।
शास्त्रों में गु का अर्थ बताया गया है- अंधकार या मूल अज्ञान और रु का का अर्थ किया गया है- उसका निरोधक। गुरु को गुरु इसलिए कहा जाता है कि वह अज्ञान तिमिर का ज्ञानांजन-शलाका से निवारण कर देता है।अर्थात अंधकार को हटाकर प्रकाश की ओर ले जाने वाले को ‘गुरु’ कहा जाता है।
RSS ध्वज को मानता है गुरु
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में गुरु पूर्णिमा बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है देश के लिए समर्पित भाव से काम करने वाले इस संगठन अपना गुरु भगवा ध्वज को माना है सभी स्वयंसेवक दिन ध्वज पूजन करते हैं और अपनी श्रद्धा शक्ति के हिसाब से दक्षिणा देकर संगठन को मजबूत करते हैं
चित्रकूट में शिष्य पहुंचे गुरु के द्वार
भगवान राम चित्रकूट में रहे 12 वर्ष तक कठिन साधना की और शक्ति अर्जित कर अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़े वैदिक काल से ही इस स्थान का धार्मिक महत्व है मंदाकिनी स्नान और कामतानाथ की परिक्रमा कर आज शिष्यों ने अपने गुरुओं की पूजा की और सुखद जीवन का आशीर्वाद प्राप्त किया
बागेश्वर धाम में 3 दिन का गुरु पूर्णिमा महोत्सव
बुंदेलखंड के बीते कुछ दिनों से सबसे बड़े आस्था का केंद्र बागेश्वर धाम गढ़ा गंज में आचार्य श्री धीरेंद्र कृष्ण जी महाराज के आयोजन में 3 दिन का गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया जा रहा है जिसमें पूरे देश से भक्तगण पहुंचा रहे हैं आज सामूहिक गुरु दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने गुरु दीक्षा ग्रहण की और यह कार्यक्रम 3 दिन तक चलेगा जिसमें विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है
फेसबुक से गुरु पूर्णिमा महोत्सव
सभी लोग आज अपने गुरु की आस्था के साथ पूजा कर फेसबुक में फोटो डाल रहे जो लोग प्रत्यक्ष रूप से अपने गुरु के पास नहीं पहुंच पाए उन्होंने पुरानी फोटो ही फेसबुक में पोस्ट की और अपने गुरुजनों को स्मरण किया
माँ ही पूर्ण गुरु
व्यक्ति को जीवन में प्रथम शिक्षा मां से ही मिलती है यानी प्रथम गुरु मां ही है माता का महत्व पुराणों में भी बताया गया है “जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी” यानी मां का महत्व दुनिया में सबसे बढ़कर है मां ही व्यक्ति के जीवन में पूर्ण गुरु का दर्जा रखती है इसलिए अपनी माता का सम्मान सबसे पहले हर व्यक्ति को करना चाहिए जिसने ऐसा नहीं किया उन्हें वह सब नहीं मिला जिसके वेे हकदार है
महारानी जीतेश्वरी को नही मिली जमानत, जेल पहुची
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना के ऐतिहासिक श्री जुगल किशोर जी मंदिर के गर्भग्रह में घुसकर आरती बुझाने और व्यवधान डालने की मामले में कैमरे में सरेआम कैद हुई जीतेश्वरी कुमारी को जेल की हवा खानी पड़ी है है मंदिर के सबसे बड़े पर्व जन्माष्टमी के अवसर पर पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी अचानक चौर डुलाने के दौरान गर्भगृह में घुस गई और उन्होंने अमर्यादित आचरण किया जिससे लोगों में भारी आक्रोश है, देर रात घटित इस घटना से पन्ना में हर जगह राजपरिवार की थू-थू हो रही है और इस प्रतिष्ठित परिवार की इज्जत को धक्का लगा है क्योंकि जन्माष्टमी के दौरान यह घटना घटी जब भारी संख्या में मंदिर परिसर में श्रद्धालु मौजूद थे वह अचानक चौर हिलाकर पुजारी से अभद्रता करने लगी और बदसलू की
