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छत्रसाल जयंती ,,बधाई ,, बुंदेलकेशरी को याद कर दी पुष्पांजलि

खजुराहो सांसद बीडी शर्मा ने दी बधाई

छत्रसाल अद्भुत पराक्रमी योद्धा - बृजेंद्र प्रताप सिंह

महाराज छत्रसाल का चरित्र अनुकरणीय,, बुंदेलखंड की सुरक्षा के हिमायती थे महाराजा :- धीरेंद्र सिंह परमार

(शिवकुमार त्रिपाठी)
बुंदेल केशरी महाराजा छत्रसाल की जयंती पर पन्ना के छत्रसाल पार्क में उन्हें याद कर पुष्पांजलि अर्पित की गई पन्ना विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह के साथ प्रणामी समाज के लोगों ने पहुंच कर महाराजा बुंदेल केसरी छत्रसाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और दीप जलाकर आरती उतारी, समाज के चुनिंदा लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए आज जयंती मनाई पूरा बुंदेलखंड आज अद्भुत पराक्रमी योद्धा को याद कर रहा है खजुराहो से सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने छत्रसाल जयंती पर सभी को बधाई दी है और उन्होंने छत्रसाल को याद करते हुए कहा बुंदेलखंड को बचाने में महाराजा छत्रसाल का सबसे बड़ा योगदान था उनका जीवन हम सबके लिए मार्गदर्शन है

इस बीच पन्ना विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि महाराजा छत्रसाल अद्भुत पराक्रमी योद्धा थे और उनके राज्य में हर व्यक्ति सुरक्षित था जब भी संकट आया उन्होंने पूरे बुंदेलखंड को अपने पराक्रम से सुरक्षित किया
मध्य प्रदेश के अतिरिक्त महाधिवक्ता धीरेंद्र सिंह परमार ने भी महाराजा छत्रसाल को याद किया और कहा की महाराजा छत्रसाल का चरित्र अनुकरणीय है क्षत्रिय समाज ही नहीं सभी समाज के लोग महाराजा छत्रसाल को याद करते हैं उन्होंने कहा की छत्रसाल जी जिस प्रसिद्धि के हकदार थे उनका इतिहास इस देश में प्रचारित नहीं किया गया लेकिन बुंदेलखंड के हर व्यक्ति की आत्मा महाराजा छत्रसाल के लिए धड़कती है

पुरानी समाज के लोगों ने पहुंचकर महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा विवाद माल्यार्पण किया और उनकी वीरता और प्रसिद्धि को याद कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए जिले के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भाजपा नेता विनोद तिवारी , वरिष्ठ समाजसेवी एवं प्रणामी समाज के लक्ष्मीकांत शर्मा सहित प्रमुख लोग मौजूद रहे

छत्रसाल का परिचय और पराक्रम

महाराजा छत्रसाल की वीरता, चातुर्यपूर्ण नीति और कौशल का कोई सानी नहीं था। जिसके बल पर उन्होंने अनेक बार मुगल शासकों को हार का स्वाद चखाया। युद्ध में उनका मुकाबला करने से पहले 100 बार सोचना पड़ता था।

परिवार से मिला प्रोत्साहन
बुंदेलखंड के शिवाजी के नाम से प्रख्यात छत्रसाल का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया (3) संवत 1706 विक्रमी तदनुसार दिनांक 17 जून 1648 ईस्वी को पहाड़ी ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम चम्पराय और मां का नाम लालकुंवरी था। उनके पिता भी चम्पतराय वीर व बहादुर थे। चम्पतराय के साथ युद्ध में लालकुंवरी भी साथ रहती। इस दौरान पति का युद्ध क्षेत्र में उत्साहवर्धन करती। तब छत्रसाल अपनी मां के गर्भ में थे। मां लालकुंवरी की शिक्षा ने छत्रसाल को बहादुर और युद्ध कौशल में निपुण बनाया।

दस वर्ष की आयु में बन गए थे कुशल सैनिक
छत्रसाल अस्त्र-शस्त्र और युद्ध कला की शिक्षा मामा के यहां मिली। महज दस वर्ष की आयु में ही छत्रसाल कुशल सैनिक बन गए थे। 16 वर्ष की आयु में छत्रसाल को माता-पिता से दूर होना पड़ा। उनकी जागीर छिन गई। लेकिन विषम परिस्थिति और कम आयु के बाद भी छत्रसाल ने विवेक और धैर्य से काम लिया। अपनी मां के गहने बेंचे। एक छोटी सी सेना बनाई। दुश्मनों से छोटे-छोटे युद्ध लड़ते अपना रास्ता तैयार करते रहे। फिर छोटी-छोटी रियासतों को वीरता पूर्वक जीता। धीरे-धीरे अपने राज्य की सीमा का विस्तार करते रहे। एक समय ऐसा भी आया जब छत्रसाल की युद्ध और सैन्य संचालन की कुशल नीति के आगे औरंगजेब की सेना को भी हार माननी पड़ी।

स्नेह के बल पर जीता जनता का विश्वास
छत्रसाल ने स्नेह के बल पर बुंदेलखण्ड की प्रजा से विश्वास जीता। छत्रसाल सभा में विद्वानों को सम्मानित करते थे। बुंदेलखण्ड का छतरपुर नगर महाराजा छत्रसाल का बसाया है। छत्रसाल की राजधानी महोबा थी। महाराजा छत्रसाल की 83 वर्ष की आयु में 14 दिसंबर 1731 ईस्वी को मृत्यु हुई।

छत्रसाल का राज्य

इत यमुना उत नर्मदा इत चंबल उत टोंस ।
छत्रसाल सों लरन की रही न काहू हौंस॥

छत्रसाल बुन्देला अपने समय के महान शूरवीर, संगठक, कुशल और प्रतापी राजा थे। छत्रसाल बुन्देला को अपने जीवन की संध्या में भी आक्रमणों से जूझना पडा। 1729 में सम्राट मुहम्मद शाह के शासन काल में प्रयाग के सूबेदार बंगस ने छत्रसाल पर आक्रमण किया। उसकी इच्छा एरच, कोंच(जालौन), सेवड़ा, सोपरी, जालौन पर अधिकार कर लेने की थी। छत्रसाल को मुग़लों से लड़ने में दतिया, सेवड़ा के राजाओं ने सहयोग नहीं दिया। तब छत्रसाल बुन्देला ने बाजीराव पेशवा को संदेश भेजा –

जो गति मई गजेन्द्र की सोगति पहुंची आय
बाजी जात बुन्देल की राखो बाजीराव

बाजीराव सेना सहित सहायता के लिये पहुंचा । क्षत्रसाल और बाजीराव ने बंगस को 30 मार्च 1729 को पराजित कर दिया। बंगस हार कर वापिस लौट गया।

