✎ शिव कुमार त्रिपाठी
महाप्रबंधक मिली मध्यप्रदेश के आदेश से चंबल चली गई 2.3 8 लाख मैट्रिक टन धान
सरकार पर पड़ा ट्रांसपोर्ट इन का अतिरिक्त खर्च
पन्ना की मजदूरों और लोग उसी काम छीना
बढ़ेगा मजदूरों का पलायन
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उठाई समस्या
महाप्रबंधक मिलिंग एम पी के आदेश से चंबल चली गयी 2.38 लाख मेट्रिक टन धान और भी 5 से 6 लाख मेट्रिक टन धान जाने का अंदेशा ……
बड़े स्तर पर दिखा भ्रष्टाचार 30 किमी की दूरी में धान न भेजकर 300 किमी दूर भाड़ा देकर धान भेज रही सरकार
जिले में 30 मिले होने के बाद भी बाहर गयी धान से पन्ना के मिल मालिक होंगे कंगाल और काम न मिलने से हजारों मजदूरों का होगा पलायन
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना जिले का राजनीतिक परिवेश प्रबल है और राजनेताओं को पन्ना के छोटे बड़े हितों को देखकर फैसला लेना चाहिए आखिर पन्ना की धान हिं पन्ना में मिलें होने के बाद भी बाहर जा रही है जिससे मिलर मालिक कंगाल होने की स्थिति में है मिलर संघ ने जानकारी देते हुए बताया कि पन्ना में 40 मिले है और 10 हजार के लगभग मजदूर काम करते है धान भेजने का भाड़ा सरकार वहन करती है पर पन्ना की धान को 30 से 40 किलोमिटर की वजाय 300 किलोमीटर धान भेजकर साशन के पैसा को बर्बाद किया जा रहा है साथ ही स्थानीय मिलर मालिको को जो लोन लेकर काम कर रहे है उन्हें कंगाली की ओर धकेला जा रहा है ऐसी स्थिति में मजदूरों को भी पलायन करना पड़ेगा.
….बताया कि इस संबंध में स्थानीय सांसद बीडी शर्मा स्थानीय विधायक व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह जिला प्रशाशन को भी अवगत कराया गया है मगर किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया…..
2022-23 में 15 से 16 लाख मेट्रिक टन धान का उपार्जन हुआ है बर्तमान में पन्ना जिले में 40 के लगभग मिल है जिसकी 4 से 12 टन प्रति घंटा छमता है जिले की मासिक मिलिंग छमता 35 से 40 हजार मेट्रिक टन है यह धान पन्ना के मिलरों को मिलेगी तो रोजगार मिलेगा और मिलर मालिक कंगाल होने से भी बचेंगे
चंबल के राजनीतिक परिवेश पन्ना जिले से प्रबल होने के कारण व्यवसायी फायदा उठाकर धान अपने क्षेत्र ले जा रहे है इसी क्षेत्र से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ,,,,,,वहीँ पन्ना से सांसद बीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष विधायक ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह खनिज मंत्री हैं अपने क्षेत्र की व्यवसायियों के बारे में सोचना होगा और मजदूरों को रोजगार देना होगा