इस दौरान मौजूद श्रद्धालुओं और पुलिस ने किसी तरह से जीतेश्वरी कुमारी को बाहर निकाला जिस पर मुसद्दी और श्रद्धालुओं ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है धारा 295A तथा 353 यानी शासकीय कार्य में बाधा और धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया गया है
ऐतिहासिक श्री जुगल किशोर जी मंदिर के गर्भ ग्रह में घुसकर उपद्रव करने के मामले में गिरफ्तार पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को जेल भेज दिया गया है पुलिस ने आज शासकीय कार्य में बाधा एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में गिरफ्तार कर सीजेएम की अदालत में पेश किया और उनके अपराध की हिस्ट्री भी लगाई गई जिस पर विचरण करने के बाद मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट की अदालत ने जमानत खारिज करते हुए जेल भेज दिया अब कम से कम तीन दिन जेल में ही बिताने पड़ेंगे
कभी डायमंड किंग के नाम से मशहूर इस राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी आए दिन अभद्र आचरण करती रहती हैं इसी का परिणाम है कि इन्हें दूसरी बार अब जेल जाना पड़ा है उनके वकीलों ने खूब अरगुमेंट की पर न्यायालय ने उनके व्यवहार और प्रवृत्ति को देखते हुए जमानत निरस्त कर जेल भेज दिया इस बीच जीतेश्वरी कुमारी ने कहा कि मुझे षड्यंत्र के तहत फसाया गया है
उनके वकील मुन्नालाल अवस्थी ने बताया कि हमने प्रयास किया पर हमारे क्लाइंट की जमानत निरस्त कर दी गई है अब पुनः अग्रिम अदालत में जमानत पेस करेंगे हमें उम्मीद है कि अगली अदालत से जमानत मिल जाएगी
ज्ञात हो की सबसे प्रसिद्ध मंदिर में जीतेश्वरी कुमारी द्वारा किया गया आचरण की हर जगह निंदा हो रही है लोगों में भारी आक्रोश है अभद्र आचरण की आदि जीतेश्वरी कुमारी को ऊपरी अदालत से जमानत नहीं मिल जाती तब तक पन्ना अप जेल में ही रहना पड़ेगा
•जीतेश्वरी को नहीं है पछतावा जेल जाते समय कहा षड्यंत्र के तहत फसाया
महाराज स्वर्गीय राघवेंद्र सिंह जूदेव की मृत्यु के बाद इस परिवार के विवाद थमने की उम्मीद जगी थी उन्होंने जीते जी माँ राजमाता दिलहर कुमारी एवं पत्नी जीतेश्वरी कुमारी के बीच सुलह कराने की खूब प्रयास किए पर वह एकता नहीं करा पाए यह परिवार राजमाता दिलहर कुमारी ,जीतेश्वरी कुमारी ,राजकुमारी कृष्णा कुमारी एवं स्वर्गीय महाराज लोकेंद्र सिंह जूदेव के बीच हमेशा विवादों में बना रहा लेकिन अब इस विवाद के थमने की उम्मीद थी उनके पुरुष उत्तराधिकारी छत्रसाल हैं जो सभी को साथ में लेकर चलने का प्रयास करते हैं पर जीतेश्वरी कुमारी अपने परिवार में लड़ते-लड़ते अचानक मंदिर में अभद्र आचरण कर बैठी जिससे श्रद्धालु और आम लोगों में भारी आक्रोश है इस परिवार में हमेशा विवाद तो होते रहे हैं मां- बेटा, पिता -पुत्र, भाई -बहन ,चाचा -भतीजे , सास बहू के रिश्ते तो तार तार होते रहे हैं लेकिन अब भगवान की आस्था को भी इन्होंने तार तार कर दिया जिससे श्रद्धालु दुखी है हर जगह जीतेश्वरी कुमारी के इस कृति की निंदा हो रही
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राजमाता दिलहर कुमारी ने किया था जमानत का विरोध
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को 5 दिन बाद जमानत मिल गई है जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत से आज फैसला आया है शाम को अदालत ने जमानत देने का जैसे ही आदेश पारित किया जिसके बाद महारानी जीतेश्वरी कुमारी के परिजनों खुशी की लहर दौड़ गई महारानी के वकील एम एल अवस्थी एवं बृजभान यादव ने बताया कि आज शाम डीजे कोट से जमानत पर रिहा करने आदेश पारित किया गया है आज शाम को ही महारानी पन्ना जेल से 27 जुला2021 को जेल से बाहर आ गई