पूरे बुंदेलखंड में महाराजा छत्रसाल की दंतकथा हर व्यक्ति की जुबान में रहती हैं

चांद दिखा जमकर हुई आतिशबाजी

कल मनाया जाएगा ईद का त्योहार

घर पर ही पढ़ी जाएगी नवाज

थानों में हुई शांति समिति की बैठकों के बाद फैसला

सोशल डिस्टेंसिंग और लॉक डाउन का पालन

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में ईद का चांद दिखते ही मुस्लिम समाज के लोगों ने शहर में जमकर आतिशबाजी की और एक दूसरे को मुबारकबाद देना शुरू कर दिया त्यौहार में सभी लोग एक दूसरे से मिलकर मुबारकबाद तो देते ही हैं घर-घर मीठी सेमैया बनाई जाती है और सामूहिक रूप से ईदगाह में नमाज पढ़ी जाती थी लेकिन कोरौना के कारण इस बार रोजेदार घर में ही नमाज पढ़ेंगे लाकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के बावजूद त्यौहार में उतना ही उत्साह देखने को मिल रहा है मुस्लिम समाज के लोगों ने तय किया है कि श्रद्धा और आस्था के साथ घर में ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदा करेंगे हालांकि ईद की त्यौहार में जो बाजारों में रौनक रहती थी वह इस बार गायब है पर मुस्लिम समाज के लोगों में वैसा ही उत्साह बना हुआ है जिला प्रशासन एवं पुलिस की अपील में समाज के बुद्धिजीवियों ने शांति समिति की बैठकों के बाद तय किया की लाख डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही पन्ना जिले में सभी लोग उत्साह से ईद बनाएंगे

ईद का महत्व

ईद उल फितर इस्लाम मजहब का एक पवित्र त्योहार है। रमजान माह की समाप्ति के बाद चांद को देखकर इस त्योहार को मनाने की परंपरा है। इसलिए दुनिया के अलग-अलग देशों में ईद की तारीख अलग-अलग पड़ती है। 25 तारीख को ईद मनाई जाएगी। इस्लाम मजहब के इस पर्व को मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है। मीठी ईद इसलिए क्योंकि इस पर्व में खास तरह के मीठे पकवान बनाए जाते हैं। आइए जानते हैं इस त्योहार से जुड़ी प्रमुख परंपराएं, महत्व और इतिहास।

ईद का पर्व खुशियों का त्योहार है। दरअसल इस पर्व से पहले रमजान के पाक महीने में इस्लाम मजहब को मानने वाले लोग पूरे एक माह रोजा रखते हैं। रमजान महीने में मुसलमानों को रोजा रखना अनिवार्य है। यह पर्व त्याग और अपने मजहब के प्रति समर्पण को दर्शाता है। यह बताता है कि इंसानियत के लिए अपनी इच्छाओं का त्याग करना चाहिए, जिससे कि एक बेहतर समाज का निर्माण हो सके।


ईद-उल-फितर में मीठे पकवान (खासतौर पर सेंवईं) बनते हैं। लोग आपस में गले मिलकर अपने गिले-शिकवों को दूर करते हैं। घर आए मेहमानों की विदाई कुछ उपहार देकर की जाती है। इस्लामिक धर्म का यह त्योहार भाईचारे का संदेश देता है। ईद उल फितर के दिन लोग सुबह नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए अमन और चैन की दुआ मांगते हैं।

ईद उल फितर के मौके पर लोग खुदा का शुक्रिया इसलिए करते हैं क्योंकि अल्लाह उन्हें महीने भर उपवास पर रहने की ताकत देते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि रमजान के पवित्र महीने में दान करने से उसका फल दोगुना मिलता है। ऐसे में लोग गरीब और जरूरतमंदों के लिए कुछ रकम दान कर देते हैं।

इस्लाम की तारीख के मुताबिक ईद उल फितर की शुरुआत जंग-ए-बद्र के बाद हुई थी। दरअसल इस जंग में मुसलमानों की फतह हुई थी जिसका नेतृत्व स्वयं पैगंबर मुहम्मद साहब ने किया था। युद्ध फतह के बाद लोगों ने ईद मनाकर अपनी खुशी जाहिर की थी।

यह व्रत प्रकृति से जोड़ता है सुबह से की जा रही है पूजा

पॉलिटेक्निक, एसपी बंगले के सामने बरगद के पेड़ की हो रही पूजा

अखंड सौभाग्‍य की कामना से किया जाता है वट सावित्री व्रत, यह है पूजा विधि

वट सावित्री व्रत और पूजा शुक्रवार 22 मई को यानी आज सुबह से हो रही है। यह व्रत अखंड सौभाग्‍य की कामना से किया जाता है। यह मान्‍यता है कि वट वृक्ष में त्रिदेवों का वास होता है। इस कारण से पन्ना में सुबह से ही महिलाओं ने उठकर व्रत प्रारंभ कर दिया है पन्ना शहर में जहां भी वटवृक्ष है वहां महिलाएं पूजा करने पहुंच गई सुबह 6:00 बजे से ही व्रत की हुई महिलाएं इन वृक्षों की पूजा कर रही हैं वट सावित्री व्रत ऐसा व्रत है जो प्रकृति से जोड़ता है भारतीय संस्कृति वृक्षों को भी देवता मानती है यही कारण है कि पन्ना की महिलाएं सुबह से अखंड सौभाग्य के लिए पूजा कर रहे हैं

आइए इस व्रत की पूजा विधि समय कथा व मंत्र के बारे में जानते हैं।

यह सौभाग्यवती स्त्रियों का प्रमुख पर्व है। इस व्रत को करने का विधान त्रयोदशी से पूर्णिमा अथवा अमावस्या तक है। यह व्रत रखने वाली स्त्रियों का सुहाग अचल रहता है। इस व्रत में प्रातः काल स्नान के बाद बांस की टोकरी में सप्त धान भरकर ब्रह्मा जी की मूर्ति स्थापित करके, दूसरी टोकरी में सत्यवान व सावित्री की मूर्तियों की स्थापना करके वट वृक्ष के नीचे रखकर पूजा करनी चाहिए तदोपरान्त बड़ की जड़ में पानी देना चाहिए। जल,मौली,रोली,कच्चा सूत, भिगोया हुआ चना, गुड़, फूल, तथा धूप-दीप से वट वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। जल से वट वृक्ष को सींच कर उसके तने के चारों ओर कच्चा धागा लपेटकर तीन बार परिक्रमा करनी चाहिए। भीगे हुए चनों का वायना निकालकर, उस पर रुपये रखकर सास के चरण स्पर्श कर देना चाहिए। वट तथा सावित्री की पूजा के पश्चात प्रतिदिन पान, सिंदूर तथा कुमकुम से सुवासिनी स्त्री के पूजन का विधान है। व्रत के बाद फल आदि वस्तुएं बांस के पात्र में रखकर दान करनी चाहिए। यह व्रत स्त्रियों द्वारा अखण्ड सौभाग्यवती रहने की कामना से किया जाता है। इस व्रत में प्रायः सामूहिक पूजा का विधान भी है

पुत्रान पौत्राश सौख्यमं च ग्रहणधैर्य नमोस्तुते।

इस संसार में अनेक प्रकार के वृक्ष हैं, उनमें से बरगद के वृक्ष यानि वट वृक्ष का विशेष महत्व है। वट वृक्ष दीर्घायु और अमरत्व का प्रतीक है क्योंकि इसमें ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनो का निवास होता है। इस वृक्ष के नीचे बैठकर पूजन, व्रत कथा आदि सुनने से मनोकूल फलों की प्राप्ति होती है। सुहागन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा यही समझकर करतीं हैं कि मेरे पति भी जीवन पर्यन्त वट की तरह विशाल और दीर्घायु बने रहें।

