
✎ शिव कुमार त्रिपाठी
शंकर जी का अद्भुत और विलक्षण स्थान
पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर जोन में स्थित है
24 घंटे जलधारा न बढ़ती न कभी सूखती
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना टाइगर रिजर्व के हिनौता रेंज अंतर्गत घनघोर जंगल के बीच एक अद्भुत और विलक्षण स्थान है जहाँ भगवान शिव की विलक्षण प्रतिमा मौजूद है इस स्थान में एक जलधारा प्रकट हुईं है जो शंकर जी का अभिषेक करती विशाल कंग्लोमेरेट चट्टान के बीच पानी की जलधारा कहां से आ रही और कहां जाती किसी को नहीं पता शंकर जी के ऊपर 24 घंटे गिरने वाली यह जलधारा ही इस स्थान का आश्चर्य है
क्योंकि ऊपर कहीं भी पानी का स्रोत नहीं है और विशाल कई मीटर की एक चट्टान है उसके बीचो-बीच से पानी आ रहा है ऐसा लगता जैसे किसी ने शंकर जी के ऊपर फुबारा लगा दिया है और यह जलधारा 24 घंटे झलारिया महादेव का अभिषेक करती है इस अद्भुत और विलक्षण स्थान में वर्ष भर आने जाने की अनुमति नहीं होती पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन श्रद्धालुओं की आस्था और क्षेत्रीय लोगों की मांग और आस्था के कारण एक बार भंडारे के लिए विशेष अनुमति देता है जो 3 फरवरी 2023 को दी गई है इस दिन भंडारे में श्रद्धालु और आम नागरिक शामिल हो सकते हैं
पन्ना टाइगर रिजर्व के अंदर दुर्गम जंगल के बीच यह स्थान स्थित है पहाड़ के किनारे कुछ सीढ़ियों से नीचे उतर कर जाया जाता है और चट्टान के बीच छोटी सी जगह है जहां बैठकर किसी तरीके से शंकर जी के दर तक पहुंचते हैं जब देखते हैं तो लोगों की आंखें फटी की फटी रह जाती है क्योंकि जिस स्थान में पानी का स्रोत न हो किसी के आने जाने की जगह न हो और विशाल चट्टान से जलधारा कैसे आ रही है लोग अचंभित रह जाते हैं यही झलारिया महादेव की कृपा है इस दुर्गम और प्राचीन स्थान को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे
क्षेत्रवासियों की आस्था के चलते एक दिन भंडारे के लिए श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए खोला जाता है जिसकी विशेष अनुमति टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने दी है सूर्योदय से सूर्यास्त के मध्य ही कोई आदमी हिनौता गेट से अपने चार पहिया वाहन के साथ अंदर तक जा सकता है और भंडारे में शामिल हो सकता है यह वर्ष में एक बार ही अनुमति दी जाती है
यह शिव जी की प्रतिमा स्वयंभू बताई गई है और गंगा मैया उन्हीं की कारण प्रकट हुई है और 24 घंटे अभिषेक करती है जो भी श्रद्धालु यहां आता है जो भी मांाान्यता मांगता सभी पूर्ण होती है ऐसी क्षेत्रवासियों की आस्था और बुजुर्ग लोगों की बताई हुई दंत कथाएं हैं
यहां प्राचीन समय से ही साधु रहते हैं जो झलारिया महादेव की सेवा पूजा करते हैं टाइगर रिजर्व प्रबंधन इन्हें सहयोग करता है जानकारी के अनुसार एवं जो संत यहां रहते हैं उनका कहना है कि टाइगर भी यहां शंकर जी के दर्शन करने आते हैं झलारिया महादेव पूरे बुंदेलखंड में एक प्रसिद्ध स्थान है, बड़ी आस्था का केंद्र है