- ज्ञात हो कि राजमाता दिलहर कुमारी ने सोमवार को अदालत में जमानत अर्जी का विरोध किया था और कई दस्तावेज प्रस्तुत कर जमानत न देने का अनुरोध किया जिसे न्यायालय ने नहीं माना आज न्यायिक अभिरक्षा से रिहा करने का आदेश पारित किया है महारानी के वकीलों ने मामले को पारिवारिक विवाद में परेशान करने और प्रतिष्ठा को धूमिल करते हुए झूठा फंसाने का आरोप लगाया है
क्या था मामला,, पूरा घटनाक्रम
राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को जमानत नहीं मिली है इस कारण उन्हें अब 26 जुलाई तक जेल में ही रहना होगा उनके वकीलों ने जमानत कराने की खूब कोशिश की पर भी सफल नहीं हुए क्योंकि जिला एवं सत्र न्यायाधीश छुट्टी पर है इस कारण उनकी जमानत पर सुनवाई ही नहीं हो सकी अब 26 जुलाई 2021 को ही जमानत पर सुनवाई होगी महारानी के वकील एम एल अवस्थी ने बताया कि जिला सत्र न्यायाधीश की छुट्टी में होने के कारण हमने एडीजे न्यायालय में बेल एप्लीकेशन लगाई थी पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने जमानत अर्जी पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया इस कारण जमानत आवेदन पर विचार ही नहीं हुआ हमारे मुवक्किल को आगे जेल में ही रहना पड़ेगा वकील एमएल अवस्थी ने कहा की बहुत छोटा मामला है पुराना पारिवारिक विवाद है हमारी मुवक्किल की प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए परिवारी जनों ने षड्यंत्र रचा है और मेरी मुवक्किल को प्रताड़ित किया जा रहा है उन्होंने उम्मीद जताई कि सोमवार को जमानत अवश्य मिल जाएगी
पन्ना राजपरिवार का विवाद फिर सामने
महारानी जीतेश्वरी कुमारी गिरफ्तार, जमानत न मिलने से पहुंची जेल
करोड़ों के हीरो केे मालिक पन्ना राजपरिवार का संपत्ति विवाद कोई नई बात नहीं है बीते दो दशक से वरिष्ठ सदस्य आमने-सामने हैं लेकिन महाराजा की मौत के बाद कुछ दिनों की शांति के बाद यह विवाद फिर सामने आया है जिसमें पन्ना राजपरिवार की सबसे वरिष्ठ सदस्य राजमाता दिलहर कुमारी की शिकायत पर पुलिस ने महारानी जीतेेश्वरी कुमारी , उनके पति महाराज राघवेंद्र सिंह, पुुत्र , बेटियों और अन्य लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, मारपीट ,गाली-गलौज ,धमकी घर में अवैध प्रवेश सहित विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया है जिसमें जीतेश्वरी कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया और पुलिस नेे इन्हें न्यायालय में पेश किया है जहांंं सीजेएम की अदालत नेेेेेेे जमानत खारिज करते न्यायिक अभिरक्षा में भेेज दिया
क्या हुई FIR
राजमाता दिलहर कुमारी ने एक माह पूर्व कोतवाली पन्ना में FIR दर्ज कराई है कि शराब के नशे में एक राय होकर छह आरोपी आए और उनके घर में प्रवेश कर दरवाजे, पाइपलाइन में तोड़फोड़ की तथा जान से मारने की धमकी देकर चले गए हाथ में अवैध कट्टा लिए हुए थे जिससे उनको जान का खतरा है यह रिपोर्ट एक मां दिलहर कुमारी ने अपने पुत्र राघवेंद्र सिंह, पुत्रवधू जितेशवरी कुमारी, एकमात्र नाती एवं 2 नातिनो के खिलाफ लिखाई है जिसमें एक अन्य आरोपी सलीम खान भी हैं जो जितेशवरी कुमारी का खास है जिसे पहले गिरफ्तार कर लिया गया था अब जमानत पर रिहा है