वट सावित्री व्रत का महत्व

वट सावित्री में दो शब्द हैं और इन्हीं दो शब्दों में इस व्रत का धार्मिक महत्व छिपा हुआ है। पहला शब्द ‘वट’ (बरगद) है। हिन्दू धर्म में वट वृक्ष को पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार बरगद के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव) तीनों देवों का वास होता है। इसलिए बरगद के पेड़ की आराधना करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। वहीं दूसरा शब्द सावित्री है, जो महिला सशक्तिकरण का महान प्रतीक है। पौराणिक कथाओं में सावित्री का श्रेष्ठ स्थान है। कहा जाता है कि सावित्री अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज से ले आई थी। वट सावित्री व्रत में महिलाएं सावित्री के समान अपने पति की दीर्घायु की कामना तीनों देवताओं से करती हैं ताकि उनके पति को समृद्धि, अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की प्राप्ति हो।

महत्त्व की कथा

पौरणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्राचीन काल में भद्र देश के राजा अश्वपति अपनी पत्नी सहित संतान प्राप्ति के लिए हर रोज यज्ञ और हवन किया करते थे, जिसमें गायत्री मंत्रोच्चारण के साथ आहुतियां दी जाती थीं। उनके इस पुण्य प्राप्त से एक दिन माता गायत्री ने प्रकट होकर उन्हें मनचाहा वरदान देते हुए उन्हें पुत्री प्राप्ति का वरदान दिया. कालांतर में राजा अश्वपति के घर बेहद रूपवान कन्या का जन्म हुआ, जिसका नाम सावित्री रखा गया। जब सावित्री बड़ी हुई तो उनके लिए योग्य वर नहीं मिला तो राजा ने अपनी कन्या को अपने मंत्री के साथ स्वयं मनचाहा वर ढूढ़ने के लिए भेजा। तब सावित्री को एक दिन वन में महाराज द्युमत्सेन के पुत्र सत्यवान मिले। सावित्री ने मन ही मन उन्हें अपना पति मान लिया। जब वह सत्यवान को वर रूप में चुनने के बाद आईं तो उसी समय देवर्षि नारद ने सभी को बताया कि महाराज द्युमत्सेन के पुत्र सत्यवान की शादी के 12 वर्ष पश्चात मृत्यु हो जाएगी। इसे सुनकर राजा ने पुत्री सावित्री से किसी दूसरे वर को चुनने के लिए कहा मगर सावित्री नहीं मानी। नारदजी से सत्यवान की मृत्यु का समय ज्ञात करने के बाद वह पति व सास-ससुर के साथ जंगल में रहने लगीं। इसके बाद नारदजी के बताए समय के कुछ दिनों पूर्व से ही सावित्री ने व्रत रखना शुरू कर दिया। नारद जी के कहे अनुसार सत्यवान की मृत्यु हो गई। उस समय सावित्री अपने पति को गोदकर में लेकर बैठी थी। जब यमराज उनके पति सत्यवान को साथ लेने आए तो सावित्री भी उनके पीछे-पीछे चल पड़ी। यमराज के बहुत मनाने के बाद भी सावित्री नहीं मानीं तो यमराज ने उन्हें वरदान मांगने का कहा, तब सावित्री ने अपने पहले वरदान में सास-ससुर की दिव्य ज्योति मांगी, दूसरे वरदान में छिना राज-पाट मांगा और तीसरे वरदान में सत्यवान के सौ पुत्रों की मां बनने का वरदान मांगा, जिसे यमराज ने तथास्तु कह स्वीकार कर लिया। इसके बाद भी जब सावित्री यमराज के पीछे आने लगीं तो यमराज ने कहा-हे देवी ! अब आपको क्या चाहिए ? तब सावित्री ने कहा-हे यमदेव आपने सौ पुत्रों की मां बनने का वरदान तो दे दिया, लेकिन बिना पति के मैं मां कैसे बन सकती हूं? यह सुन यमराज स्तब्ध रह गए। इसके बाद यमराज को विवश होकर सावित्री के पति सत्यवान के प्राण वापस करने पड़े। यमदेव ने चने के रूप में सत्यवान के प्राण लौटाए थे। इसलिए प्राण रूप में वटसावित्री व्रत में चने का प्रसाद अर्पित किया जाता है। तभी से वट सावित्री अमावस्या के दिन वट वृक्ष का पूजन-अर्चन करने का विधान है। इस दिन व्रत करने से सौभाग्यवती महिलाओं की मनोकामना पूर्ण होती है और उनका सौभाग्य अखंड रहता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं उपवास रखकर, विधिवत पूजन करके अपनी पति की लंबी आयु की कामना यमराज से करती है।

गुटखा खाकर सड़क पर थूकना पड़ेगा महंगा, 1000 का जुर्माना

शाम 7:00 बजे से सुबह 7:00 बजे तक कर्फ्यू जैसे हालात

बसें नहीं चलेंगी, लोगों को निजी वाहनों से करनी होगी यात्रा

ऑड इवन पूरी तरह बंद यानी लेफ्ट राइट की दुकानें एक साथ खुलेंगे

पान दुकान ठेला गुमटी सब खुलेंगे

केंद्र द्वारा बंद किए गए मॉल सिनेमा जिम मंदिर सभी बंद

सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य

जिले के बाहर जाने के लिए ईपास जरूरी

जिले के अंदर बेरोकटोक आवाजाही हो सकेगी

माल और भार वाहनों की बेरोकटोक आवाजाही रहेगी

कोरनटाइम किए गए लोगों की निगरानी के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग

मास्क ना लगाने पर ₹100 का जुर्माना

एसपी कलेक्टर खुद करेंगे निगरानी

खाने की चीजें पैक करा कर घर ले जाएं

पान गुटखा भी गुमटीओ में ना खाएं

खुला ज्यादा बंद कम जिला प्रशासन की मनसा

पर कोरोना संक्रमण रोकना पहली प्राथमिकता

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने आज आपदा प्रबंधन की बैठक के बाद धारा 144 का संशोधन आदेश जारी कर दिया जिसका साफ मतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा जो गाइडलाइन दी गई है उसका पूर्णता पालन करते हुए जिले में खुले का ज्यादा एहसास कराया जाएगा यानी सभी दुकाने ठेले गुमटिया बेरोकटोक खुल सकेंगी पर रात के समय पूरे जिले में कर्फ्यू लागू रहेगा जिले के बाहर आवाजाही के लिए ई पास अनिवार्य किया गया है और जो लोग बाहर से आ रहे हैं उन्हें होम कोरनटाइम करना और उनकी सतत निगरानी करना जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकताओं में से है
इस तरह आज पन्ना कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कर्मवीर शर्मा ने आज इसके आदेश जारी कर दिए मतलब साफ है कि जिला प्रशासन कोरोना को सख्ती से रोकना चाहता है पर आम लोगों को खुले पन का एहसास भी कराना चाहता है और जिन लोगों के काम धंधे बंद हो गए हैं वह पटरी पर आ सके इसके लिए जिला प्रशासन तैयार हो गया है और सभी केंद्र की गाइडलाइन के साथ और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दिन में जिले को पूरी तरह से खोल दिया गया है और रात में पन्ना जिला पूरी तरह से बंद रहेगा लाग डाउन भले ही धीरे-धीरे जिले में खुल गया है पर सार्वजनिक वाहन नहीं चलेंगे बसे पूरी तरह से बंद है यानी जिले के अंदर

