
✎ शिव कुमार त्रिपाठी
पन्ना शहर से होकर गुजरने वाले नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें मोहन निवास चौराहे से डायमंड चौराहे की बीच में फील्डिंग और आपूर्ति दोनों पाइपलाइन सड़क से होकर गुजरती थी जब अब यह रोड का चौड़ीकरण किया गया है तो दोनों पाइप लाइनों को बीच सड़क में ही दबा दिया गया जिससे हेवी लोड ट्रक जब निकलते हैं तो यह अंदर से पाइप टूट जाते और पानी का रिसाव शुरू हो जाता है इससे पानी की बर्बादी तो होती ही है नवनिर्मित सड़क में भी बड़े-बड़े गड्ढे हो जाते और आवागमन अवरुद्ध हो जाता है जबकि नेशनल हाईवे के बाजू में एक पाइप लाइन डाली जा चुकी है पर उस काम को पूरा कर बगल से पाइप के माध्यम से पानी की आपूर्ति करने के प्रयास अभी तक नहीं किए गए
नगर पालिका के प्रशासक की कुर्सी में पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र विराजमान है भले ही उन्होंने जिले में व्यवस्थाएं सुधारने का प्रयास किया हो पर सच यह है कि नगरपालिका की ही व्यवस्थाएं नहीं सुधार पा रही हैं टूटी हुई पाइप लाइन से बर्बाद होते लाखों लीटर पीने के पानी पर नजर तो उनकी भी पड़ी होगी अगर नहीं पड़ी तो अब अवश्य ध्यान देकर इस पाइपलाइन को सुधारने के शीघ्र आदेश देने होंगे यदि नहीं दिए तो गर्मियों में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना उन्हीं को करना पड़ेगा क्योंकि शहर ही नहीं पूरे जिले की जिम्मेदारी भी कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा के ऊपर ही जाएगी
पन्ना शहर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए बीते 10 साल में जानकारी के अनुसार यूआइडीएसएसएमटी योजना के तहत पाइप लाइन और फिल्टर निर्माण के लिए करीब 20 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं पर अब तक न तो शहर के सभी कोने में नई पाइपलाइन पहुंची पानी की बर्बादी रोकी शहरवासी अभी कई इलाकों में पीने के पानी के लिए परेशान रहते हैं उन्हें पीने के पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है सरकार का इतना सारा पैसा खर्च हो चुका लेकिन लापरवाही ऐसी की ना तो पानी की बर्बादी रुक रही है और न शुद्ध पेयजल मिल पा रहा क्योंकि इन्हीं फूटी हुई पाइप लाइनों से नाली का दूषित गंदा पानी पुनः आपूर्ति पाइप लाइन में पहुंच जाता है और यही गंदा पानी लोगों के घर तक पहुंच रहा है