महारानी जीतेश्वरी कुमारी को फिर जेल,, भगवान जुगल किशोर जी मंदिर के गर्भग्रह में घुसकर अमर्यादित आचरण करने का मामला,, धार्मिक भावनाएं भड़काने और सरकारी कार्य में बाधा में जीतेश्वरी गई जेल,,,, राजपरिवार की प्रतिष्ठा हुई तार तार
महारानी जीतेश्वरी को नही मिली जमानत, जेल पहुची
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना के ऐतिहासिक श्री जुगल किशोर जी मंदिर के गर्भग्रह में घुसकर आरती बुझाने और व्यवधान डालने की मामले में कैमरे में सरेआम कैद हुई जीतेश्वरी कुमारी को जेल की हवा खानी पड़ी है है मंदिर के सबसे बड़े पर्व जन्माष्टमी के अवसर पर पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी अचानक चौर डुलाने के दौरान गर्भगृह में घुस गई और उन्होंने अमर्यादित आचरण किया जिससे लोगों में भारी आक्रोश है, देर रात घटित इस घटना से पन्ना में हर जगह राजपरिवार की थू-थू हो रही है और इस प्रतिष्ठित परिवार की इज्जत को धक्का लगा है क्योंकि जन्माष्टमी के दौरान यह घटना घटी जब भारी संख्या में मंदिर परिसर में श्रद्धालु मौजूद थे वह अचानक चौर हिलाकर पुजारी से अभद्रता करने लगी और बदसलू की
इस दौरान मौजूद श्रद्धालुओं और पुलिस ने किसी तरह से जीतेश्वरी कुमारी को बाहर निकाला जिस पर मुसद्दी और श्रद्धालुओं ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है धारा 295A तथा 353 यानी शासकीय कार्य में बाधा और धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया गया है
ऐतिहासिक श्री जुगल किशोर जी मंदिर के गर्भ ग्रह में घुसकर उपद्रव करने के मामले में गिरफ्तार पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को जेल भेज दिया गया है पुलिस ने आज शासकीय कार्य में बाधा एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में गिरफ्तार कर सीजेएम की अदालत में पेश किया और उनके अपराध की हिस्ट्री भी लगाई गई जिस पर विचरण करने के बाद मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट की अदालत ने जमानत खारिज करते हुए जेल भेज दिया अब कम से कम तीन दिन जेल में ही बिताने पड़ेंगे
कभी डायमंड किंग के नाम से मशहूर इस राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी आए दिन अभद्र आचरण करती रहती हैं इसी का परिणाम है कि इन्हें दूसरी बार अब जेल जाना पड़ा है उनके वकीलों ने खूब अरगुमेंट की पर न्यायालय ने उनके व्यवहार और प्रवृत्ति को देखते हुए जमानत निरस्त कर जेल भेज दिया इस बीच जीतेश्वरी कुमारी ने कहा कि मुझे षड्यंत्र के तहत फसाया गया है
उनके वकील मुन्नालाल अवस्थी ने बताया कि हमने प्रयास किया पर हमारे क्लाइंट की जमानत निरस्त कर दी गई है अब पुनः अग्रिम अदालत में जमानत पेस करेंगे हमें उम्मीद है कि अगली अदालत से जमानत मिल जाएगी
ज्ञात हो की सबसे प्रसिद्ध मंदिर में जीतेश्वरी कुमारी द्वारा किया गया आचरण की हर जगह निंदा हो रही है लोगों में भारी आक्रोश है अभद्र आचरण की आदि जीतेश्वरी कुमारी को ऊपरी अदालत से जमानत नहीं मिल जाती तब तक पन्ना अप जेल में ही रहना पड़ेगा
•जीतेश्वरी को नहीं है पछतावा जेल जाते समय कहा षड्यंत्र के तहत फसाया