प्रत्येक नागरिक कोरोना संक्रमण की रोकथाम के उपाय अपनाएं-कलेक्टर

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने जिले के नागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा धारा 144 में आमजनता की सुविधाओं को ध्यान मेें रखते हुए संशोधन किया गया है। यह संशोधन शर्तो के साथ लागू है। किसी भी नागरिकों को संशोधन में दी गयी छूट को शर्तो के सहित उपयोग करना चाहिए। यदि शर्तो का पालन नही किया जाता तो संबंधित के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।


उन्होंने कहा कि कहीं पर भी अनावश्यक भीड न लगाएं, सभी तरह के सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक आयोजन में भीड जुटाना पूर्णतः प्रतिबंधित है। प्रत्येक व्यक्ति को अनिवार्य रूप से मुंह, नाक को ठीक तरह से मास्क, तौलिया अथवा अन्य किसी साफ सुथरे कपडे से ढककर रखना चाहिए। उपयोग किए जा रहे तौलिया अथवा कपडे को प्रतिदिन धोना आवश्यक है। कहीं भी खडे होते वक्त, बैठते वक्त दुकानों पर समान खरीदते वक्त इसके अलावा अन्य लेनदेन करते वक्त आपस में 2 गज की दूरी बनाए रखें। हांथों को साफ रखने के लिए हर समय हांथों को साबुन से धोए अथवा सेनेटाइज करें। प्रतिदिन स्वच्छ जल एवं ताजा भोजन उपयोग करें। जिससे आप स्वस्थ रहें और आपके शरीर में रोकप्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। उन्होंने कहा है कि यदि जिले के समस्त नागरिक कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के उपाय अपनाता है तो पन्ना जीतेगा और कोरोना हारेगा। उन्होंने यह भी अपेक्षा की है कि सभी नागरिक आरोग्य सेतू एप अपने मोबाइलों पर डाउनलोड कर लें इसके माध्यम से स्वयं कोरोना से संबंधित संक्रमण का मूल्यांकन कर सकते हैं। यदि आप किसी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क आते हैं तो यह एप आपको तत्काल सूचित करेगा कि आपके पास कोई कोरोना संक्रमित व्यक्ति है।

बिलघाड़ी में मिला है तीसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज,

दूसरे मरीज का है रिश्तेदार,, मामा और भांजे पॉजिटिव,

दिल्ली से आये थे,

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जारी किया प्रेस नोट,

बढ़ रहे मरीजों से चिंताएं बढ़ी ,

जिले में पॉजिटिव मरीज की संख्या हुई तीन

तमाम प्रयासों के बावजूद प्रवासी कामगारों का वापस आना नहीं रुक रहा है और इन दिनों तो रेड जोन एरिया से बड़ी संख्या में लोग घर लौट रहे हैं ऐसे में कोरोना के मरीजों का बढ़ना कोई नई बात नहीं है क्योंकि जिस तरह से यात्राओं के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खुला उल्लंघन हो रहा है और लोग असुरक्षित तरीके से घर लौट रहे हैं इससे यह संक्रमित बीमारी खेलना लाजमी है और कुछ दिनों से प्रशासन ने जैसे ही सैंपल ओं की संख्या बढ़ाई पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने लगी आज जिले का तीसरा करना मास्टर मरीज मिला जो आपस में रिश्तेदार बताए जा रहे हैं दोनों मामा भांजे हैं तीसरे मरीज को
चिकित्सीय सलाह और जिला प्रशासन की अभिरक्षा में आज कोविड सेंटर जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है और उसका इलाज शुरू कर दिया गया था ना कि इस तीसरे मरीज में भी कोई लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं और पूरी तरह स्वस्थ बताया गया है
गिरधारी गांव को कंटेनमेंट एरिया घोषित करते हुए चारों तरफ से सीमाएं सील कर दी गई हैं सभी के आवाजाही पर प्रतिबंध है और पुलिस व्यवस्था सख्त कर दी गई है 24 घंटे अब इस इलाके की पुलिस निगरानी करेगी आज कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एसपी मयंक अवस्थी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनके तिवारी ने गिरधारी गांव का दौरा किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया

प्रेस नोट

*कोविड ब्रीफिंग दिनाक 19 मई*

दिनांक 19 मई को एक नया केस पॉजिटिव आया है । यह 43 वर्षीय व्यक्ति 11 मई को अपने कुछ साथियों के साथ दिल्ली से आया था। पूर्व मे ये अपने गाँव बिलघड़ी तहसील गुन्नौर मे अपने घर मे होम आइसोलेशन के रूप मे रहा । ये व्यक्ति भी पूर्व मे घाट सिमरिया के पॉजिटिव आये व्यक्ति के साथ दिल्ली से आया था। प्राथमिक संपर्क मे आने के कारण इन्हें आधार पर 16 तारिख को इन्हें गुन्नौर आइसोलेशन सेंटर पर लाया गया ।उस समय भी इनको प्रत्यक्ष कोई लक्षण नही नजर आ रहे थे। तब फिर भी इसका सेम्पल लिया गया जो 19 मई को पॉजिटिव आया है।
इनके संपर्क मे आये लोगो की ट्रेसिंग की गई है। प्राथमिक संपर्क वाले व्यक्ति चिन्हित किये गए है
सभी को आइसोलेट कर दिया गया है सभी के सेम्पल भी ले लिए गए है। इनमें से कुछ इनके परिवार के सदस्य एवम कुछ इनके गाव के लोग थे। वर्तमान मे किसी भी व्यक्ति मे प्रारंभिक लक्षण दिखाई नही दिए है।
पूरे गाँव के एक एक घर की जांच आज सुबह से शुरू कर दी गई है ।

पॉजिटिव आये युवक को जिला अस्पताल के कोविड वार्ड मे भर्ती कर दिया गया है ।
*डॉक्टर के द्वारा जाच हो गई है व्यक्ति मे अभी भी लक्षण नही हैअतः घबराने की जरूरत नही है।*

आपसे अपील है की आप मुँह को ढक कर रखे, 1 मीटर की दूरी रखे एवम हाथ मुँह साबुन से धोते रहे। जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकले।
CMHO Panna

दुर्घटनाओं की बावजूद नहीं रुक रही ट्रकों से मजदूरों की यात्राएं

युवक कांग्रेस के उपाध्यक्ष स्वतंत्र अवस्थी ने की मदद

राजस्थान से आकर साइकिल से झारखंड जाते दिखे मजदूर

मजबूरी के मारे इन प्रवासी कामगारों की मदद की दरकार

– देश में बड़ी ट्रक दुर्घटनाएं और कई मजदूरों की मौत के बावजूद भार वाहनों में मजदूरों को भरकर यात्राओं का सिलसिला नहीं रुक रहा है यह यात्राएं बेहद खतरनाक है इसके बावजूद मजदूर  ठसा ठस  लादकर छोटे-छोटे मासूम बच्चों के साथ मजबूरी मे  यात्रा कर रहे यह लोग ट्रक में 3दिन रात   की यात्रा कर यहां पहुंचे रास्ते में में भी इन्हें रोकने वाला कोई नहीं ऐसा ही एक ट्रिक मुंबई से चलकर पन्ना पहुंचा जो खराब हो गया तब मजदूर परेशान होते रहे मजदूर कहते हैं समस्याएं हैं पर घर जाना है

