✎ शिव कुमार त्रिपाठी
अपने अड़ियल रुख के लिए बदनाम है बासु कनौजिया
नियम विरुद्ध कार्यवाही करने पर न्यायालय से लग चुका है जुर्माना
ऐसे ही उत्तरवन मंडल से हटाई गई थी 2010 बैच की आईएफएस अधिकारी
टाइगर रिजर्व के उप संचालक पद से भी हटाया गया
बाघों की सुरक्षा को हो गया था खतरा पैदा अब मजबूत होंगी गतिविधियां
तेजतर्रार IFS अधिकारी बासु कनौजिया का व्यवहार लोगों को प्रताड़ित करने वाला सिद्ध होता रहा है यही कारण है कि उन्हें पोस्टिंग के तत्काल बाद उनकी क्रियाकलापों के कारण हटाने की मांग उठने लगती है एक बार फिर वासु कनौजिया को पन्ना टाइगर रिजर्व के उपसंचालक से हटाकर वनमंडल अधिकारी अलीराजपुर कर दिया गया है शासन के आदेश जारी होने के बाद ही पन्ना टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है और टाइगर रिजर्व से लगे हुए ग्रामीणों को प्रताड़ना से भी मुक्ति मिल गई इतना ही नहीं 2010 बैच की आईएफएस वासु कनौजिया द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी से सीधी लड़ाई लड़ने और उनके लिए गए नियम सम्मत फैसलों पर आपत्ति जता कर न क्रियान्वित करने की भी आरोप लगते रहे हैं
फील्ड डायरेक्टर के एस भदौरिया से उनके संबंध ठीक नहीं है
जो भी विकासात्मक कार्य भदौरिया करना चाहते हैं या पन्ना टाइगर रिजर्व की सुरक्षा से संबंधित जो भी फैसले लिए जाते हैं उस पर बसु कनौजिया अडंगा खड़ा करती रही है और उनके फैसलों के खिलाफ ही उनको बिना जानकारी के कई विभागों को लिखकर कार्य रुकवाने पर इंटरेस्ट लेती रही और यही कारण है कि पन्ना टाइगर रिजर्व की काम-धाम इस समय प्रायः ठप हो गए थे और सुरक्षा में लगे अधिकारी कर्मचारी भी बेहद परेशान और जो नए पर्यटन क्षेत्र खोले जाने थे उन पर भी बसु कनौजिया ने आपत्ति लगाई थी इस कारण से शासन ने भी विवादित वासु कनौजिया का पन्ना से स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया है
उनके स्थान पर 2015 बैच के IFS जरांडे ईश्वर रामहरि को पदस्थ किया है जो अभी परिवीक्षा अवधि में है उम्मीद है कि राम हरि की पोस्टिंग के बाद टाइगर रिजर्व के हालात सुधरेंगे और इसका फायदा टाइगर रिजर्व और बाघों की सुरक्षा को मिलेगा