✎ शिव कुमार त्रिपाठी
ग्राम पंचायत गौरा में निर्विरोध निर्वाचित हुुई सरपंच व पंच
आपसी सहमति से ग्रामीणों ने सरपंच पद पर महिला को चुना
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना जिले के जनपद पंचायत गुनौर अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गौरा में ग्रामीणों ने आपसी सहमति से निर्विरोध सरपंच व पंच को चुनकर परिवारिक एकता व सामाजिक समरसता की अनूठी मिसाल पेश की है। ग्राम पंचायत गौरा एससी महिला के लिए आरक्षित की गई थी। जिसमें नामांकन आदि कीस प्रक्रिया सम्पन्न हुई। सरपंच व पंच पद से नामांकन वापस लेने की तारीख के ठीक 2 घंटे पहले धार्मिक स्थल पर ग्रामीण जन एकत्रित हो गए एवं आपसी सहमति से सरपंच एवं पंचों को चुनकर शेष बचे नामांकन पत्रों को वापस कराया गया। गौरतलब है कि ग्राम पंचायत गौरव में सरपंच पद हेतु 7 महिला प्रत्याशियों द्वारा नामांकन दाखिल किए गए थे लेकिन आपसी सहमति से निर्वाचन होने के बाद शेष छह महिला प्रत्याशियों द्वारा नामांकन पत्र वापस लेकर निर्विरोध सरपंच व पंचों का चुनाव संपन्न किया गया। सरपंच पद पर रामकुमारी चौधरी पति परम लाल चौधरी को सरपंच तथा सभी 12 पंचों को निर्विरोध चुन लिया गया। पंच पद पर सीता पाठक, पिंकी पाठक, सुम्मा पाठक, भैयालाल चौधरी, अशोक पाठक, संतराम रैकवार, भूपत पटेल, प्रदीप पटेल, फूलबाई पटेल, गीता बाई चौधरी, रचना गडगैया को निर्विरोध चुना गया। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा पंचायतों में आपसी सहमति से निर्विरोध निर्वाचन हेतु गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें निर्विरोध निर्वाचित होने वाली पंचायतों को पुरस्कार स्वरूप राशि देने का प्रावधान था। ग्राम पंचायत गोरा में सरपंच सहित पंचों के निर्विरोध निर्वाचन पर शासन द्वारा 7 लाख की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। इसी को देखते हुए ग्रामीणजनों के साथ संवाद किया और योजना बनाई कि यदि इस तरह पंचायत में सभी पदो पर निर्विरोध चुनाव होता है तो पंचायत को इसका फायदा होगा। इस बात पर गांव के सभी ने सहमति जताई और निर्विरोध सरपंच सहित पचों को चुन लिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि 40 वर्षो बाद गौरा में निर्विरोध सरपंच व पंच चुने गये है, जो एक अनोखी मिशाल है।
जिला पंचायत सदस्य चुनाव मे भी बनी आपसी सहमति
फोटो. मुकेश पाठक
जिला पंचायत पन्ना के अंतर्गत आने वाले बार्ड क्रमांक 9 मे जिला पंचायत सदस्य पद हेतु ग्राम पंचायत गोरा के पाठक परिवार से दो प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे जिसमें से एक श्रीमती इंदिरा लक्ष्मण पाठक एवं दूसरे प्रत्याशी के रूप में मुकेश पाठक का नामांकन दाखिल किया गया था। परिवार में आपसी तालमेल व ग्राम पंचायत का सरपंच निर्विरोध होने की स्थिति में श्री पाठक ने जिला पंचायत का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
ग्राम पंचायत गोरा में सभी पंच व सरपंच के निर्विरोध निर्वाचन संपन्न होने के बाद मुकेश पाठक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पंचायत के वार्ड क्रमांक 9 मैं उनके चुनाव न लड़ने से ग्राम पंचायत गोरा का चुनाव निर्विरोध संपन्न होने की स्थिति निर्मित हो हो रही थी तब श्री पाठक ने निर्णय लिया कि वह जिला पंचायत सदस्य का चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि ग्राम पंचायत के निर्विरोध निर्वाचन में अधिक समय लगने के कारण मात्र 10 मिनट देर से कलेक्ट्रेट पहुंचने पर अपना नामांकन पत्र वापस नहीं हो सका।
उन्होंने क्षेत्र के सभी समर्थकों से चुनाव चिन्ह पर मतदान न करने का आग्रह किया है