वही गिरफ्तारी के बाद जीतेस्वरी कुमारी ने मामले को झूठी कार्यवाही बताया है कहा साजिश के तहत कार्यवाही की जा रही जमानत खारिज होने और जेल भेजे जाने के बाद उनके वकील एम एल अवस्थी एवं बृजभान यादव ने बताया कि
विवाद की एक और किरदार कृष्णा कुमारी
पन्ना राजपरिवार का विवादों से चोली-दामन का साथ हो गया है झगड़ा-फसाद आम बात है कई बार मामले थानों से से होते हुए न्यायालयों तक पहुंची जिसकी कई किरदार है जिसमें एक अहम किरदार पन्ना राजपरिवार की राजकुमारी कृष्णा कुमारी भी है जो महाराजा राघवेंद्र की बहन एवं महाराज राजमाता तिलहर कुमारी की पुत्री है जो अपने मां के साथ ही रह रही हैं और संपत्ति में अधिक अपना अधिकार जताती है राजकुमारी कृष्णा कुमारी की शादी 1995 में कोटी हिमाचल प्रदेश में हुआ था शादी के कुछ समय बाद से ही पारिवारिक कलह शुरू हो गई और 10 बर्ष मैं ही उनकी शादी टूट कर तलाक हो गया वे आकर पन्ना में रहने लगी मां उन्हें संपत्ति का हिस्सा देखना चाहती है पर भाई और भाभी को रास नहीं आ रहा इस कारण और भी विवाद होते रहते हैं इसलिए राज महल की विवादों में कृष्णा कुमारी का अहम किरदार होना भाभी बताती रही है विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब बाहरगंज कोठी में जीतेश्वरी कुमारी ने कृष्णा कुमारी के साथ मारपीट की और बाल पकड़कर सर दीवाल पर मार दिया इस मामले में जीती श्रीकुमारी को छह माह की सजा भी हुई थी जो बाद में ऊंची अदालत से बरी हो गई कृष्णा कुमारी राजमाता दिलहर कुमारी इस सबसे चहेती है
महारानी के अधिवक्ता MLअवस्थी एवं बृजभान यादवमहारानी जितेशवरी कुमारी अपने महल में थी तब झूठा मामला दर्ज करा दिया गया उनको राजनीतिक नुकसान पहुंचाने की नियत से और छवि को खराब करने के उद्देश्य झूठा मामला दर्ज कराया है जितेशवरी कुमारी के वकील बृजभान यादव ने आगे कहा कि गिरफ्तारी के बाद प्रताड़ित किया गया है और शरीर में चोट के निशान है उन्होंने कहा कि हमारे मुवक्किल को परेशान और प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य साजिश रची जा रही है हम आज ही ऊपरी अदालत में जमानत की अर्जी दे रहे हैं
क्या है राज परिवार का संपत्ति विवाद
पन्ना राजपरिवार आजाद भारत के पूर्व एक प्रतिष्ठित राजपरिवारो में था इनकी धाक दूर-दूर तक थी महाराजा छत्रसाल के वंशजों के पास हीरो की अकूत संपत्ति है इसी संपत्ति को पाने के लिए सभी सदस्य एक दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं जिसको लेकर मां-पुत्र, सास – बहू , देवर और भाभी का परिवार आपस में लड़ रहा है राजमहल के अलग-अलग हिस्से में इन लोगों का कब्जा है और कई मामले पन्ना के न्यायालयों में विचाराधीन हैं
राजपरिवार का इतिहास
महाप्रतापी, बुंदेलकेसरी महाराजा छत्रसाल के वंशज पन्ना राजपरिवार के अंतिम वैधानिक शासक महाराज यादवेंद्र सिंह थे उनके पुत्र नरेंद्र सिंह जूदेव की अच्छी प्रतिष्ठा रही उनके दो पुत्र महाराज मानवेंद्र सिंह और लोकेंद्र सिंह हुए, मानवेंद्र सिंह की पत्नी राजमाता दिलहर कुमारी है जिनकी दो संताने महाराज राघवेंद्र सिंह एवं राजकुमारी कृष्णा कुमारी है दिलहर कुमारी की बहू जीतेस्वरी कुमारी और उनकी तीन संताने 1 पुत्र एवं दो पुत्रियां है वही महाराज नरेंद्र सिंह के दूसरे पुत्र लोकेंद्र सिंह थे जिनकी मृत्यु 2020 में हुई पन्ना टाइगर रिजर्व के संस्थापक, सांसद और विधायक हुए उनकी पत्नी महारानी इंदिरा कुमारी एवं