यह तस्वीर मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में फिर दिखी भार वाहनों से खचाखच भरे मजदूरों की यात्रा की तस्वीर मुंबई से चलकर फैजाबाद जा रहे हैं ट्रक  खराब हुआ चारों ओर से बंद ट्रक में सास लेना भी मुश्किल है फिर भी मजदूर यात्रा कर रहे हैं ,,,तस्वीर तो ऐसी की ऐसी इसी ट्रक को घर बना लिया झाड़ू भी लगाते हुए छोटे-छोटे बच्चे मासूम ट्रक खराब होने से परेशान है बेबसी और  मजबूरी की यात्रा की बात कहते हैं कि क्या करें घर जाना है

  मजदूर रहीस कहते हैं कि गांव में काम नहीं था इसलिए मुंबई कमाने गए थे लाख डाउन के कारण काम बंद हो गया पैसे खत्म हो गए अब मजबूरी में इस तरह परेशान होकर घर जाना पड़ रहा है इन लोगों को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जाना है राजेश कहते हैं कुछ भी हो जाए सिर्फ घर जाना है

  ऐसी ही एक और तस्वीर देखने को मिली जिसमें राजस्थान के बीकानेर से झारखंड के 6 मजदूर 4 साइकिल से झारखंड जा रहे हैं 8 दिन बाद पन्ना पहुंचे और 10 दिन और साइकिल चला कर घर पहुंच पाएंगे लोग ऐसी तस्वीर दुखी हो जाते हैं हर दिन मजबूरी कि ऐसे ही दृश्य दिख रहे हैं यह मजदूरों की दशा देख स्थानीय युवकों ने खाने-पीने की मदद की

जब इन परेशान मजदूरों की खबर युवक कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष स्वतंत्र अवस्थी को लगी तो वह मदद करने पहुंचे और उन्हें भोजन दिया

ना कोई नया प्रतिबंध और ना कोई नई छूट

तीसरे लॉक डाउन को यथावत 20 मई तक बढ़ाया गया

धारा 144 के जारी किए आदेश आज रात से लागू

(शिवकुमार त्रिपाठी)
पन्ना कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी कर्मवीर शर्मा ने कोरोना समस्या और लोक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 4 दिन लॉक डाउन को आगे बढ़ा दिया है 17 मई को खत्म होने वाले आदेश 20 मई तक लागू रहेंगे इस आशय का आदेश आज देर शाम जारी हो गया जिसमें कहा गया है की लोक स्वास्थ्य एवं जिले में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए धारा 144 लागू की जाती है सभी शर्तें और कणिकाएं पूर्व में जारी आदेश के तहत ही लागू रहेंगी सभी प्रतिबंधों को पूर्ववत ही लागू किया गया है और जो छूट पहले से थी वही छूट आगे भी जारी रहेगी यानी कि पन्ना जिले में ना तो अलग से कोई छूट मिलेगी और ना ही अलग से कोई प्रतिबंध लगाया गया है मतलब साफ है कि जिला मुख्यालय में दुकानों के खुलने का लेफ्ट और राइट सिस्टम यथावत चलता रहेगा दूध सब्जी और अति आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति यथावत रहेगी और अन्य कारणों के लिए जो पहले से आदेश है वही लागू रहेंगे इन सब का पालन सभी को करना होगा यदि इसका उल्लंघन कोई करता पाया गया तो उसके ऊपर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी
ज्ञात हो कि पन्ना जिले में दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से जिला प्रशासन और भी गंभीर हो गया है इस कारण व्यवस्थाओं में ज्यादा ढील की उम्मीद नहीं करनी चाहिए

आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करे

कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए पन्ना कलेक्टर की ओर से व्हाट्सएप पर सभी को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने अनिवार्य किया गया है इसका मैसेज जिला जनसंपर्क कार्यालय से व्हाट्सएप ग्रुप में डाला गया है जो इस प्रकार है


*विशेष सूचना- आरोग्य सेतु app डाउनलोड करना अब अनिवार्य*
पन्ना के समस्त नागरिकों को सूचित किया जाता है कि भारत सरकार के आरोग्य सेतु ऐप को सरकार ने डाउनलोड करवाना अनिवार्य किया है।

1) *इस ऐप के माध्यम से आप खुद कोरोना से संबंधित संक्रमण का स्वयं मूल्यांकन कर सकते हैं*

2) यदि किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में यदि आप आते हैं और दोनों ने यदि यह app इंस्टाल किया है तो , यह तत्काल आपको सूचित करता है की संक्रमित व्यक्ति आपके पास मे है।
3)इसलिए पन्ना के सभी नागरिकों से अपील है कि आप इस ऐप को तत्काल डाउनलोड करें यह ऐप एंड्राइड तथा आईफोन दोनों ही प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम के फोन पर चल सकता है
4) यदि आपको इसे ईस्टॉल करने में कोई समस्या आती है तो निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क कर तकनीकी समस्या का समाधान किया जा सकता ।

1.Rahul tiwari- 9993451971 Block -panna 2.Ashish dubey-9993780024 block-shahnagar . 3.Govind lodhi- 9893441880 janpad-pawai . 4. Ram naresh ahirwar – 9806100451 Block- Gunour. 5. Dheeraj patel 8770728876 Block -Ajaygarh

एक बार पुनः इस बात को हम सभी दोहराएं की
*पन्ना जीतेगा कोरोना हारेगा*

आपका
कर्मवीर शर्मा
कलेक्टर पन्ना

तीसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला

स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची

गुनौर इलाके में हड़कंप

पूरा इलाका सीज कर व्यवस्था बनाने में जुटे अधिकारी

दूसरे मरीज का साथी है तीसरा मरीज

पहले से ज्यादा सुरक्षित रहेंगे तभी बच पाएंगे

पन्ना जिले में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर हुई तीन,

दिल्ली से दूसरे के साथ लौटा बिलघाड़ी ग्राम का एक व्यक्ति जांच में निकला संक्रमित

* जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें बिलघाड़ी में

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एसपी मयंक अवस्थी और सीएमएचओ डॉ एलके तिवारी मौके पर पहुंचे