महाराज स्वर्गीय राघवेंद्र सिंह जूदेव की मृत्यु के बाद इस परिवार के विवाद थमने की उम्मीद जगी थी उन्होंने जीते जी माँ राजमाता दिलहर कुमारी एवं पत्नी जीतेश्वरी कुमारी के बीच सुलह कराने की खूब प्रयास किए पर वह एकता नहीं करा पाए यह परिवार राजमाता दिलहर कुमारी ,जीतेश्वरी कुमारी ,राजकुमारी कृष्णा कुमारी एवं स्वर्गीय महाराज लोकेंद्र सिंह जूदेव के बीच हमेशा विवादों में बना रहा लेकिन अब इस विवाद के थमने की उम्मीद थी उनके पुरुष उत्तराधिकारी छत्रसाल हैं जो सभी को साथ में लेकर चलने का प्रयास करते हैं पर जीतेश्वरी कुमारी अपने परिवार में लड़ते-लड़ते अचानक मंदिर में अभद्र आचरण कर बैठी जिससे श्रद्धालु और आम लोगों में भारी आक्रोश है इस परिवार में हमेशा विवाद तो होते रहे हैं मां- बेटा, पिता -पुत्र, भाई -बहन ,चाचा -भतीजे , सास बहू के रिश्ते तो तार तार होते रहे हैं लेकिन अब भगवान की आस्था को भी इन्होंने तार तार कर दिया जिससे श्रद्धालु दुखी है हर जगह जीतेश्वरी कुमारी के इस कृति की निंदा हो रही
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राजमाता दिलहर कुमारी ने किया था जमानत का विरोध
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को 5 दिन बाद जमानत मिल गई है जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत से आज फैसला आया है शाम को अदालत ने जमानत देने का जैसे ही आदेश पारित किया जिसके बाद महारानी जीतेश्वरी कुमारी के परिजनों खुशी की लहर दौड़ गई महारानी के वकील एम एल अवस्थी एवं बृजभान यादव ने बताया कि आज शाम डीजे कोट से जमानत पर रिहा करने आदेश पारित किया गया है आज शाम को ही महारानी पन्ना जेल से 27 जुला2021 को जेल से बाहर आ गई
- ज्ञात हो कि राजमाता दिलहर कुमारी ने सोमवार को अदालत में जमानत अर्जी का विरोध किया था और कई दस्तावेज प्रस्तुत कर जमानत न देने का अनुरोध किया जिसे न्यायालय ने नहीं माना आज न्यायिक अभिरक्षा से रिहा करने का आदेश पारित किया है महारानी के वकीलों ने मामले को पारिवारिक विवाद में परेशान करने और प्रतिष्ठा को धूमिल करते हुए झूठा फंसाने का आरोप लगाया है
क्या था मामला,, पूरा घटनाक्रम
राजपरिवार की महारानी जीतेश्वरी कुमारी को जमानत नहीं मिली है इस कारण उन्हें अब 26 जुलाई तक जेल में ही रहना होगा उनके वकीलों ने जमानत कराने की खूब कोशिश की पर भी सफल नहीं हुए क्योंकि जिला एवं सत्र न्यायाधीश छुट्टी पर है इस कारण उनकी जमानत पर सुनवाई ही नहीं हो सकी अब 26 जुलाई 2021 को ही जमानत पर सुनवाई होगी महारानी के वकील एम एल अवस्थी ने बताया कि जिला सत्र न्यायाधीश की छुट्टी में होने के कारण हमने एडीजे न्यायालय में बेल एप्लीकेशन लगाई थी पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने जमानत अर्जी पर सुनवाई करने से इंकार कर दिया इस कारण जमानत आवेदन पर विचार ही नहीं हुआ हमारे मुवक्किल को आगे जेल में ही रहना पड़ेगा वकील एमएल अवस्थी ने कहा की बहुत छोटा मामला है पुराना पारिवारिक विवाद है हमारी मुवक्किल की प्रतिष्ठा धूमिल करने के लिए परिवारी जनों ने षड्यंत्र रचा है और मेरी मुवक्किल को प्रताड़ित किया जा रहा है उन्होंने उम्मीद जताई कि सोमवार को जमानत अवश्य मिल जाएगी
पन्ना राजपरिवार का विवाद फिर सामने
महारानी जीतेश्वरी कुमारी गिरफ्तार, जमानत न मिलने से पहुंची जेल
करोड़ों के हीरो केे मालिक पन्ना राजपरिवार का संपत्ति विवाद कोई नई बात नहीं है बीते दो दशक से वरिष्ठ सदस्य आमने-सामने हैं लेकिन महाराजा की मौत के बाद कुछ दिनों की शांति के बाद यह विवाद फिर सामने आया है जिसमें पन्ना राजपरिवार की सबसे वरिष्ठ सदस्य राजमाता दिलहर कुमारी की शिकायत पर पुलिस ने महारानी जीतेेश्वरी कुमारी , उनके पति महाराज राघवेंद्र सिंह, पुुत्र , बेटियों और अन्य लोगों के खिलाफ आर्म्स एक्ट, मारपीट ,गाली-गलौज ,धमकी घर में अवैध प्रवेश सहित विभिन्न धाराओं पर मामला दर्ज किया है जिसमें जीतेश्वरी कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया और पुलिस नेे इन्हें न्यायालय में पेश किया है जहांंं सीजेएम की अदालत नेेेेेेे जमानत खारिज करते न्यायिक अभिरक्षा में भेेज दिया