पुत्री कामाख्या कुमारी है जो नागौद राजपरिवार से ताल्लुक रखती है वर्तमान में राजमहल की संपत्ति मैं दावा करने वाले तीन गुट है पहला गुट दिलहर कुमारी और कृष्णा कुमारी का है कृष्णा कुमारी तलाक के बाद अपनी मां के साथ मुख्य महल में रह रही है, दूसरा गुट राघवेंद्र सिंह और जितेशवरी कुमारी तथा तीसरा गुट लोकेंद्र सिंह की पत्नी इंदिरा कुमारी एवं कामाख्या कुमारी का है जो राज महल और इनकी संपत्तियों में अपना अधिकार जता रहे हैं इसी को पाने के लिए इस प्रतिष्ठित परिवार के लोग आमने सामने हैं इनकी प्रतिष्ठा राजमहल की चार दिवारी लांघ सड़कों पर आ रही है
विवादों का इतिहास
-संपत्ति को लेकर पन्ना का यह सबसे प्रतिष्ठित परिवार बीते दो दशक से एक दूसरे का दुश्मन बना हुआ है इस परिवार में मां- बेटा, सास-बहू, भाई-बहन के भी रिश्ते तार-तार हो रहे है क्योंकि इसके पूर्व भी कई बार ऐसी मारपीट गाली-गलौज उपद्रव, संपत्ति हड़पने के आरोप लगते और लगाते रहे हैं जिसमें मां दिलहर कुमारी की शिकायत पर बेटा राघवेंद्र 1 वर्ष तक तिहाड़ जेल में रहा है इसी तरह मारपीट के एक मामले में जीतेश्वरी कुमारी को पहले सजा हुई बाद में ऊपरी अदालत से बरी हो गई
फहग्
लोक अभियोजक द्वारा मामले की दी गई जानकारी
कार्यालय-जिला लोक अभियोजन अधिकारी,जिला-पन्ना के मी.से.प्र./सहा.जि.लो.अभि.अधि., के द्वारा बताया गया कि,न्यायालय श्रीमान् मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी पन्ना, द्वारा सुनवाई करते हुये आरोपी जीतेश्वरी कुमारी का जमानत आवेदन-पत्र निरस्त किया गया।
अभियोजन के अनुसार,फरियादिया राजमाता पन्ना राज परिवार श्रीमति दिल्हर कुमारी पति स्व.श्री मानवेन्द्र सिंह जू देव उम्र 75 वर्ष निवासी राजमंदिर पैलेस पन्ना अपने स्टाफ सुरक्षा गार्ड राकेश तिवारी एवं सुरेन्द्र सिंह के साथ थाना आकर एक लिखित आवेदन पत्र अपने पुत्र श्री राघवेन्द्र सिंह महरानी पुत्रवधू जीतेश्वरी देवी एवं पोत्र एवं पौत्रियो तथा सहयोगियों सलीम खान द्वारा दिनांक 19.06.2021 की अर्द्धरात्रि 3 बजे राजमाता के निवास परिसर राजमंदिर पैलेस में गह अतिचार करते हुये नशे की हालत में हाथ में कटटा लेकर गाली गलौच करते हुये महल के दरवाजों व पानी की सप्लाई की तोडफोड एवं चौकीदार के साथ मारपीट एवं जान से मार देने की धमकी देने संबंधी प्रस्तुत किया। जिस पर थाना कोत. पन्ना में अपराध क्र. 597/2021, अन्तर्गत धारा 147,148, 149,294,323, 506,458,427 भा.द.सं. एवं 25/27 आर्म्स एक्ट के अन्तगर्त दर्ज किया तथा विवेचना के दौरान आरोपी को गिरफतार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। माननीय न्यायालय द्वारा दोनों पक्षों को सुना गया तथा मामले की गंभीरता को देखते हुये आरोपी का जमानत आवेदन पत्र निरस्त कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया ।
एक आरोपी को मिली जमानत
आश्वासन मीटिंग और घोषणा हो तक सीमित है डायमंड पार्क
20 वर्ष से डायमंड पार्क निर्माण की बाट जोह रहा है पन्ना
कामगारों को मिलेगा रोजगार
सांसद एवं मंत्री को करनी होगी सकारात्मक पहल
