DFO बासु कन्नौजिया पर न्यायलय ने लाया जुर्माना,,, अवैध रूप से पत्थर जब्त करने वाले एसडीओ, रेंजर व वनरक्षक भी भुगतेंगे खामियाजा
¢तत्कालीन डीएफओ बासु कन्नौजिया सहित पांच पर जुर्माना
अवैध रूप से पत्थर जब्त करने वाले एसडीओ, रेंजर व वनरक्षक भी भुगतेंगे खामियाजा
पन्ना जिले के उत्तर वन मंडल क्षेत्रांतर्गत ग्राम जनकपुर का मामला
प्रथम अतिरिक्त न्यायाधीष वर्ग-2 ने पारित किया निर्णय
शिवकुमार त्रिपाठी पन्ना। अवैधानिक रूप से आम लोगों पर की जाने वाली कार्यवाहियों को लेकर वन विभाग सुर्खियों में बना रहता है और वन विभाग द्वारा की जाने वाली अवैध कार्यवाहियों का खामियाजा पन्ना जिले के सीधे सादे लोगों को भुगतना पड़ता है। एक इसी तरह की कार्यवाही 9 जून 2016 में सामने आई थी, जिसमें जिले के उत्तर वन मण्डल के तत्कालीन डीएफओ, एसडीओ, रेन्जर व वनरक्षकों द्वारा ग्राम जनकपुर स्थित स्वीकृत स्टाक में रखा गया फर्षी पत्थर ट्रेक्टर ट्राली से उठवा लिया गया था, जिसमें फरियादी सोनीलाल केवट निवासी ग्राम जनकपुर द्वारा न्यायालय की शरण ली गयी और वन अफसरों की कार्यवाही को गलत बताते हुए अपने वकील के माध्यम से विभिन्न तथ्य कोर्ट में प्रस्तुत किये गये। जिसके बाद वन विभाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आकर खड़ी हो गयी। इस मामले में मान्नीय चतुर्थ व्यवहार न्यायाधीष वर्ग-2 श्री रवि कुमार वौरासी द्वारा दोषी वन अफसरों व वन कर्मियों से वसूली किये जाने का निर्णय पारित किया गया। उक्त निर्णय के विरूद्ध मान्नीय प्रथम अतिरिक्त जिला न्यायालय में अपील दायर की गयी, जिसे न्यायालय द्वारा निरस्त करते हुए दोषी वन अधिकारियों डीएफओ, एसडीओ, रेंजर व वन कर्मियों से 80 हजार रूपये की वसूली एवं दिनांक 26 सितम्बर 2016 से वसूली दिनांक तक इस राषि पर 6 प्रतिषत ब्याज सहित अपील का व्यय फरियादी सोनीलाल केवट को दिये जाने सम्बंधी निर्णय को स्थिर रखते हुए डिक्री पारित किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार

इस मामले के सम्बंध में विस्तृत जानकारी देते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता रामलखन त्रिपाठी ने बताया कि पन्ना जिले के उत्तर वन मण्डलाधिकारी बासु कन्नौजिया, एसडीओ नरेन्द्र सिंह, रेन्जर आर.के. गोनेकर, वनरक्षक ऋषि कपूर यादव व वनरक्षक संजय अर्गल द्वारा दिनांक 9 जून 2016 को ग्राम जनकपुर में सोनीलाल केवट के स्वीकृत खनिज व्यापारी अनुज्ञप्ति क्षेत्र में रखे हुए क्रयषुदा फर्षी पत्थर को जबरन ट्रेक्टर ट्राली में भरवाकर ले गये थे। इस सम्बंध में सोनीलाल केवट द्वारा पन्ना कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं नगर निरीक्षक कोतवाली पन्ना को लिखित षिकायत देकर बताया था कि रेन्जर आर.के. गोनेकर ने दस हजार रुपये प्रतिमाह देने की मांग की थी और मना करने पर खनिज का व्यापार न करने देने को धमकाया था व डीएफओ बासु कन्नौजिया, एसडीओ नरेन्द्र सिंह, रेन्जर आरके गोनेकर, वनरक्षक ऋषि कपूर एवं संजय अर्गल को अभिवहन पास एवं स्वीकृत खनिज व्यापारी अनुज्ञप्ति दिखाने पर भी उनके द्वारा जबरन 60 हजार रुपये का उसके द्वारा क्रय पत्थर जब्त कर लिया गया, इस पत्थर को वह 80 हजार रुपये में विभिन्न साइज तैयार करवाकर लोगों को बेंचता। लेकिन वन अफसरों व वन कर्मियों की इस कार्यवाही से उसे काफी नुकसान उठाना पड़ा। सोनीलाल केवट द्वारा सिविल न्यायालय में क्षतिपूर्ति व स्थायी निषेधाज्ञा का दावा पेष किया गया था, जिसे दिनांक 17 अप्रैल 2018 को स्वीकार किया गया। इसके विरूद्ध उक्त सभी अधिकारी व वनकर्मियों ने अपील प्रस्तुत की, जिसे निरस्त कर दिया गया है। मान्नीय प्रथम अतिरिक्त न्यायाधीष वर्ग-2 श्री अनुराग द्विवेदी के इस निर्णय की सर्वत्र प्रषंसा हो रही है। सोनीलाल केवट की ओर से पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता रामलखन त्रिपाठी व उनके सहायक अधिवक्ता अजय पटैरिया, नवीन शर्मा, अंजनी सिंह एवं राजकुमार सेन द्वारा पैरवी की गयी।