(शिवकुमार त्रिपाठी) डेढ़ माह तक सुरक्षित रहने के बाद पन्ना जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या रुकने का नाम नहीं ले रही है जैसे ही प्रशासन ने सिंपलों की संख्या बढ़ाई पॉजिटिव मरीज की संख्या बढ़ने लगी है अब कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर अब तीन हो गई है। जिले की गुनौर तहसील के ग्राम बिलघाड़ी में रहने वाले एक व्यक्ति के कोरोना सैम्पल की जाँच रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई है। इसकी जानकारी प्रशासन को देर रात मिल गई थी वैसे ही पन्ना जिले का प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए।
पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, सीएमएचओ डॉ. एल. के. तिवारी सहित अन्य अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन की टीमें आगे की कार्रवाई के लिए बिलघाड़ी ग्राम के लिए रवाना हो गईं। कोरोना पॉजिटिव पाए गए 44 वर्षीय मरीज निवासी ग्राम बिलघाड़ी के सम्बंध में जानकारी मिली है कि वह अपने परिवार के साथ कुछ दिन पूर्व दिल्ली से मिनी बस में सवार होकर जिले के दूसरे कोरोना पॉजिटिव मरीज ग्राम घाट सिमरिया के साथ वापस अपने गाँव लौटा था।

इसकी पुष्टि पन्ना विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह ने की है उन्होंने कहा कि सुबह-सुबह पन्ना कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने मुझे पॉजिटिव तीसरे मरीज के बारे में जानकारी दी है विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह आयुष चिकित्सालय द्वारा लोगों में यूनिटी बढ़ाने और कोरोना से बचाव और प्रतिरोधक क्षमता के लिए वितरित की जा रही जड़ी बूटियां कारण के कार्यक्रम का शुभारंभ करने पहुंचे थे उन्होंने मौजूद लोगों को चाय के साथ त्रिकूट पाउडर मिलाकर पीने और काढ़ा बनाकर पीने से कोरोना के बचाव की जानकारी भी दी कहा निशुल्क कान्हा आयुष कर्मचारियों द्वारा वितरित किया जा रहा है इसको आम लोगों को उपयोग करना चाहिए

विदित हो कि हॉट स्पॉट इलाके राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से वापस लौटने की जानकारी कथित तौर उनके मोबाइल फोन में इंस्टॉल आरोग्य सेतु एप्प के माध्यम से मिली थी। इसे गंभीरता से लेते हुए संदेह के आधार पर 15 मई को दूसरे पाठ के मरीज और उनके भाई दोनों भाईयों के साथ कुल 6 लोगों के सैम्पल कोरोना जाँच हेतु लिए गए थे। शनिवार 16 मई को साकेत शर्मा का सैम्पल पाॅजिटिव पाए जाने पर उसे संस्थागत क्वारंटाइन सेंटर शासकीय आदिवासी छात्रावास गुनौर में रखा गया और फिर इससे दिन रात्रि में उसे बेहतर उपचार हेतु पन्ना जिला चिकित्सालय के कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया था।सांकेतिक फोटो।स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के दूसरे कोरोना संक्रमित मरीज साकेत शर्मा की ट्रेवल हिस्ट्री पता करने एवं प्राइमरी कान्टेक्ट (प्रथम सम्पर्क) के रूप में 15 व्यक्तियों का चिन्हांकन किया गया। सेकेण्डरी कान्टेक्ट (दिव्तीय सम्पर्क) के रूप में 5 व्यक्तियों की पहचान की गयी। इनमें 12 लोगों के सेम्पल लेकर कर जांच हेतु प्रयोगशाला भेजे गए थे। इसमें स,,, के साथ दिल्ली से लौटेने वाले ,,, त्रिपाठी निवासी 44 वर्ष निवासी ग्राम बिलघाड़ी का सैम्पल शामिल था जोकि जांच में पॉजिटिव निकला है।
गौरतलब है कि पन्ना जिले में कोरोना के अब तक सामने आये तीनों मामलों में संक्रमित व्यक्ति प्रवासी हैं। पहला मरीज इ,,,, मुंबई से लौटा था जबकि दूसरा व तीसरा मरीज दिल्ली से वापस आये हैं। सरकारी रिकार्ड के अनुसार पिछले एक माह में देश के विभिन्न हिस्सों से जिले में 32 हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक एवं प्रवासी व्यक्ति पन्ना जिले में आए हैं और यह सिलसिला निरंतर जारी है।
अभी भी निरंतर प्रवासी कामगारों का पन्ना में आना जारी है जो खतरनाक हो सकता है

जिले में पॉजिटिव कोरोना का पूरा घटनाक्रम

संपर्क में आए लोगों के लिए जा रहे हैं सैंपल

आरोग्य सेतु एप के कारण संदेह हुआ और पकड़ में आया

दिल्ली से आया था

भाई की रिपोर्ट नेगेटिव आई

लक्षण नहीं दिख रहे पूरी तरह है स्वस्थ

सीएमएचओ ने जारी किया प्रेस नोट

घाट सिमरिया गांव में मिला था दूसरा मरीज

पन्ना जिले में पाए गए पहले कोरोना मरीज की टेबल हिस्ट्री लंबी है वह दिल्ली आगरा ग्वालियर झांसी छतरपुर पन्ना के बरात होते हुए घर पहुंचा था इस दौरान कई लोगों के संपर्क में आया और गांव में भी जो लोग संपर्क में आए हैं उनकी संख्या 20 के करीब है जिसमें से आज स्वास्थ्य विभाग ने 12 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं वहीं इलाके को कंटेनमेंट एरिया घोषित करते हुए आवाजाही और क्षेत्र में प्रवेश में रोक लगा दी है मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि मरीज की स्थिति ठीक है लिहाजा किसी तरह की कोई चिंता करने की आवश्यकता नहीं है यह मरीज अब जिला चिकित्सालय में भर्ती है और स्वास्थ्य महकमे को उम्मीद है कि जिले के दूसरे कोरौना के मरीज से इंफेक्शन नहीं फैला होगा

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट के अनुसार
दिनांक 16 मई को एक नया केस पॉजिटिव आया है । यह 22 वर्षीय युवक 11 मई को अपने कुछ साथियों के साथ दिल्ली से आया था। पूर्व मे ये अपने गाँव घाट सिमरिया मे अपने मुख्य घर से पृथक कमरे मे होम आइसोलेशन के रूप मे रहा । इन्होंने अच्छे नागरिक के रूप मे भारत सरकार के आरोग्य सेतु app डाउनलोड कर रखा था । जिला स्तर पर आरोग्य सेतु app की जब बारीकी से अध्ययन किया गया तो इस व्यक्ति पर संदेह हुआ। संदेह के आधार पर 14 तारिख को इन्हें गुन्नौर आइसोलेशन सेंटर पर लाया गया ।उस समय भी इनको प्रत्यक्ष कोई लक्षण नही नजर आ रहे तब फिर भी इसका सेम्पल लिया गया जो 16 मई को पॉजिटिव आया है।
इनके संपर्क मे आये लोगो की ट्रेसिंग की गई है। प्राथमिक संपर्क वाले व्यक्ति चिन्हित किये गए है
सभी को आइसोलेट कर दिया गया है सभी के सेम्पल भी ले लिए गए है। इनमें से कुछ इनके परिवार के सदस्य एवम कुछ इनके साथ दिल्ली से आने वाले लोग थे। वर्तमान मे किसी भी व्यक्ति मे प्रारंभिक लक्षण दिखाई नही दिए है।
पूरे घाट सिमरिया गाँव के एक एक घर की जांच आज सुबह से शुरू कर दी गई है ।
पॉजिटिव आये युवक को जिला अस्पताल के कोविड वार्ड मे भर्ती कर दिया गया है । *डॉक्टर के द्वारा जाच हो गई है व्यक्ति मे अभी भी लक्षण नही हैअतः घबराने की जरूरत नही है।*