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में हीरा कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने डायमण्ड पार्क की स्थापना की चर्चा बीते 20 साल से हो रही है हमेशा डायमंड पार्क का लॉलीपॉप पन्ना के लोगों को पकड़ाया जाता रहा है लेकिन परिणाम यह कि कभी इंदौर में डायमंड पार्क बना तो कभी खजुराहो में बनाने की चर्चा हुई पन्ना में डायमंड मिलता है कटिंग पॉलिशिंग यही हो इसके लिए जो डायमंड पार्क बना है उसका परिणाम ढाक के तीन पात है कलेक्टर पन्ना संजय कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में फिर जिले के हीरा कारीगरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये डायमण्ड पार्क स्थापित करने बैठक आयोजित की गई। बैठक में हीरा व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों ने डायमण्ड पार्क स्थापित करने के सुझाव दिये
बताया गया कि वर्तमान में हीरा व्यवसाय में बहुत बड़ा बदलाव आया है। अब इस व्यवसाय को संचालित करने के लिये आधुनिक मशीने, सर्टिफिकेशन यूनिट आदि की आवश्यकता होती है। अब इसके लिये डायमण्ड पार्क को आधुनिक मशीनों के साथ स्थापित करने पर ही सफलता मिल सकेगी। इसके लिये अधोसंरचना विकास के साथ ट्रेडिंग सेन्टर, बैलेंस मशीन यूनिट, हीरा कटिंग-पॉलसिंग, अभूषण बनाने आदि के लिये बडे-बडे हॉल की आवश्यकता होगी। इसके अलावा एक सो-रूम स्थापित करना होगा। डायमण्ड पार्क में विद्युत, पेयजल, सुरक्षा, पार्किंग स्थल व्यवस्थित पहुंच मार्क की आवश्यकता पेट्रोल पम्प के अलावा बाहर से आने वाले व्यवसायियों के ठेहरने आदि की व्यवस्था करनी होगी।
कलेक्टर श्री मिश्र ने बैठक में उपस्थित व्यवसायियों को बताया कि पन्ना वर्तमान में आवागमन के विभिन्न साधनों से जुड़ गया है। पड़ोसी जिले छतरपुर के खजुराहो में रेल लाईन, हवाई अड्डा होने के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग से जुुड़ गया है। वहीं थोडे ही दिनों में पन्ना का सकरिया हवाई अड्डा बनकर तैयार हो जायेगा। अगामी समय में पन्ना तक रेलवे लाईन पहुंचने वाली है। इसलिए पन्ना में डायमण्ड पार्क स्थापित कर यहॉ के उत्पादित हीरे के अभूषण तैयार कर विक्रय करने का कार्य सफलता पूर्वक किया जा सकता है। यहॉ के हीरा कारोवारियों को काम की तलाश में महानगरों की ओर नही जाना पड़ेगा। उन्होंने हीरा व्यवसायिओं से कहा कि डायमण्ड पार्क के साथ सर्वसुविधा युक्त कॉलोनी का निर्माण कराने के साथ पांच सितारा होटल के अलावा हीरा व्यवसायियों के लिये सभी तरह की सुविधायें उपलब्ध कराने के लिये अधोसंरचना विकास किया जाना होगा। इसके लिये स्थानीय व्यवसायी उपयुक्त भूमि की जानकारी दें। जिससे अगामी आने वाले समय में डायमण्ड पार्क का कार्य प्रारम्भ किया जा सकें
शहर के मध्य स्थित महेंद्र भवन है उपयुक्त स्थान
हीरा को रखना और इस व्यापार से जुड़े लोगों के आवागमन मैं सुरक्षा सबसे अहम मुद्दा होता है भले ही 20 वर्षों से डायमंड पार्क के लिए जमीन न तलाशी गई हो पर पुराने कलेक्ट्रेट यानी महेंद्र भवन के परिसर में जो जमीन उपलब्ध है वह डायमंड पार्क के लिए सबसे उपयुक्त उपयुक्त जगह है यदि यहां डायमंड पार्क बनाता है तो हीरा कामगारों व्यापारियों को आवागमन में सुविधा होगी और सुरक्षित वातावरण रहेगा
सांसद एवं मंत्री को करनी होगी सकारात्मक पहल
वैदिक परंपरा में सबसे पवित्र माने जाते हैं पीपल और बरगदइन वृक्ष को दी गई है पूर्वजों की संज्ञाअनूठी है इनकी उत्पत्ति और संरक्षण की प्रक्रिया
सबसे अधिक ऑक्सीजन देते
बरगद की डाली में लगे फल
पीपल ओर बरगद को सनातन धर्म में पूर्वजों की संज्ञा दी गई है।क्या आपने कभी पीपल और बरगद के पौधे लगाए हैं या किसी को लगाते हुए देखा है? क्या पीपल या बरगद के बीज मिलते हैं ?इसका जवाब है…नहीं !!