पूरी हुई मजदूरों की तमन्ना
पन्ना में फिर गूंजा पन्ना की तमन्ना है कि हीरा मुझे मिल जाए
(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना जिले की रतनगर्भा धरती में कब किस की किस्मत चमक जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। यहां एक युवक को एक साथ दो हीरे मिले हैं, जिससे वह पलक झपकते लखपति बन गया है।
हीरा अधिकारी रवि कुमार पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि युवक भगवानदास कुशवाहा को गत शनिवार किटहा हीरा खदान में एक ही दिन में दो हीरे मिले हैं, जिनका वजन 7.94 कैरेट और 1.93 कैरेट है। जेम क्वालिटी वाले इन हीरो की अधिकृत कीमत नहीं बताई गई लेकिन जानकारों का कहना है कि इन हीरो की कीमत 25 से 30 लाख रुपये तक हो सकती है। हीरा मिलने के दूसरे दिन आज इस युवक ने नियमानुसार कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में पहुंचकर दोनों हीरे जमा किए हैं, जिन्हें बिक्री के लिए आगामी हीरों की नीलामी में रखा जायेगा। हीरा अधिकारी ने बताया कि युवक मुंबई में काम करता है। अपने गृह ग्राम किटहा आने पर बीते माह उसने खदान का पट्टा बनवाया था। उसकी किस्मत ने साथ दिया और उसे एक ही दिन में दो हीरे मिल गये। हीरा मिलने पर युवक भगवानदास कुशवाहा अत्यधिक खुश है।
कलेक्टर ने दी मजदूरों को शुभकामनाएं

देश दुनिया में सर्वोत्तम क्वालिटी के हीरो के लिए मशहूर है यहां की सेलोंमाइंस से अच्छे हीरे मिलते रहे हैं पर आज गरीब मजदूर को बड़े हीरे मिले जिससे गरीबों में खुशी का माहौल है वर्ष 2021 के पहले बड़े हीरे प्राप्त हुए जिन्हें नियमानुसार हीरा कार्यालय में जमा करा दिया गया है शीघ्र नीलामी के बाद मजदूरों को लाखों रुपए प्राप्त होंगे जिस पर हीरा प्राप्त करने वाले मजदूर भगवान दास कुशवाहा एवं उनकी साथियों को शुभकामनाएं दी है
मजदूर की हुई तमन्ना पूरी
हीरा प्राप्त होने वाले मजदूर भगवान दास कुशवाहा ने बताया कि घर में काम नहीं था लिहाजा 5 मजदूरों ने एक साथ मिलकर हीरा खदान लगाई और दो बड़े हीरे प्राप्त हुए जिससे सभी लोग खुश है
मजदूर को छप्पर फाड़ के मिले इन हीरो से मजदूरों की किस्मत बदलेगी क्योंकि 5 मजदूरों ने एक साथ मिलकर खदान लगाई थी किस्मत ने साथ दिया और उन्हें बड़े हीरे प्राप्त हुए जो लाखों रुपए में दिखेंगे और पूरी राशि इन्हीं को प्राप्त होगी
पन्ना में चार हजार की रिश्वत लेते चिकित्सक गिरफ्तार
- फरियादी से ऑपरेशन के एवज में मांगी थी 5 हजार की रिश्वत
- चिकित्सक के निवास में लोकायुक्त की टीम ने की कार्यवाही

(शिवकुमार त्रिपाठी) पन्ना में दोपहर लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने जिला चिकित्सालय पन्ना में पदस्थ डॉक्टर गुलाब तिवारी (सर्जन) को 4 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। चिकित्सक डॉक्टर तिवारी अस्पताल के निकट स्थित अपने शासकीय निवास में फरियादी मुकेश कुशवाहा से जब रिश्वत के पैसे ले रहे थे, उसी समय लोकायुक्त पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। इस कार्यवाही के बाद से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
