✎ शिव कुमार त्रिपाठी
पन्ना महाराज राघवेंद्र सिंह का निधन
अंत्येष्टि में शामिल होने से लौट रहे परिवार का एक्सीडेंट
पुत्र पुत्रीया घायल
बड़ी बेटी को आई गंभीर चोटें एम्बुलेंस से किये अंतिम दर्शन…..
(शिवकुमार त्रिपाठी) कभी डायमंड किंग के नाम से मशहूर पन्ना राज परिवार के महाराज राघवेंद्र सिंह का निधन हो गया है अंत्येष्टि पन्ना के छत्रसाल पार्क में नगर के गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी में हुई, लोगों ने नम आंखों से अपने प्रिय महाराज राघवेंद्र को अंतिम विदाई दी, वहीं एक अन्य घटना में बेटी को अपने पिता के अंतिम दर्शन एम्बुलैंस से करने पड़े जानकारी के अनुशार अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए राजिस्थान से घर लौट रहे उनके पुत्र छत्रसाल द्वितीय एवं पुत्रियों,साले और उनके परिजन एक्सीडेंट में घायल हो गए हैं जिसमें उनकी बड़ी बेटी को गंभीर चोटें आई
परंपरा के अनुशार वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच उनके पुत्र छत्रसाल द्वितीय का क्षत्रीय एवं राजशाही परंपरा के अनुसार राजतिलक किया गया पहले मुख्य दरबार हाल में महाराज राघवेंद्र सिंह जूदेव के शव को रखा गया इसके बाद सभी लोगों की मौजूदगी में पंडितों परिजनों और क्षत्रियों ने उनके पुत्र का राजतिलक कर राजा घोषित किया राजशाही परंपरा है कि जब तक उत्तराधिकारी को राजा घोषित नहीं किया जाता तबतक अंतिम संस्कार नहीं होता इस कारण उस राजशाही परंपरा के अनुसार पूरी प्रक्रियाओं का पालन कऱ राजतिलक किया गया जिसमे छत्रसाल द्वितीय को राजा घोषित किया गया है, मृत राजा को रंगीन पगड़ी बांधी गई, नए घोषित किए गए महाराज को सफेद पगड़ी पहनाई गई
-पन्ना के इस प्रतिष्ठित परिवार पर दोहरी मार पड़ी है अंतिम संस्कार में शामिल होने लौट रहे उनके परिजन एक्सीडेंट में घायल हो गए उनकी बड़ी पुत्री को अपने पिता की अंतिम दर्शन एंबुलेंस से ही करने पड़े, जैसे ही घर से शव यात्रा बाहर निकली उन्हें तत्काल इलाज के लिए रेफर कर दिया गया, इस घटना में उनकी साले, साली की पुत्री पत्नी बड़ी पुत्री को ज्यादा चोटें आई हैं
इनकी अंत्येष्टि में पन्ना राज परिवार के सभी सदस्य, मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह, खजुराहो विधायक एवं इनके रिश्ते की भाई विक्रम सिंह नातीराजा, आसपास की रियासतों के प्रतिनिधि, नगर के गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में पन्ना निवासी शामिल हुए और उन्होंने अपने महाराजा को श्रद्धांजलि दी पन्ना के छत्रसाल पार्क में उनका अंतिम संस्कार किया गया अपना राज परिवार के राजा का नाम महेंद्र महाराजा छत्रसाल द्वितीय होगा जिन्हें पन्ना का महाराज घोषित किया गया और राजतिलक किया गया है,
राजतिलक कैसे हुआ
महाराज राघवेंद्र सिंह का शव राज मंदिर पैलेस के प्रमुख दरबार हाल में रखा गया था करीब 11:00 बजे क्षत्रिय परिवारो के सभी सदस्य, पुरोहित ,गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी मैं पुरोहितों ने स्वस्तिवाचन कर वैदिक मंत्रों के बीच राजतिलक की प्रक्रिया प्रारंभ की सर्वप्रथम इस परिवार के वरिष्ठ सदस्यों में एक खजुराहो विधायक विक्रम सिंह नातीराजा ने महाराज राघवेंद्र सिंह के शव का तिलक किया तदोपरांत राजमाता दिलहर कुमारी, बहन कृष्णा कुमारी, पत्नी महारानी जीतेश्वरी कुमारी उनकी पुत्रीरियां, बुआ अन्य रिश्तेदारों ने महाराज राघवेंद्र सिंह केे शव को तिलक किया और माला पहना मौजूद पंडितों ने माल्यार्पण किया वही प्राणनाथ मंदिर से आए पुजारियों ने छत्रसाल के वंशज का तिलक कर माल्यार्पण किया तदुपरांत छत्रसाल दुतीय का राजतिलक प्रारंभ किया गया राघवेंद्र सिंह के चरण सर पर रखे गए इसके बाद सभी लोगों ने छत्रसाल दुतीय का राजतिलक किया और माला पहनाई गई रंगीन पगड़ी सर पर धारण कराई गई यहीं से छत्रसाल द्वितीय को पन्ना राजपरिवार का महाराज घोषित कर दिया गया पंडितों ने कहा यादवेंद्र सिंह के वंश के बारिश के अब छत्रसाल दुतीय होंगे , राजतिलक के दौरान परिवार की सभी महिला सदस्य भी शामिल हुए