क्या हुई FIR
राजमाता दिलहर कुमारी ने एक माह पूर्व कोतवाली पन्ना में FIR दर्ज कराई है कि शराब के नशे में एक राय होकर छह आरोपी आए और उनके घर में प्रवेश कर दरवाजे, पाइपलाइन में तोड़फोड़ की तथा जान से मारने की धमकी देकर चले गए हाथ में अवैध कट्टा लिए हुए थे जिससे उनको जान का खतरा है यह रिपोर्ट एक मां दिलहर कुमारी ने अपने पुत्र राघवेंद्र सिंह, पुत्रवधू जितेशवरी कुमारी, एकमात्र नाती एवं 2 नातिनो के खिलाफ लिखाई है जिसमें एक अन्य आरोपी सलीम खान भी हैं जो जितेशवरी कुमारी का खास है जिसे पहले गिरफ्तार कर लिया गया था अब जमानत पर रिहा है
वही गिरफ्तारी के बाद जीतेस्वरी कुमारी ने मामले को झूठी कार्यवाही बताया है कहा साजिश के तहत कार्यवाही की जा रही जमानत खारिज होने और जेल भेजे जाने के बाद उनके वकील एम एल अवस्थी एवं बृजभान यादव ने बताया कि
विवाद की एक और किरदार कृष्णा कुमारी
पन्ना राजपरिवार का विवादों से चोली-दामन का साथ हो गया है झगड़ा-फसाद आम बात है कई बार मामले थानों से से होते हुए न्यायालयों तक पहुंची जिसकी कई किरदार है जिसमें एक अहम किरदार पन्ना राजपरिवार की राजकुमारी कृष्णा कुमारी भी है जो महाराजा राघवेंद्र की बहन एवं महाराज राजमाता तिलहर कुमारी की पुत्री है जो अपने मां के साथ ही रह रही हैं और संपत्ति में अधिक अपना अधिकार जताती है राजकुमारी कृष्णा कुमारी की शादी 1995 में कोटी हिमाचल प्रदेश में हुआ था शादी के कुछ समय बाद से ही पारिवारिक कलह शुरू हो गई और 10 बर्ष मैं ही उनकी शादी टूट कर तलाक हो गया वे आकर पन्ना में रहने लगी मां उन्हें संपत्ति का हिस्सा देखना चाहती है पर भाई और भाभी को रास नहीं आ रहा इस कारण और भी विवाद होते रहते हैं इसलिए राज महल की विवादों में कृष्णा कुमारी का अहम किरदार होना भाभी बताती रही है विवाद की शुरुआत तब हुई थी जब बाहरगंज कोठी में जीतेश्वरी कुमारी ने कृष्णा कुमारी के साथ मारपीट की और बाल पकड़कर सर दीवाल पर मार दिया इस मामले में जीती श्रीकुमारी को छह माह की सजा भी हुई थी जो बाद में ऊंची अदालत से बरी हो गई कृष्णा कुमारी राजमाता दिलहर कुमारी इस सबसे चहेती है
महारानी के अधिवक्ता MLअवस्थी एवं बृजभान यादवमहारानी जितेशवरी कुमारी अपने महल में थी तब झूठा मामला दर्ज करा दिया गया उनको राजनीतिक नुकसान पहुंचाने की नियत से और छवि को खराब करने के उद्देश्य झूठा मामला दर्ज कराया है जितेशवरी कुमारी के वकील बृजभान यादव ने आगे कहा कि गिरफ्तारी के बाद प्रताड़ित किया गया है और शरीर में चोट के निशान है उन्होंने कहा कि हमारे मुवक्किल को परेशान और प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य साजिश रची जा रही है हम आज ही ऊपरी अदालत में जमानत की अर्जी दे रहे हैं
क्या है राज परिवार का संपत्ति विवाद
पन्ना राजपरिवार आजाद भारत के पूर्व एक प्रतिष्ठित राजपरिवारो में था इनकी धाक दूर-दूर तक थी महाराजा छत्रसाल के वंशजों के पास हीरो की अकूत संपत्ति है इसी संपत्ति को पाने के लिए सभी सदस्य एक दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं जिसको लेकर मां-पुत्र, सास – बहू , देवर और भाभी का परिवार आपस में लड़ रहा है राजमहल के अलग-अलग हिस्से में इन लोगों का कब्जा है और कई मामले पन्ना के न्यायालयों में विचाराधीन हैं
राजपरिवार का इतिहास