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चिकित्सक का शासकीय आवास जहाँ ट्रैप की कार्यवाही हुई। |
लोकायुक्त सागर के उप पुलिस अधीक्षक राजेश खेड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी मुकेश कुशवाहा द्वारा शिकायत की गई थी कि फिशर बीमारी का ऑपरेशन करने के लिए डॉक्टर गुलाब तिवारी द्वारा उनसे 5 हजार रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार को आज उन्हें 4 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। श्री खेड़े ने बताया कि आरोपी चिकित्सक के विरुद्ध भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है। जानकारी के मुताबिक फरियादी मुकेश कुशवाहा लगभग 15 दिन पहले पाइल्स की बीमारी के चलते जिला चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती हुए थे। जिसका इलाज जिला चिकित्सालय पन्ना के सर्जन डॉक्टर गुलाब तिवारी कर रहे थे। बताया गया है कि फरियादी मुकेश कुशवाहा के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना के तहत गरीबों को इलाज के उद्देश्य से बनाए गया आयुष्मान कार्ड भी था, जिसे फरियादी ने अपने इलाज के लिए लगाया भी था। बावजूद इसके डॉक्टर द्वारा आपरेशन के लिए रिश्वत मांगी जा रही थी। आखिरकार जब कोई चारा नहीं बचा और फरियादी परेशान हो गया तो वह त्रस्त होकर सागर लोकायुक्त में मामले की शिकायत की। जिसके बाद सागर लोकायुक्त की टीम के द्वारा ट्रैपिंग की कार्यवाही की गई और डाक्टर साहब रंगे हाँथ धर लिए गये।
एक माह के भीतर ट्रैप की यह दूसरी कार्यवाही
पन्ना जिले में रिश्वतखोरी की जड़ें इस कदर फ़ैल चुकी हैं कि अब भगवान कहे जाने वाले चिकित्सक भी इसकी चपेट में आ चुके हैं। एक माह के भीतर रिश्वत लेने के मामले में लोकायुक्त पुलिस की टीम ट्रैप की यह दूसरी कार्यवाही की है। मालूम हो कि इसके पूर्व अभी हाल ही में 20 जनवरी को प्रभारी तहसीलदार अजयगढ़ उमेश तिवारी को लोकायुक्त पुलिस ने एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। इसके वावजूद भृष्ट अधिकारी व कर्मचारी सबक लेने को तैयार नहीं हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि अच्छी खासी सम्मानजनक वेतन पाने वाले लोगों की नियत भी चंद रुपयों के लिए डोल जाती है।
मैं निर्दोष झूठा फंसाया गया :- डॉ गुलाब तिवारी
इस दौरान डॉ गुलाब तिवारी ने कहा कि इस पूरे मामले में मुझे झूठा फंसाया गया है मैं जब घर में था तब मुकेश कुशवाहा आया और उसने पैसे नहीं दिए ना मैंने रिश्वत मांगी है ना पैसे लिए हैं पूरे मामले में संयंत्र के तहत मुझे फंसाया गया है और जो भी रिश्वत के आरोप लगाए गए हैं वह सरासर झूठे निराधार है
कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने गौरी अरजरिया को किया सम्मानित
प्रीति कमल लालवानी के द्वारा पन्ना की शान बहन गौरी अरजरिया का किया स्वागत

आज पन्ना की बेटी बहन गौरी अरजरिया जी ने केदार कांठा पहाड़ की 12 हजार फीट ऊंची चोटी पर माइनस 22 डिग्री की बर्फीली ठंड में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराकर राष्ट्रगान

आज पन्ना नगर प्रथम आगमन पर गौरी अरजरिया व उनके माता पिता का तिलक लगा कर शाल श्रीफल पहना कर व फूल माला से पूरे परिवार के साथ मिलकर प्रीति कमल लालवानी के द्वारा द्वारा स्वागत किया गया।