ऐसा इसीलिए है क्योंकि बरगद या पीपल की कलम बहुत कोशिशों के बाद बमुश्किल लगती है। इसका कारण यह है कि प्रकृति ने यह दोनों उपयोगी वृक्षों को लगाने के लिए अलग ही व्यवस्था कर रखी है।
जब कौए इन दोनों वृक्षों के फल को खाते हैं तो उनके पेट में ही बीज की प्रोसेसिंग होती है और तब जाकर बीज उगने लायक होते हैं।उसके पश्चात कौवे जहाँ-जहाँ बीट करते हैं, वहाँ-वहॉं पर यह दोनों वृक्ष उगते हैं। इसीलिए पीपल और बरगद के वृक्ष कई बार ऊंची इमारतों एवं दीवालों की झिर्रियों में उगते मिल जाते है।
और, किसी को भी बताने की आवश्यकता नहीं है कि पीपल ऐसा वृक्ष है जो अधिक ऑक्सीजन देता है और वहीं बरगद के औषधि गुण अपरम्पार हैं। अगर इन दोनों वृक्षों को उगाना है तो कौवे एवं अन्य पक्षियों की मदद बिना संभव नहीं है। इसलिए कौवे को बचाना पड़ेगा।
पक्षी वैज्ञानिकों के अनुसार मादा कौआ भादों महीने में अंडा देती है और नवजात बच्चा पैदा होता है।
तो, इस उपयोगी पक्षी के नवजात को पौष्टिक और भरपूर आहार मिलना जरूरी है। शायद, इसलिए ऋषि-मुनियों ने कौवों के नवजात बच्चों के लिए हर छत पर श्राद्ध के रूप में पौष्टिक आहार की व्यवस्था कर दी होगी, जिससे कौवों की नई जनरेशन का पालन पोषण हो जाये।
इसीलिए श्राद्ध का तर्पण करना न सिर्फ हमारी आस्था का विषय है बल्कि यह प्रकृति के रक्षण के लिए नितांत आवश्यक है। साथ ही… जब आप पीपल के पेड़ को देखोगे तो अपने पूर्वज तो याद आयेंगे ही क्योंकि उन्होंने श्राद्ध दिया था इसीलिए यह दोनों उपयोगी पेड़ हम देख रहे हैं।
हमारे द्वारा श्रद्धा से किए गए सभी कर्म, दान आदि आध्यात्मिक ऊर्जा के रूप में हमारे पितरों तक अवश्य पहुँचते हैं।
साभार : (सुरेश जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ)
स्रोत – (डॉ नंदिता पाठक जी की फेसबुक पोस्ट से)
टाइगर के बराबर महत्वपूर्ण है बरगद और पीपल
प्राकृतिक संरचना एवं जीव जंतु श्रृंखला में टाइगर को सर्वोपरि माना गया है शाकाहारी एवं मांसाहारी जीवो में टाइगर का दर्जा सबसे श्रेष्ठ है जिस इलाके में टाइगर रहता यानी जहां बाघ का रहवास है वहाँ संपूर्ण प्राकृतिक संरचना संतुलन में है यदि जब श्रृंखला में कोई गड़बड़ी है तो टाइगर वहां सरवाइव नहीं कर सकता यानी जंगल में पानी होगा तो घास उगेेगी, घास शाकाहारी जानवर खाएंगे जब उनकी तादाद बढ़ेगी तो उस इलाके में मांसाहारी खासकर टाइगर जैसे जानवरों की संख्या बढ़ेगी यानी बाघ कर रहवास जिस इलाके में होगा यही प्राकृतिक संतुलन के लिए सबसे जरूरी है जिस तरह का दर्जा वन्यजीवों में टाइगर का है वैसा ही दर्जा वृक्षों में बरगद और पीपल का है यह आदम कद वृक्ष दीर्घ जीवी होते हैं सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं और छांव भी इसीलिए यह वृक्ष पूजनीय है यदि इस धरती को बचाना है तो पीपल बरगद जैसे वृक्ष और टाइगर को बचाना ही होगा