महाप्रतापी, बुंदेलकेसरी महाराजा छत्रसाल के वंशज पन्ना राजपरिवार के अंतिम वैधानिक शासक महाराज यादवेंद्र सिंह थे उनके पुत्र नरेंद्र सिंह जूदेव की अच्छी प्रतिष्ठा रही उनके दो पुत्र महाराज मानवेंद्र सिंह और लोकेंद्र सिंह हुए, मानवेंद्र सिंह की पत्नी राजमाता दिलहर कुमारी है जिनकी दो संताने महाराज राघवेंद्र सिंह एवं राजकुमारी कृष्णा कुमारी है दिलहर कुमारी की बहू जीतेस्वरी कुमारी और उनकी तीन संताने 1 पुत्र एवं दो पुत्रियां है वही महाराज नरेंद्र सिंह के दूसरे पुत्र लोकेंद्र सिंह थे जिनकी मृत्यु 2020 में हुई पन्ना टाइगर रिजर्व के संस्थापक, सांसद और विधायक हुए उनकी पत्नी महारानी इंदिरा कुमारी एवं पुत्री कामाख्या कुमारी है जो नागौद राजपरिवार से ताल्लुक रखती है वर्तमान में राजमहल की संपत्ति मैं दावा करने वाले तीन गुट है पहला गुट दिलहर कुमारी और कृष्णा कुमारी का है कृष्णा कुमारी तलाक के बाद अपनी मां के साथ मुख्य महल में रह रही है, दूसरा गुट राघवेंद्र सिंह और जितेशवरी कुमारी तथा तीसरा गुट लोकेंद्र सिंह की पत्नी इंदिरा कुमारी एवं कामाख्या कुमारी का है जो राज महल और इनकी संपत्तियों में अपना अधिकार जता रहे हैं इसी को पाने के लिए इस प्रतिष्ठित परिवार के लोग आमने सामने हैं इनकी प्रतिष्ठा राजमहल की चार दिवारी लांघ सड़कों पर आ रही है
विवादों का इतिहास
-संपत्ति को लेकर पन्ना का यह सबसे प्रतिष्ठित परिवार बीते दो दशक से एक दूसरे का दुश्मन बना हुआ है इस परिवार में मां- बेटा, सास-बहू, भाई-बहन के भी रिश्ते तार-तार हो रहे है क्योंकि इसके पूर्व भी कई बार ऐसी मारपीट गाली-गलौज उपद्रव, संपत्ति हड़पने के आरोप लगते और लगाते रहे हैं जिसमें मां दिलहर कुमारी की शिकायत पर बेटा राघवेंद्र 1 वर्ष तक तिहाड़ जेल में रहा है इसी तरह मारपीट के एक मामले में जीतेश्वरी कुमारी को पहले सजा हुई बाद में ऊपरी अदालत से बरी हो गई
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लोक अभियोजक द्वारा मामले की दी गई जानकारी
कार्यालय-जिला लोक अभियोजन अधिकारी,जिला-पन्ना के मी.से.प्र./सहा.जि.लो.अभि.अधि., के द्वारा बताया गया कि,न्यायालय श्रीमान् मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी पन्ना, द्वारा सुनवाई करते हुये आरोपी जीतेश्वरी कुमारी का जमानत आवेदन-पत्र निरस्त किया गया।
अभियोजन के अनुसार,फरियादिया राजमाता पन्ना राज परिवार श्रीमति दिल्हर कुमारी पति स्व.श्री मानवेन्द्र सिंह जू देव उम्र 75 वर्ष निवासी राजमंदिर पैलेस पन्ना अपने स्टाफ सुरक्षा गार्ड राकेश तिवारी एवं सुरेन्द्र सिंह के साथ थाना आकर एक लिखित आवेदन पत्र अपने पुत्र श्री राघवेन्द्र सिंह महरानी पुत्रवधू जीतेश्वरी देवी एवं पोत्र एवं पौत्रियो तथा सहयोगियों सलीम खान द्वारा दिनांक 19.06.2021 की अर्द्धरात्रि 3 बजे राजमाता के निवास परिसर राजमंदिर पैलेस में गह अतिचार करते हुये नशे की हालत में हाथ में कटटा लेकर गाली गलौच करते हुये महल के दरवाजों व पानी की सप्लाई की तोडफोड एवं चौकीदार के साथ मारपीट एवं जान से मार देने की धमकी देने संबंधी प्रस्तुत किया। जिस पर थाना कोत. पन्ना में अपराध क्र. 597/2021, अन्तर्गत धारा 147,148, 149,294,323, 506,458,427 भा.द.सं. एवं 25/27 आर्म्स एक्ट के अन्तगर्त दर्ज किया तथा विवेचना के दौरान आरोपी को गिरफतार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया। माननीय न्यायालय द्वारा दोनों पक्षों को सुना गया तथा मामले की गंभीरता को देखते हुये आरोपी का जमानत आवेदन पत्र निरस्त कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया ।
एक आरोपी को मिली जमानत