पन्ना जिले की कु. गौरी बनी बेटी बचाओ बेटी पढाओ की ब्राण्ड एम्बेस्डर
बेटो से कम नही होती बेटियां-कलेक्टर
उत्तरकाशी के केदारकाठा पर्वत पर अन्तर्राष्ट्रीय एडबेंचर ग्रुप के सदस्यों के साथ मिलकर पन्ना जिले की बेटी कु. गौरी अरजरिया द्वारा -20 डिग्री ठण्ड में 12 हजार 500 की ऊंचाई पर तिरंगा फहराते हुए राष्ट्रगान गाया गया। इसके लिए उन्हें प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
कलेक्टर संजय कुमार मिश्र द्वारा बहादुर बेटी कु. गौरी अरजरिया को कलेक्ट्रेट में आमंत्रित बेटी बचाओ-बेटी पढाओ के रूप में सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग की योजना के तहत ब्राण्ड एम्बेंडर के रूप में 25 हजार रूपये का चैक प्रोत्साहन स्वरूप प्रदान किया गया।
पन्ना जिले की तहसील सिमरिया की रहने वाली बहादुर बेटी द्वारा बीएससी, बीएड, ब्यूटीपार्लर कोर्स के साथ बेसिक माउण्टेनियरिंग कोर्स किया गया है। इनके पिता रामकुमार अरजरिया पेशे से किसान है। इनकी माता कुसुम अरजरिया गृहणी है। इस गरीब परिवार में पढी-बडी बेटी द्वारा आगे भी माउण्टेनियरिंग करने एवं आगे शिक्षा जारी रखने की बात कही। उसका कहना है कि मैं एक बार एवरेस्ट पर तिरंगा फहराना चाहती हॅू जिसकी तैयारी मैं कर रही हॅू।
कलेक्टर श्री मिश्र द्वारा कु. गौरी के माता-पिता अन्य परिवारजनों से भी चर्चा की। उनके माता-पिता को भी सम्मानित किया। कु. गौरी ने बताया कि उनके दो छोटे भाई है जो पढाई कर रहे हैं। कलेक्टर श्री मिश्र ने कहा कि उनके माता-पिता को बेटी-बेटो की पढाई लिखाई के लिए कभी भी कोई सहयोग की आवश्यकता हो तो मदद की जाएगी। इसके अलावा शासन से जुडी कोई समस्या हो तो भी कभी भी फोन से या मुझसे मिलकर बता सकते हैं। हरसंभव सहायता की जाएगी।
पन्ना टाइगर रिज़र्व को मिली व्याख्यान केन्द्र की सौगात
- मौजूदा समय 65 बाघों का घर बन चुका है पन्ना
- कोर व बफर में टाइगर साइटिंग होने से पर्यटक बढ़े
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पन्ना टाइगर रिज़र्व के मंडला गेट पर बने व्याख्यान केन्द्र का अवलोकन करते खनिज मंत्री। |
शिवकुमार त्रिपाठी। बाघ पुनर्स्थापना योजना को मिली शानदार सफलता के चलते देश और दुनिया में विख्यात हो चुके मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में पर्यटन सुविधाओं का भी विस्तार हो रहा है। प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा पर्यटन गांव मडला स्थित पन्ना टाइगर रिज़र्व के प्रवेश द्वार पर स्थापित वन व्याख्यान केन्द्र का लोकार्पण किया है। यह वन व्याख्यान केन्द्र 110 लाख रूपये की लागत से बनाया गया है। इस व्याख्यान केन्द्र में पर्यटकों के लिए कुछ समय बिताने की सुविधा के साथ वन एवं पर्यटन से जुडी जानकारियां देने के लिए म्यूजियम एवं पदर्शन की व्यवस्था है।
उल्लेखनीय है कि पन्ना टाइगर रिज़र्व मौजूदा समय 65 बाघों का घर बन चुका है। बाघों का कुनबा बढ़ने से कोर व बफर क्षेत्र में टाइगर साइटिंग खूब हो रही है, जिससे पर्यटक भी बढे हैं। खनिज मंत्री श्री सिंह ने बताया कि उन्होंने पन्ना टाइगर रिजर्व के मड़ला गेट पर नवीन टिकट बुकिंग काउंटर एवं व्याख्यान केंद्र का शुभारंभ किया है। अब बाहर से आने वाले पर्यटकों को पन्ना टाइगर रिजर्व घूमने के लिए मड़ला गेट से भी टिकट उपलब्ध हो सकेगी। इसके पूर्व पर्यटकों को पार्क भ्रमण हेतु टिकट के लिए गेट से तक़रीबन डेढ़ किमी. दूर कर्णावती प्रकृति व्याख्या केन्द्र में जाना पड़ता था, लेकिन अब यह सुविधा पर्यटकों को गेट में ही मिल सकेगी। मंत्री श्री सिंह ने व्याख्यान केन्द्र के अन्दर पर्यटकों को दी जाने वाली सुविधाओं का अवलोकन किया। पर्यटकों के बैठने, प्रशाधन एवं जानकारी देने के लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं के प्रति उन्होंने संतोष जाहिर किया।
