✎ शिव कुमार त्रिपाठी
- भूमि अधिग्रहण के बदले रोजगार के नाम पर हो रहा छलावा
- आवेदन फार्म जमा करते ही घर पहुंचा जवाब आवेदन पर नहीं होगी कार्यवाही
- रेलवे विभाग के अधिकारी बोले पत्र फर्जी
- लगातार किसानों के घर स्पीड पोस्ट से पहुंच रहे हैं पत्र
- कलेक्टर ने कहा उचित कार्यवाही करेंगे
- 1200 लोगों ने जमा किए हैं भोपाल के डीआरएम ऑफिस में नौकरी के लिए आवेदन
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना जिले में आजादी के 70 वर्ष बाद भी रेल में चढ़ना तो दूर 10 लाख लोगों को रेल देखने के लिए नसीब नहीं है रेल लाने खूब संघर्ष हुआ हर किसी को उम्मीद है कि शीघ्र सपनों की रेल आएगी और जिले का विकास होगा लोगों को रोजगार मिलेगा पर पन्ना में रेल आने के पहले ही रेल विभाग के कर्मचारी अधिकारी किसानों के साथ धोखा कर रहे हैं ऐसा ही छल करने का मामला प्रकाश में आया है जिससे नाराज किसानों ने पन्ना कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर संजय कुमार मिश्र को ज्ञापन दिया और एक अन्य आवेदन डीआरएम ऑफिस कार्मिक भोपाल के लिए भेजा गया है जिस में भूमि अधिग्रहण के बदले रोजगार यानी नौकरी देने का मांग की गई है साथ ही कहा कि हमने जो आवेदन दिए हैं उन पर तत्काल कार्यवाही करें
क्या है मामला
भोपाल के पश्चिम मध्य रेलवे ऑफिस से एक हस्तलिखित फर्जी नुमा पत्र किसानों के घर-घर स्पीड पोस्ट से पहुंच रहा है जिसमें उल्लेख किया गया है कि आपका आवेदन 11 नवंबर 2019 के बाद प्राप्त हुआ इसलिए आवेदन पर कोई कार्यवाही नहीं की जाएगी क्योंकि रेल विभाग ने 11 नवंबर 20019 के बाद अग्हिहीत की गई भूमि के एवज के बदले में नौकरी का प्रावधान खत्म कर दिया है पर पन्ना के लोगों की नाराजगी इस बात को लेकर है पन्ना जिले में जोअधिग्रहण किया गया है वह 11 अक्टूबर 2019 को हुआ या जो अन्य अधिग्रहण है वह सभी 11 नवंबर 2019 के पूर्व हुए हैं जिला प्रशासन ने मुआवजा देर से वितरित किया और इसके बाद कोरोना शुरू होगया हदीस में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया जिन लोगों ने आवेदन की प्रक्रिया शुरू की उनकी भूमि अधिग्रहण प्रमाण पत्र पन्ना एसडीएम ने तत्काल जारी नहीं किए तो इसमें हितग्राही किसानों का कोई दोष नहीं है रेल की नौकरी देने की प्रक्रिया की जिम्मेदारी भी रेलवे अधिकारियों की है जबकि रेल की नई नीति आने के पहले ही पन्ना में भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया तो पन्ना के लोगों के आवेदनों पर क्यों विचार नहीं किया जा रहा अभी जो आवेदन भोपाल में जाकर जमा किए हैं और नौकरी का आवेदन भोपाल के वरिष्ठ प्रबंधक कार्मिक भूमि अधिग्रहण कार्यालय में किया उसी दिन किसानों को हस्तलिखित फोटोकॉपी युक्त पत्र भेजा जा रहा है जिसमें उल्लेख किया गया है कि रेलवे ने नौकरी का प्रावधान खत्म कर दिया गया है और आपके आवेदन पर विचार नहीं होगा
इस सब से दुखी किसानों ने एकत्र होकर पहले रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचकर पन्ना कलेक्टर संजय कुमार मिश्र के सामने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी बात रखी और ज्ञापन सौंपा जिस पर कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि रेल के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की जा रही है जो प्रावधान होंगे वैसे कार्यवाही कराई जाएगी
पत्र फर्जी है रेल अधिकारी
इस संबंध में किसानों ने रेल विभाग के पन्ना में पदस्थ इंजीनियर एक्शन रिछारिया को भी आवेदन पत्र सौंपा है और आवेदनों पर कार्यवाही कराने की मांग रखी है जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए इंजीनियर रिछारिया ने कहा कि इस पूरे मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है किसानों के यहां जो पत्र पहुंच रहे हैं वह किसी विभाग के कर्मचारियों की बदमाशी है इन पत्रों में जिस अधिकारी के हस्ताक्षर हैं वे अब भोपाल में ही पदस्थ नहीं है और इस तरह के पत्र विभाग ने भेजने का निर्णय नहीं लिया है इससे प्रतीत होता है कि भोपाल के डीआरएम ऑफिस में किस तरह से सरकारी काम में मजाक चल रहा है रेल विभाग पन्ना की किसानों के साथ छल कर रहा है
ज्ञात हो कि 1 सप्ताह पूर्व ही बड़ी संख्या में पन्ना जिले के लोगों ने भोपाल के वरिष्ठ रेल प्रबंधक कार्मिक (भूमि अधिग्रहण) कार्यालय पहुंचकर नौकरी के लिए 1200 से अधिक लोगों ने आवेदन दिए हैं और उन्हीं सब लोगों के यहां इस तरह के पत्र पहुंच रहे हैं
सांसद करने को करनी होगी पहिल ,,तब मिलेगा किसानों को न्याय
रेल विभाग के अधिकारी कर्मचारी पहले आवेदन ही नहीं जमा कर रहे थे जब यह पूरा मामला क्षेत्रीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा के पास पहुंचा तो उन्होंने रेल के अधिकारियों को फटकार लगाई तब आवेदन जमा होना शुरू हुआ अब जब आवेदन शुरू हो गए हैं तो रेल विभाग पन्ना की किसानों से चलकर इस पर इस तरह परेशान कर रहा है पन्ना जिले के किसानों को नौकरी दिलाने सांसद विष्णु दत्त शर्मा को पहल करनी पड़ेगी अन्यथा रेल की उम्मीद किसानों के लिए एक मुसीबत ही बनकर रह जाएगी