आपसे अपील है की आप मुँह को ढक कर रखे, 1 मीटर की दूरी रखे एवम हाथ मुँह साबुन से धोते रहे। जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकले।
CMHO Panna

कल का घटनाक्रम
गुनौर के पास घाट सिमरिया में मिला दूसरा कोरोना पॉजिटिव

पहले की रिपोर्ट आई नेगेटिव देर रात होगी छुट्टी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एलके तिवारी ने की पुष्टि

(शिवकुमार त्रिपाठी)
पन्ना जिले में जिस तरीके से प्रवासी कामगार वापस आ रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं ऐसे में कोरोना का माहौल और चिंताजनक हो गया है जिस तरह अभी लाक डाउन में घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया वैसे 1 माह और सुरक्षित और सतर्क रहना पड़ेगा क्योंकि पन्ना में दूसरा कोरोना पांच के मरीज मिल गया है
आज जो रिपोर्ट आई है उसमें बाहर से आए कोरोना मरीज की जब हालत बिगड़ी तो उसे घाट सिमरिया के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था और उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि जो 5 सैंपल भेजे गए थे उसमें 15 के आया है जिसमें उस मरीज के ट्रबल हिस्ट्री और परिस्थितियों की जानकारी लेकर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है डॉक्टर एनके तिवारी ने बताया कि जो दूसरा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है वह बाहर से आया था पूरे स्वास्थ्य अमले ने शासन के नियमानुसार क्षेत्र को लॉक करने और उचित प्रबंध करने की काम शुरू कर दिए हैं

मोहम्मद इस्लाम की रिपोर्ट आई नेगेटिव

पन्ना के पहले कोरोना मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है इस कारण से प्रबंधन आज देर रात तक जिला चिकित्सालय से छुट्टी देने वाला है इसकी तैयारियां भी कर ली गई है कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनके तिवारी , सिविल सर्जन आर एस त्रिपाठी एवं जिला पूर्णा अधिकारी डॉ प्रदीप द्विवेदी इसे छुट्टी करेंगे

पीआरओ ने यह जारी किया प्रेसनोट

*कोविड ब्रीफिंग 16 मई , पन्ना*

1)जैसा आपको विदित है कि अजयगढ़ तहसील के एक व्यक्ति 2 मई को पॉजिटिव आया था उसकी जांच की गई थी और जिला अस्पताल के कोविड वार्ड मे भर्ती कार्य गया था। उसकी रोज जांच की गई । अच्छा भोजन ,दवाई, TV , आदि उपलब्ध कराया गया था।12 दिन पश्चात नियमानुसार आखरी सेम्पल लिया गया *हर्ष का विषय है कि वो आज नेगेटिव आया। व्यक्ति पुर्णतः स्वस्थ है अतः आज उन्हें अपने घर भेजा जा रहा है।* वहा ये होम आइसोलेशन मे रहेंगे।

2) एक अन्य केस आज पॉजिटिव पाया गया है । उसके कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग का काम चल रहा है व्यक्ति आइसोलेशन सेंटर मे है और पब्लिक जोन मे ज्यादा नही रहा है । *अतः घबराने की जरूरत नही है।* व्यक्ति से विस्तृत जानकारी लेकर कल और जानकारी अवगत कराई जावेगी।
*CMHO Panna*

मा का स्नेह और दर्द

एक दर्द भरी दास्तान ,,, प्रवासी मजदूरों की वापिसी में दिल दहला देने वाली तस्वीर

परेशानी से कुछ पैदल कुछ लिफ्ट लेकर पहुंची पन्ना

यह महिला सतना जिले की चित्रकूट के पास मझगवां जा रही

(शिवकुमार त्रिपाठी)
कोरोना के कारण लाखों कामगार मुसीबत में फंसे हैं हर कोई प्राण बचाकर अपने घर पहुंचना चाहता है ऐसे में प्रवासी कामगारों की वापसी में दिल दहला देने वाला चित्र सामने आ रहे है जिसमें एक मां अपने विकलांग बच्चे को लकड़ी की लट्ठे में झूला बनाकर सूरत से लेकर पन्ना पहुंची और आगे का सफर तय करने निकल पड़ी साथ में सिर्फ दो छोटे अन्य बच्चे हैं इन्ही बच्चों की मदद से श्रवण कुमार की तरह कंधा देकर घर जाती एक बेबस मां को जिसने देखा दिल झकझोर कर रख दिया यह तस्वीर पुराने रुद्र प्रताप स्कूल के सामने लोगों को देखने को मिली जब उसे एक बस ने नेशनल हाईवे पर उतार दिया था और वहीं से 100 किलोमीटर दूर इस तरह मझिगवा के लिए पैदल चल पड़ी

सूरत से ऐसी ही पहुंची पन्ना

वीडियो देखिये


सूरत से किसी न किसी माध्यम से पन्ना पहुंची महिला मजदूर का कहना है कि जिसने दे दिया सो खाना खा लिया …और अपने बच्चे को कंधे के माध्यम से लटकाकर चले आये …..जो कि अपने 1 विकलांग बच्चे और छोटे बच्चों के साथ डंडे के माध्यम से टांग कर सूरत से चली आई यह दृश्य बहुत ही भावुक कर देने वाला है सूरत से कैसे किस तरह से पन्ना पहुंची उसके बाद यहां के स्थानीय लोगों ने मदद कर कुछ खाने की व्यवस्था की हैं

इस मजदूर महिला का नाम राजकुमारी है पर उसकी व्यथा ने उसे कंगाल बना दिया है और इस कोरोना और लॉकडाउन ने तो इसे वेबस ही कर दिया इसके मन में ऐसे घाव लगे हैं जो जिंदगी भर ठीक नही होंगे

स्थानीय लोगो का कहना है कि इनके इस तरह से बच्चे को टांगकर चलने से लगा कि कोई मृतक है …जब जानकारी लगी तो हमारे होश उड़ गए कि यह महिला सूरत से बच्चे को इस तरह से पन्ना ले आयी .यह महिला सतना जिले के मझगवां जा रही है जिस बस से आई उसने ₹200 किराया लिया और पन्ना की नेशनल हाईवे पर छोड़ दिया था और यहां से मझगवां 100 किलोमीटर दूर पैदल ही रवाना हो गई थी

जिला प्रशासन ने की मदद

तब लोगों ने कुछ मदद की और प्रशासन को फोन किया तब पन्ना तहसीलदार दीपक चतुर्वेदी ने एंबुलेंस भेजी एंबुलेंस राजकुमारी और उसके तीनों बच्चों को लेकर मॉडल पब्लिक स्कूल बाईपास के करंट टाइम सेंटर पहुंची और वहां तहसीलदार दीपा चतुर्वेदी और टीआई हरि सिंह ठाकुर ने बस वाहन की व्यवस्था कर सतना के लिए रवाना कर दिया