पर्यटन गांव मंडला में बनेगा आधुनिक थाना
पन्ना जिले के पर्यटन गांव मंडला में प्रतिदिन बड़ी संख्या में देशी व विदेशी पर्यटक पार्क भ्रमण के लिए आते हैं, जिसे देखते हुए यहाँ पर आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित थाना भवन का निर्माण होगा। खनिज मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह ने थाना परिसर मडला में 94.10 लाख रूपये की लागत से निर्मित होने वाले आधुनिक थाना भवन का भूमिपूजन वैदिक रीति के साथ किया। इस अवसर पर उन्होंने कुदाली से खुदाई कर भवन के आधारशिला की ईंट स्थापित की। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थितों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह थाना छतरपुर एवं पन्ना जिले की सीमा पर होने के साथ राष्ट्रीय उद्यान होने के कारण पर्यटकों का आना जाना निरंतर होता है। इसलिए आधुनिक तकनीकी से लैस थाना होना यहां की महती आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह थाना भवन निर्मित हो जाने के बाद आमजनता को सुविधा मिलने के साथ अपराधों में कमी आएगी। यह थाना भवन बहुत ही आकर्षक एवं सुविधाजनक बनेगा, लोगों को थाने में आकर अच्छा महसूस होगा। इस क्षेत्र की पेयजल एवं विद्युत की समस्या का निराकरण भी शीघ्र किया जायेगा। मडला ग्राम भारत सरकार की जल जीवन मिशन योजना में भी शामिल है, फलस्वरूप यहाँ पेयजल की कोई समस्या नहीं रहेगी। क्षेत्र में पर्यटकों का आना जाना बढ रहा है, जिससे इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। पर्यटन बढ़ने से यहां के लोगों को रोजगार के नये – नये अवसर मुहैया होंगे।
मिलनसार और बेदाग छवि के एसपी रहे मयंक अवस्थ
कटनी जिले का की जिम्मेदारी सौंपी गई
2015 बैच के आईपीएस धर्मराज मीणा को बनाया गया पन्ना का नया कप्तान
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(शिव कुमार त्रिपाठी) मध्य प्रदेश सरकार ने 8 IPS अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए हैं जिसमें पन्ना के एसपी मयंक अवस्थी को पन्ना से स्थानांतरित कर कटनी जिले का नया कप्तान बना कर भेजा है पन्ना में 2 वर्ष से अधिक समय तक कार्यभार संभालने वाले मयंक अवस्थी बेदाग छवि और सक्रिय पुलिस अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं मिलनसार और हर छोटे आदमी की बात आसानी से सुनने वाले पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के स्थानांतरण की जानकारी जैसे ही लोगों को मिली लोगों ने कहा नया अधिक अच्छा अधिकारी का स्थानांतरण हो गया हालांकि सरकार ने उन्हें कटनी जैसे जिले की जिम्मेदारी सौंपी है रोना काल से लेकर विषम परिस्थितियों में कानून व्यवस्था बनाए रखने और आईटी का सहारा लेकर बड़े अपराधिक घटनाओं का खुलासा करने वाले एसपी मयंक अवस्थी कुल्लू अच्छे कार्यकाल के लिए जानेंगे
धर्मराज बने नए कप्तान

पन्ना जिले में पदस्थ किए गए आईपीएस अधिकारी धर्मराज मीणा वर्तमान में छिंदवाड़ा की बटालियन में पदस्थ है 2015 बैच के आईपीएस धर्मराज मीणा की छवि एक शख्त अधिकारी के रूप में है धर्मराज मीणा की एसपी के रूप में पहली पोस्टिंग है धर्मराज मीणा वर्तमान में छिंदवाड़ा में पदस्थ हैं
