
✎ शिव कुमार त्रिपाठी
एक रुपए मांगने पर सिर पर लात मारने को लेकर सुर्खियों में आया था मुनुआ आदिवासी
बृजपुर का रहने वाला था
तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले ली की लात का मामला रहा सुर्खियों में
शराब और ठंड के बीच उलझी मौत की कहानी
पन्ना शहर की गलियों, बसस्टैंड और बृजपुर में हमेशा घूमने वाला मुनुआ आदिवासी आज नहीं रहा उसकी मौत हो गई देखने में मुनुआ बालक लगता था पर उसकी उम्र 22 साल थी और शराब के नशे में धुत रहता था पैसे मांगना और शराब पीना यही उसकी जिंदगी थी पर एक दिन मनुआ आदिवासी तब सुर्खियों में आया जब स्वच्छता अभियान के तहत तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले पन्ना बस स्टैंड पहुंची और कार्यक्रम के बीच अचानक मुनुआ आया और वह एक रुपए मांगने लगा मंत्री कुसुम मेहदेले के सिर पर पैर पर गिरा और उन्होंने एक लात मार दी इसका वीडियो जंगल में आग की तरह फैला और हर टेलीविजन और अखबार की सुर्खियां बन गया तब की मंत्री कुसुम मेहदेले को जबाब देना बमुश्किल पड़ा
पूर्वमंत्री कुसुम मेहदेले ने लात मारने से किया था इनकार
जब यह मामला सुर्खियों में आया तो तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले ने किसी बालक को लात मारने से इनकार किया था उन्होंने कहा कि जब मैं जा रही थी तो कोई मेरे पैर के पास आकर गिरा था जिसे हमारे सुरक्षा गार्डों ने अलग कर दिया मैंने किसी को लात नहीं मारी न अपमानित किया और इस वीडियो को झूठा बताया था यह वीडियो किसने बनाया और कैसे पूरे भारत में पहुंचा इस पर भी खूब चर्चा होती रही है
आजतक के संवाददाता को धोना पड़ा था नौकरी से हाथ
तत्कालीन मंत्री कुसुम मेहदेले की लात का मामला जब सुर्खियों में आया तो छतरपुर के वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार रवींद्र व्यास कवरेज करने आए मंत्री रही कुसुम मेहदेले का पक्ष जानने के बाद जब मनुआ आदिवासी का पक्ष जानने बृजपुर पहुंचे तो मनुआ शराब में धुत था और एक पाव और पीने के बाद बाइट देने की बात करने लगा उसी समय किसी ने कुछ ऐसी बात कह दी जिस पर आज तक जैसे चैनल के वरिष्ठ पत्रकार और बुंदेलखंड में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रथम पत्रकार रवींद्र व्यास जी को आजतक चैनल छोड़ना पड़ा था जिसका कारण मुनुआ आदिवासी ही बना रवींद्र व्यास जी की अपनी अच्छी प्रतिष्ठा है जिसको भी ठेस लगी थी