चिंतनीय

यह कोई पहली घटना नहीं है इस तरह से हजारों मजदूर पन्ना पहुंच रहे हैं कई लोग तो ऐसे हैं जिन्हें चार चार दिन से भोजन नहीं मिला 1 हफ्ते पैदल चले किसी ट्रक में और किसी बस में खतरा मोल लेकर घर पहुंच रहे हैं सतना जिले की एक अन्य मजदूर संतोष मिश्रा ने बताया कि हम लोग परिवार सहित 8 दिन पूर्व मुंबई से चले थे वहां बटन बनाने का काम करते थे फैक्ट्री बंद हो गई मालिक ने पैसा देने से मना कर दिया खाने के पैसे ना होने के कारण हमको दिक्कत हो रही थी तभी परिवार के लोग रो रो कर कह रहे थे कि घर आ जाओ आधी रोटी खा कर रह लेंगे भूखों रहना ठीक पर प्रदेश में इस तरह से विवश रहना उचित नहीं इस कारण से हम जैसे लाखों लोग अपने घरों की ओर लौट रहे हैं एक अन्य प्रवासी कामगार ने बताया कि मुंबई से पूरे रास्ते भर पैदल चलते हुए लोग दिखाई देते हैं कोई साइकिल कोई टेंपो कोई मोटरसाइकिल तो कोई ट्रकों और भार वाहनों में अपने अपने घर की ओर जा रहे हैं किसी को भी अपने घर और परिवार से जुदा नहीं कर सकते या उन्हें घर जाना मौलिक अधिकार है पर जिस तरह से देश में अराजकता जैसी स्थिति बन गई है वह बेहद चिंतनीय है और इसका दूरगामी असर देश की अर्थव्यवस्था पर जरूर पड़ेगा

रात में पन्ना आते वक्त हुआ था एक्सीडेंट

सिंगरौली के रहने वाले थे शाहिद एमडी शाहिद

पन्ना पुलिस लाइन में रहता है परिवार

पेड़ से टकरा गई थी सरकारी जीप

कोरोना पॉजिटिव मरीज की जानकारी के सिलसिले में आ रहे थे पन्ना तभी हुआ एक्सीडेंट


पन्ना जिले के धरमपुर थाने में पदस्थ एसआई एमडी शाहिद का रात में हुए एक्सीडेंट के बाद जबलपुर में इलाज के दौरान निधन हो गया था है बे धरमपुर से पन्ना पुलिस लाइन आ रहे थे तभी उनकी सरकारी जीप दहलान चौकी के पास पेड़ से टकरा गई और वे घायल हो गए उन्हें अंदरूनी चोट लगी थी लिहाजा रात में ही जबलपुर रेफर कर दिया गया था और इलाज के दौरान जबलपुर में उनकी मौत हो गई प्राप्त जानकारी के अनुसार उनकी अंदरूनी चोटें थी पसलियां टूट गई थी और कई अंदरूनी अंगों में गंभीर चोट थी वह सभी से बात कर रहे थे और सुबह 7:00 बजे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया पुलिस को इस घटना के बाद से गहरा धक्का लगा है
एक्सीडेंट के तुरंत बाद एसपी मयंक अवस्थी जिला चिकित्सालय पहुंचे थे और तत्काल इलाज के लिए जबलपुर भिजवाया और तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका इस घटना के बाद से पन्ना पुलिस में शोक का माहौल है एसपी मयंक अवस्थी ने दुख प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है वही जानकारी देते हुए पुलिस रक्षित निरीक्षक देवका सिंह बघेल ने बताया कि जो पन्ना में प्रथम कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है शीघ्र ही अस्पताल से छुट्टी होनी वाली है इस कारण मैदानी क्षेत्र में तैयारी करने और उनकी थाना क्षेत्र हरदी की विशेष व्यवस्था को लेकर जिला मुख्यालय बुलाया गया था और आते समय उनका एक्सीडेंट हो गया उनकी मौत से सभी को सदमा लगा है

सिंगरौली की रहने वाले थे एमडी शाहिद

थाना धरमपुर एमडी शाहिद सिंगरौली के रहने वाले है वह करीब 2 वर्ष से पन्ना में पदस्थ थे उनके दो बच्चे और पत्नी पन्ना पुलिस लाइन में रह रहे हैं मिलनसार और मददगार स्वभाव के एस आई एमडी शाहिद कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे और जनता में उनका अच्छा बर्ताव था उनके कार्यकाल में जिले में किसी तरह की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई यही कारण है कि मिलनसार और नेक इंसान के दुखद निधन पर लोगों में दुख पहुंचा है

साथी आरक्षक भी घायल

धरमपुर से पन्ना आते वक्त दहलान चौकी के पास अचानक जंगली जानवर सड़क पर आ गया उसे बचाने जीप अनियंत्रित हो गई और पेड़ से टकरा गई जिसमें आरक्षक प्रदीप हरदेनिया भी घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है

श्रद्धांजलि

कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी एमडी शाहिद की मौत के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद बीडी शर्मा पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सतानंद गौतम सहित उनको जानने पहचानने वाले लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है सतानंद गौतम ने कहा कि एमडी शाहिद ड्यूटी के दौरान शहीद हुए हैं मैं श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं

एसपी मयंक अवस्थी ने श्रद्धांजलि,, कहा वीर योद्धा

आज हमारे बीच पन्ना पुलिस का एक वीर योद्धा एवं बेहद नेक दिल इंसान नहीं रहा। वे कोरोना के विरुद्ध इस लड़ाई में पिछले डेढ़ महीने से अनवरत लगे हुए थे। डेढ़ महीने से अपने परिजनों से नहीं मिले थे और दिन रात क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। क्योंकि उनका क्षेत्र कोरोना की दृष्टि से बेहद संवेदनशील था इसलिए पिछले कुछ महीनों से वे लगातार समर्पित एवं कटिबद्ध थे। से कल भी इसी क्रम में वे ड्यूटी पर निकले थे एवं उनके क्षेत्र के गांव के कोरोना संक्रमित व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर आगे की कार्य योजना बना रहे थे। अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी वे हमेशा गंभीर एवं धैर्यवान रहते हुए अपनी ड्यूटी करते थे एवं उनसे बात करके हमेशा ही सौंपे गए कार्य की सफलता का विश्वास जागृत होता था। दिनांक 10/05/2020 को डियूटी दौरान थाना प्रभारी धरमपुर उनि श्री एम.डी. शाहिद का दुखद एक्सीडेण्ट हुआ था जिससे उन्हे ज्यादा अंदरूनी चोटे आने के कारण जिला अस्पताल पन्ना से इलाज हेतु जबलपुर रेफर किया गया था । जहाँ इलाज दौरान उनकी दुखद मृत्यु हो गई । ईश्वर उनकी आत्मा को शांति एवं उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की क्षमता प्रदान करे । यह घटना पन्ना पुलिस के लिये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है जिससे समस्त पन्ना पुलिस परिवार मे शोक का वातावरण है । ऐसे समय में जब हम सब इस बीमारी से लड़ रहे हैं इसमें शाहिद जैसे अत्यंत मेहनती, गंभीर एवं जिम्मेदार योद्धा के जाने से हमें अपूरणीय क्षति हुई है। इस दुखद घड़ी में पूरा पन्ना पुलिस परिवार श्री शाहिद के परिवार के साथ है। अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।।