अतिरिक्त महाधिवक्ता धीरेंद्र सिंह का जिला अधिवक्ता संघ ने किया जोरदार स्वागत
बुंदेलखंड में पहली बार बने एडिशनल एजी
वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने स्वागत कर जताई खुशी

पन्ना जिला अभिभाषक संघ ने आज मध्य प्रदेश सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता धीरेंद्र सिंह परमार का अधिवक्ता संघ कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित कर जोरदार स्वागत किया और खुशी जाहिर की बुंदेलखंड में पहली बार कोई व्यक्ति महाधिवक्ता बना है इसकी जानकारी देते हुए शासकीय जिला अभिभाषक किशोर श्रीवास्तव ने बताया की पन्ना जिले के लिए खुशी की बात है कि पन्ना में पैदा हुए और यहीं से पले बढ़े मूलता पन्ना जिले के बरहा गांव निवासी धीरेंद्र सिंह परमार को मध्य प्रदेश सरकार ने अतिरिक्त महाधिवक्ता बनाया है

और पहली बार वार जिले से इस पद पर किसी व्यक्ति की नियुक्ति की गई है जिससे हमें खुशी है कि हमारे ही बीच के किसी व्यक्ति को कितने महत्वपूर्ण पद पर सरकार ने चुना है इनके सहयोग से पन्ना जिले के अधिवक्ताओं को भी सहयोग मिलेगा वही जिला अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष जे के रावत तैलंग ने धीरेंद्र सिंह परमार का स्वागत करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की और अपेक्षा की कि स्थानीय होने के साथ पन्ना बार काउंसिल के सदस्य के रूप में हमें पहचानते हैं

सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने वाले धीरेंद्र सिंह परमार को इस पद में चुने जाने से पन्ना जिले की समस्त अधिवक्ता गौरवान्वित महसूस कर रहे है और उम्मीद जताई की वे अभिभाषक संघ के सहयोग के लिए और जिले की सकारात्मक कार्यों में सहयोग देंगे इससे पूर्व समारोह में पहुंचे धीरेंद्र सिंह परमार का समस्त अधिवक्ताओं ने स्वागत किया जिस पर कृतज्ञता व्यक्त करते हुए धीरेंद्र सिंह परमार ने कहा कि मैं पन्ना के समस्त अधिवक्ताओं का आभारी हूं जिन्होंने आमंत्रित कर मुझे सम्मानित किया है मेरा सभी से लगाओ रहा है उन्होंने कहा कि जब भी कोई सहयोग की बात होगी मैं कभी पीछे नहीं हटेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता पन्ना बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष देवेंद्र खरे उर्फ टिक्कू ने की
इस गरिमामय समारोह में अभिभाषक संघ पन्ना के सचिव आनंद त्रिपाठी ने संचालन किया इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता ज़ी केरलम आर बी पटेल विनोद तिवारी राकेश सिंह राम लखन विश्वकर्मा विनय पूनिया सुरेश कुमार मिश्रा अनंत कुमार तिवारी शांति मिश्रा चंद्र बदन तिवारी कोषाध्यक्ष अरविंद निगम राहुल खरे राहुल श्रीवास्तव की भी खरे रजनीश चंद्र जैन सुरेंद्र सिंह सुदर्शन खरे आरके निगम जीतेंद्र सिंह दिलीप चौरसिया सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता गण मौजूद रहे
एक लाख की रिश्वत लेते अजयगढ़ तहसीलदार गिरफ्तार,,,
सागर लोकायुक्त की कार्यवाही

(शिवकुमार त्रिपाठी )तमाम प्रयासों और कार्यवाहीयों के बावजूद सरकारी विभागों में रिश्वत रुकने का नाम नहीं ले रहा है बड़े अधिकारी भी लगातार पकड़े जा रहे फिर भी रिश्वत कम नहीं हो रही है ऐसा ही एक मामला पन्ना के अजयगढ़ में सामने आया है जिसमें एक लाख की रिश्वत लेते हुए तहसीलदार उमेश तिवारी को सागर की लोकायुक्त टीम ने उनके कमरे से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है जिससे राजस्व महकमे में हड़कंप मच गया इससे पहले गुनौर तहसीलदार भी इसी तरह पकड़े गए थे
