
✎ शिव कुमार त्रिपाठी
टीकमगढ़ जिले के बडागांव नगर में स्थित शासकीय नारायण दास खरे बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़ागांव में कक्षा नवमी और ग्यारहवीं में 12 फेल हुए बच्चों को पास होने की मार्कशीट जारी कर दी गई जब रिजल्ट पत्रक एक्सीलेंस स्कूल टीकमगढ़ पहुंचा तो इस मामले को एक्सीलेंस के प्राचार्य द्वारा संज्ञान लिया गया और स्कूल को नोटिस जारी कर दिया गया नोटिस जारी होते ही स्कूल में हलचल मच गई इसके बाद तुरंत स्कूल स्टाफ और प्राचार्य द्वारा जिन बच्चों को पास होने की अंकसूची थमा दी गई थी उनको स्कूल बुलाकर के अंक सूची वापस ले लिए जैसे ही यह मामला तूल पकड़ा तो तुरंत स्कूल स्टाफ द्वारा बच्चों को समझाया गया कि तुम्हारी द्वारा अंक सूची बनेगी इसके बाद सारी मूल अंक सूची बुला बापिस ले ली ।
टीकमगढ़ जिले के शासकीय नारायण दास खरे बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में एक और कारनामा सामने आया है इस विद्यालय में कक्षा नवमी के छात्र विवेक यादव 6 विषय में फेल था लेकिन स्कूल के स्टाफ द्वारा 4 विषय में पास कर दिया गया और दो विषय में सप्लीमेंट्री दिखा दी जब उसका प्रवेश पत्र सप्लीमेंट्री का जारी हुआ और केंद्र बना एक्सीलेंस स्कूल टीकमगढ़ लेकिन जब छात्र देने वहां पर पहुंचा तो सप्लीमेंट्री के छात्रों की सूची में उसका नाम नहीं था बड़ा गांव स्कूल द्वारा जो सूची भेजी गई थी उसमें नाम नहीं था जबकि उसे सप्लीमेंट्री का प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया था इसके बाद छात्र टीकमगढ़ विधायक के निवास पर पहुंचा और सप्लीमेंट्री में स्कूल द्वारा न बैठाने की समस्या विधायक यादवेंद्र सिंह बुंदेला को बताएं जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी को विधायक द्वारा जब बात की गई तो जिला शिक्षा अधिकारी ने दबाव में आकर के उक्त छात्रा को पूरक परीक्षा में सम्मिलित होने का आदेश कर दिया
जिला पंचायत की शिक्षा समिति में उठा मामला
टीकमगढ़ जिला पंचायत की शिक्षा समिति की बैठक में भी यह मामला उठा जिला पंचायत सदस्य सुषमा सिंह ने इस मामले को उठाया और बताया कि किस तरह एक सरकारी स्कूल में कर्मचारियों द्वारा बच्चों की भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है पहले उन्हें पास कर दिया गया इसके बाद फेल कर दिया गया और जब यह मामला अधिकारियों की पकड़ में आया तो उनकी अंक सूची वापस लेकर उन्हें फेल कर दिया गया इस मामले में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती सुषमा सिंह द्वारा मामला उठाई जाने के बाद जिला पंचायत के मुख्य कार्यपाली अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं।•
शासकीय शासकीय नारायण खरे बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बड़ागांव के प्राचार्य काशीराम असाटी कहते हैं कि कंप्यूटर मिस्टेक के कारण यह मामला सामने आया था जिसे ठीक कर लिया गया है । और विभाग को जवाब दे दिया गया है सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि इतनी बड़ी गलती आखिरकार कैसे हो गई क्योंकि यह पूरा मामला छात्रों के भविष्य से जुड़ा हुआ है