पन्ना जिले के अजयगढ़ में फरियादी अंकित मिश्रा के चाचा के प्लाट में भवन की स्वीकृति के एवज में एक लाख की रिश्वत लेते हुए सागर की लोकायुक्त टीम ने तहसीलदार उमेश तिवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है सरकारी रेस्ट हाउस में छापामार कार्यवाही करते हुए लोकायुक्त की टीम ने पहले ट्रैप किया फिर तहसीलदार को कार्यवाही के लिए अजयगढ़ थाना ले गई जहां कार्यवाही जारी है
वही तहसीलदार उमेश तिवारी ने पकड़े जाने के बाद इस पूरे मामले को साजिश बताया है कहां कुछ विरोधी लोग फ़साने के प्रयास में साजिश में लगे थे और मेरे पीछे साजिश की गई है रिश्वत लेने से इनकार किया है
ज्ञात हो कि जिले मैं इन दिनों सबसे मलाईदार तहसील क्षेत्र अजयगढ़ है कुछ दिन पूर्व ही नायब तहसीलदार उमेश तिवारी को प्रभारी तहसीलदार बनाकर भेजा गया था और उनकी कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में थी आज ट्रैप होने के बाद से राजस्व महकमे में हड़कंप मच गया भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं की तरह मामला दर्ज किया गया है अब पुलिस उन्हें न्यायालय में पेश करेगी
लोकायुक्त का प्रेसनोट
*सागर लोकायुक्त की कार्यवाही* आवेदक- अंकित मिश्रा पिता राजकुमार मिश्रा 25 वर्ष निवास वार्ड क्र 14 अजयगढ जिला पन्ना
आरोपी-
1- उमेश तिवारी उम्र 29 वर्ष प्रभारी तहसीलदार अजयगढ़ पन्ना।
घटना स्थल:- रुम नं 3 रेस्ट हाउस अजयगढ़ पन्ना,
रिश्वत राशि:- 1,00,000 (एक लाख रुपये)
विवरण:- आवेदक के चाचा के प्लाट पर मकान निर्माण की अनुमति के संबंध में 100000/-रुपये रिश्वत की मांग की जो आज दिनांक 20.01.2021 को आरोपी आवेदक से 100000/-रु रिश्वत लेते हुए पकड़े गए। ट्रेपकर्ता- उपुअ राजेश खेड़े विपुस्था सागर
करोड़ों के विकास कार्य का शिलान्यास और उद्घाटन
शीघ्र मिलेगी हीरा परियोजना को वाइल्डलाइफ से एनओसी
विरोधियों के साथ मिलकर भी पन्ना के विकास की मंशा जताई
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सीएम शिवराज ने दिया भरोसा, बंद नहीं होगी एनएमडीसी खदान
पन्ना की हीरा खदान बंद होने से गर्माई प्रदेश की सियासत
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खनिज मंत्री व सांसद ने रविवार को ही मुख्यमंत्री से की भेंट
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भेंट कर चर्चा करते हुए मंत्री ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह व सांसद बी.डी. शर्मा। |
(शिवकुमार त्रिपाठी) मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती हीरा उगलती है। बेशकीमती रत्न हीरों की उपलब्धता के कारण ही देश और दुनिया में डायमण्ड सिटी के रूप में पन्ना की पहचान है। लेकिन इस पहचान पर संकट के बादल तब मंडराने लगे जब नये वर्ष के पहले दिन ही यहाँ की मझगंवा स्थित एनएमडीसी हीरा खदान बंद हो गई। यह स्थिति वन्य जीव संरक्षण विभाग सहित पर्यावरण मंत्रालय से आवश्यक स्वीकृति न मिल पाने के चलते निर्मित हुई है। मालुम हो कि एनएमडीसी हीरा खदान पन्ना टाइगर रिजर्व के गंगऊ अभ्यारण्य अंतर्गत वन भूमि रकबा 74.018 हेक्टेयर में संचालित है। जिसके संचालन की अवधि 31-12-2020 को समाप्त हो गई है। खदान के बंद होने से प्रदेश की सियासत गर्माने लगी और जनाक्रोश भी प्रकट होने लगा। जिसे देखते हुए प्रदेश के खनिज मंत्री व स्थानीय विधायक ब्रजेन्द्र प्रताप सिंह तथा क्षेत्रीय सांसद बीडी शर्मा सक्रिय हो गये। मामले को गंभीरता से लेते हुए दोनों नेता रविवार को रात्रि में ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से उनके निवास में जाकर इस सम्बन्ध में चर्चा की। सीएम शिवराज सिंह ने आश्वस्त किया है कि पन्ना की एनएमडीसी हीरा खदान बंद नहीं होगी।

मामले के सम्बन्ध में दी गई जानकारी के मुताबिक प्रदेश के खनिज एवं श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह एवं क्षेत्रीय सांसद बीडी शर्मा ने एनएमडीसी परियोजना के उत्खनन कार्य की अनुमति को संज्ञान में लेते हुए मुख्यमंत्री से भेंट कर उत्खनन की स्वीकृति के संबंध में चर्चा की है। इस पर मुख्यमंत्री ने मौके पर चीफ सेक्रेटरी मध्यप्रदेश शासन को निर्देश दिये हैं कि इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करने के लिए बैठक आयोजित की जाये। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस संबंध में केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से बात कर एनएमडीसी को उत्खनन कार्य की स्वीकृति प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्खनन कार्य प्रारंभ हो जाने से पन्ना जिले के लोगों को रोजगार उपलब्ध होने के साथ जिले का विकास होगा। मालुम हो कि नए साल के पहले दिन केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते जब एनएमडीसी परियोजना मझगवां पहुंचे थे तो कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री श्री कुलस्ते को ज्ञापन भी सौंपा था। कर्मचारियों ने मंत्री जी को परियोजना के संचालन में उत्पन्न संकट की विस्तार से जानकारी देते हुए बंद खदान को अविलम्ब चालू कराने की मांग की गई थी। यूनियन के पदाधिकारियों ने केंद्रीय मंत्री को बताया था कि खनिज संपदा प्रकृति में विशेष परिस्थितियों में निर्मित होती है, जिसका स्थानांतरण असंभव होता है। खनन कार्य खनिज संपदा के प्राप्ति स्थल पर ही करना होता है। ज्ञातव्य हो कि हीरा खनन परियोजना का प्रारंभ सन 1958 में हुआ था, जबकि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 में लागू हुआ है। बीते 5 वर्षों में परियोजना द्वारा नैगम सामाजिक दायित्व के तहत 1037. 56 लाख रुपये व्यय किये गये हैं। परियोजना बंद होने की स्थिति में पन्ना जिले के लोग मिलने वाले इस लाभ से वंचित हो जायेंगे।

विशेष गौरतलब बात यह है कि पन्ना की मझगंवा स्थित एनएमडीसी हीरा खदान न सिर्फ पन्ना अपितु प्रदेश की भी शान है। यह एशिया महाद्वीप की इकलौती मैकेनाइज्ड हीरा खदान है जहाँ वर्ष 1968 से लेकर अब तक लगभग 13 लाख कैरेट हीरों का उत्पादन किया जा चुका है। इस खदान में अभी भी 8.5 लाख कैरेट हीरों का उत्पादन होना शेष है। ऐसी स्थिति में आगे खदान संचालन की अनुमति यदि नहीं मिलती तो अरबों रुपये कीमत के हीरे जमीन के भीतर ही दफन रह जायेंगे। पन्ना की पहचान बन चुकी एनएमडीसी हीरा खदान के बंद होने से पन्ना के साथ – साथ प्रदेश की चमक भी फीकी पड़ जायेगी। इतना ही नहीं इस खदान के संचालन से हजारों लोगों को परोक्ष व अपरोक्ष रूप से जो लाभ मिलता है वह बंद हो जायेगा साथ ही रोजी रोजगार पर भी असर पड़ेगा। हीरा खनन परियोजना के आसपास स्थित ग्रामों के लोगों को दशकों से जो सुविधायें मिलती रही हैं उनसे भी वंचित होना पड़ सकता है।
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